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00:00एक बात बताईएगा आप BSC करना पसंद करते थे या BTEC
00:03तो एक campus की कीमत दूसरे campus से जादा क्यों लग जा रही है
00:07जिस एक campus में भी आ जाईए तो उस campus में एक ब्रांच में सब क्यों घुसना चाहते हैं
00:11दूसरी ब्रांच की अपेक्षा
00:12आप ये जितने IIT JEE के applicants हैं इनको बता दीजे placement नहीं होता है IIT में
00:17उसके बाद देखिए कि इनमें कितनी उर्जा बचती है
00:20पढ़ाई पीछे आती है ये बताओ कौन सी पढ़ाई से पैसा मिलेगा
00:24कि मन में तो बच्पन से ये ठूसा गया पूरा महौल ही ऐसा था कि पढ़ाई का उद्देश ये पैसा है
00:30ग्यान कमा कभी किसी ने बोला क्या
00:32हमी आपने ही बच्पन से बोला कि डॉक्टर बन जाओ या कुछ बन जाओ अखील बनो इंजिनियर बनो मैनेजर बनो जो भी बनो कहे के लिए
00:39हम ग्यान की इजद करते हैं क्या हम क्यों अपने यंग्स्टर्स को दोश देना चाहते हैं मुझे बताओ तो उसको हमने बच्पन से खुराखी किस चीज़ की पिलाई है और भारत सोचरा बिना ग्यान के समरिद्ध ही ले आ लेगा हम पगला गए हैं बिलकुल हम गरीब रह
01:09हैं सोचल मीडिया पर एक यह प्रचलन मैं अपने आसपास देख रही हूं यूट्यूब इंस्टग्राम और इस सभी चैनल्स पर जहां पर इस बात पर एंफेसाइस किया जाता है कि एजूकेशन डिजन्ट मैटर और जो सोचल मीडिया इंक्ट्वेंस हैं या कई ऐसे यू
01:39करते हैं कि हम तो बहुत पैसा कमा रहे हैं और जो 9 to 5 जॉब करते हैं हम उनसे एक बहुत ही बहतर लाइफस्टायल को मेंटेन कर रहे हैं
01:48सो इस चीज से जो इस चीज का जो इंफ्लूएंस है क्योंकि वो अपने आपको इंफ्लूएंसर की तरह रखते हैं इन प्लाटफॉर्म्स पर तो जो हमारा यूथ है जो जो टीनेजर्स हैं उन पर एक इस तरीके का इंपक्ट आ रहा है कि एजूकेशन इतनी जादर जरूर
02:18में भी एक स्टार्टप खोल के या कोई भी चोटा मोटा धंदा खड़ा करके अब बहले ही आसपा गली में कोई रेडी लगानी हो या चार्ट पकोड़े का धंदा हो इस तरीके के चोटे मोटे कामों से भी एक बहुत ही बहतर और इंडिपेंडेंट लाइफस्टाइल अ�
02:48और इसी के संदर में एक डेटा भी मैंने पाया कि जहां जो यह कहता है कि इंडिया में 55% of the youth is unemployable तो मैं इसको एक साजिश की तरह देखती हूं कि जहां पर इस डेटा को छुपाया जा सके तो मेरा सवाल यह है कि ऐसा क्यों हो रहा है और इसको हम रोकने के लिए या इसे हम
03:18देखिए इसका कारण वो युवा लोग नहीं है जो कह रहे हैं कि पढ़ाई की पने ग्यान की कोई बहुत कीमत नहीं है इसका कारण समाज है जो ग्यान को समान महत्तो मूल ले देता नहीं है
03:38यह शुरुआत कोई आज से थोड़ी हुई है आज से आप 40 साल भी पीछे चले जाओ एक बात बताईएगा आप BSC करना पसंद करते थे या B.Tech जी B.Tech वहाँ भी क्या बात थी
04:00Professional Education, Vyavosaiq शिक्षा, Vocational Education की पढ़ाई पीछे आती है यह बताओ कौन सी पढ़ाई से पैसा मिलेगा
04:13उसी में तो B.Tech की इतनी कीमत हो गई नए B.Tech की कीमत क्यों है B.Tech की कीमत क्यों है
04:18Science, Technology से बहुत उपर की चीज होता है
