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  • 4 days ago

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00:00पर जीते जी, ऐसे मासूम सवालों का तो जवाब देना पड़ता है न, यहां तो मूद खाना पड़ता है न, लो मांग लिया हिसाब, चितरगुप्त नहीं है, देवानशी है, मांग रही है हिसाब, दो
00:11परनाम अचार जी
00:20मेरा नाम देवानसी है
00:41करते हैं ना यह लोग जो करते हैं इनको पकड़ो यह सब गंदे हैं सब चिछी तुमने ऐसी यह दुनिया क्यों बना रखी है कि उसमें फिर देवानशी जैसी आती है छोटी बच्ची और इसको सब गंदी गंदी चीजें दिखाई देती हैं पूछो एंसर इच सिंगल वन इ
01:11परिणाम अचार जी मेरा नाम देवानसी है मैं आपसे एक प्रश्न पूछना चाहती हूँ जब पर्व के बाद सारी मुर्दियां को इतनी गंदी तरह से विसर्जन क्यों किया जाता है
01:37जैसे तुम्हें बुरा लग रहा है मुझे भी लगता है क्या करूं
01:41मैं तो करता नहीं यह लोग करते जब बैठे न अंकल अंटी
01:46इनको पूछो यह करते मैं नहीं करता
01:51मैं कैसे बताऊं
02:03जिससे प्यार होता है जिसको इज़त देते हैं उसके साथ तो अच्छा व्यवहर करते हैं ना
02:11करते हैं न, है न, तो मैं तो कभी ना करूँ गंदा वे उहार, ये लोग जो करते हैं इनको पकड़ो, ये ही सब हैं, गंदे आएं सब, छिची, इन्ही लोगों ने कर रखा है, इनको सबको पकड़ा करो और पूछा करो, कि मैं तो पहले थी नहीं, ये दुनिया तो तुमने �
02:41चोटी बच्ची और उसको सब गंदी-गंदी
02:43चीज़ें ही दिखाई देती हैं, पूछो इनसे
02:45पूछो कि मुझे पैदा करा है
02:49इस समाज में
02:51तो ये इतना गंदा समाज
02:53मुझे क्यों दिया है
02:54पूछो, पूछो
02:57यहां डरा के रखा है, डर लग रहा है
03:03उच्छो उपरे आजाए, न बोले
03:12बहुत-बहुत कम बच्चे होंगे जो बोलेंगे
03:15पर हिसाब तो देना पड़ेगा
03:17आप सबको हिसाब देना पड़ेगा
03:21और आपको हिसाब मुझे भी देना पड़ेगा
03:26इतने लोगों ने फैलाया
03:29एक आदमी क्यों समेटे?
03:33मुझे दो न दो, उसको तो दो
03:43बताओ, वो पूछ रही है
03:44धर्म तो सबसे उची बात होनी चाहिए, न?
03:51तो धर्म के नाम पर ऐसे काम क्यों कर रहे हो
03:54जो एक छोटे बच्चे को भी दिख रहा है कि गलत है?
04:02हम?
