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00:00מי יוסף כברן? זינדן יהיו עסקתי.
00:30दिया मुझे इतनी अजियत मत दो, एक दना खस्ता हाल से इफा, कि जिसकी उम्र तमाम होने को है, तुमसे इलतिजा करती है.
00:40नहीं, बस मैंने कह दिया.
00:52मैं आपसे वादा करती हूँ, कि मैं पहले से कहीं जादा यूसफ के हिफाज़त करूंगी.
00:57देखो फाइका, मैं अब यूसफ की दूरी बरदाश्ट नहीं कर सकता, बेतर है कि वो यहीं हमारे पास रहे.
01:04मैं बस एक महलत और आपसे जाती हूँ, सिफ एक और महलत.
01:09देखो फाइका, तुम जानती हो कि यूसफ कोई मामूली बच्चा नहीं है.
01:15अब मैं इसके मामले में कोई बेपरवाही नहीं परत सकता.
01:18अच्छा, तो मेरे और यूसफ की मुहपत के रिष्टे को यू एकदम मत तोड़िये.
01:25कुछ रोज मेरे पास रहने दीजिये, ताके आएस्था आएस्था इसकी मुहपत दिल से निकाल सको.
01:37लेकिन मैं अपनी बात पर काईम हूँ.
01:40लिया,
01:45सिर्फ चंद रोज, सुना, सिर्फ चंद रोज, सिर्फ चंद रोज, मैं वादा करती हूँ.
02:02मैं खुद इससे आपके पास वापस लेकर आँगी.
02:07चलो चले पुपो की जान,
02:13शुक्रिया लिया, तुम्हारा बहुत शुक्रिया.
02:19शुकर गुजार हूँ, भाई.
02:21खुद आपका हाम्यो नासिर.
02:23तुम्हारे इससान को कभी नहीं भूलूगी.
02:27हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ.
02:33תודה רבה.
03:03फुप्पो, आप अब तक सोई नहीं.
03:20तुम सोचाओ, मेरी बच्चे. मुझे नहीं नहीं हा रही.
03:33बच्चे. मेरी बच्चे.
03:37बच्चे.
03:40बच्चे.
03:42बच्चे.
03:44बच्चे.
03:46तुम जाके हो, यूसूफ?
03:58तुम जाके हो, यूसूफ?
04:10आप सुबा तक जाकते रही हैं.
04:16जब भी मेरी आग खुली, आप जागी हुई थी.
04:21तुम यहां से चले जाओगे.
04:24इस ख्याले हैं मेरी दिल का सुकून, और रातों के नहीं छीन दी है.
04:28लेकिन मेरे दिन नहीं चाहता के मैं यहां से जाओ.
04:32आप मुझे बहुत अच्छी लगती हैं.
04:34अब मैं अपने घर वापस नहीं जाना चाहता.
04:37सच में तुम्हें फुपो अच्छी लगती हैं?
04:40आप से मुझे मेरी मार राहिल के खुश्बो आती है.
04:43लिया खाला भी मुझे अच्छी लगती हैं लेकिन जब वो मेरा खयाल करती हैं तो भाईयों को बहुत बुरा लगता है.
04:53फुपो की जान?
05:00यानि तुम यहां मेरे पास रहना चाहते हो हाँ?
05:05एक तर्कीव मेरे जहन में आई है.
05:08यहां रुकने के लिए तुम मेरा साह देना होगा.
05:12चलो जो, तयार हो जाओ, तुम्हारे बाबा के पास चलते हैं.
05:34सलाम बाबा.
05:36सलाम पुपो.
05:37सलाम पुपो.
05:38सलाम.
05:43मैं आई हूँ ताके आपकी अमानत आपको पहुचा दूँ.
05:46सही सलामत.
05:47सलाम पुपो, फाइका.
05:48सलाम मेरी बच्ची.
05:50तुमने तो चन दिन और रखने का कहा था.
05:52यूसुफ, खुशाम दित मेरी बच्चे.
05:55अमानत को जड़ लोटाना चाहिए.
06:05अगर आप नहीं चाहते तो मैं वापस ले जाती हूँ.
06:07नहीं, नहीं, आपने इसे लोटाया, इसके लिए आपका शुकर गुजारू.
06:12और एक मुद्दत तक जो इसकी सरपरस्ति की जिम्मेदारी ने भाई, इसके लिए भी शुक्रिया.
06:18यूसुफ, चलो, चलो, खेलें.
06:20जाओ बेटा, जाओ.
06:22आजाओ.