04:21Science मा होता है
04:24और Technology तो बच्चा होता है
04:26बच्चा कई बार उपद्र भी बच्चा होता है
04:28Science नहों तो Technology हो नहीं सकती
04:31लेकिन BSC की कोई कीमत नहीं
04:33B.TEC की इतनी कीमत क्यों है
04:34क्योंकि समाज
04:38कहता है कि इज़त तो पैसे को देंगे
04:42आपने Science पढ़ रखी होगी
04:44समाज आपको इज़त ही नहीं देगा
04:45और जिस चीज को समाज
04:50मूले नहीं देता
04:52उस चीज के लिए
04:54वो कोई धनराशी भी क्यों देगा किसी को
04:56अब B.TEC में भी आ जाई है
04:59तो एक
05:02कैमपस की कीमत दूसरे कैमपस से
05:04सादा क्यों लग जा रही है
05:05एक कैमपस में एडमिशन
05:08लेने के लिए सब क्यों आतो रहे हैं दूसरे की अपेक्षा
05:10प्लेस्मेंट
05:13जिस एक कैमपस में
05:16भी आ जाई है तो उस कैमपस में एक ब्रांच
05:18में सब क्यों घुसना चाहते हैं दूसरी ब्रांच की अपेक्षा
05:20प्लेस्मेंट
05:22क्योंकि ये जो बच्चा है
05:24जो 17 साल का है और
05:26IT जई या कुछ क्लियर करके आया है
05:28इसको ये थोड़ी बताया गया था
05:30कि तुम
05:31तुमारी जिंदगी में ग्यान की कीमत है
05:34और तुम पढ़ाई ज्यान के लिए करने जा रहे हो
05:36उसके मन में तो
05:39बच्चपन से ये थूसा गया
05:41पूरा महौल है ऐसा था कि पढ़ाई का उद्देश
05:44ये पैसा है
05:44पढ़ाई का उद्देश ये पैसा है
05:48आँ उसी पैसे के
05:50लालच में
05:52उसने अपने
05:53प्रवेश परीक्षा की भी तैरी करी, आप ये जितने IIT जेई के एप्लिकेंट्स हैं, इनको बता दीजे, प्लेस्मेंट नहीं होता है, IIT में, उसके बाद देखिए कि इन में कितनी उर्जा बचती है, कोटा में चले जाईए और नगाडा पीट दीजिए कि IIT में आपसे प
06:23इसने देखा कि इसकी मा को इजजद मिलती है जब वो जादा बड़े ग allieds पहन कर शादियों में जाती है, इसके चाचाताओ, दादा सबने आ कर कि उसको यही बोला, पैसा कमा पैसा, पैसा, ग्यान कमा कभी किसी ने बोला क्या, ग्यान कमा बोला क्या, तो अगर पढ़ा�
06:53तो मैं कैसे दोश दे दूँ जो ऐसी बात कह रहे हैं उनको बताईए
06:58आईटी में भी घुसना है अगर सिर्फ पैसे के लिए तो लक्ष क्या है पैसा और अगर वो पैसा हासिल हो जाए बेना पढ़ाई के ही तो बुरा क्या हो गया
07:11तो लोग ड्रॉप आउट कर रहे हैं या कह रहे हैं हमें पढ़ाई करनी ही नहीं क्योंकि अंत में तो पैसे ही कमाना था ना मम्मी
07:17ममी आपने ही बच्पन से बोला कि डॉक्टर बन जाओ या कुछ बन जाओ अकील बनो इंजिनियर बनो मैनेजर बनो जो भी बनो कहें के लिए
07:26पैसे के लिए जब पैसा ही चाहिए तो पढ़ाई क्यों करवा रहे हो मैं पैसा ऐसे ही ले आ दूँगा और अब मुझे दो चार आदर्श भी मिल गए रोल मॉडल
07:35कुछ उद्योग की दुनिया से कुछ सोशल मीडिया पर जो कह रहे हैं देखो हमने कोई पढ़ाई नहीं करी है लेकिन हमाई पस पैसा आता है तो कहता है देखो ले देकर कि कमाना तो पैसा ही है ना तो काई के लिए पढ़ें इसके लिए समाजिक मूलेवस था जिम्मेदा
08:05है।
08:10उधादा तर तो अगर हिंदुस्तान की बात करूँ तो और एंजिनरिग की बात करूँ कि उस से मेरा परिचे थोड़ा ज्यादा है
