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Biwi Ho To Aisi Rekha Scene
Rekha Bindu Desai Drama
Sasu Bahu Emotional Scene
Biwi Ho To Aisi Classic Bollywood Scene
Rekha Emotional Acting Bollywood

► Credits :
Film: Biwi Ho To Aisi (1988)
Film cast: Rekha, Farooq Sheikh, Bindu Desai, Kader Khan, Asrani, Salman Khan
Film Director: J K Bihari, Vicky Ranawat
Film Producer: K C Bokadia, Suresh Bhagat

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Fun
Transcript
00:00शेक आप, साथी जी की बच्ची, साथी जल, जो वाज़े साथी, चल मेरे साथ, कहा कर रहते साथी
00:08चल मेरे साथ
00:15तुम जैसे देहाती और गवाद लोगों की मेंटालिटी को मैं अच्छी तरह से पैचानती हूँ
00:24ये भी जानती हूँ के इस घर में तु किस मतलब से आई है, शादी के नाम का तो एक नातक छेला है तुने, तुम लोगों का भगवान सिस बैसा होता है पैसा
00:35ये ले, सामने पड़ा है तेरा भगवान, उठा ले जितना जी में आए और निकल जा इस घर से, अभी और इसी वाक्त, सुना नहीं तुने
00:45मैं कह रही हूँ, जितना पैसा, जितनी दॉलत चाहिए उठा ले, और महरवानी करके मेरे बेटे का पिछा छोड़ दे
00:51यह आप का कहत है, सासुजी, उँ हमार पती है पती, और पती परमीसुर होत है, उँका साधा नहीं होत है, सासुजी
00:59हम इघरमा आपके पैसन के रालच में नहीं आए है, आप लोगम का प्यार जितना आए है, सासुजी
01:07प्यार जितना आए है, मैं तुझे खूब अच्छी तरह से समझती हूँ, अब मैं एट लंस में सुनना नहीं जाती, निकल जा यहां से
01:14तो फिर हमरा जवाब भी सुम्लियो, सासुजी, बहुस अस्वार में आवत है, डोली में सवार हुई की, और जात है अर्थी मा, अब हम जीते जी हियां से नहीं जाएगा
01:27चलो, यह बात हम मान ले थे, कि तुम मजबूर थे, पर ऐसी भी क्या कन्जूसी, कि तुम दस पैसे का लिफापा बेने भीज सके
01:42देखो, भगवान जो भी करता है न, अच्छा ही करता है, अगर मैं तुमें चिठ्थी रिखता, मौलत मांग लेता, फिर यह रंग तो न जमता न, पर शालू, मैं अपने घरवालों के बारे में बहुत सी बात में तुमें बतला ही चुका हूँ, एक आद नमुना तो तुम
02:12एक भी हाता औरत के लिए उसका सस्राली सब कुछ होवे हैं, अब हम ये घर का फूलिंट सजाते बापो
02:19शेहर के पुरुष सम्मेलन की तरफ से एक मर्द को इनाम, कहा जाता है कि पती ने अपनी पतिनी को जो बेताशा बजबान थी, मार मारकेस का भुरकस निकाल दिया, इस सिलसले में उसे सोने का तमगा इनाम में दिया गया, कोने भाई ये?
02:40ससुर जी?
02:42अरे, अबटी?
02:44भाई लगन ससुझी, हम तोहार वासे चाय लाए हैं
02:51तुगाय को लाईए घर में नौकर नहीं है?
02:53नौकर तो बहुत है ससुझी, पर तोहार सेवा करना हमार धरम होवे है, इलियो
02:58वगान तुझे खुश रखे बेटी
03:02हम ससुझी के वासे भी चाय लाए है
03:04अरे नहीं, ठटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटट�
03:34मेरे कमरे में आने की जुर्रत कैसे हुई तेरी, तो किस की इजाज़त से यहां आई है, क्यों आई है
03:43हम आपके वासे चाहिल आए हैं सासुजी
03:46तुझे किसने कहा था चाहिल आने के लिए, घर के सारे नवदर मर गये है क्या आई से, get out
03:50हमार बहुत आई
03:53मेरे कमरे से, get out
03:57नजाने यह गवार और जंगली जाहिल क्यों आई है, कहाते आई है
04:03मेरा तो सारा मू खराब कर दिया
04:05मैंने तो पहले ही मना किया था, कि अपनी सास को मच छोड़ो तुम नहीं मानी
04:13हो गये ना सब गर्म
04:15हैरान होने की कोई जुरूत नहीं है
04:28इस घर में हर सुबा अंग्रीजी शेटान पहले ड़कार लेता है, फिर ऐसे संगीती आवाज आती है
04:32और फिर बरतन वजने शुरू हो जाते हैं
04:34पर ससुर जी, यह तो कॉनों ठीप आत ना ही हो वे है
04:38क्या यह तो बहुत घटी और वहियाद बात है, पर क्या करें, बोलेगा कौन?
