- 14 hours ago
Category
📚
LearningTranscript
00:00आपको अपनी लड़की से कभी भी जरा भी प्यार था
00:03प्यार होता तो आप ऐसे उसे धकेल देते कि जा तू वहाँ चली जा
00:06ताकि हम अपनी जिम्मेदारी से खुद को मुक्त कह सकें
00:09और पता चलता है शादी के बाद कि किसी तल पर गड़बड हो रही है
00:13पहला प्रयास तो यही होना चाहिए कि किसी तरह से सुलह हो जाए
00:17किसी तरह से मेल हो जाए पर ऐसा मेल बैठाने के लिए हमारे पास कोई विवस्था है क्या
00:22लड़की किसको जा कर बताए
00:23प्रेम प्रेम सब कहें प्रेम न चीन है कोई
00:27संतों ने पहले ही सावधान कर दिया था कि तुम प्रेम प्रेम बोलते बहुत हो धार्मिक लोगों तुम प्रेम जानते नहीं हो
00:34जा मारग साहब मिलें प्रेम कहावे सोय
00:3720 साल 25 साल के हो गए है लड़की इनके लिए अभी भी दूसरी प्रजाती की चीज होती है
00:42दिख जाती है दूर से आसे कहते है दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दिख दि�
01:12तुम्हारे वैवाहिक जीवन की शुरुवात होगी
01:14हाँ हाँ हाँ
01:16चादी कोई छोटी बात होती है
01:25आप एक लड़की हो
01:28आपको अपना घर छोड़के जाना है किसी और के घर में
01:31ये कोई छोटी बात होती है
01:33दूसरे के घर की गंध दूसरी है
01:37खाना पीना दूसरा है, लोग दूसरे हैं, चेहरे दूसरे हैं, वयोहार दूसरे हैं, रिष्टे दूसरे हैं, सब अलग है
01:42और आप से खागे आप जाओ उसके घर जाओ
01:44और वहाँ जा कर भी आप एक खास केदार निबहोगे
01:51वो क्या है कि अब आप यहां पत्नी बनो बहु बनो
01:55और सिर्फ घर नहीं बदलेगा आपकी जिन्दगी में और भी कुछ बदल जाना है
02:05शारेरिक संबंध अब शुरू हो जाएगा
02:08और लड़कियों के लिए शारेरिक संबंध का दूसरा और थोड़ा ज्यादा विक्तिगत ज्यादा गहरा अर्थ होता है
02:15क्योंकि उनके लिए शारेरिक संबंध से आगे गर्भ आ जाना है जो कि लड़कों तो नहीं होना है
02:24वो बड़ी फिर अंदरूनी और निजी बात हो जाती है
02:30और ये ज्यादा तर जो समुदाय होते हैं
02:36जहां आयोजित विवाह की बड़ी जल्दी होती है
02:41यही वो जगहें होती हैं जहां पर लड़की को ज्यादा लड़कों से
02:46शादी के पहले तक मिलने जुलने नहीं दिया जाता
02:48नहीं मिलने जुलने दिया जाता ना यही है न ऐसा ही है न
02:53शादी थे पहले इधर दोर किसे मिलना नहीं किसी पराय मर्द की तुम पर चाया नहीं पढ़नी चाहिए
02:57और फिर शादी होती है और एक पराया मर्द आता है जिसको वो जानती नहीं पह जानती नहीं अधिक साधे कि एक बार देखा है या दो बार फोन पे बात करी है और कहा जाता है अब चली जाओ इसके साथ और अब तुम्हें इसके साथ शारीरिक संबंध बनाना है
03:09हमें पूछना पड़ेगा
03:15खुद से कि किसी लड़की के मन में
03:17फिर विद्रोह की आग उठेगी की नहीं उठेगी
03:20उठेगी की नहीं उठेगी
03:25और भारत हमारा देश है
03:31यहां की सब लड़कियां भी यहां की बराबर की नागरिक है
