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  • 2 days ago

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00:00मिडल एस्ट में एक तरफ यमन के होतीज रेड सी से गुजरने वाली शिप्स पर हमला कर रहे हैं जिसकी वज़ा से पूरी दुनिया में शिपिंग लाइन का बोहरान मचा हुआ है
00:09तो दूसरी तरफ एरान ने इसराइल पर तीन सो से ज्यादा सूसाइड डौन्स और मिजाइल्स फायर किये हैं
00:16चाहे सीरिया हो पलिस्टाइन, इराक या फिर यमन हम हर दूसरे दिन मिडल इस्ट में हालात खराब ही देखते आए हैं और शायद अपनी पूरी जिन्दगी देखते ही रहेंगे
00:27इन जड़्पों में मिडल इस्ट के इलावा बाहर की कंट्रीज भी शामिल होती हैं जैसा के अमेरिका, युनाइटिट किंडम और रेशिया भी
00:34पर ऐसा क्यूं है और ये सब मिडल इस्ट में ही क्यूं हो रहा है
00:38मिडल इस्ट हमेशा से ही बहुत कॉंपलेक्स सिचुएशन में फसा होता है
00:43क्यूंकि यहां डिफरेंट लोग हैं जिनके अपने अपने मफादात हैं
00:47कभी वो एक साइड से लड़ते हैं तो कभी दूसरी
00:49जिसकी वजा से मिडल इस्ट का कॉंफलिक्ट कम होने के बजाए मजीद बढ़ जाता है
00:54मिडल इस्ट के इन तमाम मसलों का रूट कॉल्स या उसकी जड़ क्या है
00:58इसको सही से समझने के लिए हमें एक सदी पीछे जाना होगा
01:02जहां इन सारे मसलों की शुरुआत होती है
01:06जैम टीवी की वीडियोज में एक बार फिर से खुशाम दीद
01:09नाजरीन ये बीसमी सदी की शुरुआत थी जब मिडल इस्ट समेथ
01:13आज के यॉरप का भी काफी सारा हिस्सा आटोमन इमपायर
01:16यानि के सल्तनत इसमानिया के कंट्रोल में होता था
01:20इस पूरे खिटे में 600 सालों तक हकूमत करने के बाद
01:23मुसल्मान काफी कमजोर पड़ चुके थे और इनके बीच अंदर ही अंदर जगड़े शुरू हो गए
01:29आटोमन इमपायर में मुसल्मानों समेथ दूसरे भी कई रिलीजन्स के लोग अपने अपने रीजन्स या प्रोविंसेज में बस्ते थे
01:37लेकिन ये सारी प्रोविंसेज आटोमन इमपायर का हिस्सा हुआ करती थी
01:41यानि किसी को भी अपना अलग मुल्क बनाने की आजादी नहीं थी
01:45इस दुरान ब्रिटिशर्ज ने इस्ट इंडिया समेथ मिडल इस्ट के कुछ हिस्सों पर भी अपना होल्ड जमाना शुरू कर दिया
01:52जैसा के आज का UAE, सदरन यमन, बहरेन और एजिप्ट
01:57ब्रिटिशर्ज को इंडिया और मिडल इस्ट में अपने प्रोटेक्टरेट्स में पहुंचने के लिए इजिप्ट की सबसे ज्यादा जरूरत थी
02:04क्योंके वहां उन्होंने रेड सी को मेडिटरेनियन सी से एक किनाल के जरीए जोड दिया था
02:09जिसको आज हम सुईस किनाल के नाम से जानते हैं
02:13क्योंके सुईस किनाल जो के उनका बहुत ही कीमती असासा था और वो था भी एजिप्ट में
02:18इसी वज़ा से ब्रिटिशर्ज को एजिप्ट की सबसे ज्यादा जरूरत थी
02:22उन्होंने हर मुमकिन कोशिश की कि एजिप्ट उनकी प्रोटेक्शन में ही रहे
02:26इसी दोरान ब्रिटिशर्ज ने आहिस्ता आहिस्ता उमान और कोईत को भी अपना प्रोटेक्टरेट बना लिया