04:43ससुर जी, एक बात कहीं
04:45कल से घर मा ऐसे नहीं हो वेगा
04:49अरे बरसों से होता है, कल से क्या नहीं हो गा
04:51बस आप देखते जाओ
04:53हमार नाम भी सालू है, सालू
04:57मत करेंगा ना
04:58हमार भाजन पह आप लोग दो अच्छा ने लगा
05:10अरे नहीं न वेटी, यह बात नहीं है
05:12आग मुद्दतों बात इस घर में को अच्छी चीज तुनाई दिये
05:15वह रोज सुबाशाम इसपाफाफाफब दिसको कुबशां और इसको
05:19सुबा आशाम चुहे बिल्ली की आवाज सुनाई देती रहती है
05:22आप हमारे western music को चुहे और बिल्ली की आवाज कहते हैं
05:29आपका music?
05:31विसे बुरा मतमाईने का शीरी मती जी
05:33जिस तरह पराय बीवी अपने घर में लाने से अपनी नहीं हो जाती न
05:37उसी तरह पराय मुजिक अपने देश में बजाने से अपना नहीं हो जाता है
05:40ओ फो डैड
05:42मम्मी का ये मतलब है कि हम western music के fan है
05:45उपर क्या देख रहे हैं?
05:46मैं सुझे ये वाला fan
05:47western music हमारे घर का हमारे culture का एक हिस्सा बन चुका है
05:50अब हमारे western music के कोई बुरा कहे तो हमें बुरा नहीं लगेगा
05:53आँ बहुत जूर का लगेगा
05:55ये आपसोलूटली राइट मैं सन
05:57जब तक मैं pop music नहीं सुनू
05:59मेरी आखें नहीं खुलती
06:01किसी बात का मूरी नहीं बनता
06:03तुभारी भी ता यही हालता
06:04करेक्ट ममी करेक्ट
06:05सुबह साथ बज़े से लेकर आठ बज़े तक
06:07हम दोनों को English music सुनने की ऐसी तलब होती है
06:10जैसे डैड को न्यूस पेपर पढ़ने की
06:13और भईया को एकसरसाइस करने की
06:15लेकिन विकी तुम्हारी तलब और हमारी तलब में
06:18जमीन और आस्मान का फर्क है
06:19अखबार पढ़ने से दुनिया भर की जानकारी मिलती है
06:22आदमी का दिमाग रोशन होता है
06:24और सुबह सवीरे एकसरसाइस करने से सहत अच्छी रहती है
06:26वा वा वा वा वा वा
06:28इस दो टके की छोकड़ी के आ जाने से
06:31तुम्हारे मुँ में जबान भी आ गई
06:34और पर भी निकल आए क्यो
06:35इह बात ना ये सासुजी
06:37कहावत है कि जब सवीरा अच्छा होत है
06:40तो दिन भी अच्छा भीतत है
06:41सवेरे सवेरे भगवान का नाम लेवे से
06:44मन को सुक सांतु मिलत है
06:46घर में लच्मी आवथ है लच्मी
06:47लच्छी आवथ है
06:49वट नाम सेंस
06:50सेकरेटरी
06:52यद मेज़ा पोन करकर पता लगाओ
06:54के बिजली कब तक आएगी
06:55कोई फायदा नी मेज़ाजी
06:57जो चीज जाएगी नहीं वो आएगी कैसे
06:59और जो चीज आएगी नहीं, वो जाएगी कैसे?
07:01क्या मतलब?
07:02मतबल हम बतावत है, सासु जी.
07:05बिजली का यह जो थम्चु है न, थम्चु, यह हमने निकाल दी है.
07:10अब हर रोज सवेरे साथ बजे से ले करके, आज बजे तक यह हुआ करें.
07:14What?
07:15जी.
07:15बिजली का फ्यूज निकाला है मैडम, वो दिन दूर नहीं, जब वो आपकी खुशियों का बल बुचा देगी,
07:44और आपकी जिन्दगी में हमेशा के लिए अंधेरा चा जाएगा.
07:47अंधेरा तो तब चाएगा, जब मैं उसे इस घर में रहने दू तब.
07:51रहने भी नहीं देना चाहिए मैडम, बंदा किस मर्ज की दवा है, मगर इसके लिए कोई आइडिया सोचना पड़ेगा, वो मैं आपको कल बताऊँगा.
07:58कल क्यों, आज क्यों नहीं?
07:59नहीं, आज राहू आपके चारों तरफ मंदरा रहा है.
08:01मेरा मतलब कल, शुब काम के शुरुआत के लिए कल का दिन बहुत अच्छा है, विजय दश्मी है.