08:19तो जो नौकरी लगती है उसका कई बार तो आपके इयान से कोई संबंद भीनी होता है
08:24करी होती है आपने mechanical, chemical engineering
08:28और हिंदुस्तान में नौकरियां ज्यादा लगती है
08:30software में और data science में
08:33ज्यान को तो हम तुरंट लात मार देते हैं
08:36हम कहते हैं चार साल mechanical engineering पढ़ी होगी
08:38नौकरी अगर लग रही है
08:40coding में
08:43तो दो महीने coding पढ़के जल्दी से नौकरी ले लो
08:46coding भी तो ऐसा लगता है कि कुछ
08:50engineering का काम है
08:51उसको retail में नौकरी मिल जाए वो वहां घुस जाएगा
08:54उसको
08:55किसी
08:56बड़े retailer के हाँ shop floor पर नौकरी मिल जाए
09:00वो वहां भी घुस जाएगा
09:01बशरते उसको पैसा ठीक मिल रहा हो
09:03ग्यान की क्या कीमत है
09:05पढ़ाई में तो मन तब लगे न जब हमने
09:09ग्यान को इज़त दी हो कभी
09:11हमारे घरों में ग्यान को इज़त दी जाती है
09:13ग्यानी तो कोई आ जाए तो हम
09:15उसका मजाग उड़ा दें
09:17और कोई घुस खोर हो
09:19एक नंबर का अवल बेइमान चोर आदमी
09:21लेकिन पैसा उसके पास
09:23बहुत हो हमारे घरों में आ जाता है
09:25तो देखा हैं कितनी इज़त देते हैं उसको
09:26अभी होली
09:29बीती है
09:30आपके घर में कोई ग्यानी आ जाता है
09:33कोई बढ़िया रिसर्चर है
09:35लेकिन उसको ग्रांट ऐसे ही मिलती हो बस
09:3820-40,000 रुपे
09:40आप उसको इज़त देते हो क्या
09:42देते हो
09:44और साइंटिस्ट तो गहरा कि काम में आम तोर पर बहुत पैसा नहीं रहता है
09:49इतना कि अपना खर्चा पानी मस्द चलेगा
09:51पर ऐसा नहीं होता कि आप करोड़ पती बन जाओगे
09:53साइंटिस्ट बन के
09:54आप अपनी अलग से उसमें पेटेंट कराके अपनी फिर कंपनी खोलो
09:59और फिर उसका व्यापार करो अलग बात है
10:01तब हो सकता है
10:03एडिसन की तरह
10:04नहीं तो जो वैग्यानिक है
10:08जो ज्ञान का काम कर रहे हैं लोग
10:10जो रिसर्च का काम कर रहे हैं किसी भी फिल्ड में
10:13उनके पास आमतोर पैसा नहीं रहता
10:15तो होली पे जब वो हमारे घर आते है
10:17तो उनको पिछले साल की गुजिया खिलाई जाती है
10:20तो माई लिए यही ठीक है
10:23फटी चपल
10:25हब कभी साइन्टिस्ट का
10:32लोग संस्कृति में चित्र भी देखिएगा तो ऐसा ही मिलेगा
10:35साइन्टिस्ट माने उड़े हुए बाल
10:37उजड़ी हुई सूरत
10:39बेरानक चेहरा
10:42फटी शर्ट और फटी चपल
10:45यह साइन्टिस्ट है हमारा
10:47हम उसको इजड़ देते हैं क्या
10:48और सरकारी नौकरी के लिए हर कोई दीवान आ है
10:54किसी तरीके से मैं
10:56एकदम निचले दरजे की भी सरकारी नौकरी में घुश जाओ
10:58कोई नहीं देखेगा कि यह किस पद पर काम कर रहा है
11:03यह देखा जाएगा इसके पास पैसा कितना है
11:04और मुझे तुम कोई भी पद दे दो पैसा तुम्हें बना लूँगा
11:07मुझे सरकारी नौकरी में तुम कोई भी पद दे दो पैसा तुम्हें बनाई लूँगा
11:12वो कला तो भारत में हर कोई जानता है
11:14खांदा नहीं है बिल्कुल
11:15वह एक बार पैसा हो गया तो कौन पूछेगा किस पद पर काम करते हो
11:19वो तो भी देखेंगे कि गाड़ी कितनी लंबी है
11:22लंबी गाड़ी लेके खड़ा हो जाओंगा होली पर सब इज़द देंगे