02:33प्रोटेक्टरेट्स उन स्टेट्स को कहते हैं जो के होती तो बजाहर आजाद हैं लेकिन उनकी प्रोटेक्शन ब्रिटिशर्स करेंगे और उनको कंट्रोल भी यही करेंगे
02:42ब्रिटिशर्स की ये हरकतें आटोमन इम्पाइर को ठीक नहीं लगी
02:46कि दुनिया के दूसरे कोने से उट कर कोई आए और हमारे इलाकों पर राज करना शुरू करे।
02:52ये वो वक्त था जब वर्ल्ड वार वन का महोल गरम हो रहा था।
02:571914 में आटोमन एमपायर ने फैसला किया कि वो वर्ल्ड वार वन में ब्रिटिशर्स के खिलाफ इम्पीरियल जर्मनी का साथ देंगे।
03:05दूसरी तरफ अरब कंट्रीज को प्रोटेक्टरेट्स बनाने वाले ब्रिटिश और फ्रेंच ने आपस में फैसला कर लिया कि वर्ल्ड वार वन में आटोमन एमपायर को हरा कर इनके पूरे इलाके को आपस में बांट लेंगे।
03:181916 में ब्रिटिश और फ्रेंच डिप्लोमेट्स मार्क साइक्स और फ्रांसवा जॉर्ज पीको ने एक सीक्रेट ट्रीटी की जिसमें दोनों ने आटोमन एमपायर के हिस्सों की डिस्रिब्यूशन आपस में ही कर ली। इस ट्रीटी को इतिहास में साइक्स पीको एग्रिमे
03:48इस्टेट्स लेकिन ये ब्रिटिश प्रोटेक्टरेट्स कहलाई जाएंगी। टर्की लेबनौन डिरेक्ली फ्रेंच कॉलनी बनेंगे जबके सीरिया और इराक के कुछ हिसे फ्रेंच प्रोटेक्टरेट्स में आएंगे। इस्टन टर्की को रशियन इंपायर देखेगी �
04:18जो मैप्स उन्होंने बनाए थे उसमें वहां अल्रेडी रहने वाले कभीलों के बारे में नहीं सोचा गया। असल में आटोमन इमपायर ने इन एरियाज को अलग अलग प्रोविंसेज में बांटा हुआ था जहां रहने वाले कभीले बेशक अलग अलग मजभ फॉलो करते
04:48अपनी शकल देकर एक बहुत बड़ी गलती कर रहे थे जिसके नताइज अगली कई दहाईयों तक पूरे मिडल इस्ट को बगतने पड़ेंगे।
05:18इसके साथ साथ ब्रिटिशर्ज ने एक और वादा भी किया था यौरप में रहने वाले जियूज के साथ। उस वक्त जियूज को दुनिया में कोई भी एकसेप्ट नहीं करता था। लहाज़ उन से वादा किया गया कि वर्ल वार वन जीतने के बाद उनको पलिस्टाइन मे
05:48जंग में टैंक्स, प्लेंज, गाडियां और दूसरी मशीनरी के लिए ज्यादा आउयल की जरूरत थी। उस वक्त अमेरिका आउयल का सबसे बड़ा प्रोडियूसर था और ब्रिटिशर्ज आउयल के लिए अमेरिका पर डिपेंडेंसी नहीं चाहते थे।
06:01क्योंके उस वक्त के अमेरिकन प्रेजिडेंट वूडरो विलसन जंग के बाद एमपाइर्स और कॉलनियल सिस्टम के बहुत खिलाफ थे। जबके ब्रिटिश और फ्रेंच तो पहले से ही अपनी कॉलनीज का सीक्रिट प्लैन बना कर बेटे थे। लहाज़ा आउयल खरीद
06:31किरे भी दर्याफत हुए। वर्ल्ड वार वन खतम हो चुकी थी और अलाइज जीत चुके थे। जीतने वाले अलाइज आमने सामने बैठे और मिडल इस्ट के बार्डर्स को एक बार फिर से चेंज कर दिया गया। वहां आटोमन एमपाइर आफिशली 1922 में खतम हो गई औ
07:01दो सालों तक अलाइज के खिलाफ जंग जारी रखी। ब्रिटिश और फ्रेंच मिलिटरी वैसे ही वर्ल्ड वार वन की वज़ा से ठक चुकी थी जिनको टर्किश आर्मी बहुत हार्ड टाइम दे रही थी। तबी वो टर्किश गवर्मेंट के साथ टेबल टॉक्स करने प
07:31मिलता जुलता है।
