00:00अनिल को बच्पन से बाबा, जोगियों और जनतर मंतर पर बड़ा भरोसा था
00:09उसे कोई कुछ भी जादू टोना बता दे, कुछ भी कह दे, वो तुरंट मान लीता था
00:17अरे, अनिल भाई, यहाँ कैसे?
00:20ओ, महर, कैसे हो? पूरे दस साल बात तुम्हें देखा है
00:25बस ठीक हूँ, आफिस के काम से दो-तिन दिन के लिए यहां आया हूँ
00:30अच्छा अच्छा
00:31अरे, तुमने आज तक यह हरा पत्थर पहन रखा है
00:35हाँ भई, कॉलेज के समय पूरी पॉकेट मने दे कर उस जादूगर से पत्थर लिया था
00:42उसने कहा था, इसे पहनते ही मैं बड़ा आद्मी बन जाओंगा
00:45तो भई, पत्थर ने कोई कमाल दिखाया?
00:49अभी तक तो नहीं, पर मुझे यकीन है, जल्दी कुछ होगा
00:53मैं तो तब भी कहता था, आज भी कह रहा हूँ
00:58ये सब जादू मंतर कुछ नहीं होता दोस्त
01:00तो देख न, ये अंगुठी मुझे बड़ा आद्मी जरूर बनाएगी
01:05चल, भगवान करें ऐसा ही हो
01:08कुछ दिन बाद, अनिल एक विज्यापन पढ़ता है
01:13चहरा देख कर भविश्य बताने वाले बाबा
01:18बाबा जी से पूछ आता हूँ
01:21मेरा भाग ये कब बदलेगा
01:23अनिल बाबा की पास जाता है
01:26आईए आईए, ये बाबा हिमाले से आए है
01:3125 सालों तक बर्प में रहने के बाद
01:34बाबा ने ये सिधी पाई है
01:36सिर्फ पाँच हजार उपे दीजिए
01:38और अपना भविश्य देखिए
01:40पाँच हजार?
01:42ये तो बहुत ज्यादा है
01:44कुछ कम नहीं हो सकता क्या?
01:46यहां क्या प्यास भिक रहे है
01:48जो तुम मोल भाव कर रहे है
01:50पूरे पैसे निकाल वरना निकल ले
01:52अरे नहीं नहीं
01:54मैं तो मजाक करा था
01:56ये लो पैसे
01:58बाबा जी
02:00मैं बहुत परिशान हूँ
02:02दस साल से बड़ा आदमी बनने के सपने देख रहा हूँ
02:05ये सपने कब पूरे होंगे?
02:08कभी नहीं
02:09तेरी चेहरे पर लिखा है
02:11तो अगले दो महिने में मर जाएगा
02:14ये आप क्या करें बाबा जी?
02:18यही सच है
02:20अनिल रोते-रोते घर आता है
02:23रात पर वो कुछ सोचता रहता है
02:26सुबह होते ही वो बैंक चला जाता है
02:29सर, मुझे एक करोड का लोन चाहिए
02:33ठीक है
02:35आप जरूरी कागज ले आईए
02:38अनिल को लोन मिल जाता है
02:41अगले दिन
02:42बानी, ये लो तुम्हारे नए बंगले की चाबियां
02:47अब तुम्हे इस छोटे से घर में रहने की कोई जरूरत नहीं है
02:51क्या बात कर रहे हैं जी?
02:54हाँ, सही कह रहा हूँ
02:55जल्दी तैयार हो जाओ
02:56तुम्हे अपना नया बंगला दिखा कर आता हूँ
02:59बानी तैयार होकर बाहर आती है
03:02तु देखती है
03:04बाहर एक चम-चमाती कार खड़ी है
03:06क्या?
03:08क्या ये कार हमारी है?
03:12हाँ, हाँ, हमारी ही है
03:13आओ बैठो
03:14अनिल बानी को बंगला दिखा कर घर ले आता है
03:20अगले सुबर
03:21बानी?
03:23अगले मैंने हम बंगले में शिफ्ट हो जाएंगे
03:25उससे पहले सिंगापूर घूम आते हैं
03:28क्या?