06:23खुदा हाफिज.
06:37खुदा हाफिज बेहन.
06:39खुदा हाफिज पुफो.
06:44आखिर यूसुफ और उसके भाईयों में ऐसा क्या फर्क है?
06:47जो उसे इतनी जादा इमियत देते हैं?
06:50तुम ठीक कहती हो.
06:52ये तो साफ साहिर है याकूब और उनकी बहन यूसुफ को हमारे बच्चों से स्यादा चाते हैं.
07:08बिस्मा?
07:14बिस्मा?
07:15जी बानो.
07:18मेरे बाबा हिसाख का कमर्बन गुम हो गया है. तुमने तो नहीं देखा?
07:22नहीं तो.
07:23मेरे साथ आओ.
07:25यहां के बुजर्गों को और चल लोगों को खबर करें. चलो.
07:30दीना अराम से.
07:37बीना अराम से.
07:44शमून यहुदा जल्दी करो.
07:50अरे अराम से.
07:53क्या हुआ बेहन
08:10बिस्मा क्या हुआ
08:15इस हाक नभी का कमर बंद गुम हो गया है
08:18सब जगा देख लिया
08:22सब जगा हमारे बाबा इसाख की यादगार थी मुझे बहुत दुख हुआ है
08:28वो ही जो हमेशा यूसफ की कमर प्रबानती थी फिर भी देख ले मिल जाएगा सब जगा देख लिया और सबसे पूछ लिया लेकिन कुछ पता नहीं चला कब गुम हुआ पता नहीं जब से यूसफ को यहां लाई हूँ तब से कमरबन का कुछ अता पता नहीं क्या तुम में स
08:58तो में नहीं लगता यूसफ को क्योंकर वो कमरबन बहत पसंत हाँ इसलीए उसने ले लिया हो
09:06कि यानि यूसफ ने चुग ही की है शायद उसने सोचा हो कि वब उसी का तो है और मैंने वो उसे डे दिया है
09:15लेकर मैं ऐसा सोच भी नहीं सकत mike
09:17मैं उसे ढूणने के लिए हर जगा
09:20और हरे के तलाशी लोंगी
09:22और जब तक वो मिल नहीं जाता
09:25अराम से नहीं बैठोंगी
09:26सर्फ यूसुफी वो कमरबन बांदा था
09:29हम इसके बारे में कुछ नहीं पता
09:31बहुत खोब
09:32मैं भी पहले यूसुफ से ही शुरू करती हूँ
09:35ताके कोई बहाना ही ना रहे
09:37इजाज़त है
09:39मालूम नहीं तुम्हारी से क्या चालबाजी है
09:44लेकिन जो कुछ भी है मुझे इससे दुख पहुच रहा है
09:48चालबाजी?
09:50कैसे चालबाजी?
09:51लोगो मेरे बाबा का कमर्बन खोया है
09:56और मैं उसकी तलाश में हूँ
09:58क्या ये चालबाजी है?
10:00ठीक है बाबा हंगामा मत करो
10:01जाओ अपनी तसली कर लो
10:03कमर्बन यहाँ है
10:17मैंने सच कहा था ना
10:20ये रहा कमर्बन
10:21यूसूफ ये क्या हरकत किये तुमने?
