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00:00हिरोशीमा और नागा साकी पर गिराए गए बॉम्स ने 15 किलो टन TNT के बराबर धमाका किया था।
00:07इस ब्लास्ट ने जितनी रिडियो एक्टिव गैसे एट्मोसफेर में फैलाई थी उससे 400 टाइम्स ज्यादा गैसे एक ऐसे हाथसे की वज़ा से रिलीज हुई थी जहां आज ये बहुत बड़ा डॉम देखा जा सकता है।
00:37चैनोबल न्यूकिलियर डिजास्टर के नाम से जाना जाता है जहां एक छोटी सी गलती की वज़ा से हैरत अंगे स्टॉर पे 225 टन TNT के बराबर धमाका हुआ।
00:47जैम टीवी की वीडियोज में एक बार फिर से खुशाम दीद।
00:50नाजरीन चैनोबल न्यूकिलियर प्लांट यूकरेन के कैपिटल कीव से 100 किलो बिटर दूर प्रिप्यट सिटी में मनाया गया था जो आज पूरी तरहां से बंजर पड़ी हुई है।
01:00उस वक्त यूकरेन भी सोवियत यूनियन का हिस्सा हुआ करता था जैसा कि आप सब चानते हैं ये कोल्ड वार का दौर था और सोवियत यूनियन ने न्यूकिलियर एनरजी को इस्तमाल करते हुए कई सारे पावर प्लांट्स बनाना शुरू कर दिये थे जिनमें से एक चैन
01:30ये चारों रियक्टर्स एक-1,000 मेगावाट अलेक्रिसिटी प्रोड्यूस करने की काबलियत रखते थे जो उस वक्त पूरे सोवियत यूनियन की आधी पॉपुलेशन की अलेक्रिसिटी डिमांड्स को पूरा करते थे असान लफजों में अगर इन रियक्टर्स की वरकिं�
02:00nuclear reaction एक chain reaction होता है
02:03यानि ये एक बार start हो जाए
02:06तो फिर इसको control नहीं किया जा सकता
02:08इसलिए इस nuclear reaction को control करने के लिए
02:12हर reactor में 211 control rods डाली जाती थी
02:17ये control rods एक ऐसे material से बनी होती है
02:20जो nuclear reaction के दौरान release होने वाले neutrons को absorb करती है
02:25क्योंकि वो neutrons ही हैं जो uranium के atom से मिलकर nuclear reaction पैदा करता है
02:31जब neutrons uranium के बजाए control rods से जाकर चिपक जाएंगे
02:36तो जाहर है nuclear reaction भी अपने आप धीमा पड़ जाएगा
02:41चर्नोबल की केस में ये control rods बोरान कारबाइट की बनी थी
02:45जबके इनकी टिप graphite की थी
02:48याद रहे कि ये process 24-7 चलता रहता था जिसकी वज़ा से reactor के अंदर 1600 degree Celsius का temperature हो जाता था
02:58ये सूरज के surface के temperature का करीब 30% temperature बनता है
03:04और इसी वज़ा से reactor को ठंडा रखना भी बहुत जरूरी था
03:08इस काम के लिए reactor के अंदर पानी की lines को चलाया जाता था
03:12ये पानी pumps की मदद से reactor में हर वक्त घूमता रहता था
03:17ठीक उसी तरहां जैसे गाड़ी के engine को ठंडा रखने के लिए coolant का इस्तमाल किया जाता है
03:23यहाँ पर चेनोबल के reactors में एक बहुत बड़ा design flaw था
03:27जिसका अंदाजा शायद किसी को भी नहीं था
03:30गाड़ी के केस में तो पानी की rotation तब बंद हो जाती है जैसे ही engine off होता है
03:36पर nuclear reactor में एक भी second के लिए पानी की rotation बंद नहीं होनी चाहिए
03:41फिर बेशिक nuclear reaction बंद ही क्यों ना हो जाए
03:45क्योंके reaction बंद होने के बाद भी काफी देर तक वो heat produce करता रहता था