11:25और वहीं पर रिसर्चर खड़ा हुआ है
11:27चपल फटकारता उसको कौन पूछता है
11:30अब हम कैसे दोश दें अपने लड़के लड़कियों को
11:39अगर वो कह रहे हैं ग्यान चाहिए ही नहीं
11:42ये ग्यान की प्रक्रिया में फालतू पांस साथ साल अतिरिक्त लगते हैं
11:46हमें ग्यान चाहिए ही नहीं
11:47हम तो कोई शॉट टर्म कोर्स करके पैसा बनाएंगे
11:50और शॉट टर्म कोर्स करने की भी ज़रूरत नहीं है
11:52कुछ भी कर लो
11:53यूट्यूबर बन जाओ
11:54या चाट पकोड़ी का कोई ठेला लगा दो और उसको महिमा मंडित कर दो
11:59ग्यान का क्या करना है
12:06हमारा समाज क्या ग्यान की कीमत करता है
12:12आप भारतिय समाज को देखिए
12:15क्या आप कहेंगे कि knowledge based society है
12:17कहेंगे क्या
12:19और विशेशकर उत्तर भारत में
12:25आपको मालू मैं देख रहा था कि
12:26public library इस भारत में कितनी है
12:28पूरे उत्तर प्रदेश में 200
12:31और केरल जैसे छोटे राज़े में 8000
12:34हम ज्यान की इज़द करते हैं
12:38हाँ पब्लिक लाइब्रेरिस का डेटा देखेंगे भारत में
12:47आपके भोश उड़ जाएंगे
12:48और जहां ज्यान ज्यादा है उन जगों पे आप पाओगे
12:54कि कैपिटल ज्यादा नहीं सबस्यादा पब्लिक राइब्रेरिस पता है कहा है
12:57केरल में और पश्यम मंगाल में वो लोग पढ़ते हैं
13:01उत्तर प्रदेश, मर्थ्य प्रदेश, बिहार
13:07यहां नहीं ज्यान किसी को चाहिए यहां ज्यान बस चाहिए तो UPSC के लिए
13:10उत्तर नहीं ज्यान चाहिए UPSC क्लियर हो जाए उसके बाद तो फिर अब मौज
13:14हम यंग्स्टर्स बहुत असानी से हर चीज डाल देते है
13:24यंग्स्टर्स काथ मेरा रिष्टा ही है कि उन्हें मैं डाटू तो डाटू
13:29जब कोई और उन पर चड़ता है तो मैं उनकी तरफ खड़ा हो जाता हूँ
13:32मैं गयता हूँ नहीं बेटा मैं तुम्हारे साथ हूँ
13:34हम क्यों अपने यंग्स्टर्स को दोश देना चाहते हैं मुझे बताओ तो
13:40उसको हमने बच्पन से खुराखी किस चीज की पिलाई है पैसे की चका चौंध की अब वो कह रहा है मम्मी एक बात बताओ
13:48ये जो मुझे पढ़ाया जा रहा है ग्रेजुएशन में इससे पैसा बनेगा क्या
13:53तो मम्मी को भी मानना पढ़ेगा कि जो ग्रेजुएशन में पढ़ाया जा रहा है उससे पैसा तो नहीं बनेगा
13:58तो बोल रहा है मम्मी छोड़ो न
14:00मुझे कुछ और करने दो MLM करने दो और बहुत चीज़ें आ गई है जिनसे लगता है कि
14:07as they say to make a quick buck
14:09खट से धनदाशी बरसने लगेगी छपपर फाड़के
14:15अपर मम्मी कहती अरे ये कैसा आज के यंग्स्टर्स हैं आज पढ़ाई नहीं करना चाहते
14:22क्यों पढ़े या तो आप ग्यान को इज़त देना शुरू करिये समाज में
14:27नहीं तो बच्चों से उमीद मत करिये क्यों पढ़ेंगे
14:30तो महौल ये है कि स्कूलों में भी जो टॉपर होता उसको नहीं इज़त मिलती
14:39जो फ्लेम बॉइंट डूड होता है उसको इज़त मिलती है
14:43स्पोर्ट्स कार जिसको पिक करने आती है न बच्चे को इसको इज़त मिल रही है
14:50टॉपर को क्या इज़त मिलनी है
14:52और टॉपर तो अब स्कूल पता भी नहीं लगने देते हैं ग्रेड्स आ गई हैं
14:56कैसे पता लागए टॉपर कौन है
14:58पचीस लोगों की एग ग्रेड है टॉपर कौन है क्या पता