03:39तो देशवासियों के नाते हिर्षाई पर उनके लिए कुछ सोचना पड़ेगा के नहीं
03:48आप कहते तो अब चले जाओ अब तो अब तो शादी हो गई तो प्रेम तो होई जाएगा और जब प्रेम हो गया तो संभोग होई जाएगा
03:57और यह सब कुछ बिल्कुल जल्दी जल्दी होना है दिन गिन गिन करके होना है
04:02कई बार तो ब्याह के नौवे महीने में ही बच्चा जनम जाता है
04:15बड़ा महत्तो है हमारे यहाँ पर सुहाग रात का
04:19और किसको तुम धक्का दे रहे हो सुहाग रात के लिए एक बार अपने आप से पूछो तो सही
04:24वो जिसको तुमने कहा था कि तेरे उपर किसी लड़के की मर्द की चाया नहीं पढ़नी चाहिए
04:31उसको तुमने कहा दिया आप उस कमरे में चली जा
04:33समझभारी बात
04:40उसके बाद
04:42चलो
04:43हम सब इंसान हैं मिटी के लोग हैं गलतियां सबसे होती हैं होती हैं आप बहुत सोच समझ कर समझदारी से भी कोई रिष्टा बनाओ तो हो सकता है कि उसमें
04:54कोई खोट रह गई हो बिलकुल हो सकता है क्योंकि इंसान है भई गलतियां हो जाती है
04:57जब गलती हो जाए तो फिर भूल सुधार के लिए हमारे पास कोई विवस्था है क्या
05:03कोई है विवस्था
05:06गलत शादी हो गई और कई बार
05:10पहले महीने में पता चल जाता है गलत शादी हो गई
05:15क्योंकि बड़ा अंतरंग संबंध होता है पति-पत्नी का
05:18कई तलों पर उनमें आपस में मेल होना चाहिए
05:21इस दोनों जने अब जिन्दगी एक कमरे में बिता सकते हैं
05:37नहीं तो कैसे एक कमरे में रह लोगे दो लोग
05:38और पता चलता है शादी के बाद कि किसी तल पर गड़बड हो रही है
05:44हाँ तो पहला प्रयास तो यह होना चाहिए कि किसी तरह से सुलह हो जाए
05:49किसी तरह से मेल हो जाए
05:50किसी तरह से उनमें सामनजस से बठाया जा सके कि ठीक हो जाए
05:54पर ऐसा मेल बठाने के लिए हमारे पास कोई विवस्था है क्या
06:03लड़की किसको जाकर बताए
06:05किसको जाकर बताए लड़का भी किसको जाकर बताए बताओ तो
06:10यह सब तो गंदी बाते हैं जिनकी चर्चा की नहीं जानी चाहिए
06:15खासका लड़की तो बिल्कुल नहीं कर सकती
06:16और अपने घरवालों से कैसे करेगी अपने घर तो छोड़ कर आ गई है
06:21कि फोन पर कितना बताएगी मा को क्या बताएगी बहुत नीजी बाते होती है
06:24क्या क्या खोलेगी राज
06:26उतको तो धकेल दिया है कि जापर आए घर में अब वो क्या क्या राज बताए घर को कि अब यहां क्या
06:33और सब कुछ अत्याचार के ही दाइरे में नहीं आता है
06:38मेल भी एक दूसरी चीज होती है
06:43बात ये नहीं है कि पती अत्याचार कर रहा हो गया पत्नी अत्याचार कर रही हो
06:47अत्याचार की बात नहीं होती है
06:49एक होस्टल में भी जा करके दो लोग रहते हैं
06:55तो बहाँ पर आपको एक कमरे होते हैं शेरिंग रूम्स होते हैं वहाँ पर आपसे पूछे बिना आपको roommate अलॉट हो जाता हैा आप लोग रहे हो इस तरह से पूछा नहीं जाता है roommate अलॉट हो गया अब ऐसा नहीं है कि आपका roommate कोई दुष्ट व्यक्ति है लेकिन फिर भी क