08:07राइ क्यों आपके, मैडम, मेरी दख्षना.
08:10अरे, हमका आवे में जरा से देर हुई नहीं, कि हमरे सहाब फैक्टरी जाने को तयार.
08:17लो, डूस पिलो.
08:18अरे, हमें इस घर की बहु है, और इस घर में जो भी गलत होवे है, उसको ठीकरना हमार धरम होवे है.
08:47शालू, मेरी मा जो है न, ममी, उनकी मर्जी के बगाएर इस घर में पत्ता तक नहीं हिलता.
08:53तुम कही को उनसे ठक्कर ले रही हो?
08:55तुम कही चिंता करत हो, बाबू.
08:58हम जाने और हमरी सासु जी, हम उसे खुद ही निपड़ ले भा.
09:02लो, दूस दिलो.
09:17शासु जी, हम बैठे वासे नहीं, आपको दवा खिलावे वासे आए हैं.
09:32दवा? क्यों, मुझे क्या भी मरी है?
09:35अरे, आपको है न, का कहते हैं? हाँ, प्रेचर कुकर.
09:39प्रेचर कुकर? मुझे?
09:40हाँ.
09:41आईस तो बोल, पुलीस पकड़ के ले जाएगी, किसी आदमी को प्रेचर कुकर होता है क्या?
09:44अरे, उका कहते हैं दिमा, हाँ, खून की दवाव की बिमारी है न, आपको?
09:49ब्लेड प्रेचर?
09:52अरे, इमा हसने के का बाद है?
09:55शैसुर जी, आपको रोज सवेरे ये दवा खाय के चाहिए न?
10:00है न? तो फिर आप खाय काहे नहीं?
10:03चलो, खी लिओ.
10:04अभी नहीं वेटे, मैं ये कहाना सुझाए न, आपको खाय के पड़े, आभाई.
10:15खुश?
10:17खुश नहीं, आज की बाद आपने दवा खाने में नागा किया न, तो हम बहुत नाराज हो जाएंगे हैं.
10:23नहीं, वेटे, नहीं, सारी दुनिया नाराज हो जाएंपर तू नाराज मत होना.
10:27वेटे, एक बाद बता, तुझ से किसने का मुझे बलड पेशर है?
10:32यहीं, लियो, हमका कौन बताने आवेगा? हम इसी घर में रहेते हैं, ससुर जी, पूरे घर की खबर रखना हमार जिम्मेवारी होवे हैं, हाँ.
10:41और ससुर जी, हमरी एक और बिनिती भी सुन लियो.
10:45बोल वेटे.
10:45दुनिया में आंधी आए, या पहाड़ गिरे, बस, आप हमेशा खुश रहा करो.
10:57बेटी, इससे पहले तुम्हें खुश नहीं रहा, पर तू आ गई हैंना, अब जरूर होँगा, जरूर होँगा, कोई तो है मेरा इस घर में ख्याल लगते वाला, जा बेटी, जा.
11:15गुद आफ्टर नून, मिसिट भंडारी.
11:17ओ, हो, हाँ, वाट ए प्लेजन्ट सर्प्राइज चेर्मेन साहाफ, ना फोन, ना केबल, आपका वाए भाई साथ, अगर मुझे पता होता, तो मैं खुद चली आती है, अर्पुट पर रिसीव करने के लिए.
11:29अरे, तश्रिफ रखी ना?
11:30ना, उस कुर्सी पर बैठने का मेरा कोई हाथ नहीं है, क्योंकि वो कुर्सी मैनेजिंग डिरेक्टर की है, आप पहाँ बैठी है, मैं यहाँ बैठता हूँ, अच्छा आगले महीने आने वाले थे, यह अच्छा ना, कि इंडिया कैसे आना हुआ?
11:44क्या बता हूँ, प्रोग्राम तो कुछ ऐसा ही था, लेकिन टोक्यो की फर्म का चियर्मेन आजकल यहाँ हूआ है, आज मेरी उसके साथ बड़ी इंपॉर्टेंट मीटिंग है, अगर वो मीटिंग काम्याब हो गई, तो आज रात हम दोनों फ्रैंकफर्ट जा रहे हैं, तो
12:14अच्छा मैडम भंडारी यह बताईए कि कमपनी कैसी चल रही है आपकी, कमपनी तो अच्छी चल रही है, मगर एक नए बिजनेस के लिए कुछ रुप्यों की जरुरत है, दरसल क्या है कि हमारी कमपनी का पूरा कैपिटल रोटेशन में लगा हुआ है, I don't know what to do and how to arrange for the money, Mrs
12:44अगर जरुरत पड़ी तो आपसे मांग लूँगी ज्यादा, oh sure, why not
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