00:00अनात बेटा, रुपा और शेखर सरीता विहार में रहते हैं, वो अपनी जिन्दगी में बेहत खुश होते हैं, दोनों का शावरे नाम का एक बेटा भी होता है, जिस पर दोनों ही अपनी जान छिड़कते हैं
00:12शेखर, अब तो आप शावरे का अपनी गोद से नीचे उतार दीजिए, उसके सोने का टाइम हो रहा है
00:18नई रूपा, इसे मेरे पास ही रहने दो प्लीज, मैं थोड़ी दिर में इसे बिस्तन में सुला दूँगा
00:24लेकिन कल सुबाब की ऑफिस में मीटिंग भी तो है ना, और इसके लिए आपको कल जल्दी भी तो निकलना होगा
00:30जाई, आप भी जाकर सोजाईए
00:32या यार, अभी तो मेरी गोद में आया था मेरा बेटा, और तुम उसे लेकर जा रही हो
00:38बाद में कर लेना अपने बेटी से प्यार, अभी जाकर सोजाईए
00:44रूपा शेखर से शौरे को ले रही होती है, कि तभी शौरे रोने लगता है
00:50शौरे को रोता देखकर, रूपा उसे फिर से शेखर को थमा दीती है
00:54आपका बेटा न, एक नंबर का नौटन की है, बिल्कुल आप पर गया है वो
01:00साफ बोलो न, तुम्हें जलन होती है, हम दुनों बाप बिटे का प्यार देखकर
01:06पहले बड़ा तो होने दो तुम शौरे को, फिर देखना, वो सबसे ज्यादा मुझे ही प्यार करेगा
01:15देखते हैं, देखते हैं
01:17ऐसी ही दिन बीटे चले जाते हैं, और एक दिन कैंसर की बिमारी के चलते रूपा की मौध हो जाती है
01:24अब शौरे तीन साल का हो चुका होता है, जिसकी कारण उसकी दादी शेखर पर दूसरी शादी का दबाव बनाने लगती है
01:32शेखर, शावरिया भी बहुत छोटा है, और उसे इस समय एक मा के प्यार की बहुत जरूरत है
01:41मा मुझे दूसरी शादी नहीं करनी, क्या पता जो दूसरी औरत आएगी वो मेरे बेटे को एक मा का प्यार दे या ना दे
01:49तो रूपा की छोटी बहन बैशाली से ही शादी क्यों नहीं कर लेता
01:54वो तो शावरिया को एक मा का प्यार पूरा दे सकती है ना
01:57मैंने कहा ना मा मुझे दूसरी शादी नहीं करनी
02:01और अपनी ही पत्नी के बहन से तो हर्गिस नहीं
02:05उपर से अगर रूपा देख रही होगी तो वो क्या सोचेगी
02:08अपने लिए ना सही लेकिन तुझे शावरे के लिए तो शादी करनी ही पड़ेगी ना बेटा
02:14शेकर कुछ कहता उससे पहले ही अंजुमन उसे रूपा की कसम दे देती है
02:20जिसके आगे मजबूर होकर शेकर शादी के लिए हामी भर देता है
02:25देखो वैशाली मैंने तुम से शादी सिर्फ अपने बच्चे के लिए की है
02:31मैं चाहता हूँ कि तुम उसे एक मा का भरपूर प्यार दो
02:34शावरे आपके साथ साथ मेरा भी कुछ लगता है
02:38अगर आप मुझसे शादी नहीं भी करते
02:41तब भी मेरा प्यार शावरे के लिए कभी कम या ज्यादा नहीं होता
02:45शादी की कुछ दिनों बाद ही शेकर की मा की भी मौद हो जाती है
02:49वैशाली शावरे को एक मा से भी बढ़कर प्यार दीती है
02:53शवर्य को लेकर वैशाली का यूनिस्वार्थ प्यार देखकर शेखर को भी उससे प्यार हो जाता है और कुछ सालों बाद शेखर और वैशाली का भी लड़का हो जाता है
03:04लेकिन इसके बाद वैशाली का शवर्य को लेकर बरताव बदलने लगता है
03:09वैशाली मैं देख रहा हूँ
03:12तुम आज कर शाउर्य का जरा भी ध्यान नहीं रख रही हो
03:15मुझे पता नहीं था कि आदित्य के होने के बाद तुम इतना बदल जाओगी
03:19आदित्य मेरे अपना सगा खून है और शाउर्य दीदी का
03:24फिर मैं दोनों में अंदर कैसे नहीं करूँ
03:26मा भले ही दोनों की अलग-अलग है लेकिन पिता तो एक है न
03:30अगर मुझे पहले पता होता कि तुम इतनी जल्दी बदल जाओगी
03:34तो मैं कभी तुमसे शादी ही नहीं करता
03:37हाँ तो किस दी कहा था आपसे मुझसे शादी कने के लिए
03:40मैं थोड़ी ना आई थी आपकी पास
03:42आपकी मा ही आई थी
03:44मेरे घर आपका रिष्टा लेकर
03:45वह शाली
03:47मुझे तुमसे ऐसे उंबिन देही थी
03:50गुस्से में शेकर अपना पैर पटकता हुआ
03:53शावरिया को वहाँ से लेकर चला जाता है
03:54पापा ममा मुझसे प्यार क्यों नहीं करती
03:58क्या मैं उनका सगा बेटा नहीं हो
04:01इसलिए मुझसे प्यार नहीं करती
