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  • 2 days ago

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00:00फाइव जी बहू
00:01सुमित्रा जी का बेटा था अमित और बहू का नाम था अमरिता
00:05सुमित्रा जी की बहू की बाते सुनकर ऐसा लगता था कि जैसे वो बहुत इंटेलिजिन्ट है
00:11क्योंकि उससे कभी भी कोई भी सवाल पूछो फट से जवाब दे देती थी
00:15अरे भाई उसके जवाब से तो गूगल भी पीछे रह जाता था
00:20और इसलिए कम से कम सुमित्रा जी के घर में तो किसी को भी गूगल की जरूती नहीं पड़ती थी
00:26जब भी घर में कोई बात चलती कोई कुछ भी कहता तो अमरिता फट से कह देती
00:31ये तो मेरे साथ भी हुआ था मुझे इसके बारे में सब मालुम है
00:35एक दिन सुमित्रा जी अमीत और अपनी बहु अमरिता के साथ
00:40अमित के बुआ जी फूफा जी यानि के मुकेश और उर्मिला जी के यहाँ पर मिलने के लिए गए
00:45अरे बहुत अच्छा किया आमित बिटा इतने दिनों के बाद आये हो तुम
00:52हाँ सुमित्रा भाबी कभी तो आजाया करिये अपने बच्चों को लेकर
00:57आपकी बहु के आने से तो हमारे घर में भी रौनक आ गई है
01:01वो क्या है ना अमित आफिस के काम में बहुत बीजी रहता है
01:05इसलिए उसे तो वाक्त ही नहीं मिल पाता
01:08अच्छा लगता है नौकरी काफी मुश्किल है अमित की
01:11अरे नहीं नहीं फूफा जी ऐसी कोई बात नहीं है
01:14आप तो जानते हैं ना प्राइवेट जॉब में कितना काम होता है
01:17अरे कोई समझे ना समझे मुझे तो पता है
01:20प्राइवेट नौकरी में इतना काम करना पड़ता है
01:24कि इंसान की आफ़त आ जाती है
01:26लेकिन बेटा तुमने तो कभी जॉब की ही नहीं
01:30तुम्हें कैसे बता
01:31अरे जाब नहीं की तो क्या हुआ ममी जी
01:34सब जानती हूँ मैं
01:35सबसे पहले आफिस में जाओ
01:37वहाँ पर अपनी एंट्री डालो
01:39उसके बाद दिन भर सिस्टम पर बैठ कर काम करो
01:41चारों तरफ कैमेरे लगे होते हैं
01:44आप अपनी नजर इधर के उधर नहीं कर सकते
01:46उसके बाद दिन भर बास की चिक-चिक सुनो वो अलग से
01:51यही सब होता है मुझे ना सब पता है
01:54अरे बहुरानी तो काफी इंटलिजिंट है
01:57हर बात की खबर है इसको
01:59थोड़ी दिर बाद
02:01अब देखे सुमित्रा भावी
02:03इतने दिनों के बाद आई हैं आप
02:05खाना खाकर ही जाना
02:07ऐसे तो मैं आपको जाने नहीं दूगी
02:09विसी बुआ जी
02:11खाने में क्या बनाया है
02:12वो क्या है ना पिटा
02:14आज तुम्हारी बुआ जी की तब्या
02:16थोड़ी ठीक नहीं थी
02:17इसलिए हमने सोचा कि
02:19जब तुम लोग यहां आ जाओगे
02:20तो बाहर से खाना मंगवा लेंगे
02:22और साथ में बैट कर खाएंगे
02:23लेकिन बस प्रॉब्लम इतनी सी है
02:26कि मुझे बाहर से खाना
02:27और्डर करना नहीं आता
02:29सोचा जब आमित आएगा
02:31तो उसी को बोल दूगी
02:32आरे मुझे आता है न
02:34मैं कर देती हूं और्डर
02:36बतागे क्या-क्या मंगाना है आपको
02:38इटालियन, कॉंचिनेंटल, इंडियन, पंजाबी
02:40सब पता है मुझे
02:42क्या बात है पहू
02:44क्या घर में भी खाना रोज