07:25तो क्या करना है
07:26हमारे पास कोई counselling mechanism है
07:30समझाने की कोई विवस्था है
07:32सुलह की कोई विवस्था है
07:34और सुलह अगर हो ही नहीं सकती
07:36तो फिर किस तरह से
07:38ये दोनों व्यक्ति अलग हो जाएं
07:39इसकी कोई विवस्था है
07:40तो आपने तो कह दिया है
07:43कि जनम भर का साथ है बलकि साथ जनम का साथ है तुम्हें साथ रह नहीं है तो अब अलग होने का फिर एक ही तरीका बचता है
07:48जब अलग होने का आपने कोई सब भे तरीका बना ही नहीं रखा
07:57तो अलग होने का किसी
08:00विक्षिप तक्षण में किसी व्यक्ति को हो सकता है
08:04कि एकी तरीका दिखाई दे
08:05कि हत्या कर दो
08:07क्योंकि इसके अलावा तो
08:09अलग हमें होने दिया ही नहीं जाएगा
08:11ये सबसे घटिया तरीका अलग होने का
08:16ये कोई तरीका ही नहीं है
08:19पर प्रशन ये भी उठता है न कि हमने एक समाज के तौर पर
08:26क्या बेहतर तरीके एक जोड़े को सौप रखे हैं उपलब्ध कराभी रखे हैं क्या
08:36वो क्या करें
08:42किसे बात करें और ये बहुत समवेदनशील काल है
08:44दो लोगों को आपने एक साथ कर दिया है
08:48और ये दोनों लोग परसपर अजनबी है
08:51ये बहुत-बहुत समवेदनशील काल है
08:55चिडियाखर वगेरा में भी
09:01या जो अभ्यारणने होते हैं
09:05जो वाइड लाइफ से चुरीज वगेरा होती है
09:07वहाँ भी जब ऐसा होता है
09:08कि
09:10नरबाग और मादाबाग अब इनको एक साथ किया जा रहा है
09:15तो वहाँ जो सब वन विभाग के अफसर करमचारी होते हैं
09:21वो बहुत सतर्क रहते हैं शुरू के कुछ दिनों तक
09:24वो कहते हैं ये हाँ अकेली रहती थी
09:29अब
09:30बागों की टाइगर्स की आबादी बढ़ाने के लिए
09:34हम एक नरबाग ले आएं इसके पिंजड़े में
09:36या इसके ख्षेत्र में
09:37पता नहीं इनमें दोनों में आपस में क्या केमिस्ट्री होगी
09:40कुछ भी गडबड हो सकती है और गडबड बहुत होती भी है
09:42उनमें परसपर हिंसा भी हो जाती है
09:44प्रकृती में होती है ये हिंसा
09:46तो बहुत सतर्क रहते हैं
09:48क्याते हैं शुरू के कुछ हफते
09:50या कुछ महीने
09:51बहुत समवेदन शील है
09:53सतर करो देखते रहो और जहां दिखाईदे की कुछ गडबड हो रही है
09:57कुछ दिनों के लिए इनको अलग करो फिर उसके तरीके होते हैं विवस्था होती है
10:02उपाय होते हैं कि कैसे क्या करना है
10:04एक समाज के तौर पे हमारे पास कोई तौर तरीका विवस्था उपाए है
10:08हमने कभी सोचा या बस हमारा इतना काम है कि लड़के लड़की को पकड़ करके धकेल दो
10:12कि अब तुम जाओ तुम्हारा जोड़ा बन गया अब तुम घ्रहस्ती चलाओ
10:15आप एक कंपनी भी जॉइन करते हो जो कि बहुत छोटी बात है क्योंगि लोग कंपनीयां बदलते रहते हैं
10:30आप एक कंपनी जॉइन करते हो आप एक कॉलेज जॉइन करते हो तो जो लोग नए वहाँ पर आते हैं उनके लिए वहाँ पर