08:01असरात इराक की इंटरनल इस्टेबलिटी पर गहरे दाग छोडने वाले थे। मौसूल के लोग करडिश नसल के लोग थे। बगदाद में ज्यादातर सुनी मुसल्मान जबके बसरा प्रोविंस में शिया मुसल्मान बसते थे। वर्ल्ड वार वन के बाद ब्रिटिश ने
08:31कोईट को अपना हिसा मानना शुरू कर दिया और फिर 1990 में इसी कलेम को लेकर सदाम हुसेन ने कोईट पर हमला भी किया। इराक ब्रिटिशर से अजाद होने के बावजूद भी काफी बिक्री हुई हालत में था। कुर्द, सुनी, शिया, इनके आपसी जगडे और साथ में
09:01गई जबके इसमें सुनी और शिया अरब्स भी काफी तादाद में बस्ते थे। इसी तरहां सीरिया में भी किरिस्चन्स, सुनी, शिया और दूसरे मजब भी पाए जाते थे लेकिन इन सारी ओटोमन प्रोविंस को भी मर्च करके जान चुडाने की घर्ज से सीरिया बना द
09:31टर्की को दे दिया जिससे सीरिया और टर्की के बीच एक नया तनाजिया खड़ा हो गया। इसके इलावा यूफरेट्स रिवर जो के असल में टर्की से शुरू होती है और सीरिया से गुजरती हुई एराक में जाती है। यानि टर्की अगर चाहे तो यूफरेट्स रिव
10:01की की हाटे प्रोविन्स और लेबनान को क्लेम करना शुरू कर दिया बिना सोच समझ के जान चुडाने के लिए जो डिवीजन्स की गई इन से पैदा होने वाले मसले एक तरफ और दूसरा मसला आईल ने खड़ा कर दिया क्यूंकि आईल भी उन अरब कंट्री से निकला जहां
10:31सुनी अरब था इसकी वज़ा से एराक को आईल की डिसकोवरीज को संभालना काफी मुश्किल हो गया इरान में 90% आईल कुजिस्तान से निकला जहां शिया अरब रहते थे जबके बाकी पूरे एरान में पर्शियन शिया का होल्ड था कोईट जिसको अलरडी एराक अपना ह
11:01मिडल एस्ट में से काफी सारा तेल निकला तकरीबन पूरी दुनिया की आईल रिजर्व्स का भी आधा और ये सारा तेल उन लोकेशन से निकला जहां अलरडी रिलीजन और कल्चर की बिना पर जगड़े चल रहे थे इसके इलावा बड़ी कंट्रीज जैसा के अमेरिका न
11:31जिसके इसराइल के नाम से आज पूरी दुनिया में चर्चे हो रहे हैं उस वक्त पैलिस्टाइन की अपनी पॉपलेशन वहां मौजूद ज्यूज से तकरीबन डबल थी लेकिन फिर भी ज्यूज को पैलिस्टाइन की 62 परसंट जबके अरब्स को सिर्फ 38 परसंट जमीन द
12:01नहीं थी जिसने स्टेट आफ इसराइल को कबूल किया हो बलके ज्यादातर अरब स्टेट्स ने 1948 में इसराइल के खिलाफ जंग का एलान कर दिया ब्रिटिशर्ज और अमेरिकन्स की मदद से इसराइल जो चारों तरफ अरब स्टेट से गहरा हुआ था ये जंग जीत गया �
12:31सुपर इस्टेट मिडल इस्ट के ही तेल को एक सुपर वैपन के तोर पे इस्तमाल करेंगी। नसर जान चुके थे बाहर से आने वाली थाकतें उन्ही के तेल को इस्तमाल करके उनको अपनी उओलियों पर निचा रही हैं तो क्यू ना हम वही तेल इसराइल और अमेरिका के
13:01सबसे पहले नसर ने सुईस किनाल पर से ब्रिटिश और फ्रेंच की ओनर्शिप्स खतम की।
13:07इस फैसले पर ब्रिटिश फ्रेंच और इसराईल ने मिलिटरी के जोर पर नसर के खिलाफ जवाबी करवाई की लेकिन एजिप्ट ये जंग जीत गया और सुईस किनाल को अज़ाद करवाने में कामयाब रहा।
13:19कमाल अब्दलनसर की पूरे मिडल इस्ट में बड़ी वाह वाह होने लगी।