02:46बाहर से आर्डर करती हो
02:48अरे नहीं नहीं पुआ जी
02:50ऐसी कोई बात नहीं है
02:51बस मुझे न सब पता है
02:54कोई बात नहीं अमरेता
02:55मैं अपने फोन से आर्डर कर दीता हूं
02:58अरे क्या बात है
03:00आजकल ओनलाइन डिलिवरी पर
03:02कोई ओफर नहीं चल रहा है
03:03वहना काफी पैसे बच जाते
03:05कैसी बात करते हैं आमीर
03:07मैं कह रही हूं न मुझे सब पता है
03:09मुझे एक बहुत अच्छा आनलाइन डिलिवरी वाला मालूम है
03:12जहां पर 50% आफ मिल जाएगा
03:14और आज तो वैसे भी फ्राइडे है ना
03:32काम कर तूसी को औरडर करने दे
03:35क्या बात है अमरिता पीटा तुम तो बहुत इंटलिजेंट हो
03:40सब कुछ जानती हो
03:41कुछ दिनों के बाद सुमित्रा जी की कुछ सहलियां उनसे मिलने के लिए आती है
03:46अरे सुमित्रा बहन कैसी हो
03:50बहु कैसी है तुम्हारी
03:51सुमित्रा जी अमरिता को बाहर बलाती है
04:15और उसकी बाद सब लोग बाते करने लगते है
04:17क्या बताओं कुछ दिनों से घुटनों में इतना दर्द हो रहा है
04:22कि चला भी नहीं जाता
04:24अब बुड़ा पे में तो ये सब चलता ही रहता है
04:28क्या कर सकते हैं
04:30आंटी जी अब योगा करिए
04:32योगा और साथ मेना काले तिल खाया करिए
04:35आपके घुटनों का दर्द भाग जाएगा
04:37लेकिन तुमको ये सब कैसे पता बिटा
04:41अरे मेरे भी घुटनों में दर्द होने लगा था
04:44मैंने योगा किया
04:46और काले तिल के साथ गुड मिला कर उनके लड़ों बना कर खाया
04:50एकदम ठीक हो गया है मेरे पेर
04:51अमरिता ये तुम क्या कह रही हो
04:55एतनी काम उम्रम है तुम्हारे पेरों में दर्द कैसे हो सकता है
04:58अरे ममे जी सच कह रही हूँ
05:00एक बार अगर कोई ये नुस्खा अपना ले ना
05:03बस मज़ा आ जाए
05:04ठीक है बेटा अगर तुम कहती हो तो
05:08मैं ये करके देखती हूँ
05:10मुझे सब पता है अंटी जी
05:12ये मेरे साथ हो चुका है
05:14इसलिए तो बता रही हूँ मैं आपको
05:15ऐसे नहीं बताती किसी को
05:17कुछ दिनों के बाद
05:19अमित अमरिता को अपने दोस्तों के साथ
05:22घुमने के लिए ले ले जाता है
05:23क्या यार क्या जिन्दगी हो गई है
05:26सारा दिन ऑफिस का काम करते रहो
05:29अपनी हेल्थ पर तो ध्यान ही नहीं दे सकते
05:31अरे क्यों नहीं दे सकते अपनी हेल्थ पर ध्यान
05:34सैब दे सकते हैं
05:36इंसान चाहिए तो कुछ भी कर सकता है
05:37क्या बात है बावी
05:39आप इतनी surety के साथ कैसे कह सकती है
05:42अरे आज कल न एक से एक application है market में
05:46और जानते उसमें कुछ exercise तो ऐसी बताते हैं
05:50जिनें आप अपने office में बैठे बैठे
05:52मेरा मॉटलब laptop पर काम करते करते भी कर सकते है
05:55अमरे तो ऐसी exercise के बारे में तो मुझे भी नहीं पता था
06:01तुम्हें कैसे मालूँ अरे मुझे सब पता है
06:05हर चीज की ख़बर रखती हूँ मैं जानते हैं आप
06:08लेकिन ऐसी कौन सी application है और ऐसी कौन सी exercise है भावी
06:14एक मिनिट एक मिनिट मैं आपको अपने mobile में दिखाती हूँ
06:18अरे वाकई में भावी तो सही कह रही है