15:01और फेल अब किसी को होने नहीं दिया जाता तो फेल होने पर जो इज़त जाती थी वो भी अब नहीं जाती
15:10सबी पास हो जाते हैं
15:11बहुत सारी निचली क्लासेज में तो उनका परिडाम ही नहीं घोशित करते हैं
15:16रिजल्ट नहीं डेक्लेयर करते हैं बस बोल देते हैं पास्ट और प्रमोटेड
15:19तो बताओ वहाँ पर एक बच्चे को दूसरे बच्चे के ऊपर कैसे को इज़त दे दे
15:28दोनों बराबर हो गए पास्ट और प्रमोटेड फिर वहाँ इज़त इस बात से मिलती है कि
15:32ज्यादा फ्लैशी क्लोध्स पहन के कौन आया था
15:34और कौन बता पा रहा है कि मेरे घर में अभी लेटेस्ट गेमिंग एक्किप्मेंट आ गया है
15:41साड़े साथ लाग का
15:42स्कूलों में भी घ्यान से बच्चे की आउकात नहीं ना पी जा रही है
15:47स्कूलों में भी यह सब हो गया है
15:49और यह तो एक स्कूल के अंदर की बात है और एक बच्चा जाता हो इंटर नाशनल स्कूल में पढ़ने
15:56और वहां का डफर हो
15:58और दूसरा जाता है किसी साधारन पब्लिक स्कूल में पढ़ने और वहां का टॉपर हो
16:03तो पूछा भी नहीं जाएगा कि डफर कौन है और टॉपर कौन है
16:06इतना ही काफी है कि एक पढ़ता है लाखों की फीस वाले
16:10इंटरनेशनल स्कूल में आई बी
16:13और एक पढ़ता है कोई साधारन सरकारी CBSC में
16:18वह हो सकता है Topper अगर हो कोई फर्क नहीं पढ़ता
16:20जैसे ही वह अपने स्कूल का नाम बताएगा कि मेरे स्कूल का नाम है
16:24धेंचा फेंचा इंटरनेशनलो वो जीत गया
16:29इंटरनेशनलो बोलते ही वो जीत गया
16:33क्यों जीत गया क्योंकि माबाप ने ऐसा सिखाया है
16:37माबाप खुद मूँ फाड़के खड़े हैं कि काश वो इंटरनेशनल हो
16:42हमें भी छूने को मिल जाए
16:44आप लोग अमेरिका को समझते हो ना कि भोग का देश है आप बहुत गलत समझते हो
16:52अमेरिका में लक्षमी सरसुती के पीछे पीछे आई है
16:57पहले ज्ञान है वहाँ इसलिए समरिध्धी है
17:01और भारत सोचरा बिना ज्ञान के समरिध्धी ले आ लेगा
17:04हम पगला गए हैं बिलकुल
17:07हम अमेरिका तो कभी गए नहीं
17:10हमें तो अमेरिका के बारे में घटिया फिल्मों और मरियल मीडिया ने बताया है
17:15और ये बताते हैं कि अमेरिका माने वहाँ पे बिल्कुल सडकों पे सेक्स हो रहा है
17:20और इमारतों से डॉलर बरस रहे हैं
17:23माने भोग कि इतनी चीज़ें वहां चल रही हो इतने बड़े बड़े वहां पे बर्गर हैं
17:27वो मुफ्त चाले जा रहे है चौराहे पे और लोग उसको पगड़ पढ़कर खा रहे हैं बर्गर इतने बड़े-बड़े
17:32अमिरिका कर तो हमने बिग एपल बना दिये न
17:35let us sink
17:37let each of us sink our teeth in the big apple
17:39apple, भाई वो apple बाद में है
17:41वो पहले दुनिया की
17:43सबसे बड़ी university है
17:44पता करिएगा कि दुनिया में सबसे ज़्यादा
17:47किताबें किन देशों में बिखती है
17:49पता करिएगा
17:51किताबें पढ़ी कहां जाती है
17:53प्रकाशित कहां होती है जब पढ़िए
17:55दुनिया की
17:57top 100 universities
17:59किस देश में है ज़्यादा वो पता करिए
18:02innovation कहां सबसे ज़्यादा हो रहा है
18:08patent कहां सबसे ज़्यादा हो रहे है
18:09ये पढ़िए
18:10science में
