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  • 2 days ago

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00:00मैं उसके साथ भागने की कोशिश करती हूँ, बोच के साथ, बंधन के साथ, मुक्ती की तरफ उसमें बहुत जादा संघर्ष करना पड़ता है, पीड़ा होती है, ठकान होती है
00:11जिसको छोडने में तुम्हें देर लग रही हो, उसकी पूरी तरह छूटने का इंतजार मत करो, उसको लिये लिये भागो, ये थोड़ी का है कि उसको बांध कर भागो, सही दिशा में भागो, इंतजार मत करते रहो, आप मानलीजी शरीर पे बहुत सारा फैट धोय हुए है,
00:41पर दूसरे दुखी है, अरे दूसरे दुखी है, हाँ, अमेजन में अभी एक अनकॉंडा बैठा है, बहुत दुखी है, उसकी अनकॉंडी भाग गई, तो उसकी वज़े से आप दुखी हो क्या, अचारे दुखी है तो मैं ही हूँ, तो ये बात मानने में बुरी लगती है
01:11प्रणाम नहीं कर सकते हैं जो हमने पकड़ लिया है उसको साथ धोते वे समझाया था कि हम थोड़ा सा उसको ब्रेक दें फिट होए आपने पहले भी कहा था कि अगर कुछ पकड़ लिया है कोई बॉंड़ेज जैने बंधन है तो तुम उसके साथ ही भागो उसको अगर छोड
01:41की कोशिश करती हूँ बोच के साथ बंधन के साथ मुक्ति की तरफ उसमें बहुत ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है पीड़ा होती है थकान होती है वो सब तो ठीक है लेकिन ना गती नहीं बढ़ रही है उसके लिए बेचैनी होती है क्योंकि जब ग्यान आता है आप ही �
02:11अपनी परिस्थिती में स्थिती समझ नहीं रही हूँ जिस तरीके से उस पूरी बात का धांचा बनाया है कुछ छूटेगा भी नहीं मैंने कहा है कि जिसको छोड़ने में तुम्हें देर लग रही हो उसकी पूरी तरह छूटने का इंतजार मत करो उसको लिए-लिए भाग
02:41चैना कि जब पूरी तरह से सब छूट जाएगा और बिलकुल निर्मल हो जाएंगे और निर्भार हो जाएंगे तब भागेंगे सही दिशा में बागो इनत� voi करते रहो इस अर्थ में मैंने कहा है ये थोड़ी का है कि
02:57सही दिशा में भागो लेकिन अपने बंधनों को
03:00सेक्योर करके भागो और अच्छे
03:02से करके भागो भागने से
03:04आशे क्या है
03:04आप मालीजी शरीर पे बहुत
03:08सारा फैट
03:10धोय हुए है
03:11हम
03:13उसको लिये लिये ही तो भागोगे
03:16लेकिन भागने की
03:17प्रक्रिया में क्या होगा
03:19भागने की प्रक्रिया में क्या होगा
03:22वो गलेगा
03:24मैंने लाइसेंस नहीं दे दिया है
03:27कि जिन विशेओं से आसकती है
03:29उस आसकती को कायम
03:30बिलकुल रख करके भागना है
03:33ये थोड़ी बोल दिया है
03:34देख कितना खतरा है
03:37इसलिए मैं पूरी बात बोलना जाता हूँ पर जमाना रिल्स का है
03:44तो उसमें इतनी सी ही बात जाती है और इतनी सी बात तो कभी पूरी नहीं होगी
03:49उसमें कुछ आगे है कुछ पीछे है
03:50वो बात कही गई थी देखिए कभी भी कोई बात कही जाती है न
03:57तो बात अपने आप में शट्य नहीं होती, वो किसी माननेता को काटने के लिह कही जाती है
04:02तो धारण के लिए अगर मैंने कहा कि जैसे हो, come as you are and run as you are
04:07तो वो मैंने बात किसी माननेता को काटने के लिए बोल रही है
04:11किस माननेता को काटने के लिए बोली है?