06:20देखो यार इसमें कितनी अच्छी exercise दिखाई गई है
06:23अपनी chair पर बैठे बैठे exercise भी कर लो
06:26काम भी और health भी वाव भावी वाव मज़ा आ गया
06:29लेकिन अमरे तो तुम्हें इस बारे में कैसे पता
06:32अब मेरी साथ जो चीज हो चुकी है
06:35उसकी बारे में तो मुझे पता होगा ही ना आमीद
06:37मतलब तुम कभ आफिस में काम करने गई
06:40जो तुमने आफिस करते करते exercise की
06:43मैं जो किचिन में काम करती हूँ आमीद
06:47घर की काम वो किसी आफिस के काम से काम है क्या
06:50बस मैं भी वो सब करते करते
06:53इन में से कुछ exercise strike कर लेती हूँ
06:55इसलिए मुझे सब पता है
06:57सही है यार
06:59तुम तो बहुत intelligent हो
07:00कुछ दिनों की बाद
07:02ये क्या है
07:04एक दोस्त ने मेरे साथ एक मजाग किया है
07:07लेकिन समझ महीं नहीं आ रहा
07:08अरे बेटा तो अमरिता से पूछ ले न
07:11उसके पास कोई ना कोई जवाब
07:14जरूर होगा
07:15ठीक कहती है ममी जी
07:17मैं सब जानती हूँ
07:18लेकिन आमरिता ये थोड़ा मुश्किल है
07:21सोच लो
07:21मेरे लिए कुछ भी मुश्किल नहीं
07:24दुनिया की कोई भी पहली हो
07:25मैं चिटकी में सॉल कर लेती हूँ
07:28अच्छा ठीक है
07:29देखो मेरे दोस्त ने मुझे खाली पेपर दिया है
07:31और कहा है कि इस पर
07:32उसने मेरे लिए कुछ मैसेज लिखा है
07:35अब एक बात बताओ यार
07:37खाली पेपर पर
07:38जिस पर कुछ भी नहीं लिखा हुआ
07:41उसे मैं कैसे पढ़ कर बताओं
07:43अरे बस इतनी सी बात
07:46इससे तो मैं चुटकियों में साल कर दूँगी अमीत
07:49लेकिन कैसे बाहू
07:51इस पेपर पर तो वाकई मैं कुछ नहीं लिखा हुआ
07:54एकदम खाली पेपर है
07:56कैसे क्या पढ़ोगी तुम
07:57अमीत एक छोटा सा काम करो
08:00जल्दी से एक मुंबती लिकर आओ
08:02अरे बहू पेपर में आग लगाने का इरादा है क्या
08:06नहीं नहीं ममी जी
08:08इस पेपर पर अमीत के दोस्त का लिखा हुआ
08:11मैसेज पढ़ने का इरादा है
08:12अमीत कैंडल लिकर आता है
08:15हम
08:16अब ना बस इस पेपर को धीरे धीरे कंडल के उपर घुमाते रहो
08:19देखना दो हे मिनिट में मैसेज अपकी आँखों के सामने होगा
08:23अच्छा ठीक है मैं ऐसा करके देखता हूँ
08:26दो मिनिट के बाद
08:27हारे वाकई मैं इस पर तो आक्षर बनने लगे
08:32लेकिन यहुआ कैसे और अमरिता तुम्हें कैसे पता
08:35बाद सिंपल है ममी जी
08:38अमेद के दोस्त ने निमो के रस से मैसेज लिखकर उससे सुखा दिया
08:42आप अगर मैसेज पढ़ना हो ना
08:44तो पेपर को आग के सामने ले जाओ
08:47और लेटर्स अपने आप उबर कर आ जाते हैं
08:50वाब हो लेकिन तुम यह सब कैसे जानती हो
08:54अरे मम्मी जी जब मैं छोटी थी ना
08:57तो अपनी सहलियों के साथ ऐसे ही गेम खिला करती थी
09:00यह तो मेरे साथ कितनी बार हो चुका है
09:02मुझे सब पता है
09:04तुमारी वज़े से आमें कुछ भी सोचने के जरुरत ही नहीं पड़ती
09:09तुम सब कुछ बता देती हो
09:11कुछ दिनों के बाद
09:13सुमित्रा जी को अमरिता के प्रेगनेंट होने की खुश खबरी मिलती है