10:37counseling and consultation cells होती है
10:39क्योंकि पता होता है कि कोई नया आगर आया है
10:41चाहे वो student होगी employee हो
10:44उसको यहाँ पर जमने में समस्याएं आ सकती है
10:48क्योंकि हमारे हाँ की संस्कृति अलग है
10:51हर company की हर college की संस्कृति culture महौल
10:56अलग-अलग होता है
10:57तो लड़के लोग, लड़कियां सब
10:59अलग-अलग जगहों से, अलग शहरों से
11:01दूसरी company से आ रहे हैं पढ़ने के लिए
11:03काम करने के लिए
11:04बिलकुल हो सकता है कि वो यहाँ तालमेल न बठा पाएं
11:07तो उसके लिए वहाँ बाकाइदा
11:09cells होती है
11:11जो सक्रे रूप से अपना काम कर रही होती है
11:13कि देखते रहो कि कोई खटपट हो रही है क्या
11:15अगर कोई खटपट हो रही है तो पहले ही सूंख लो
11:18और हस्तक्षेप करके मामला ठीक करने की कोशिश करो
11:22सुलह कराने की कोशिश करो
11:23हमने कोई ऐसी विवस्था बनाई है क्या
11:28बात समुझ में आ रही है
11:34मैं फिर कह रहा हूँ जिन्होंने ये करा है वो तो अब भुगतेंगे
11:41वो तो अपने जनम से ही गए उन्होंने तो अपनी जिन्दगी भरबाद कर ली
11:45लेकिन और जन्दगी आना बरबाद हो इसके लिए हमें इमानदारी से कुछ बातों पर विचार करना पड़ेगा
11:51आईना देखना पड़ेगा
11:52खासकर जिन घरों में जवान लड़कियां हैं और माबाप बहुत आतुर हुए जा रहे हैं कि जल्दी से इसको अब धकेल दो इसका बया करके
12:02उनको थोड़ा सतर्क हो जाना चाहिए
12:05और लड़कों के घरवालों को भी सतर्क हो जाना चाहिए
12:11कुछ भी हो सकता है
12:15असली समाज वो होता है जो अपराधियों को भी अपराध से वापस खीच लाए
12:26हम? कि छटे हुए अपराधि थे पुराने मज़े हुए ये
12:35हत्यारे हिस्ट्री शीटर और गएरा थे उनको भी अपराध की दुनिया से वापस खीच लाए
12:39यह होता है एक असली स्वस्त समाज
12:41और एक रोगी समाज की पहचान यह होती है
12:44कि उस साधारन लोगों को भी अपराधी बना देता है
12:46साधारन लड़की, साधारन लड़का
12:52वो अब जिंदगी भर के लिए हत्यारे बन गए
12:55और अब उनको जो सजा मिलनी चाहिए हो मिलेगी
12:58आप कुंडलियां मिला रहे हो
13:07कुंडलियां तो यह जितने मामले आप गिना रहे हैं
13:10इन में भी तो मिलाई गई होंगी कुंडलियां
13:12कुंडली मत मिलाओ भाई, दिलों को मिलने दो
13:17पर जैसे मैं बोलता हूँ दिलों को मिलने दो
13:20हमारे लोगधर्मी समाज की बुनियात कापने लग जाती है
13:25कि अरे अरे अरे ये इसने कैसी बात कर दी
13:27ये कोई आचार रहे है ये दुराचार रहे है
13:31देखो ये कैसी गंदी बाते कर रहा है कि दिलों को मिलने दो
13:35अच्छा तुम जिस्मों को मिला देते हो
13:38बिना दिलों को मिलाए
13:40तुम अशलील नहीं हो
13:41तुम अशलील नहीं हो
13:44और जहां तुम शरीरों को
13:50मिलाने का आयोजन कर रहे हो
13:52बिना ये देखे कि रिदय मिले हैं कि नहीं
13:55बताओ वो धर्म है कि अधर्म है