04:12कि I'll wait till I'm perfect
04:15when I'll be absolutely fit
04:19then I'll start running
04:20इस माननेता को काटने के लिए
04:23मैंने कहा नहीं
04:24you start running just as you are
04:26तो जब भी मेरा कोई वक्तव पढ़ो
04:29तो ये मत सोचो कि मैंने कोई concept दिया है
04:31कोई सिध्धान्त दिया है
04:32अपने आप से ये पूछा करो
04:34इसको अच्छे समझे
04:35अपने आप से पूछा करो
04:37कि उन्होंने ये बात किस माननेताव काटने के लिए बोली होगी
04:39क्योंकि माननेताव काटने के अलावा
04:42बोलने कोई उद्धेश होता ही नहीं है
04:43होता ही नहीं है
04:46तो जो मैंने बात बोली है
04:48वो सिर्फ निगेटिवा में applicable है
04:51उस माननेता के context में, संदर्व में applicable है, वरना जो भी मैंने बोला, वो अपने आप में कोई अर्थ नहीं रखता
04:58ठीक वैसे जैसे कोई भी दवाई अपने आप में कोई अर्थ नहीं रखती, कोई भी दवाई
05:03अर्थवान सिर्फ बीमारी के संदर्व में होती है
05:07नहीं तो दवाई क्या पोशण होती है
05:09दवाई क्यों खाए
05:10आप किसी सामने ले जाओ कि ये दवाई
05:12दवाई माने केमिकल
05:13कि ये केमिकल अच्छा है कि बुरा है
05:15ना अच्छा है ना बुरा है
05:17हाँ दवाई को अगर बीमारी के संदर्व में बता पाओ तो वो अच्छी हो जाएगी
05:22कि in context of this disease, what do you think of this chemical?
05:26तब कहा जाएगा this chemical is very beneficial, if you have this disease
05:30तो आप एक माननता लेकर आते हो, उसको काटने के लिए मैं कोई statement देता हूँ
05:36उस statement को हमेशा उस माननता को साथ रख करके पढ़ा जाना चाहिए
05:40कौन सी माननता थी, मेरे वक्तव के पीछे
05:45कि मैं तब तक इंतजार करूँगी, जब तक सब ठीक नहीं, वही कि retirement हो जाएगा उसके बाद कुछ करेंगे
05:51तो मैंने कहा था कि नहीं, अभी शुरू करो, जो भी तुम्हारी बुरी हालत है, जैसी भी है, अभी दुर्बल हालत है, शुरू अभी करो
06:00ठीक है, पकड़े-पकड़े ही बढ़ना है, ये नहीं खाए
06:06कि मैंने तो विश्यों से आसकती छोड़ दी, या अपनी जो कर्तवे बंधन बना रखे हैं, जो decision बोलते ना आपरवरती नहीं है
06:17मैं कहूं कि मुझे अभी से पता है आपका अगला वाक्य क्या होगा, मैंने तो छोड़ दिया पर उधर से नहीं छोड़ा गया
06:23अभी से नहीं छोड़ा गया, इसका असर किस पर पड़ रहा है, माईक किसके हाथ में है
06:30मुझ पर ही पड़ रहा है, यहीं स्विकार नहीं करते नहीं यह कर रही थी
06:33हमेशा यही कि नहीं नहीं, मुझे कोई समस्या नहीं है, पर दूसरे दुखी है
06:39अरे दूसरे दुखी है
06:41हाँ, अमेजन में
06:43अभी एक अनाकॉंडा बैठा है
06:44बहुत दुखी है उसकी अनाकॉंडी भाग गई
06:46तो उसकी वज़े से आप दुखी हो क्या
06:49अचारे दुखी है तो मैं ही हूँ
06:52तो बस ये बोलो
06:53न सीधे ही मुझे असर पड़ रहा है
06:54इमानदारी से जुकार क्यों नहीं करते
06:55लेकिन उस दुख को मैं
06:57वही मैं बोलना चाहरी हूँ कि करुणा
06:59समझ में नहीं आ रहा कि करुणा किन वज़े से छोगने पार हूँ
07:02कि बच्चा है
07:02करुणा सारोजनिक होती है
07:04हाँ सारोजनिक