13:23पर कुछ अरब स्टेट्स थी जिनको नसर की कामयाबी से खत्रा था जैसा के सौधी अरब, कोईत, जॉर्डन और इंपीरियल एरान।
13:32वो नसर के इस इनकलाब को यहीं खत्म करना चाहते थे क्योंके उनको ये डर था कि अगर ये इनकलाब हमारी स्टेट्स तक पहुँच गया तो हमारी बादशाहत खत्म हो जाएगी।
13:43इसी मसले को लेकर यमन में नसर के हामी नेशनलिस्ट और वहां की मुनारकिस्ट गवर्मेंट के बीच एक जंग चड़ी।
13:49यमन की गवर्मेंट को सौधी, जॉडन और इंपिरियल एरान की मदद हासिल थी जबके नेशनलिस्ट को इजिप्ट सपर्ट कर रहा था।
13:58ये मिडल इस्ट में लड़ी जाने वाली पहली प्रोक्जी वार थी
14:02पर इस जंग में एजिप्ट को बड़ी हार का सामना करना पड़ा
14:06मौकी का फाइदा उठा कर इसराइल ने दिखा कि एजिप्ट की आर्मी का मुराल डाउन है
14:11तो उन्होंने भी पुरानी लड़ाई का बड़ा लेने के लिए एजिप्ट पर सर्प्राइज अटेक कर दिया
14:16वो हमला जिसको सिक्स डे वार के नाम से याद किया जाता है
14:21इस हमले में इसराइल ने एजिप्ट के पूरे साइनाई पेननसूला पर कबजा कर लिया
14:26जिसका मतलब ये था कि अब सुईज केनाल से कोई भी शिप्ट नहीं गुजर पाएगी
14:31यही वो पॉइंट था जब एजिप्ट को अगले आठ सालों तक सुईज केनाल बंद रखना पड़ा
14:37कमाल अब्दुलनसर ये शिकस्त बरदाश्ट ना कर पाए और 1970 में हार्ट अटेक की वज़ा से चल बसे पर इसराइल से बदला लेना अभी भागी था
14:47नसर के जाने के बाद उनके ही एक जानशीन अन्वर सादाद एजिप्ट के नए प्रेजिडेंट बन गए
14:53उन्होंने सीरिया के साथ मिलकर इसराइल पर हमला करने का मनसूबा बनाया और 6 अक्तूबर 1973 को इसराइल पर दोनों साइडों से सरप्राइज अटेक कर दिया
15:04ये यादगार जंग इतिहास में कई नामों से पहचानी जाती है यौम केपर वार, रमदान वार, आक्टूबर वार या फिर फूर्थ अरब इसराइल वार
15:14वैसे तो इस जंग में भी इसराइल का पलडा भारी रहा लेकिन इस वक्त अमेरिका बीच में आ गया और प्रेजिडंट जिमी काटर के कहने पर इजिप्ट और इसराइल तोनों ने हाथ मिला लिये
15:25जिस पर इसराइल ने साइनाई पैननसूला को खाली करके इजिप्ट को वापस कर दिया
15:30पर इस एगरिमेंट में ये भी तैप आया कि इजिप्ट इसराइल को एज़ा इस्टेट कबूल करेगा
15:36बस ये ही वो दिन था जब मिडल इस्ट में एक नई जंग का आगाज हो गया
15:41क्योंके इजिप्ट वो पहली अरब स्टेट थी जिसने अरब के दुश्मन इसराइल को कभूल करने की गलती की
15:48तकरीबन सारी अरब स्टेट्स ने इजिप्ट के इस फैसले की मुखालफत की
15:52और एक इस्लामिस्ट ग्रूप ने इजिप्शन प्रेजिडंट अन्वर साधात को इसराइल से हाथ मिलाने पर कतल कर दिया
15:59एक तरफ इजिप्ट में जब ये सब कुछ हो रहा था
16:02उसी वक्त इरान में शाह आफ इरान मुहम्मद रजा पहलवी के खिलाफ इनकलाब फट पड़ा
16:07इरान का शाह अमेरिका से फंडिंग लेकर उनके मफाद में काम करता था
16:12जिसका तख उलट कर इरान के लोगों ने यहाँ इनकलाबी हकुमत रूहला खुमेनी की सरपरस्टी में काईम की
16:19इरान का ये इनकलाब मिडल इस्ट पर बहут सारे असराइत लेकर आया