13:56न बंधो न बांधो
14:01खरा आदमी वो है
14:09असली सच्चा इंसान वो है
14:12चोना
14:14खुद बरदाश्ट करता है
14:17कोई उसे दवाए बांधे रखे
14:20और नहीं वो किसी भी कीमत पर
14:22दूसरे की जिन्दगी को बंधन में डालना चाहता है
14:27आरे ये बात समझ में
14:39स्कूलों कॉलेजों में सही शिक्षा होनी चाहिए
14:45घरों में सही परवरिश होने चाहिए
14:47प्रेम वास्तव में है क्या
14:50ये सिखाना ही असली संसकार है
14:54हम अपने बच्चों को
14:58न तो दूसरे वर्गों से न दूसरे वरणों से न पर्यावरण से
15:05प्रेम सिखाते हैं तो उनमें दूसरे व्यक्तियों
15:09से ही प्रेम कहां से आ जाएगा बोलो
15:11ये सब जो पंधरा से पचीस साल के लोग हैं
15:21पंधरा से पचीस साल में पिछले भारत में तो नफरत ही नफरत का इन्होंने महौल देखा है
15:26और जिस इंसान के भीतर नफरत ही नफरत भर गई है
15:30वो अपने निजी रिष्टों में भी अगर उसी नफरत का जहर उगलने लग जाए तो ताज्युप क्या
15:35बोलो
15:41कोई गहरा आदमी, कोई सुल्जा आदमी, कोई प्रेमपूर्ण व्यक्ति
15:51तो हत्या करेगा नहीं न, कि करेगा
15:54और जो आप लोग यहां पर जो पुरुष वर्ग बैठा है
16:00बहुत सारे कुवारे बैठे हैं, शादी के लिए लालाइत
16:04वो भी सावधान हो जाए
16:07सिर्फ इसलिए कि लड़की का बाप, लड़की का हाथ
16:12तुम्हारे हाथ में देने को तैयार है
16:14हाथ में ले मत ले न
16:16और न उतना ही परिचय काफी होता है
16:24कि हाँ हाँ, अब छोरा छोरी छत पर जाकर के
16:26पांच मिनट के लिए आप अशे बात करेंगे
16:28और उससे आके पूछर हो, हैं जी तो जी आपने जी बीकॉम किया जी
16:33और भी बहुत कुछ होता है
16:39कमझ में आ रही है बात
16:54और दोश आधुनिकता को मत दे देना
16:57कि ये तो अब नई हवा बह रही है
17:00ये तो जो मॉडरनिटी की लहर है
17:03इसके कारण गड़किया बिगड गई है
17:05और देखो इसने ये क्या घोर पाप कर डाला
17:07पती की हत्या कर दी
17:08ठीक है, अब आपको दिखाई देता होगी
17:12पती की हत्या हो रही है
17:13पत्नियों की हत्या तो हमेशा से होती रही है
17:15इतने कानून बनाने पड़े
17:18पत्नियों की हत्या को रोकने के लिए
17:20और बच्चीयों की हत्या का
17:26तो कोई गणेथी नहीं है
17:29भारत की आबादी से
17:31पांच करोड बच्चीयां गायब है
17:33वो भी पारिवारिक हत्या कांडी माना जाएगा कि नहीं
17:38पत्नी पत्ती को मार दे या पत्ती पत्नी को मार दे तुम कहते हैं परिवार में हत्या हो गई
17:43गर्भ में लड़की थी या नवजात लड़की पैदा हुई आपने उसको मार दिया वो भी तो पारिवारिक हत्या कांडी है
17:50तो वो तो चलता ही रहा है भारत में
17:53तो ऐसा कुछ नहीं है कि आज आधोनिक्ता की लहर की वज़े से हत्याएं होनी शुरू हो गई
18:00वो हो ही रही है लगातार और वो तब तक होती रहेंगी जब तक ये जो प्रेम शब्द है
18:07हम इसको सम्मान देना नहीं सीख लेते