10:25यूसूफ ने तो कुछ नहीं किया
10:27बस चूरी की है
10:29कनान के लोगों तुमने देखा
10:33मुझे चौर मतलुक थे उसो मिल गया
10:36बहुत हो गया बस करो
10:37तुम्हारा कमर्बन मिल गया लो और चाओ
10:40इतनी आसानी से नहीं भाई
10:42लगता है तुम एहले कनान के कानुन को भूल गए हो
10:46ये आप सब लोग जानते हैं
10:49के कनान वालों के रस्म और रिवाज के मताबिछ
10:52जो कोई भी अपने मस्रूखा माल के साथ चोड़ ढून निकाले
10:55तो वो उसे चार साल तक के लिए अपने गुलामी में रख सकता है
10:58वाव वाव सुना तुमने यूस्फ का गुलामी भी करनी होगी
11:02हम सब कनानियों के रस्म और रिवाज से वाकिफ हैं
11:06लेकिन क्या तुम यूस्फ से गुलामी करा होगी
11:09मैं इस काम बें एक लम्य की बिताख्य नहीं करूंगी
11:12यह अलग बात है कि आप कनान की लोगों के रस्म और रिवाज को ना माने
11:19बस करो फाइका मैं इन रस्म और पर यकीन नहीं रखती
11:22मैं यूस्फ को तुमारी गुलामी में नहीं दूंगी
11:25आप लोग जो नभी के खानदान से हैं कवाने इन रस्म और रिवाज का पास लिहाज नहीं रखेंगे
11:30तो दूसरों से क्या तवक्का की जाएं
11:33लेकिन यूस्फ अभी बच्चा है किस नहां तुम उसे अपनी गुलामी में ले सकती हो
11:39बड़े और छोटे में कोई फर्ख नहीं ये कानून सब पर लागू होता है
11:43और हम इसका इतराम करते हैं
11:46मैं जानता हूँ कि इसमें जरूर तुमारी कोई चाल है लेकिन मैं साबित नहीं कर सकता
11:51लेहाज़ अगर तुम यूस्फ से दसबरदार नहीं होगी
11:55तो मजबूरां तुमारी बात कुबूल करना होगी
11:57मैंने चोट ढूंड लिया है और उससे दसबरदार नहीं होगी
12:03खुदा और उसका नभी मुझे माव फर्माए और मुझे उसकी सजा ना दे
12:09चलो यूस्फ तुमाज से चार साल के लिए मेरे गुलाब बन कर रहोगे
12:21ये हैं नतीज़े इस लाड प्यार का जिस बच्चे को इतना सर पर चड़ाये जाएगा उसका नतीज़े तो यही होना था
12:39बच्चे तो अक्सर ऐसी शरारते करते ही है यह कोई चोरी नहीं कैई क्यों उसकी बात मानली फाईका यूसुफ की बहतर तोर पर फासत नहीं कर सकती यूसुफ ने बजाहर चोरी की है और मैं इसके खिलाफ कुछ साबित नहीं कर सका परिशान
13:06פریشان מת ہو.
13:08יוסف کسی غیر کے پاس نہیں ہے.
13:10پھوپی کی جان
13:36آج کے بعد سے تم میرے مالک
13:38سردار و پھوپی تمہاری کنیز ہے.
13:41تم میرے بھائی کے وارث
13:42و قبیلی کے چشم و چراہ ہو.
13:47یہ کمر بند
13:48در حقیقت وہ میراس ہے
13:49جس کے صرف تم ہی اہل ہو.
13:57یہ کمر بند آج کے بعد سے میرا ہے.
14:06موسیقی
14:36یوسف
14:49یوسف
14:52میرے بچے
14:55خواب دیکھ رہے ہو
14:57سلام بابا
15:24سلام میری جان
15:26کیا نبی خدا نے مجھے برش دیا
15:30اندر آنے کی اجازت دیں گے
15:32اگر کچھ اور کرتی تو کبھی
15:36ماف نہیں کرتا
15:37تم نے حاشکوں کا انداز اپنایا
15:40جسے چاہتی تھی
15:41اسے حاصل کر لیا
15:42ماف کر دینا
15:45انبیاء الہی کی زیب و زینت ہے
15:47امید ہے کہ میں اس مافی کی اہل
15:50خرار پاؤں گی
15:51جب کوئی گناگار ہے ہی نہیں
15:53تو مافی کیسی
15:54کیسے آنا ہوا
15:56یوسف کے اسرار پر آئی ہوں
16:00اس نے خواب دیکھا ہے
16:02اور بے چہر ہے کہ اسے آپ کے سامنے بیان کرے
16:05یقین ہے اس کا خواب مکمل خیر و نیکی پر مشتمل ہے
16:09یوسف کے خواب میں شیطانی ارواح کا گزر نہیں
16:12اچھا تو کیا خواب دیکھا بابا کی جاننے
16:19میں نے خواب دیکھا کہ میں اور میرے بھائی
16:22سیرہ میں کھیل رہے ہیں
16:24تیز ہواں چل رہی ہیں
16:26موسیقی
16:34موسیقی
16:36موسیقی
16:38موسیقی
16:48موسیقی
16:50موسیقی
17:08موسیقی
17:12תודה רבה.
17:43میرا نہیں خیال کہ کوئی خاص تعبیر ہو اس آپ کی.
17:47اس کی تعبیر کے لئے کچھ غور و فکر کرنا ہوگا.
17:50شاید کچھ میرے ذہن میں آ جائے.
17:54کیا آپ لوگ آج بھیڑے چرانے نہیں جائیں گے?
17:58اب جائیے نا.
18:12نہیں معلوم خواب کی تعبیر کیا تھی.
18:16جو یاکوب نے سب کے سامنے بات کرنا مناسب نہیں سمجھا.
