00:20मुझे अपनी बाहों में तुम्हारा रेश्मी जिसन चाहिए
00:24तुम्हारा सालिम खुसन चाहिए
00:26तुम्हारी काफिर जवानी चाहिए
00:29तुम अच्छी तरह से जानते हो
00:31मैं नाचती गाती जरूर हूँ
00:33लेकिन अपनी जिसम का सौदा कभी नहीं करती
00:36सौधा नहीं करती तो ना सहीं खेरा दी देदो मैं भुका जुरूर आया हूं यहां लेकल भुका जाओंगा नहीं जुरूर बहुत हो गया तुम्हारी बत्तमिजी का तमाशा मैं बरदाश नहीं कर सकता कि किसी मर्द का हाथ एक कमजोर औरत पर उठे चाहे वो औरत विश्या
01:06लेकर जाओगे चार कंदों पर सवार होकर
01:36किस्ट मिच्चा जाओब।
02:06झाल झाल
02:36झाल झाल
03:06शम्चे रख तुम?
03:19हाँ
03:20उस दिन जेल में जो हमारा तुमारा मुकदमा शुरू हुआ था
03:26मैं चाहता हूँ कि आज उसका फैसला हो जाए
03:29तुम्हारे सामने बंदूके भी पड़ी हैं और तलवारे भी
03:34जो चाहे हथ्यार उठा सकते हो
03:38नए शम्षेरा नए तुमने अभी अभी मेरी चान बचा ये पुलीस से मैं सब कुछ कर सकता हूँ तुम पर हाथ नहीं उठा सकता हाथ उठा नहीं सकते बढ़ा दो सकते हो हमें तो तुम्हारी दुश्मनी भी अच्छी लगती थी और अब दोस्ती भी अच्छी लगती हैं �
04:08मैं अपने एक दुश्मन का पीछा कर रहा था जो उसी कोठे पर गया था ओ इससे तो यह जायर होता है कि हम दोनों का एक ही दुश्मन है दुश्मन ने हमारी दोस्ती की जंजीर में एक कड़ी और चोड़ दी है दुश्मनी वह आग है जिसमें दोस्ती का लोहा तपकर फ�
04:38जोस्ती दे ओदिंडर में का लोगहा पलब सकता है
05:08जरा सुने
05:15अपनी अमानत तो लेते चाहिए
05:21अमानत?
05:23हाँ
05:24जिस चीज़ को आप लेने आये थे
05:26उसे यही छोड़ कर चले जाएंगे आप
05:28यहार जो आप वापस कर रही है
05:35इसकी किमत जंगती है
05:37जानती हूँ
05:39लेकिन इस हार की कीमत आपकी मुलाकाच से बहुत कम है
05:43कल राज जब मैंने आपको
05:46मुझ जैसी तवाइफ को बचाने के लिए लड़ते हुए देखा
05:49तो पता चला
05:51कि शैतानों की दुनिया में
05:53आप जैसे इंसाम भी बस्ते है
06:07लो माँ अपना खंदानी हार तुम्हारा एक बेटा इससे ले गया था
06:20समझ लो दुसरा बेटा वापस ले आया
06:23हार तो तुम ले आये हो
06:30लेकिन इस खंदान की इससत कब वापस हैगी
06:35मैंने सुना है
06:38मेरा राजिश
06:40पागल हो गया उस नाजने वाली के लिए
06:42जिस तर आज हाल ले आऊ माँ
06:45उसी तर एक दिन राजिश भी आएगा
06:47तुमारी आखों से जो मुतियों के लड़ियां गिर रही है
06:51उसके एक दाने पर
06:53मैं अपने खून के आखरी बून तक कुर्वान कर सकता हूँ
06:56भगवान
07:03आज मैं जिन्दगी में पहली बार
07:06तुमारी मंदर की सीड़ियां चड़कर आई हूँ
07:08यह कहना आई हूँ कि ना तो मुझे तुमारी यह दुनिया चाहिए ना वो
07:15ना असमान पर बिखर हुए तारे चाहिए और ना जमीन के नीचे दबे हुए खजाने
07:20चाहिए तो बस यही चाहिए मुझे उस बाजार से उठा लो
07:27जिसे आज तक मैं अपनी मा की गोट समझती है हूँ और मेरे सर पर वो आचर डाल दो
07:33जो एक गोठे वाली को घर वाली बना सकता है
07:38आप तुम्हारे लिए छोड़ी से भेड लाया हूँ इसे कबूल कर लोगी तो समझेंगा मेरे जिवन को अर्थ मिल गया है
08:02जीवनकार थी तो ढूनने आई थी आज में मंदर में मुझे नहीं मालूम था कि देने वाले के हाथ इतने बड़े हैं कि भीक मांगने वालों की जोलिया छोटी पर जाती है
08:15इसे घर जाकर खुलना समझ लो मैं जो लाया हूँ वो एक सपना है पूरी निमा की पिगलती हुई चांदनी का बना हुआ
08:27स्वाह का चोरा जबता है
08:57आज मुझे क्या हो गया है
09:23लगता है जो मोहबत हमेशा बेगानों की तरह इस दर्वासे के बाहर खड़ी रहती थी आज दर्वासे के अंदर आ गई है
09:53अजिए तो पशलिए पूलों की जालर नहीं लगाए गई है और हमने धूले का सेरा नहीं बांदों को अज़ा चलो कोई बात नहीं
09:55तो पसर है तो सिर्फ इतनी की पलंग पे फूलों की जालर नहीं लगाए गई है और हमने धूले का सेरा नहीं बांदों
10:19चलो कोई बात नहीं सेरा हम सुवागरात के बाद बांद लेंगे खबरदार जो मुझे हाथ लगाया अब मैं बाजार में बैठे हुई एक तवाइफ नहीं हूँ एक शरीफ आदमी की अमानत हूँ जो मुझसे ब्या कर रहा है अरे हम भी तो ब्याई कर रहें तुमसे ला�
10:49अरे तुम तो सारे शहर की दुलन बनने वाली हो किसी एक की बन भी जाओगी तो कितने दिन बनी रहोगी हर रोज दर्वाजे के बार एक नई बारात खड़ी होगी और सबसे पहले मेरी बारत आएगी तुम्हारी बारत में ही आएगी तुम्हारी अर्थ ही यहां से जाए�
11:19उसकी जीप यहां से गुजरेगी तो धमाके में उसकी जान और मेरा इंतकाम दोनों खत्म हो जाएंगे
11:49हाथ को खत्म हां कि आप अरेख करते नके अर्विको करते अन्युक्त
12:00करें कि अधंवर आपरात अगया तो अन्युक्त गवार ब्रॉल जबता
12:06पे जितर मेगन का यहां पाले विशयको की अगयरास भ्लाब के सालाएंविक
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