18:16दुनिया में कोई देश नहीं है जहां दहेज हत्याएं हुई हो भारत के अलावा
18:20एकका दुक्का कहीं कुछ हो गया होगा तो हो गया होगा
18:24ये जो हजारों नहीं लाखों दहेज हत्ते आएं हैं
18:28ये तो अद्भुत हिसाब भारत के ही मत्थे है
18:42संबंधों का आप बताओ ना मुझे और क्या आधार हो सकता है
18:45प्रेम नहीं तो और क्या आधार होगा
18:50और अगर कोई और आधार है तो फिर हिंसा हो जाए हत्या हो जाए
18:54तो उसमें आश्यर क्या
18:55पती-पत्नी हैं वो कह रहे हमें तो लड़काई चाहिए
19:02तीन लड़कियां प्यादाओंगी तीनों को मार देंगे
19:05लड़कियों को मारा वो तो दिखरा है पर ये बताओ इन पति-पत्नी में आपस में भी प्रेम है क्या
19:11प्रेम से तो जैसे हम सरोथा परिचित है और ये बात कितनी विडम बना गिया है क्योंकि भारत तो प्रेम का देश है
19:21अध्यात्म में भी प्रेम मार्ग हमने ही निकाला वो सब जूटा है भाई प्रेम प्रेम सब कहें प्रेम उन्ह चीन है कोई
19:36संतों ने पहले ही साउधान कर दिया था कि तुम प्रेम प्रेम बोलते बहुत हो धार्मिक लोगों तुम प्रेम जानते नहीं हो
19:45जा मारग साहब मिले प्रेम कहावे सोए
19:51इतनी बातें बताई ग्यानियों ने, संतों ने, असली प्रेम के बारे में हमने वो बातें सुनी कहाँ
20:03हमने प्रेम को कर्तव बना लिया
20:05तुम्हें प्रेम करना चाहिए, ऐसे थोड़ी होता है
20:15या तो प्रेम होता नहीं है
20:26या फिर प्रेम के नाम पर कुछ और बहुत उल्जलूल होता है
20:30कि छोरा छोरी एक दूसरे को देखकर फिसल गए और कह रहे हैं हमें प्रेम हो गया
20:34या तो प्रेम हो गई नहीं दिख रहा होगा साफ साफ
20:39कि दो लोग हैं साथ-साथ रहते हैं पर प्रेम जैसी कोई बात नहीं है
20:43या फिर प्रेम होगा तो उसी तरीके का वोगा फिल्मी प्रेम
20:47वास्तविक प्रेम
20:49बड़े दुख की बात है
20:52भारत वंचित रह गया
20:59उसके बाद हमें फक्र होता है कि भारत में तलाग कम होते है और हमें यह नहीं समझ में आता है कि happiness index में भारत इतना नीचे क्यों है हमारे हाँ तो stable families है ना तो यह परिवार खुश क्यों नहीं है
21:22यह नहीं कि गरीब है इसलिए खुश नहीं है जो मध्यमवर्गिये परिवार है उच्च मध्यमवर्गिये परिवार है वो भी खुश क्यों नहीं है हमें नहीं समझ में आता हमें नहीं समझ में आता है कि दुनिया में सबसे ज्यादा फ्रिदय रोग भारत में क्यों पाई ज
21:52लोगों को एक प्रेमहीन रिष्टे में डाल दोगे तो वो भी तनाव का उसाद का प्रिदया घाट का कारण बनेगा कि नहीं बनेगा आदमी और दोनों ढो रहे हैं बस
22:09वहां कोई हट्का नहीं हो रही वहां खून के छीटे नहीं दिखाई दे रहे हैं और गड़बड तो वहां भी है
22:19कितनी ये गैर जिम्मेदाराना बात है आप किसी के बाप है आप किसी की माँ है और आप उनको एक रिष्टे में धगे ले दे रहे हैं
22:36कितनी ये हिंसा की बात है
22:39आपको अपनी लड़की से कभी भी जरा भी प्यार था