03:51इसके लिए जरूरी था कि ये water pumps बिना किसी रुकावट के हर वक्त चलते रहें
03:57अब जाहर है ये water pumps चलाने के लिए भी electricity required थी
04:01ये electricity normally reactor के अपने ही टर्बाइन से फराम की जाती थी
04:06जबके power failure की सूरत में इनके लिए खास backup diesel generator भी install किये गए थे
04:13पर मसला ये था कि diesel generator पे shift होने में water pumps 60 seconds तक बंद रहेंगे
04:19इंजिनियर्स चाहते थे कि इन 60 seconds के दौरान भी ये pumps बंद ना हो
04:25लहाज़ा इसके लिए इन में एक safety system लगाया गया था
04:29सिस्टम ये था कि जैसे ही reactor बंद होगा वो electricity बनाना फौरण खतम नहीं करेगा
04:351000 मेगा वाट्स से production आहिस्ता आहिस्ता कम होती जाएगी
04:40तो इसी दौरान इस बची हुई electricity से ही pumps को 60 seconds तक चलाया जाएगा
04:46और 60 seconds के बाद वैसे ही backup generators चल जाएगे
04:49ये system तो install कर दिया गया था लेकिन इसकी testing अभी भागी थी जो के एक compulsory process था
04:57और वो भी सिर्फ reactor 4 की testing 1, 2 और 3 पर ये tests काम्याबी से किये जा चुके थे
05:05ये 25 अपरिल 1986 की शाम थी और reactor 4 पर इसी safety test को perform करने की तैयारी चल रही थी
05:14ये test deputy chief engineer एनाटॉली डियाटलोफ की निगरानी में किया जा रहा था
05:20पिछली दो बार reactor 4 पर ये test काम्याब नहीं हो सका था
05:25कहा जाता है कि deputy chief engineer को कैसे भी करके आज की रात ये test perform करना था
05:32रूल बुक के मताबिक ये test तब perform किया जाएगा जब reactor 700 मेगावाट्स की पावर दे रहे होंगे
05:39लेकिन नॉर्मली तो ये 1000 मेगावाट्स देते थे
05:43deputy chief engineer ने reactor को slow करने के लिए control rods डालने का order दिया
05:51जिससे nuclear reaction slow होना शुरू हो गया
05:54यहां तक सब कुछ normal चल रहा था
05:57लेकिन control rods शायद ज्यादा अंडर डल गई थी
06:01इसी वज़ा से reactor की power 1000 से सीधा 30 मेगावाट्स तक जागी दी
06:06reactor की power को वापस बढ़ाने के लिए control rods को थोड़ा बाहर निकाला गया
06:12तब ये power 30 से बढ़कर 200 मेगावाट्स तक जाब पहुँची
06:16power को मजीद बढ़ाने के लिए थोड़ी और control rods को बाहर निकाला गया
06:22अब total 211 में से सिर्फ 8 control rods reactor के अंदर मौजूद थी
06:28और ये rule book की violation थी
06:31rule book में लिखा था कि reactor के अंदर 15 से कम control rods नहीं होनी चाहिए
06:36इस violation की वज़ा से हुआ यू के reaction तेजी से बढ़ा और power 200 से बढ़ती बढ़ती 1000 मेगावाट को भी क्रॉस करके कई 1000 मेगावाट तक जा पहुची
06:49इतनी ज्यादा heat की वज़ा से pipes में पानी तेजी से evaporate होनी लगा
06:54जो के असल में reactor के कोर को ठंडा करने का काम भी कर रहा था
06:58इसी समय कंट्रोल रूम में फोरण एक खौफ की लहर दोड़ गई और पूरा reactor वाइबरेट करना शुरू हो गया
07:06इस चीज़ को कंट्रोल करने का एक ही solution था कि emergency shut off button को दबा दिया जाए