16:23क्योंकि ये हकूमत मिडल इस्ट में पहली इसलाम पसंद हकूमत के तोर पर अबरी थी
16:28इस नई इरानी हकूमत का शिया इसलामी नजरिया पूरी दुनिया के तमाम मसल्मानों को एक प्लैटफॉर्म पर लाना चाहता था
16:37जिसके सुपरीम लीडर रूला खुमैनी होंगे
16:40ये देखते हुए दूसरी अरब स्टेट्स खास तोर पर सुनी मसल्मानों को खतरा मحسوس होने लगा
16:46कि कहीं इरान का ये रेवल्यूशन उनकी स्टेट्स तक भी ना पहल जाए
16:50इरान का सबसे बड़ा टारगेट सौधी बादशाही निजाम था जिसको अमेरिका की सपोर्ट हासल थी
16:56इसी वज़ा से इरान के इनकलाब के सबसे बड़े दुश्मन जहां अमेरिका और इसराइल तो थे ही
17:02वहीं साथ में सौधी भी बन बैठा
17:04इरानी इनकलाब के डर से सौधी ने एराक में सद्दाम हुसेन को फंड करना शुरू कर दिया जो के एक सुनी मिलिटरी आफिसर थे
17:12सद्दाम हुसेन को भी एरान से खतरा था क्योंके एराकी तेल बसरा की प्रोविंस से निकलता था जहां अल्रेडी शिया पॉपलेशन थी
17:20कोईत और सौधी की बेकिंग के होते हुए सद्दाम हुसेन ने इरान के इनकलाब के खिलाफ अरब नेशनलिजम की आवाज उठाई और 1980 में इरान पर हमला कर दिया
17:31उन्होंने इरान की कुजिस्तान प्रोविंस पर कबजा कर लिया जहां से इरान का 90% आईल निकल रहा था
17:38इससे इराक के आईल रिजर्व्ज में अब मजीद इजाफा हो गया
17:42ये जंग आठ सालों तक चलती रही पांच लाख लोग मारे गए और दस लाख से भी ज़्यादा जखमी हुए
17:49सौदी और कोईत ने सदाम हुसैन को फंडिंग जाई रखी ताके वो इरान को लड़ाई में ही उलजाए रखे
17:55पर सौदी को इरान से एक और खत्रा भी था
17:59बहरेन को देखा जाए तो वहाँ शिया पॉपॉलेशन ज़्यादा थी लेकिन वहाँ का रूलर सुनी था
18:04और इसकी लोकेशन सौदी की आउयल फील्ड से काफी करीब है
18:08इरान जो के अलरेडी बहरेन को अपना हिस्सा मानने लगा था
18:12सौदी को खत्रा था कि अगर यहाँ की शिया पॉपॉलेशन ने सौनी रूलर का तख्त उलट दिया
18:18तो सौदी और इरान आमने सामने आ जाएंगे
18:21जिससे सौदी का तेल खत्रे में पढ़ सकता है
18:24यह भी एक वज़ा थी कि सौदी ने मुसलसल सदाम हुसेन को सपोर्ट किया था
18:29आठ सालों के बाद इरान ने सदाम हुसेन से अपने खुजिस्तान प्रोविंस का कबजा चुडा लिया
18:36लेकिन 1988 में इराक ने अपना कोईट पर बहुत पुराना कलेम कार्ड वापस से निकाल लिया
18:42सदाम हुसेन ने कोईट को सीधा सीधा कहा
18:45कि यहां तो इरान के खिलाफ लड़ने के लिए जो फंडिंग दी थी वो भूल जाओ
18:49यहां फिर कोईट को एराक में मर्च कर दो
18:52जब कोईट ने मना कर दिया तो सदाम हुसेन ने पूरे कोईट पर हमला करके
18:57सारी ओयल फील्ड पर कबजा जमा लिया
19:00इससे एराक के अपने ओयल रिजर्व्स में इतना इजाफा हो गया
19:04कि अब दुनिया के टूटल ओयल रिजर्व्स का 20 परसंड हिस्सा अकेले इराक के पास था
19:10कोईट से इतने साल फंडिंग लेने के बावजूद सदाम हुसेन ने उल्टा कोईट पर ही कबजा कर लिया