04:03ममा नहीं करती तो क्या हो बेटा
04:07पापा तो करते हैं ना आपसे प्यार
04:09कुछ दिनों के बाद
04:11आज तुझे खाना पिना कुछ नहीं मिलेगा
04:14चल चुपचाब से अपने रूम में जाकर सुजा
04:16मा, अब भाई को खाना क्यों नहीं दे रही हो
04:20बिटा, तु आराम से खाना का
04:22इस नालाइक की चिंता मत कर
04:24एक दिन खाना नहीं खाएगा तो मन नहीं जाएगा यह
04:27अगर भाईया नहीं खाएंगे तो मैं भी नहीं खाऊंगा
04:32तु अपने भाई का भक्त क्यों बन रहा है
04:34यह तेरा सौतेला भाई है, सगा नहीं जो तु लक्षमन बन रहा है
04:38मा, आपको इतना भी नहीं मालम
04:42श्री राम और लक्षमन सगे भाई नहीं थे
04:45श्री राम माता कोशल्या और लक्षमन माता सुमित्रा की कोक्सिजन में थे
04:52दोनों की सिर्फ पिदा एक थे लेकिन मा लगती
04:56मुझे ज़्यादा ग्यान देनी के ज़रूरत नहीं है
04:59ये सत यूग और त्रेता यूग नहीं है समझे
05:02आया बड़ा भाई का चमचा
05:04इतना कैगर वैशाली वहाँ से चली जाती है
05:07जिसकी कुछ टाइम बाद शीकर वहाँ आता है
05:10और आदित्य उसे सारी बात बताता है
05:12मुझे माफ करता शोरिया
05:15तुम्हारी मा के जाने के बाद
05:17मुझे दूसरी शादी का फैसला करना ही नहीं चाहिए था
05:19अगर मैं दूसरी शादी नहीं करता
05:21तो शायद आज तुम्हारी ये हालत ना होती
05:25नहीं पापा
05:26अगर आप शादी नहीं करते
05:28तो मुझे आदित्य जैसा छोटा भाई कभी नहीं मिलता
05:31थैंक यू
05:32मुझे इतना अच्छा भाई देने के लिए
05:34तुम दोनों हमेशा ऐसे ही साथ रहना
05:38फिर कोई भी तुम दोनों का कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा
05:41चलो, मैं तुम दोनों को आईस क्रिम खिला कर लाता हूँ
05:45बहुत भोख लग रही है ना
05:46शेकर, शावरिया और आदित्य को आईस क्रिम दिलाने ले कर जाता है
05:50वो दोनों को पार्क में खड़ा करकी आईस क्रिम लेने जाही रहा होता है
05:55तब ही तीज रफ्तार से आती हुई एक गाड़ी उसे कुछ दिती है
05:58और उसी पल शेकर की मौत हो जाती है
06:02जिसके बाद शावरिया की जिन्दगी नर्क से भी बत्तर हो जाती है
06:06महज साथ साल का शावरिया
06:24वैशाली की कहने पर अपने नन्ने नन्ने हाथों से पूरे घर की सफाई करने लगता है
06:29ऐसे ही दिन बेटने लगते हैं
06:32लेकिन मासी से मा बनी वैशाली को उस मासूम से बच्चे पर जरा भी तरस नहीं आता
06:38क्यों शावरिया ये घर में इतनी गंगी कैसे हो रही है
06:42ढंग से सफाई नहीं की है क्या तुने
06:45माम मैंने तो अच्छे से सफाई की थी
06:48लेकिन आदित्या बार बार इधर उधर चल कर गंदा कर देता है
06:52अच्छा
06:53खुझ से एक काम ढंग से नहीं होता
06:56और अपनी गलतियों का जिम्मेदार मेरे बेटे को ठहराता है
06:59इतना कहकर वैशाली बास का डंडा उठा कर शौर्य को जोर जोर से मानने लगती है
07:05तब ही वहाँ वैशाली के माय के वाले भी आ जाते हैं
07:09और उसकी सारी कर्टूते देख लेते हैं
07:12मा मैं ऐसा क्या करूँ
07:14जिससे आप मुझे भी आदित्य के जितना प्यार करोगी
07:17बोले ना मा मेरे क्या करने से आपके अंदर मेरे लिए ममता जागेगी
07:23वैशाली शौर्य की एक नहीं सुनती
07:26उसके उपर डंडे बरसाती जाती है
07:28हद पार होते देख वैशाली की मा उसका हाथ पकड़ती है
07:32और जूर से उसे खपड़ मारती है
07:34यही सब करने के लिए तुने दामाज जी से शादी की थी
07:38हमने सपने में भी तुझसे ऐसी हरकत की उमीद नहीं की थी
07:42तुम मा नहीं मा के नाम पर एक धपा है
07:44बस कीजिए मा
07:46आदीत्य की इस दोनिया में आने से पहले मैंने इसे बहुत प्यार किया था
07:50लेकिन अब जब मेरी खुद की आलाद है
07:52तो मैं किसी और के बच्चे से प्यार क्यों करूँ
07:54अरे नाला एक आरत
07:57जिसे तु किसी और का बच्चा कह रही है
08:00वो तेरी खुद की सगी बहन का बच्चा है
08:02बहन है तो क्या हुआ
08:04मेरे अपने बच्चे से बढ़कर तो नहीं हो सकता ना ये कभी
Be the first to comment