18:20وہ تو ظاہر ہے بدو.
18:22یوسف کی باقی بھائیوں پر برطری اور سرداری.
18:26اور کیا؟
18:27اس خواب کی تعبیر تو بچوں پر بھی واضح تھی.
18:31وہ سب پرنجیدہ ہو گئے تھے.
18:34مجھے ان کے ذہنوں سے اس کے غلط اثارات کو مٹانا ہوگا.
18:39یوسف کو اپنا خواب سرعام نہیں بتانا چاہیے تھا.
18:42रोटी اور کھجورے رکھ دو.
18:46تھوڑی دیر بعد ان کے پاس جاؤں گا.
18:53आओ بیٹھا आओ.
18:54जो कुछ मैं तुम्हारे बारे में सूचता था ठीक था मेरे बिटी.
19:12मैं तुम्हे ये बशारा देता हूँ कि तुम्हें मस्तक्बिल में बलंद वाला मरतबा और आला मकामा सिल होगा.
19:22और तुम्हें अपने भाईयों पर साथारी करोगे.
19:30मेरे बाबा इसाख नभी ने मेरे हक में दूआ की थी.
19:33कि खुदा मेरी नसल में बहुत से नभी करार दे.
19:39हमेशे से दिल चाता था कि जान सकूँ.
19:41मेरी रिसालत का वारिस कौन है?
19:45उमीद है कि मेरे मकसद को चारी रखने वाले तुम ही होगे.
19:53खुदा तुम्हें तमाम आफातِ अर्जी औ समावी से महفوظ रखे.
19:57शाय तुम वो ही हो जिसके हम मुंतजिर हैं.
20:04बाबा, ये नभूवत क्या होती है?
20:08मेरा खाना और लिबास तैयार करो.
20:16जानते हो रसूल खुदा की जानिब से लोगों की तरफ भीजे जाते हैं.
20:19वो लोगों को खुदा और फलाव बैबूद और कमाल की जानिब एदायत करते हैं.
20:26अपने खाब की ताबिर किसी को न बताना.
20:30खुसुसान अपने भाईयों को.
20:32क्यों बाबा?
20:32अगर तुम्हारे भाईयों को पता चल गया तो मुम्किन है कि उनके अंदर की हासत की आग मजीद बढ़क उठे.
20:40और वो तुम से दुश्मनी पर उतराएं.
20:43तुमने तो मुझे परिशान कर दिया भाई.
20:45मेरे ख्याले मुझे अब यूसुफ की और ज़्यादे हिफाज़त करना होगी.
21:06अगर इजाज़त दें, तो मैं अब यूसुफ का अपने साथ घर ले जाओ.
21:10ले जाओ.
21:11यूसुफ का ख्याल रखना, खुदा आपकी हिफाज़त करें.
21:15खुदा हाफिज बाबा.
21:17खुदा हाफिज मेरे बच्चे.
21:19ख्याल रहे, इससे तना मत छोड़ना.
21:22रात को जब आप लोटेंगे, तो यूसुफ को ले आओंगी.
21:36मुद्दत हुई उनके साथ सहरा नहीं गया.
21:39वो रूप तक उनके साथ वापस लोटाओंगा.
21:41हमारे बच्चे समझते हैं कि आप आपकी महबद और तवज्जा में कमी आ गई है.
21:48परिशान मत हो.
21:50मैं उनकी सोच को बदलने के कोशिश करूँगा.
22:00यूसुफ और बिन यामीन के होते हुए,
22:03याकुब कभी भी दूसरे बेटों पर तवज्जो नहीं देंगे.
22:05खुदा हाफिस.
22:11खुदा हाफिस.
22:23हम तो रोजी अपना खाना अपने साथ लाते हैं.
22:27फिर आपने क्यों खुद को जहमत में डाला?
22:31यानि मुझे हक नहीं कि मेरा दिल मेरे बच्चों के लिए बेकरार हो.
22:35मुझे हक नहीं कि कभी में उनके साथ भी वक्त बुजार हूँ.
22:38कोई भी चीज़, आपकी आमज से ज्यादा हमारी हुशी का बाइस नहीं हो सकती.
22:42आपकी आमज से पहले हमारी हालत सौगवारों किसी थी.
22:46मुस्कुराने तक का दिल नहीं चाह रहा था.
22:49क्यों?
22:50ऐसा भी क्या हो गया?
22:53पादा है बाबा,
22:55हमें लगता है कि
22:56आपकी तवज्ज़ हम पर कम हो गई है.