22:52प्यार होता तो आप ऐसे उसे धकेल देते कि जा तो वहां चली जा ताकि हम अपनी जिम्मेदारी से खुद को मुक्त कह सकें
23:00हम क्या सकें कि अरे चलो दो लड़कियां थी गंगा नहाए एक का तो हो गया
23:07ऐसे ही बोलते हैं बेटियों के बाप
23:11पहली को निप्टा दिया गंगा नहा लिये दूसरी और निपट जाए तो बैतर नहीं पार हो जाए
23:18बिलकुल इसी भाषा हैं बात होती है यह प्यार की भाषा है सच मुच और दूसरी और लड़के हैं उनके रोमैंटिक खाब हैं
23:39पर अपना न व्यक्तित तो ऐसा है न दिल ऐसा है न जिन्दगी ऐसी है
23:49कि किसी लड़की से सौस्त संबंध बना सकें तो वो बिचारे माबाप का मुझ देखना शुरू कर देते हैं बाइस साल के होते ही ब्यागरादो
24:01फिर माबाप कोई भी लड़की ले आते हैं वो अग्दम प्रफुलित हो जाते हैं कि आ गई अब इसको चलो
24:10अपने दम पे तो हमें कोई मिलनी भी नहीं थी
24:13मम्मी ले आई, दादी ले आई, चची ले आई
24:17तो लो मिल गई
24:19वो इंसान है, मिल नहीं गई
24:23अभी तो तुम्हें उसका लाल साड़ी ओला रूप दिखाई दे रहा है
24:30गुंगट कर रखा है, अभी कमरे में आएगी
24:35दर्वाजा बंद होगा, और तुम्हें दिखाई देगा कि
24:39संसकारी
24:41आवरण के पीछे एक दहकता हुआ इंसान है
24:45जिसके पास उसके अपने अर्मान है, अपना क्रोध है, अपनी हिंसा है
24:54अपने मत है
24:57और अब तुम्हें कहा गया है कि तुम्हें उसके साथ
25:04उम्र भर निभाना है, कैसे निभा लोगे
25:07तुमने तो एक रोमेंटिक सप्न सजा रखा था कि आएगी
25:11ड्रीम गल आएगी, और ड्रीम गल तो देखो अब ड्रीम गल को जेलो
25:14फिर इधर उधर मिमियाते घूमते हो
25:22दोस्त पुछते हैं क्या हुआ, क्या हुआ, भवी कैसी है
25:26क्या रहे मत पूछो
25:27अर्मानों में आग लग गई
25:35वो तुम्हारे अर्मान पूरा करने के लिए पैदा हुई है
25:39जैसे तुम मूरक वैसे ही वो मूरक
25:42कुछ तुम्हारे अर्मान, कुछ उसक के अर्मान और दोनों के अर्मान भिड़ जाते हैं
25:49कोई, कोई लड़का नहीं है
25:55कोई लड़का नहीं है
25:56जो चहरा और शरीर देखकर
25:59शादी का फैसला न करता हो
26:015-10 प्रतिशत महत्तो आप और चीजों को भी दे लेते होगे
26:05कि शिक्षा कैसी है त्यादे त्यादे
26:09आम तोर पे ओ 5-10 प्रतिशत महत्तो भी आप इस बात को दे लेते होगे
26:14जाती तो ठीक है न
26:16नहीं तो 80-90 प्रतिशत वजन लड़के पस इसी बात को देते हैं कि सुन्दर और सक्सी है कि नहीं है
26:23बाकी 20 प्रतिशत में दहेज आ जाता है जाती आ जाती है एजुकेशन आ जाती है और 2-4 और कुछ आ जाता होगा
26:33पर 80 प्रतिशत तो यहीं रहता है जो non-negotiable condition होती है वो तो यहीं होती है लड़की सुन्दर लगती लहौर दियां वो गाना शुरू ही ऐसे होताईते लड़की देखी है बड़ी अच्छी लग रही है वो कुछ और नहीं बता रही माँ उसको बस यह बोल रही बड़ी सोनी �
27:03है न हीरो बनके ऐसे ऐसे वा मिल गई सुनी अभी देखना वो पर इस सब कुछ क्यों होता है क्योंकि तुम डेस्परेट हो
27:15क्योंकि सामाजिक वर्जनाओं के चलते तुम्हारे दिमाग में हर समय सेक्सी सेक्स उबलता रहता है तो इस कारण तुम किसी लड़की से कभी साधारन दोस्ती करी नहीं पाए उसे इंसान की तरह कभी देखी नहीं पाए
27:3020 साल-50 साल के हो गए है लड़की इनके लिए अभी भी दूसरी प्रजाती की चीज होती है दिख जाती है दूर से आशे कहते है उदेख देख देख देख देख देख देख देख गई
27:42दिख गई
27:43सच्मुझ ऐसा करते है
27:46खासकर छोटे शारों में
27:48अभी भी यही हाल है
27:49पासाँ खड़े हो जाएंगे
27:52पातीयों जातीयों को ऐसे
27:54उद्की उद्की
27:55क्या दिख गया है? गोरिला
27:58दिख गया है? क्या दिख गया है? तुम्हारी ही
28:00प्रजातिका मनुष्य है
28:01तथ्यों से इतने दूर हो जाते हो फिर
28:09कि बस कल्पनाई बच्चती है
28:13और उन कल्पनाओं को पूरा करने के लिए जल्दी से कहते हो कि
28:17मा
28:20तुछ दिखता नहीं कि शायद मैं जवान हो गया हूँ
28:30वो कद में छोटी हो सकती है
28:32समाज में उसका स्थान छोटा हो सकता है
28:38ऐसा ही समाज है हमारा
28:39लेकिन भीतर से वो तुमारे बराबार की इंसान है
28:42और जब वो तुमारी जिंदगी में आएगी
28:45और अगर सही मेल नहीं बैठा है तो तुम्हारी जिन्दगी बरबाद कर देगी
28:49ठीक वैसे जैसे उसकी जिन्दगी बरबाद हो रही है
28:52हार्ट अटेक ज्यादा पुरुशों को ही होता है बिटा
28:57भारत में पुरुशों की आउसत आयू 71 साल है
29:03और महिलाओं की 75 साल है
29:06चार साल पूरा ज्यादा जियेंगी मौज में
29:10रोमेंटिक सपन सलोने ज्यादा तुम्हारे ही थे
29:20और तुम्हीं को हार्ट अटेक पहले होगा
29:27मुझे नहीं मालूम ऐसा है कि नहीं मैंने अपने अनुभव में ऐसा कभी देखा नहीं है
29:31पर लोग बताते हैं कि ग्रामीन क्षित्रों में और भारत अभी 50% से यादा ग्रामीन ही है
29:39ग्रामीन क्षित्रों में अभी भी ऐसा होता है कि लड़के की तरफ की महिलाएं
29:45लड़की को पीछे के किसी कमरे में ले आती है और उसका पूरा शरीर ऐसे पकड़ के दबा दबा के देखती है
29:51जैसे मवेशी खरीदते समय उसमें उंगली डाल डाल के देखा जाता है कि ये फर्टाइल कितना है
29:56लड़की को अलग कमरे में ले जा करके उसके शरीर की भी जांच परताल करती है लड़के के पक्षकी महिलाए ये उर्वर निकलेगी की नहीं
30:09डिग्निटी गरिमा कोई चीज होती है
30:26और तुम लोग पहुँच करके बैठ जाओगे
30:38बिलकुल अभी लड़का आया है देखने के लिए वो वहां से साड़ी ओड़ी पहन करके
30:47शर्बत और समुसा लेके आएगी
30:50तुम्हारी नजरें उसको ना पेंगी
30:57वो अधिक से अधिक एक बार ऐसे आँख उठा के तुमको देख लेगी
31:03और इस प्रक्रिया से तुम्हारे वेवाहिक जीवन की शुरुआत होगी
31:09हाँ हाँ हाँ
31:11और तुम कहोगे कि पवित्र रिष्टा है
31:14प्रुम्हारे प्रुम्हारे वेवाँ
Be the first to comment