04:03जा करके
04:12दुनिया के किसी भी देश से छोटे बच्चे ले आओ
04:17और जैसे वो पूछ रही है न हमारे त्योहारों पर वों से सम्मंधित सवाल
04:21भोलेपन में पूछ रही है, मासूम है
04:24वैसे ही अपने त्योहारों पर ले आओ बहार से बच्चे और वो अवाक खड़े हो जाएंगे
04:29उनको जटका लग जाएगा, वो कहेंगे ये क्या कर रहे हो तुम लोग
04:32उनको जटका लग जाएगा
04:34क्या जवाब दोगे
04:37और सबसे ख़दरनाग खौफनाग बात ये है कि हमारे बच्चों को धीरे धीरे जटका लगना बंद हो जाता है
04:48वो इसी माहौल के हो जाते हैं, रचबस जाते हैं
04:53उनको बुरा लगना भी बंद हो जाता है
04:56वो कहते हैं यही सब ठीक ही नहीं है, यही सब श्रेश्ट है, हम विश्व गुरु है
05:00ये एक बच्ची नहीं छोटी खड़ी है
05:04समझ लीजिए ये प्रक्रति की मासूमियत आप से सवाल कर रही है
05:07कि तुमने देश का, समाज का, धर्म का इतना बुरा हाल क्यों कर दिया
05:12जवाब दो
05:14मेरे पास तो कोई जवाब नहीं है
05:22हाँ, शर्म ज़रूर आ रही है मुझे
05:26और और ज्यादा शर्मसार नहोना पड़े
05:32इसलिए काम कर रहा हूं दिन रात और जूज रहा हूं आपके साथ
05:35मरकर कहीं जाकर मुझ किसी को नहीं दिखाना पड़ता
05:46कोई नहीं बैठा है जो आपके करमों का लेखा जोखा करेगा
05:49पर जीते जी
05:50ऐसे मासूम सवालों का जवाब देना पड़ता है न यहां तो मुझ दिखाना पड़ता है न
05:56लोग मांग लिया हिसाब चितर गुप्त नहीं है देवान्शी है
06:00मांग रही है हिसाब दो
06:02इमांदारी से बताएगा आप में से कितने लोगों ने
06:08ऐसे काम कर रखे हैं जो नहीं करने चाहिए थे धर्म के नाम पर
06:13एच सिंगल वन इस अकांटबल नो अंसर
06:25यही है देवी प्रक्रती खड़ी है सामने
06:34in all her innocence
06:35जवाब दो
06:38पर लोग नहीं है यही लोग है और यहीं पर
06:46सब चुकता करना पड़ता है
06:51जंदगी
06:57हिसाब करेगी जवाब मांगेगी
07:00और तब लज्जित होने के अलावा
07:04कुछ नहीं बचेगा
07:06बैठो बेटा कोई जवाब नहीं किसी के पास
07:12आईए बुच्थल आईए भी
07:27इस महीने के अंत तक तो
07:29यहीं पर हूँ अगले महीने
07:32दो आईटीज का
07:35टूर है तो उनके शहरों में भी
07:37समय लगेगा
07:43जितना भी बचा है इस महीने का
07:44ठीक है
07:46आँ 26 तारीक को बड़ा सत्र भी है
07:50उसमें भी आ सकते हैं बात करेंगे आगे
07:52मुझे लगा तो आज माय पस बहुत समय होगा
07:54चार सु शुरू ना तो मैंने उसको जल्दी करवाया कि और समय मिलेगा
07:58और अप फिर से समप्ति आ गई
08:00चलिए
08:02क्या करोगे
08:05ले लो बना नहीं कर रहा पर करोगे क्या
08:11आपसे मिलने के बाद आपको सुनने के बाद वो जो धर्म के नाम पर गटिया काम हम पहले करते थे वो नहीं किये
08:25करना भी नहीं बिटा
08:27बिल्कुल नहीं
08:27जो करेंगे उसका भी पूर्जोर से विरोध करेंगे सर
08:31करना भी नहीं मैं बहुत
08:32बहुत खतरनाक हूँ
08:41असलियत तो यह है कि जो लक्षमन रेखा थी उसे आप लोग कप कप लांग चुके हो
08:48होना तो यह चाहिए था कि जो कुछ भी
08:54मुझे कदम उठाना है मैंने कपका उठा लिया होता है
08:58पर मैं धमकी देता रहता हूं मैं कुछ करता थोड़ी हूं
09:02Just trying hard to look hard
09:05तो गुजारिश ही कर सकता हूं कि मत करो
09:13और धमकियां दे सकता हूं कि करोगे तो निकाल दूँगा
09:16इसके आगे तो क्या कर पाता हूं
09:22चलिए
09:35पाप मैं को पर दूए आगे मैं आगे तो कि कर फूए्ट invece कर फूए कर दो दो सकता हूं
09:42मैं याप कर दो समय दोब कर में
09:45और दो प्यदान को झाल को दूए्ट यादोर भाल क्यां शावशन
09:47कुछक कर दो फूवगसा है
09:53खूआ प्य है
09:55कर दो कर दो
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