22:59हाँ, हमें ऐसा लगता है जैसे आप यूसुप और उसके भाई पर जाद तवज्ज़ देते हैं.
23:02लेकिन मैंने तो यूसुप को सिर्फ तुम लोगों की खातिर फाइका के पास भेज़ा था.
23:09तुम्हें इसका हंदादा नहीं.
23:11सिर्फ इसलिए कि तुम्हारी माँ तुम लोगों से ज्यादा इस पर तबज्ज़ देती हैं.
23:14क्या फाइदा?
23:15अब मा बिन्यामीन के साथ चिपकी रहती हैं और उदर फुपो यूसुप के लिए बेहतरीन कपड़े और खिलोने मुहिया करती हैं.
23:24तुम लोगों से मुत्तफिक हूं, लेकिन तुम लोगों को भी सोचना चाहिए, कि हमें ऐसा बरताओ करना चाहिए, कि यूसुफ और बिन्यामीन को अपनी मा की कमी का इसास नहोगा।
23:35बाबा, यूसुफ ने जो खुआप देखा हम उससे बहुत परशान हैं, आपकी अलादों में बड़े और ताकदर हम हैं, तमाम सक्थ जिम्मेदारियां और मुश्किल अमूर तो हमारे कांदों पर हैं, लेकिन आपका जलशी, वो यूसुफ बने?
23:50लेकिन यूसुफ के खाब की ताबीर कुछ और भी तो हो सकती है, क्या यूसुफ ने ये नहीं कहा कि उसके हाथ में मौजूद लकड़ी सब्ज हो गई, और तुमारे हातों की लकड़ियों पर साया अफगन है, मुम्किन है कि ये इस बात की तर विशारा होके, यूसुफ �
24:20बजाहिर ये कि हमने जो नतीजा निकाला है, इसके इलावा भी कोई दूसरी ताबीर हो सकती है, मैं ठीक से समझा नहीं, यानि यूसुफ आपका जानशीन नहीं है, मेरा जानशीन खुदा मुतयन करेगा, वो भी तुम इसे बहतरीन को, तुम लोगों को भी चाहिए कि इन
24:50मैं सब को चाहता हूं, और चाहता हूं कि तुम लोग भी एक दूसरे को चाहो, ताके खुदा भी तुम्हें दोस्त रखे, घर के बड़े मेरी उम्मीद और आस और दस्तमाजू तुम लोग हो, आज मुझे लगता है कि मैं तुम लोगों पर इत्माद करके मुतमईन हो सकत
25:20ग्रावी ब्रफ्टेटर करता है कि अब टुद्धार मेरी ने रिवर पर हमला कर दिया हूं और कि आजा आजा को जारी हं और कि अदे आजए बार कि अ
25:50כול
26:18ہماری بھیڑوں پہ حملہ کیا تھا
26:20ہم اس پر ٹوٹ پڑے اور اسے ماں ڈالا
26:22اور اگر کہیں
26:24تمہیں کوئی نقصان پہنچا دیتا تو
26:25فلحال تو ہم نے اسے نقصان پہنچایا
26:28اے نیڈر اور بیباک بچوں کے ہوتے ہوئے
26:34خدا ہی ہماری آگبر بخیر کریں
26:36ضرور آپ نے بھی ان کی مدد کی ہوگی
26:40مجھے مداخلت کا موقع ہی کب دیا
26:43اس سے پہلے کہ میں کچھ کرتا ہوں
26:45انہوں نے
26:45بھیڑیے کا کام تمام کر دیا
26:47پتہ ہے ہم کھانا کھانے میں مصروف تھے
27:03کہ اچانک بھیڑے خوفزدہ ہو کر
27:05بھاگنے لگیں
27:06اتنے بڑے بھیڑی یہ نے ریوڑ پہ حملہ کیا
27:09ہم نے بھی اسے ٹھکانے لگا دیا
27:11یہ بہت خطرنا کام ہے
27:14کیسے کیا تم لوگوں نے
27:17بس جیسے ہی اس نے ہماری بھیڑوں پر حملہ کیا
27:19ہم نے اس پر حملہ کر دیا
27:21جس کے پاس جو تھا
27:23اس نے اسے مارا پتھر سے لکڑی سے
27:26پہلے میں نے لکڑی سے اس کے سر پر مارا
27:28پھر لاوی نے بڑا سا پتھر اٹھا کر سر کو چل دیا
27:31کئی بار اس نے ہم پر حملہ کیا
27:32لیکن اگر اس سے ڈر گئے ہوتے تو یقیناً وہ ہمیں مار ڈالتا