18:12technology भी अटाईए
18:13science में breakthroughs सबसे ज़्यादा कहां हो रहे है
18:15ये पढ़िए
18:16nobel prize science में pure basic sciences में
18:19कहां मिल रहे है ये पढ़िए
18:20चुकि उनके प्यास ज़्यान की सरस्वती है
18:24इसलिए पीछे पीछे उनके पास
18:26धन की लक्षमी है
18:28जहां ज़्यान की सरस्वती नहीं होती हुआ
18:29धन की लक्षमी नहीं आने वाली
18:31ये भारत को नहीं समझ में आ रहा
18:32भारत से ज़्यादा सरस्वती की पूजा
18:36भारत से हजार गुना ज़्यादा सरस्वती की पूजा
18:38अमेरिका कर रहा है
18:39और करी है उसने इसलिए आजू अमेरिका है
18:42हमको लग रहा है चालू पना करके
18:46जुगाण करके हम पैसा कमा लेंगे
18:48कमा लोगे
18:49कोई हजार दो हजार या लाख दो लाख
18:52पांच लाख दस लाख
18:53और अगर हजारों लाखों
18:56लोग जुगाण में लगेंगे तो कोई एकाद
18:58तो और जादा भी कमा लेगा
18:59उस एकाद को उदाहरण या आदर्श नहीं बनाया जा सकता
19:02वो तो अपवाद है, exception
19:04आप
19:0810 करोड बंदरों को लेके भी जुगाड पे लगा दीजिए
19:11तो उसमें से एक बंदर करोड़ पती हो जाएगा
19:13क्या उस एक बंदर का उदाहरण लेके हम कह सकते हैं
19:17कि जुगाड करने से करोड़ पती हो जाता है आदमी
19:19भारत में यही है
19:22कि इतनी जन संख्या, इतनी जन संख्या है कि
19:24सब लोग अगर मुर्खताएं करे
19:26तो उन मुर्खताओं के बावजूद
19:29एक दो लोग तो करोड़ पती निकली आएगे
19:30तो उन एक दो लोग को दिखा करें
19:32हम थोड़ी सिद्ध कर देंगे कि
19:33मुर्खता करने से आदमी करोड़ पती हो जाता है
19:35अच्छे से समझ लीजे
19:40आपको अगर धन भी चाहिए तो धन ग्यान के पीछे आता है
19:43इसलिए मैं बोला करता हूँ
19:46कि दुनिया देखनी जरूरी है
19:48और अगर आपके बाद इतना पैसा नहीं कि आप विदेश यात्रा कर सकें
19:52तो कम से कम विदेशों के बारे में पढ़िए और अब तो इंटरनेट है
19:55सच मुझ देखिए कि वहाँ का जीवन कैसा है और लोग कैसे है
19:59हमारे मन में बड़ी विचितर छवी आ गई है
20:06गोवा की छवी बना देए कि वहाँ बीच है
20:09और वहाँ बस बीच पर जबरदस भोग का नंगानाच चल रहा होता और जी
20:15गोवा एक हरित प्रदेश है
20:19शान्त ठहरा हुआ और हरा
20:23लेकिन जो गोवा नहीं जाएगा वो सोचेगा कि गोवा का तो मतलब होता है कि
20:29वहाँ बीच पर उपद्रव चल रहा है हर समय और बिकनी चल रही है यही हो रहा है और बियर चल रही है
20:34वो सब कुछ गोवा का एक प्रतिशत है
20:37गोवा निन्यानवे प्रतिशत
20:39एक रमणीक हरी शांत जगह है जहां आपको मौन मिलेगा शांती मिलेगी साफ हवा मिलेगी समुध्र मिलेगा अच्छी धूप मिलेगी
20:57और चारो तरफ हर्याली हर्याली
21:00पर मीडिया हमें बता देता है
21:04मीडिया काम हमें लल्चाना
21:06फिल्म नहीं चलेगी न
21:07अगर आपको
21:09फिल्म दिखाई जाए जिसमें गोवा के नाम पे
21:12आपको हर्याली दिखाई जा रही आप देखोगे नहीं
21:14आपको अगर
21:17गोवा की कोई फिल्म बताई जाए तो आप यह सोचके जाओगे कि
21:20इसमें बिक्नी देखने को मिलेगी
21:21वहां बस हर्याली दिखा दी तो मन
21:24खराब हो जाएगा वैसे यह अमेरिका है