09:16और सुमित्रा जी अमरिता को डॉक्टर की यहां लेकर जाती है
09:20देखे सुमित्रा जी
09:22आपकी बहु की तब्यद बिलकुल ठीक है
09:24किसी भी तरह की चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है
09:28लेकिन हाँ
09:29उनको आयन वाली डायेट खाने की बहुत जरुरत है
09:33ठीक है डाक्टर साहब
09:35आप बता दीजिये मैं अपनी बहु को क्या-क्या खिलाओ
09:37ताकि उसकी तब्यद ठीक रहे
09:39और आने वाले बच्चे की भी
09:41हरे मम्मी जी इसमें डाक्टर से पूछने की क्या जरुरत है
09:45किशमिश है, अनारे, पालेख है
09:48यह सब खाना चाहिए
09:49आयन का लेवल बिल्कुल बराबर रहता है
09:51अरिवा, आपकी बहु तो सब कुछ पहले से ही जानती है
09:55यह बहुत अच्छी बात है
09:57देखो आयन की साथ तुमें कैल्शियम भी खाना होगा
10:01जानती हूँ मैं
10:03अगर आयन की खाली सप्लिमेंट लेते हैं
10:05और कल्शियम नहीं लेते
10:06तो बाड़ी उसे अच्छी से अब्सॉब नहीं कर पाती
10:09सब पता है मुझे
10:10बहु यह भी मालुम है
10:12हाँ ममी जी, आप तो जानती है न
10:15मुझे सब पता है
10:18आपकी बहु की बाते सुनकर अच्छा लग रहा है
10:22मुझे ऐसी बहुत कम लड़कियां मिलती है
10:24जिने इतनी नौलेज होती है
10:26सारे सवालों के जवाब देती है
10:29और हमारे इंडिया में तो वैसे भी हालाँ बहुत खराब है
10:32बिल्कुल ठीक कह रहे है आप डक्टर साब
10:34लेकिन मैं उन लड़कियों की तरह नहीं हूँ
10:37बहुत खयाल रखती हूँ मैं हर चीज का
10:39और जानती है आप
10:40हमारे घर में तो किसी को किसी चीज के बारे में
10:43गूगल करने के जुरुत ही नहीं पड़ती
10:45बिल्कुल ठीक कह रही है अमरिता
10:47आरे कुछ भी पूछ लो इस साब पता होता है
10:51अरे वा तुम तो बड़ी कमाल की लड़की हो
10:54चलो ये तो बहुत अच्छी बात है
10:56लेकिन फिर भी डॉक्टर की सलापर पूरा ध्यान देना चाहिए
10:59बैसे क्या चाहिए तुम्हें बेटा या बेटी
11:03अरे डॉक्टर साब कुछ भी हो जाए
11:06बस बच्चा अच्छी से हो जाना चाहिए
11:08मुझे तो दोनों में से किसी से कोई भी परेशानी नहीं
11:11और सुमित्रा जी आप
11:13डाक्टर मेडम मुझे तो लड़के और लड़की में कभी भेट करने की आदत ही नहीं है
11:19पोता आये या पोती मेरे लिए तो दोनों एक बराबर है
11:23सुनकर अच्छा लगा
11:24बैसे आप जानती है
11:26हमारे यहाँ पर तो लोगों को बड़ी बेचे नहीं रहती है
11:29यह जानने की के पेट में लड़का है या लड़की
11:32लेकिन विदेशों में ऐसा नहीं होता
11:34हाँ वहाँ पर तो सब कुछ पहले से ही बता देते हैं ना
11:38यह भी कोई बात हुई बला
11:40लेकिन तुम्हें कैसे बता कि वहाँ पर सब कुछ पहले ही बता देते हैं
11:45अच्छा हाँ हाँ तुम तो सब कुछ पहले से ही जानती हो ना तुम्हारे साथ तो सब कुछ पहले से ही हो चुका होता है
11:51नहीं नहीं मम्मी जी ये तो मेरी साथ पहली बार हो रहा है इसलिए मैं ये डायलोग नहीं बोल सकती
11:59मृता की बात सुनकर
12:01सुमित्रा और डॉक्टर दोनों हसने लगते हैं
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