19:16ये चीज सौदी को भी खटकने लगी क्योंके वो भी तो कई सालों तक इराक को फंडिंग करता आया था
19:22सौदी को डर था कि अब सदाम की आर्मी किसी भी वक्त हमारी ओयल फिल्ट्स पर भी हमला कर सकती है
19:28तो फिर इस मौके पर सौदी ने अपना अमेरिका कार्ड निकाला और उन से मदद मागी
19:34अमेरिकन आर्मी ने मदाखलत की और कोईट से सदाम की आर्मी को वापस इराक में धखेल दिया
19:40साथ ही युनाइटिड स्टेट्स ने बहरेन में भी अपना हेड़ कौटर बना लिया
19:44जिससे सौदी को बहरेन में आने वाले इरानी रेवलिशन का डर भी खतम हो गया
19:49इसके फौरण बाद 1994 में जॉर्डन इसराइल को एकसेट करने वाली दूसरी अरब स्टेट बन गई
19:56मिडल इस्ट में अमेरिका की बढ़ती हुई प्रेजन्स और इसराइल की सपोर्ट ने नई इस्लामिक और्गनाईजेशन को जनम दिया
20:04जैसा के अल-काइदा, आईसिस, हिस्बुल्ला, होदीज और इस्लामिक जिहाद
20:09इनका मकसद दुनिया के तमाम मुसल्मानों को अमेरिका, इसराइल और उनके सपोर्टर्स के खिलाफ एक च्छतरी के नीचे लेकर आना था
20:17लहाजा उनको एंटी अमेरिकन स्टेट्स की तरफ से फंडिंग मिलना शुरू हो गई
20:22और इस सबका रिजल्ट आज हमें मिडल इस्ट में देखने को मिल रहा है
20:27हमास का इसराइल पर हमला करने के बाद इसराइली फोर्सेज ने गाजा स्ट्रिप पर खूब गोला बारी की
20:33और बचे हुए फलस्तिनी भी यहां से भागने पर मजबूर हो गए
20:37इसके नतीजे में यमन में मौजूद होटीज ने रेड जी से गुजरने वाली वो शिप्स जो इसराइल या उनको सपोर्ट करने वाली कंट्रीज की थी उन पर अटेक करना शुरू कर दिया
20:47दूसरी तरफ हिजबूला और दूसरी और्गनाईजेशन्स ने सीरिया और लेबनौन की साइट से इसराइल पर हमले जारी रखे
20:54इरान जो अभी तक खुल कर इसराइल के खिलाफ सामने नहीं आया था
20:581 अपरिल 2024 को जब इसराइल ने सीरिया में इरान की कौंसलेट पर हमला किया और उनका टॉप जनरल मार दिया
21:05उसके नतीजे में इरान भी अब पहली बार इसराइल के खिल कर आया है
21:10और तरजनों ड्रोन्स और मिजाइल्स इसराइल पर फायर कर दिये
21:14बेशक इरान को पहले से मालूम था कि उनका ये अटैक इसराइल असानी से नाकाम बना देगा
21:20लेकिन ये इसराइल को सिर्फ जवाब देने का एक तरीका था
21:24ये सिलसला जो पिछली कई धायों से चल रहा है ये शायद आगे भी ऐसे ही चलता रहेगा
21:31अरब की दुनिया में हंगामा खेजी की असल वजा मेरी नजर में यहां बसने वाले मुक्तलिफ बिलीफ्स के लोगों का एक साथ रहना है
21:39दूसरा ब्रेटिश और फ्रेंच ने सौ साल पहले जो डिवीजन्स की उसमें रिलीजन और कल्चर को नजर में नहीं रखा गया था
21:46ब्रेटिशर्स तो अब यहां नहीं हैं लेकिन ये जंगें और हंगामें शायद हमेशा ऐसे ही चलते रहेंगे
21:53इस बारे में आपका क्या ख्याल है मुझे कॉमेंट सेक्शन में जरूर बताएगा
21:57उमीद है जंग टीवी की ये वीडियो भी आप लोग भरपूर लाइक और शेयर करेंगे
22:02आप लोगों के प्यार भरे कॉमेंट्स का बेहद शुक्रिया मिलते हैं अगली शांदार वीडियो में
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