03:29ये सब क्या हो रहा है?
03:31कहीं मैं सपना तु नहीं देख रही?
03:34नहीं, ये सब सच है
03:44अब तो बताईए
03:46इतने पैसे आपकी पास कहां से आए?
03:50देखो, तुम घबराना मत
03:52मेरी बात जहान से सुनो
03:54बोलिए?
03:56अब मेरी जिंदेगी बस एक महिने की और है
04:00है, मैं मर गई
04:03नहीं, तुम नहीं, मैं मरने वाला हूँ
04:07अब चुपो कर मेरी बात सुनो
04:09बोलिए
04:12मैंने एक करोड का लोन लेकर
04:15तुम्हारे लिए गाड़ी और बंगला लिया है
04:17तुम्हें सिंगापूर भी घुमा दिया
04:19मैं मर गया तो लोन नहीं चुकाना पड़ेगा
04:22मैं तो जा रहा हूँ
04:24पर मैंने तुम्हारे एशोहराम की व्यवस्था कर दिया
04:27पर आप क्यों मर रहे हो
04:30मुझे एक बहुत बड़े बाबाजी ने बताया है
04:33कि मैं मरने वाला हूँ
04:36अच्छा
04:37जाने से पहले
04:40अगर मेरे सोने की कंगन
04:42मैं मर रहा हूँ
04:44तुम्हे अपने गैलों की पड़ी है
04:46देखो जी
04:47आप तो मर जाओगे
04:49मुझे तो जीना पड़ेगा न
04:52इसी सुसाइटी में
04:54सब की साथ
04:56बिना कंगन पहने रहना
04:58अच्छा
05:05चलो कुछ पैसे बचे है
05:07तुम कंगन मिले ही लो
05:09एक महीने बाद
05:11ये बंगला तो बहुत सुन्दर है जी
05:14मुझे क्या
05:15मैं तो अब मौत के दिन गिन रहा हूँ
05:19गिनने की कोई जरूती
05:20मुझे सब याद है
05:22कल दो महीने होने वाले है
05:24ए भगवान
05:26कैसी बीवी दी है तुने मुझे
05:29मेरी मौत का दिन याद किये बैठी है
05:31अगली रात
05:33अभी तक मुझे कुछ नहीं हुआ
05:36हो ना हो आज रात को ही मेरा टिकेट कट जाएगा
05:40अब कहा जाने की टिकेट कर रहे हैं जी
05:42मैं भी चलूँगी
05:44चल मरने जा रहा हूँ
05:47तू भी चल
05:47ओ अच्छा अच्छा
05:50नहीं नहीं नहीं
05:51मैं तो योई कह रही थी
05:53ए भगवान मैं मरना नहीं चाहता
05:57कुछ करो प्रभू
05:58मेरे कंगन वापस बत लेना
06:00बाकि इनकी प्रातना सुन लो भगवन
06:03अगली सुबा
06:05मिया बीवी खुशी से
06:08नाचने लगते हैं
06:09तभी फोन की घंटी बचती है
06:12जी हम
06:14लेना देना बैंक से बूल रहे हैं
06:16आपकी पहले किष्ट
06:18एक लाख रुपे अब तक नहीं आई है
06:20आप जल्द किजिए
06:21हमें पुलिस भेजनी पड़ी की
06:23हाई राम
06:25ये तुम्हें भूली गया
06:28अब क्या होगा
06:29कहां से लाओंगा इतने पैसे
06:31एक लाख देने होंगे
06:34इससे तो अच्छा आप
06:36अरी भागवान चुप हो जा
06:39मैं आज ही एक गाड़ी बंगला गहने बेचकर
06:42सारा का सारा लोन चुकाता हूँ
06:44और उस बाबा को हिमाले वापस पहुचा दो
06:46कितने सालों से इन बाबा उने
06:49मुझे मुर्ख बना रखा है
06:50आज समझाया
06:52ये सब फाल्तु की बाते हैं
06:54सची कहते हैं
06:56जान बची तु लाखो पाए
06:57आपकी जान बच गई
07:00पर मेरे खंगन दे चले गए ना
07:04मैनत का कोई विकल्ट नहीं होता