00:00दर्पोक सास बहू जिगर और बलराज अपने अपने आफिस के लिए निकल जाते हैं जिसके बाद तानिया और उसकी सास घर की काम में बिजी हो जाती हैं तब ही रसोई में से तानिया की चिल्लानी की आवाज आती है
00:18तानिया की आवाज सुनकर उसकी सास भी वहाँ आ जाती है और क्या हुआ और इस तरह स्लेब पर चड़ कर क्यूं बैठी हो उस छिपकली की वज़े से
00:35है चिपकली और कहा है चिपकली ऐसा बोलते हुए तानिया की सास भी डर कर स्लेब पर चड़ जाती है अरे जब इन चिपकलियों को गूमने के लिए हमने दिवार और जट दी है फिर ये हमारे गूमने की जगह पर क्यों उतर आती है
00:51मजे क्या पता सामने बैठी है आप ही पूछ लो ना साथ में भगा भी दे ना इस पर सास डरते हुए स्लेब पर बैठी-बैठी ही छिपकली को भगाने की कोशिश करती है हुश हुश हुश हुश रजजा रजजा ना वापस अपने घर जा
01:08सासुमा छिपकली है कुट्ता नहीं अरे हाँ हाँ छोटी सी ही सही छिपकली तो है तो तुम ही भगा दो ना तानिया के सास उसे स्लेब से नीचे गिरा देती है जिस पर छिपकली तो डर कर फाग जाती है लेकिन दोनों सास पहु के बीच टॉब एंजरी वाला खेल शुर�
01:38हाँ सिर्फ छिपकली ही थी और आपको उससे डर नहीं लगता तो खोद क्यों नहीं भगा दिया अरे तेरे होते हुए अगर मुझे काम करने पड़े फिर बहु होने का फाइदा क्या है इसी तरह सुबर से शाम हो जाती है जिगर और बलराज भी ऑफिस से घर वापस आ जा
02:08मेरे डर पोक मुझ पर तीस सास से शैनी जैसे हुकम चला रही हो और एक चिपकली से डर गई इस पर दोनों बाप बेटे हसने लगते हैं जिसे देखकर सास बहु एक दूसरे की शकल देखते हुए अब अपनी लड़ाई भूल कर उन से लड़ना शुरू कर देती है अरे आ
02:38अभी आपको भी आएगा स्वाद इस पर घर में सास बहु ड्रामा बंध होकर पती पत्नी नाटंग की शुरू हो जाती है जिस पर तानिया से कहा सुनी के बीच जिगर अचानक चिलाते हुए कहने लगता है
02:52कौकरोच का नाम सुनते ही दोनों सास बहु सारी लड़ाई भूल कर फदक से कूट कर पास रखे सोफे पर चड़ जाती है
03:06जिगर की बात पर एक बार फिर दोनों डर से उचल जाती है जिसके बाए जिगर और बलराज इसी तरह कभी कोकरोच तो कभी छिपकली का नाम लेकर उन्हें परिशान करते हैं
03:36अकली सुपर
04:06दोनों बहुत देर तक जिगर और बलराज को डराने के लिए अलग-अलग तरीके सूचती है पर किसी भी अंजाम तक नहीं पहुच पाती जिस पर तानिया की सास उससे कहती है
04:21हम उन्हें नहीं डरा सकते पर अपना डर तो खत्म कर ही सकते है ना अगर हमारा डर खत्म हो जाएगा तो फिर वो अपने मजे के लिए किसे डराएंगे और इसी तरह उनका पचका हो जाएगा
04:33हाँ नाइस आइडिया पर मुझे इससे डर क्यों लग रहा है सास की बातों से डरते हुए भी वो दोनों अपने डर को खत्म करने के मिशन पर लग जाती है जिसमें पहला कौकरोच सामने आती ही वो डर कर भाग जाती है
04:48हमसे ना हो बाई मम्मी इससे आप ही निप्टो ना अरे क्या आप निप्टो साहत चल नहीं तो तेरे उपना छिपकली गिरा दूंगी हाँ बैस हाँ पहले छिपकली पगड़कर तो दिखाओ अरे यार चल ना इस पर दोनों भगवान का नाम लेते हुए एक वाइपल लेक
05:18हर डर पर काबू पाने लगती है कुछ हफ़तो बाद वा ममी आइडिया तो मस था अब कौकरोच हो या उसका बाप मैं किसी से नहीं डरती अरे शापाश और मैं चिपकली हो या उसका पूरा गैंग सबके चखके छुड़ा दूंगी
05:34पर ममी जी उससे पहले किसी को सबग सिखाना है उसी रात जब बलराज और जिगर टीवी देख रहे होते हैं तो दोनों सास बहु प्लान बनाकर छुपके से उन पर नकली चिपकली और कौकरोच फैंक देती हैं जिसे देखते ही वो दोनों अपनी जगह से उचल खड़े हो
06:04जब मा को डर लग रहा था तब तो बहुत खिली उड़ा रहे थे ससुर जी कौकरोच से तो हम जिसे टर पोग डरते हैं फिर आज आपको क्या हुआ
06:16दोनों हस्ते लगती है जिस से जिगर और बलराज को भी उनकी गलती का एहसास होता है