03:58परोच éta ग्धेвид क्वाजी खुए परोच लोग और फ्सके हाट
04:08वर्मिश्ट!
04:15वर्मिश्ट!
04:28झांगा झांगा
04:58इस इस अपना सुर्प किया था हमने चुप तूने हमारा झार बर्बात कर दिया
05:27कि मां मुझे मक्य मां मैं कहती हूं चला जाए नहीं चला जाए इसे कहीं नहीं से चला जाए जाए जला जाए
05:48मेना अब यहां क्या करने आए हो हमारा घर तो बर्बाद कर दिया मेरी जीवन में आग लगा दी तुमने भाईया का हस्ता हुआ चेहरा मिटी में मिला दिया
06:15अब क्या बचा है जो लूटने आए हो में तुम्हें कैसे समझाओं कि मैं बेकुसूर हो तो हमारा है जो हमने तुम्हें अपना समझ लिया तुम्हारा असली रूप नहीं पहचाना मीना इन दफरत का इतना काला तुआ पहल चुका है तुम्हारी आंखों के सामने कि सच्छा
06:45इसा अप्हान हो तुम व्यापारी हो अबनी क्यमत खुद लगाते हैं यह िेमा प्लग दे तुम्हें माफ मंने करूंगी आधिंड झाटि हृत मिल्हां करती ने करजाव यहां से नंकर जाओ
07:05कि अच्छा पर गुसा होताने से कोई फायदा नहीं है अच्छुक हमसे हाथ मिला लो
07:35फिर देखो आजी कैसे पलड़ती है मैं भी यही सोच रहा था सिर अगर मैं और आप मिल जाएं तो तो दीना नात सबक पर आजाएगा उसकी शान मिट्टी में मिल जाएगी उसकी मिल उसकी मिल हमारी हो जाएगी तो मिला यह हाथ यह फैसला भी बेवाखी हो जाए यह हुई �
08:05पाइदा आप देखिए मैं तो सिर्फ नुकसान देखूंगा नफ़ा यह नुकसान मैं इस मीटिंग में जरूर जाओंगा तो फिर हम भी आपके साथ चलेंगे क्यों किसलिए कि दूसमाज़ें कि मैं इन चेच्छोंगा इन सब का सामना नहीं कर सकता कोई तरूरत नहीं मै
08:35हम भी आपके साथ जाएंगे यह देखिय यह देखिया यह देखिया हम पहना है माह आप चलते हैं अमे कौन रूपता है
08:51बाबी जी ए बाबी जी अ हम भी आपके साथ चलेंगे
09:05था पर देन टेदिए गुड़े से भी
09:17ॉ आशाग बबनाब
09:18अशाग बाबस दो एकोड़ में
09:20आशाग बाबस इंदाबस
09:22आशाग बाबस एकोड़
09:24ऑशाग माथू एकोड़
09:29एकोड़
09:32बॉच्या कोड़
09:33अशाव मजून दिला अशाव मजून दिला अशाव मजून दिला
09:52दोस्तों आप यह जानते हैं कि आज की मीटिंग कितनी अहम है इस से पहले कि यह मीटिंग बाकादा शुरू हो
10:00हम सब यह जानना चाहेंगी का हमारा इस मिल का और सेरनानाथ का फसके में रिष्टा क्या है
10:07यह मिल ऊक जो मजूर का सप्नанием था उस सप्ने का क्या हुआ हमस्द एक परीवार थे उस परिवार का क्या हुआ
10:13का हमारे नसब सब्ड़ों का जवाब चाहिए हम सबुंगका चाहिया।
10:21कि
10:25हमारे उन सब्ड़ों का क्या हुआ हमारा बाप के रिष्टा क्या हुए
10:33और कोई रिष्टा नहीं
10:37पर वो जिता तो ज़ेल गया
10:42मेरे बेटे की चिता में जल गया हूँ
10:44लोग भूल करते हैं और उसकी सजा भी पाते हैं
10:52हमें भी मिल गई अपनी भूल की सजा
10:58मिट को मिली
11:00वो सामने मेरे बीवी बैटी है उसको मिली
11:05लेकिन हम दोनों से बाग के उसम बच्ची को
11:11तो उसकी सजा मिली है जो सामने चुकचाप बैठी है है उपर वाला सब देखता है हम उपर वाले की नहीं अशाक बाबू की बात करते हैं उन्हें के कंदों पर इस्वील की पुलिया दखती गई है गोर से देखो गोर से देखो उन कानों पर मेरे सुखी परिवार की अर्थी
11:41कि मेरी बात सच नहीं है तो शक्स सामने बैठा है उसे कहो के ख़ड़ा होकर बड़ी महफिल में कहे मेरे सामने मुझ से कहे कि दिनानाच चूट पकते हूं तुम मैं बुरा नहीं मनगा कर उससे से दिनानाच जी आप अशोग बाबू की शराफत का नाजास फाइदा उटा
12:11शराफत है कहां हाँ जलालत की बात करो क्योंकि जमाना जलालत का है राज है जलालत का और मेरी मानों तो अभी वक्त है इन फरेवियों के चेहरे से नोच लो दोस्ती का जूटा नखाब
12:32तो उसके पीछे दिखोगे तुम्हें अपनी ही दुश्मन का चेहरा नजर आएगा यह लोग तुम्हारे ही जंडे के नीचे तुम्हारे कि साथ कदम मिला के चलेंगे इनका एक हाथ तुम्हारे हाथ में होगा और दूसरे हाथ में होगा घदारी का वो खंजर जिसे यह त
13:02और तुमसे एक बात और कहुंए अगर इन गद्दारों को रोका न गया तो यहीं होता रहेगा बेगुनाहों का गरीब मजदूरों का खून शहर की गलियों में नालियों में बहता रहेगा और अकल के अंभे यह गातिलों की जैजैकार करते रहेंगे
13:23अपने नालों की बदमस्ती में अंजान मजदूर अपने नफद अखसान की तमीज को देगा वह बिख जाएगा वह बिख जाएगा बिंदाम बिल्कुन उसी तरह जिस तरह के आज तुम सब बिख गए हो बस मुझे और कुछ में कहना
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