07:13जिससे सारी control rods reactor में जाकर nuclear reaction को बंद कर देंगी और engineers ने भी यही किया था
07:22उन्होंने फोरण emergency shut down का बटन तो दबा दिया लेकिन जैसे ही control rods अंदर गई रियक्टर एक जोरदार धमाके से फट पड़ा
07:32साइसमो कराम में इस धमाके की शिदत 225 टन TNT बलास्ट के बरावर record की गई
07:39comparison के तोर पे आपको बताते चलें के हीरोशीमा पर गिराए जाने वाले nuclear bomb लिटल बॉई ने जितनी खतरनाक gases atmosphere में रिलीस की थी
07:48ये disaster उससे 400 टाइम्स ज्यादा gases रिलीस कर चुका था
07:54इस वक्त 26 एपरिल 1986 रात के एक बचकर 26 मिनट हो रहे थे
08:01यहां सवाल उठता है कि control rods तो reaction को slow down करने के लिए डाली गई थी
08:07तो फिर इन्होंने reaction को बढ़ा क्यों दिया
08:10असल में ये धमाका control rods की tip पर लगे graphite की वज़ा से हुआ था
08:15जैसा कि आपने शुरुआत में जाना ये control rods बोरॉन कारबाइट की बनी थी लेकिन इनकी tip ग्रिफाइट की थी
08:23बोरॉन कारबाइट तो न्यूकलियर reaction को रोक सकता है लेकिन ग्रिफाइट reaction को मजीद बढ़ा देता है
08:30emergency shutdown बटन दबाने से पहले जो reaction पहले ही अपनी limit से बाहर था
08:36उसमें ग्रिफाइट की टिप जाते ही तेजी आई और रियक्टर की वाल्स का बरदाश्ट का लेवल खतम हुआ और वो भट पड़ी
08:44दो इंजिनियर्स मौके पर ही मारे गए और दो लोग बुरी तरहां से जल गए
08:49धमाके की वज़ा से प्लांट के reactor 4 में आग लग गई
08:53पहले तो इसे आम आग ही समझा गया क्यूंके कोई नहीं जानता था कि इस धमाके की वज़ा से 5% radioactive material एक्मोसफेर में जा चुका है
09:14बलके गिरिफाइड की आग थी जिसको बुजाना इतना आसान नहीं था
09:18हादसे के फौरण बाद पूरे प्रिपियर्ट शेहर को रातो रात खाली करवा दिया गया
09:24जिसमें उस वक्त करीब 50,000 लोग बसते थे
09:27एमरजनसी डिकलेर करके सोवियत यूनियन ने कई सो बसेस का इंदजाम किया
09:32जो इस शेहर के लोगों को यहां से बहुत दूर सलावटिच सिटी में ले गई
09:37वहां चर्नूबल में अगले 10 दिनों तक ये आग बजाने का काम चलता रहा
09:42हेलिकॉप्टर्स की मदद से भी 5000 टन से ज्यादा रेट, मटी और ऐसी चीजें फैंकी गई जिससे आग पर काबू पाया जा सकता है
09:51आखरकार 10 दिन बाद जाकर ये आग बजाई गई लेकिन अगले कई दिनों तक मसलसल रेडियो एक्टिव गैसेज एटमोसफेर में जाती रही
10:01फायर फाइटर्स जो आग बजा रहे थे वो रेडियो एक्टिव गैसेज की वज़ा से बीमार हो गए और कुछ लोग आने वाले दिनों और कुछ आने वाले महीनों में चल बसे
10:12पहले तो सोवियत यूनियन इस वाके की खबर को दमाना चाहता था क्यूंके कोल्ड वार का दौर था और ये खबर सोवियत यूनियन का इंप्रेशन बुरी तरहां खराब कर सकती थी
10:23लेकिन ये राज ज्यादा देर तक छुप ना सका दमाके के 36 गंटों के बाद 28 एपरिल को स्वेडिश रिडियेशन मौनिटरिंग स्टेशन ने देखा कि हवा में रिडियेशन का लेवल मसलसल बढ़ रहा है और ये रिडियेशन्स यूकरेन की तरफ से आ रही है
