05:06तुम मेरे बाप नहोते हैं, तुम्हेरे तुम्हेरे यह इच्छा भी हम पूरी किये देते हैं, राय साब का हुपम है, तुम दोनों बाप बेटे को खत्म कर दिया जाए, ताकि उनके खिलाफ कोई भी सबूत बाकी न रहे, राय साब के दुश्मनों के सदा होती है, सिर्फ म
05:36कि दूरी नाय साब के लिंगर छाए, उलाजरो ब karş हैसाब मेरे उनके वी
05:44प्रक्राइब्ज मैं।
06:14कि खजाएत।
06:44यह एए एए एए एए है
07:14कि दो घट�ाद प्ट टुवाद झुट कर दो लुझ मीद करना।
07:26हैdas अ अ रहाद
07:34कि अ
07:36खजया जादी वाफ, कुछ
07:44कुछ बूरस थादी
07:49कुछ
07:51कुछ
07:54कुछ
07:56कुछ
08:02फजयाज़
08:04मैं बदिये चाहद
08:05समल के
08:35जय को!
08:37जय!!
08:39जय!!!
08:42बजस
08:51जयाँ!
08:53जय झाचो सी को जयाँ!
08:55झाचो सी को जयाँ!
08:56झाल
08:57भलाज दिल्你的 श्फपेटर्लो बुछ लोलाँ Dad
08:59झाल
09:01होगा इनका भलाज मταचिता
09:03बेख्या, बेख्या, बेख्या, कागजला, मैं अपना बयान लिख देना चाहता हूँ
09:15बेख्या, आँ, येलो डैड, आँ, मैं, डैड, डोक्टर, सिना, अपने होशो हवास में ये बयान लिख कर देता हूँ कि
09:33डॉक्टर, डवीम मलोतरा, ने, डॉक्टर, डैड, डैड, डैड, डैड, ने, डैड, डैड, योर और, इस मुकदमे का हकीकत से कोई तालूग नहीं, ये मिसे राए बहादू, जैसे शरीफ और नेक इंसान को बदनाम करने की एक नाकाम कोशिश, अगर इस केस में जरा सी भी
10:03मिस्टर अजे मलहोतरा इस समय आदालत में सबूत और गवाहों समयत मौजूद होते लेकि वो नहीं हैं और उनकी गहर मौजूद की इस बात का सबूत है कि वो अपने किये पर शहमिन्दा हैं क्योंकि उन्होंने एक शरीफ और इजददार इंसान पर इल्जाम लगाया यह त
10:33मेरे बुन्याद केस को खारिज करके मेरे मौकिल मिस्टर राय बहादर को बाइजद बरी करें दैट साल यो राना मिस्टर अजे की गहर हाज़े ने इस मुकदमे को कमजूर कर दिया है अगर मिस्टर अजे 11 बज़े अदालत में सबूत समेत हाजिर नहीं हुए तो इस मुक
11:03कुछ
11:33चैंड रोगस्टैंज।
12:01प्रेख्सावप!
12:03ये मेरे पिताजी है
12:06ये कोट में गवाही ना दे सके
12:09इसलिए इने जान से माल डालने की पूरी कोशिश की गई
12:13लेकिन अपनी आखरी सांसों में
12:16ये अदालत को कुछ बताना चाहते है
12:18कि वो लाशों का सौदा अगर कौन है
12:22कौन है जो इस शहर में मौट का बाजार चला रहा है
12:25ये ये आपको बताना चाहते है
12:28यूर अनर बिना सहारे की ये कटेरे में खड़े नहीं रह सकते
12:32इसलिए इनने इजाज़त दी जाए
12:34कि हम कटेरे के बार खड़े रहकर इने सहारा दे
12:37इजाज़त है
12:38डॉक्टर सिना, क्या ये सच है कि आप पर जान लेवा हमला सिर्फ इसले हुआ, ताकि आप अदालत पहुंच कर गवाई ना दे सके?
12:47और क्या ये भी सच है, कि अजे मलोतरा के पिता डॉक्टर रवी मलोतरा बेकसूर थे और उन्हें जान पूच कर फसाए गया था?
12:53पिर असली गुनेगार कौन है? बोलिए डॉक्टर सिना, क्या हुआ आदमी इस वक्त अदालत में मौजूद है? बोलिए, जवाब दीजे, घरिया मत, हिम्मत कीजे डॉक्टर सिना, कौन है वो?
13:05अगर आप बोल के नहीं बता सकते, तो इशारा करके बताए कौन है वो?
13:08पिर अदमी इस वक्त अदालत में मौजूद है? बताए वो कौन है दॉक्टर सिना? बोलिए डॉक्टर सिना, अदालत को बताए कि वो गुनेगार कौन है? बेरिया मत, हिम्मत कीजे डॉक्टर सिना