21:26या जर्मनी है
21:27इनको लेके तो हमारे
21:31पूरे मन में ही यही है कि बस
21:34वहां पर क्या है लास विगास है
21:35कैसीनो है और
21:37न्यू यॉक का मतलब है कि आदमी वहां
21:39पैसा कूट रहा है जबरदस तरीके से
21:41सिर्फ इन्वेस्टमेंट बैंकिंग चल रही है
21:43आप पढ़िएगा कि दुनिया के
21:46खुबसूरत शहर कौन से है
21:48beautiful cities of the world
21:50उनमें भी न्यू यॉक का नंबर आता है
21:52लेकिन आपके सामने कहा जाए न्यू यॉक
21:55तो आपके मन में beauty शब्द कभी आएगा ही नहीं
21:58आपके मन में शब्द आएगा money
21:59ठीक
22:01न्यू यॉक का संबंध किससे है
22:04money
22:04finance money
22:07जबकि न्यू यॉक दुनिया के सबसे
22:10खुबसूरत शहरों में भी है
22:11ये बात हमें कोई नहीं बताएगा
22:13हम गरीब रहे हैं तो रहे हैं
22:18हम इतने गवार हो गए
22:20कि हमारे लिए पैसा ही सब कुछ हो गया
22:22गरीबी बहुत छोटी समस्या होती है
22:25गवार हो जाना बहुत बड़ी समस्या होती है
22:41अमेरीका इसे एक दो उधारन ले लेंगे
22:43कहेंगे देखो इन्होंने पढ़ाई पूरी नहीं करी थी
22:45तब भी आज
22:47ये billionaires हैं
22:49वो एक दो उधारन है
22:50आपको पता है
22:52दुनिया की startup capital क्या है
22:54आपको पता है बड़े बड़े innovation सब कहा होते हैं
22:58आपको पता है दुनिया में PhD सबस्यादा कहा निकलते हैं
23:02आपको पता है कि उनकी universities कैसी होती है और townships ही होती हैं पूरी
23:12वहाँ लोग पढ़ रहे हैं सच मुच इसलिए अमेरिका आगे है
23:15और भारत इसलिए पीछे है क्योंकि भारत पढ़ नहीं रहा है
23:18ये बात आपको सुने में बहुत अजीब लगी
23:22आप कहेंगे क्या अमेरिका इसलिए आ गए है क्या अमेरिका पढ़ रहा है
23:24जी हाँ
23:25अमेरिका में ग्यान और सरस्वती के पीछे-पीछे धन और लक्षमी आए हैं, अमेरिका अपने ग्यान की उजय से आगे है, आप कोगे नहीं साब, अमेरिका तो दुनिया का चौधरी है, पहलवान है, गुंडा है, उसने मिसाइले और बम बना ली हैं, इसलिए आगे है, मिस
23:55मिसाइलों की Multiple Re-Entry Technology होती है, जिस पर भारत ने अभी अभी प्रयोग करा है,
24:07Multiple Independent Re-Entry Vehicle कहलाते है, वो MIRV, भारत ने उस पर अभी अभी करा है, हम बहुत प्रसन हुए, उसमें यह होता है कि एक मिसाइल उपर जाएगी, उसमें कई छोटे-छोटे वारहेड होते हैं, और सब वो वारहेड फिर इंडिपेंडेंटली जा करके अलग-लग शेहरों पे गि
24:37ज्यान पहले आता है, फिर ज्यान से आदमी पहलवान बनाए, ज्यान को तो हमारे घरों में, हमारे पूरे संस्कृत में कोई महत्तो ही नहीं दिया जाता, किसी को ज्यानी बोल तो जैसे गाली दे दी उसको, ऐसे ही करते हैं, चल्वे ज्यादा ज्यानी मत बन, सबसे बड़
25:07पुखण, वही भारत बन गया है, मेरा बैचमेट था आईटी का, अभी पिछले साल की बात है, वो आया मैंने का तुम्हे रिशिकेश घुमाऊंगा, वो बहुत आईटी पूरी होते ही हो चला गया था, फिर वहीं से उसने मास्टर्स की, वहीं पीच्टी की, फिर वहीं प