10:40इसी वज़ा से आखिरकार सोवियत हकूमत को मामला दुनिया के सामने रखना ही पड़ा जैनोबल के रियक्टर 4 में लगी आग बुजाने के बाद भी खत्रा अभी तक पूरी तरहां से टला नहीं था
10:54रियक्टर के नीचे पानी का एक पूल था जिसमें बहुत बड़ी मिक्दार में रेडियो एक्टिव माटिरियल जा चुका था
11:01अगर वक्त पर इसको खाली ना किया गया तो इस पानी की स्टीम हवा में मजीद रेडियो एक्टिव कैसेज फैला देगी
11:09इसको खाली करने का एक ही तरीका था कि इसके अंदर कोई कूद कर जाए और पूल के बाटम पर इसका ड्रेन वाल्व खोल दे
11:18पर इस रेडियो एक्टिव पानी में जाने का मतलब सीधा सीधा अपनी जान दाओ पर लगाने जैसा ही था
11:25और ये काम करने के लिए कोई भी राजी नहीं हुआ
11:29यहां पर सामने आए तीन हीरोज बलके सुपर हीरोज
11:33मेकेनिकल एंजिनियर अलेक्जी एननिंको
11:36सीनियर एंजिनियर विलेरी बेसपलोफ
11:38और शिफ्ट सुपरवाइजर बौरिस बेरनोफ
11:41इन्होंने अपनी जान को खत्रे में डाल कर
11:44दूसरों को बचाने का फैसला किया
11:47ये तीनों डाइवर्ज उस पूल में उत्रे
11:49और अंधेरे में सुइम करते हुए
11:51उसके ड्रेंस को खोला
11:53और पानी को खाली करके
11:55रियेक्शन रोग दिया
11:57इनके इस मिशन को कई लोगों ने सुइसाइड मिशन कहा था
12:00लेकिन खुशकिसमती से ये तीनों सही सलामत बाहर निकल आए
12:04मगर अभी तक बहुत नुकसान हो चुका था
12:08धमाके के नतीजे में आयोडीन 131
12:11और दीगर खतरनाक केमिकल्स हवा में फैल चुके थे
12:14जिसकी वज़ा से हजारों लोगों को थायरोइट कैंसर हो गया
12:18और कई हजार लोग इसकी वज़ा से मारे गए
12:21इन में ज्यादा तर वो लोग थे जिनका तालुक फायर फाइटिंग टीम से था
12:26और जिनोंने बाद में चर्नोबल में ऑपरिशन क्लीन अप में हिस्सा लिया था
12:31इसके साथ साथ इन कैमिकल्स ने पूरे यॉरप में बड़ी तबाही मचाई
12:36जिन जंगलात में ये रेडियो एक्टिव वेस्ट गिरा वो ग्रीन से रेड हो गए
12:41बारिश के साथ ये कैमिकल्स जहां जहां गिरे वहां की घास में भी ये वेस्ट फैल गया
12:47और वो घास जिन जानवरों ने खाया उनको भी काफी नुक्सान हुआ
12:51इस हादसे के पहले चार महिनों में सिर्फ 31 लोग मारे गए
12:56लेकिन इसकी वज़ा से जो रेडियेशन्स हावा में गई उसने आने वाले चंद सालों में तकरीबन चार हजार लोगों की जान ले ली
13:04ये तो वो फिगर है जो सिर्फ एक एस्टिमेट है
13:07असल में इसकी वज़ा से कितनी अमवात हुई होंगी इसका अंदाजा लगाना भी काफी मुश्किल है
13:13आज चैनोबल डिजास्टर की साइट पर आम पबलिक को जाने की इजासत नहीं है
13:19क्योंके आज 38 एर्स के बाद भी कुछ न कुछ रिडियेशन्स वहां से निकल ही रही है
13:25और ये अगले 400 सालों तक नुकसान पहुचाती रहेंगी
13:29ये रिडियेशन्स हवा में ना पहलें
13:32इसी वज़ा से हकूमत ने इसके उपर एक बहुत बड़ा डॉम इस्टॉल किया है
13:37जिसको बनाने में करीब 3 अरब यूएस डॉलर्स का खर्चा आया था
13:42और ये अगले 100 सालों तक चेनोबल डिजास्टर की रिडियेशन्स को एटमॉसफेर में फैलने से रोके रखेगा
13:49उमीद है जैम टीवी की ये वीडियो भी आप लोग भरपूर लाइक और शेयर करेंगे
13:53आप लोगों के प्यार भरे कॉमेंट्स का बेहद शुक्रियां मिलते हैं अगली शांदार वीडियो में
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