07:05तो करुणा बस उसी पर क्यों होगी जिससे आ सकते है
07:08वो उसे फिर करुणा नहीं बोलते
07:09आपने बताया मोह होता है ममता होती है
07:11लेकिन अगर सबसे है तो उससे भी तो है
07:15वो नहीं छूट रही है
07:16उसका तो तरीका ग्यान होता है
07:19देख लीजे क्या बात है
07:20उसको ममता भी मत बोलिये स्वार्थ है
07:22सबसे पहले तो सही शब्दों का इस्तेमाल शुरू करिए
07:25मुझे अपनी तरफ से कोई स्वार्थ नहीं है
07:30लेकिन उसको मेरी जरूरत ऐसा लगता है
07:31शारी एक सायोग से है बिमार
07:33अगर दुखी है वो तो कैसे छोड़ते
07:35यह समझ में नहीं आता यहीं पर अटक जाते
07:37कि अगर सामने वाले को आपकी जरूरत है
07:40आप यहां सब बैठे हो ठीक इस पल आप में से
07:43किस किस के रिष्टेदार या दोस्त बीमार है
07:45आत उठाना
07:47दुखी क्यों नहीं है आप
07:49आप दुखी क्यों नहीं है
07:52उन सब को आपकी सेवा की जरूरत है
07:54क्योंकि आप उनकी सेवा कर भी दो गए ना
08:00तो उन से आपको कुछ नहीं मिलने वाला
08:02जिससे मिलने की उम्मीद है
08:05वहां निवेश कर रहे हो सेवा वगरा मत बोलो
08:17बात यह नहीं कि वह बीमार है उसे मेरी जरूरत है बात यह है कि वह निवेश करेंगे तो आगे कुछ मिलेगा।
08:47लो कार भाई प्रूटीन डॉक्टर साप का नुस्खा अम्मा कह रहे ये नहीं नहीं मैं स्वार्थ के नाति तो करी नहीं रही मुझे तो बस किसी का दुख नहीं देखा जाता
08:59जो आपका तर्ख है वो ना हो तो क्या कोई भी ममता में बंदेगा कोई भी ये बोलकर ममता में बंदेगा कि मैं स्वार्थी हूं सबका यही होता है मैं क्या करूँ उसको मेरी जरूरत है सबसे पहले तो शिकार करो कि तुम्हें उसकी जरूरत है
09:29कितने यहां पर होंगे
09:34जो ओquar्तिस्टिक भी होंगे
09:37और नहाले कितनी भीमारियों से ग्रस्त होंगे
09:39और जो मिलना होता नो भुश रुपिया नहीं होता
09:42और भी चीजे होती है जो मिलती है
09:53ओgebra्र गाहांव कि देख़ुमृ
09:56करने से कोई क्यों रोको
09:57आपको, लेकिन वो देखभाल कैसे आप कह रहे हो कि इतना वड़ा बंधन हो गया है कि आप जीवन में कोई सार्थक काम नहीं कर सकते, कैसे हो सकता है यह, आप तो बच्चा गह रहे हो, मेरे पास तो, मेरे जानवर रहे हैं, जो बीच-बीच में बहुत बीमार पढ़ते हैं,
10:27यह अभी डॉग्स वाला कैंपेंज चलाता है, दो स्क्रीट डॉग्स थे मेरे पास, उनको मैं खुद टटी उनकी साफ कर रहा हूँ, जाडू लगा रहा हूँ, पानी डाल रहा हूँ, लेकिन उससे मैंने अपना काम थोड़ी रुकने दिया, यह क्या तर्क होता है कि मैं क
10:57आपकी जिन्दगी में बिल्कुल ग्रैनूलर तरीके से घुसू हूँ, और मिनिट मिनिट का हिसाब लिख कर बताओं कि देखिए, आप यहाँ पर बेमानी कर रही है, आप वास्ताव में समय यहाँ खराब कर रही है, लेकिन दोश अपने बच्चे पर डाल रही है, और समय
11:27we find holy reasons to end, I must suffer now, for holy reasons.
11:41क्योंकि शफ्रिंग चीजी इतनी गंदी है, that nothing less than holy will suffice.
11:57So, we have to find holy reasons to remain suffering.
12:07Thank you.
12:11क्योंकि झाल
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