27:35کاش میں بھی آپ لوگوں کے ساتھ ہوتا
27:38بابا آپ مجھے بھی بھائیوں کے ساتھ جانے کی اجازت دے دیں
27:42نہیں میری چاند
27:44ابھی تم بہت چھوٹے ہو
27:46جب بڑے ہو جاؤ گے تب جانا
27:48بابا جب ہمارے پاس آئے تو کہنے لگے کہ
28:10یوسف کے خواب کی صرف بھائیوں پر سردار ہی کیوں تابیر کرتے ہو
28:13شاید اس کا مطلب بھائیوں سے بے پناہ محبت اور انسیت ہو
28:19شاید
28:21شاید وہ تم سب کو چاہتا ہو
28:24ہاں ماں
28:26واقعی یوسف ہم سب کو بہت چاہتا ہے
28:28محبت کے لیے ضروری تو نہیں کہ خواب دیکھیں
28:33خواب مستقبل کی خبر دیتا ہے
28:36یوسف کی سرداری اور بڑتری کی
28:39تمہارے بابا نے تمہیں بہلایا ہے
28:43یقین مت کرنا
28:49تمہارے باب نے تمہیں خاموش کرنا چاہا
28:52بلہ کہہ رہی تھی کہ
28:55اگر یہ خواب حقیقت پر مبنی ہوا تو
28:58یہ یوسف کی تم لوگ پر بڑتری اور سروری کی علامت ہے
29:01لیکن ہم تو ہمیشہ یوسف کے ساتھ کھیلتے تھے
29:04ہمیں تو بہت مزا آتا تھا
29:06وہ ایک باپ ہیں اور نہیں چاہتے کہ بھائی ایک دوسری کے لیے دل میں برائی رکھیں
29:10وہ چاہتے ہیں کہ سب ان کی طرح یوسف سے محبت کریں
29:14موسیقی
29:44موسیقی
29:54موسیقی
30:08موسیقی
30:10موسیقی
30:12पुपो, क्या हुआ?
30:16पुपो, बिस्मा, बिस्मा, बिस्मा
30:22क्या हुआ, यूसफ?
30:25पुपो
30:26पानुको क्या हुआ?
30:29मेरे बाबा को मुला
30:31तुम ठहरो, मैं आती हूँ
30:42जान अभी अल्ला
30:54फाय का पुपो, बानुकी तबे ठीक नहीं है
31:01चल्दी करें, चल्दी करिये
31:12सलाम बाबा, फाय का फुपो की हाला ठीक नहीं
31:20फाय का?
31:22फाय का क्या हुआ बहन?
31:36बिलाखिर, आखरी घड़ी भी आन पहुची
31:40तुम्हे कैसे पता?
31:44तुम तो बिल्कु ठीक थी
31:48एकदम क्या हो गया?
31:50इससे क्या फर्क पड़ता है?
31:52बस इतना जानती हो के मेरा वक्त आके आए
31:57कोई तबीब, कोई दवादारू
31:59इसकी तबीए ठीक नहीं है
32:01मुझे कल से ही पता था
32:04क्या मेरे पास जादा मौलत नहीं
32:06मेरी बात गोहर से सुनो
32:16कल जब तुम हमारे घर से जाने पर मुस्सिर थी
32:20तब है समझ लेना चाहिए था
32:23हमाले दुनिया से मेरे पास कुछ नहीं
32:27जो कुछ है ना
32:29वह मैं यूसफ को बखशती हूं
32:33उससे माफे चाहती हूं
32:35आपसे माज़रा चाहती हूं
32:39कि मैंने चार साल
32:46मैंने चार साल
32:51साज़िश से यूसफ को अपने पास ठहराया
32:54उस पर चोरी का लजाम लगाया
32:59खुदा मुझे माफ करें
33:03आप भी मुझे माफ कर दें
33:06मेरा यूसुर चोर नहीं है
33:15मैंने खुद वो कमरबंद
33:19उसके कपड़ों के दीछे चुपाया था
33:22मैं यह सब जानता था
33:27तुम खुद को इल्जाम मत दो
33:29सब को बता दें
33:33यूसुफ ना छोड़ता और ना है
33:40तुम खुद को रंजीदा मत करो
33:46मैं तुम से तनहाई में कुछ बात ही करना चाहती हूँ
33:53खुम खुम खुम
33:57खुम खुम
34:01תודה רבה.
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