25:3720-25 साल पुरानी सब बात हैं, उतको रिशिकेश घुमाया, वो बोला कि बहुत अच्छी बात है, अच्छी जगह है, सब ठीक है, पर बोला देखो, ऐसी जगह हैं अमेरिका में हर 10 किलो मीटर पे हैं, मेरा थोड़ा दिल से तूट गया, थोड़ा मुझे अपमान भी लगा
26:07अच्छी जगह होती हैं तो बहुत ज़्यादा साफ होती हैं, आपको मालूम है, दुनिया के जो अच्छे शहर हैं, पश्चिमी, उनमें अगर AQI 10 पार कर जाए, तो सरकार तक बात पहुँच जाती है, और मेर वहां का इस्तीफा दे देता है, लोग विरोध करते आंदोल
26:37अच्छे शहरों में AQI less than 1 होता है, जाच लीजेगा, अगर लग रहा हो कि मैं कोई भूध दूर की बात कर रहा हूं तो, अच्छे शहरों में Air Quality Index less than 1 होता है, और उत्तर भारत में अगर 400 से नीचे हो जाए, तो हम कहते हैं, आज हवा कितनी सुगंधित और साफ है, और World Health Organization
27:07दिल्ली और दिल्ली के आसपास के इलाकों में रहने आले लोगों की जिन्दगी से 10-15 साल कम हो चुके हैं, प्रति दिन जो आप जी रहे हो उत्तर भारत में, हर दिन पे आपकी जिन्दगी से कुछ घंटे कम हो रहे हैं, ऐसे समझ लो, आप कैसा लगा सुनने में, आज आ�
27:37हमारी यमुना से ज्यादा प्रदुशित हुआ करती थी, पर ज्यान है उनके पास उन्होंने उसको साफ कर डाला, आज पॉटेबल वॉटर है उसका, पॉटेबल वॉटर क्या होता है, कि पी लो, हम जर्मनी से गुजर रहे थे, वहां आपस पास ऐसे छोटे मोटे ताल तल
28:07होता है, यह यह नहीं होता कि नहाने का पानी अलग है, या आपने वो लगवा रखा है, क्या बोलता हूं जो किचन में लगता है, आरो प्यूरिफायर लगा हुआ है, वो सब कुछ भी नहीं लगता, नहा रहे उसी को पी लो, इतना साफ है, हवा साफ है, पानी साफ है, और
28:37और जुगाड बोलेगा पैसा कमाने ना कैसे उसके लिए
28:43पॉलुशन होता हो तो हो ये भारत है पैसा कमाना है
28:47मुझे उससे पॉलुशन होता हो तो हो गंगा कैसे प्रदूशित हो गई
28:50गंगोत्री से प्रदूशन चल रहा है क्या गंगोत्री से कानपूर
28:56पहुंचते पहुंचते गंगा की हालत खराब हो जाती है
28:59क्यों बीच में सब भारत के जुगाडू बैठे हुए हैं
29:05उद्योग पती
29:05वो अपना अपना काम करके सारी गंदगी डाल देते हैं
29:09और यही नहीं कि सिर्फ उद्योग डाल रहे हैं
29:11शेहरों का भी कूडा और मल बाकाइदा जो शेहरों की संस्थाएं हैं आधिकारिक, सरकारी वो गंगा में जा करके बहा देती हैं
29:21यह होता है जब ग्यान नहीं होता
29:27उन्होंने अपनी थेम्स क्यों साफ करके रखी हुई है
29:31क्योंकि उनको पता है कि उसका दुष परिणाम क्या होगा
29:35हमें कुछ नहीं पता हमारा मीडिया तो हमको दिखा रहा है कि यह देखो यह फॉलानी है वो पाकिस्तान से आई थी आज उसने साड़ी कौन सी पहनी है
29:41हमारा startup भी उनके startup से आख refugee उनका startup knowledge based है
29:46हमारा startup जुगाड based है
30:02बच्चों को सही संस्कार दीजिये
30:03ज्यान के प्रति उन में सम्मान का भाव दीजिये
30:07फिर आगे बहुत कुछ ठीक चलेगा
30:10पैसा बुरी बात नहीं लेकिन फिर दोरा रहा हूं लक्षमी को सरसोती के पीछे पीछे ही आना चाहिए
30:16जब बिना सरसोती के लक्षमी आ जाती है तो परिणाम घातक होता है
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