00:00माला की नई नई शादी हुई थी
00:05वो ससुराल में सबको नए नए पक्वान बना कर खिला थी और सब बहुत खुश रहते
00:12अरे माला ये क्या तू रोटी सबजी बना रही है
00:18माजी कई दिनों से रोज इतना तेल मसाला खा रहे है
00:23तो मैंने सुचा आज थोड़ा सादा खाना बना लूँ
00:28क्यों ये तेल मसाला तेरे माई के से आया है क्या
00:32मैं तो पूरी हलवा ही खाऊंगी समझ गई
00:36जी ठीक है माजी मैं आपके लिए पूरी हलवा बना दूँगी
00:42ठीक है और शाम को मैं दमालू और कचोरी खाऊंगी उसकी भी तैयारी कर लेना
00:50जी माजी अब कुंती रोज नई नई फर्माईशे करने लगी
00:57सुन कई दिन से मैंने छोले भटोरे नहीं खाए
01:03आज शाम को खाऊंगी
01:06पर माजी मैंने आज शाम का खाना जल्दी बना लिया है
01:12वो शाम को हमें बाहर जाना है न इसलिए
01:16अच्छा खुद बाहर जाकर चाट पकोड़ी खाएगी
01:21और मेरे लिए दाल रोटी बना के रख दी है
01:25नहीं नहीं माजी बहुत ही स्वादिष्ट गोभी की सबजी भी है
01:31हाँ हाँ गलाही क्यों नहीं दबा देती एक बार में मेरा
01:36बड़ापे में भी मैं अपनी मर्जी का ना खापाई तो जीने का क्या फाइदा
01:43ऐसा मत कहिए माजी मैं आपके लिए थोड़े से छोले भटूरे बना देती हूँ
01:50कुंती खुश हो जाती है अगले दिन
01:54ये क्या है ये एर फ्रायर है माजी इसमें खाना तलने में तेल घी का उप्योग नहीं करना पड़ेगा
02:04अरे ऐसे खाने में क्या स्वाद इससे तो अच्छा कि आदमी भूखा ही रह ले
02:11अरे माजी इससे आप बिना सिहत की परवा किये तले हुए भोजन की स्वाद का आनंद ले सकती है
02:20ऐसे खाने में क्या आनंद और क्या देवा आनंद तू अपने लिए ही बना ये सब मेरे लिए तो अच्छे घी में तल के प्यास के पकोड़े बना दे हाँ
02:37पर माजी इस तरह रोज रोज इतना तेल खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं है
02:45चल चल मुझे ये सब मत सिखा और जितना कहा है उतना कर
02:51अच्छा जैसे आपकी मर्जी
02:55मुहन मुझे लगता है आपको माजे से बात करनी चाहिए
03:01किस बारे में?
03:03हमारी शादी को दो महीने हो गया है
03:06आज तक एक दिन भी ऐसा नहीं गया जब माजी ने डाल रोटी खाई हो
03:12इतना तेल सेहत के लिए बहुत नुकसान दायक है वो भी इस उम्र में
03:19हरे मा हमेशा से ही ऐसे ही खाने की शौकिन रही है
03:23और कल तो तुमने रोटी और गोवी की सबजी भी बनाई थी ना?
03:30बनाई तो थी पर माजी ने अपने लिए अलग से छोले भटूरे बनवाय थी
03:35अच्छा तो अपसे तुम उनका खाना एर फ्राइर में बनाया करो
03:41पर वो माने तब ना?
03:45कह रही थी उसमें बने हुए खाना और भूसे में कोई फर्क नहीं है
03:49क्या?
03:53हे भगवान, मा को कैसे समझाओं कि ऐसा खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं है
03:58कुछ सोचना तो पड़ेगा
04:01अगले दिन फ्रूंती शाम को छे के बजाए आठ बजे सो कर उठती है
04:07सामनी मोहन, उसका डॉक्टर दोस्त राम और माला खड़े है
04:12क्या हुआ? मैं अब उठ रही हूँ
04:18और राम बेटा, तुम कैसे हो? बैठो बैठो
04:22मैं तो ठीक हूँ आठी, पर आप बिल्कुल ठीक नहीं है
04:27हाँ मा, तुम सोकर नहीं उठी हो
04:31तुम सोते सोते ही बेहोश हो गई थी
04:34माला ने जटपट मुझे फोन किया और मैंने राम को बिलाया
04:38क्या? मैं तो अच्छी बली, कड़ाई, पनीर और कुल्चा खाके सोही थी
04:46मुझे क्या हुआ? है?
04:51आपका कॉलेस्ट्रॉल बहुत बढ़ गया है आंटी जी
04:54कभी भी हार्ट अटेक आ सकता है?
04:58हाई हाई, शुम शुम बोल, काल पोल बढ़े मेरे दुश्मनों का
05:03अटेक आए उस कल मुही मीना को, जिसने बच्पन में मेरे बस्ते से काजू चुराए थे
05:12मुझे क्या हुआ है?
05:16काल पोल नहीं, कॉलेस्ट्रॉल मा जी
05:19ज्यादा तेल खाने से नसू में तेल जम जाता है
05:23और आपकी हालत तो बहुत ज्यादा खराब है
05:26अगर माला समय पर फोन ना करती, तो आपकी जान भी जा सकती थी
05:33क्या? इस भरी जवानी में? तो तो आप मुझे क्या करना होगा?
05:41बस दो मैने के लिए तेल घी बिलकुल बंद
05:45उसके बाद आपका टेस्ट करेंगे, फिर आप सिमित मातरा में सब खापाएंगी
05:52दो महीने मैं क्या कहूँगी राम बेटा?
06:01मैं हूना माजी, आप जो कहेंगी मैं सब बनाऊंगी
06:05बस बिना तेल का उप्योग किये
06:09ठीक, अब तो जो कहेंगी वही होगा इस घर में
06:15तेरा ही राज चलेगा
06:18मुझे दो समय का खाना तो दिया करेगी न
06:23अरे मेरी अक्टर मा, ये माला नहीं, डॉक्टर कह रहा है
06:29आँ, हाँ, ठीक है, समझ गई
06:32अच्छा बेटा राम, क्या आज रात हलवा पूरी खालू?
06:38कल से तो जिन्दगी दुश्वार होने वाली है
06:43ठीक है, आज रात खालीजिए, छूट है आपको
06:50तेरा लाख लाख शुक्र है भगवान, मेरी जान बक्ष दी
06:56जाने कहां से ये नाश पिटा, काल पॉल पीछ लग गया
07:02पर तुमने ये किया कैसे?
07:07अरे मैंने राम भाया से पूछ के मा जी की चाय में एक नींद की गोली डाल दी थी
07:12इसलिए वो रोज से ज्यादा देर तक सुती रही
07:16वा, मेरी अकलमन बीवी
07:19मानना पड़ेगा भावी, आपका प्लान तो काम कर गया
07:25अरे, अपनी मा जी को अपने हाथों बिमार कैसे हो जाने दू?
07:32और सब हसने लगते हैं
07:35शिक्षा, सेहत ही असली धन है