हरियाणा के कैथल जिले के पुंडरी में 135 साल पुरानी ये पनचक्की अब भी चालू हालत में है. सिरसा ब्रांच नहर पर बनी इस पनचक्की में गेहूं पिसवाने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. बिजली की आटा चक्की के मुकाबले यह पनचक्की कम स्पीड से चलती है, लिहाजा इसका ठंडा होता है. यह 2 महीने तक खराब नहीं होता है और स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है. एक पनचक्की एक घंटे में 40 किलो गेहूं पीसती है. यहां पांच पनचक्की हैं, जिससे हर घंटे 2 क्विंटल गेहूं पीसा जा सकता है. 1890 में स्थापित यह पनचक्की नहर विभाग के अंतर्गत आता है और नहर विभाग की ओर से इसे ठेके पर चलाया जाता है. एक किलो अनाज पिसवाने के लिए यहां महज दो रुपये चार्ज किया जाता है। हालांकि यहां अनाज को तौलने की व्यवस्था नहीं है, लोग अंदाज के आधार पर अनाज पिसाई का चार्ज देते हैं. हरियाणा में ऐसी कई पनचक्कियां थीं, लेकिन धीरे-धीरे वो बंद हो गईं। पुंडरी के फतेहपुर गांव में बनी यह अकेली पनचक्की है.. तो 135 सालों से लगातार काम कर रही है.
00:00उपर आटा चक्की लगी हूई है और नीचे पानी 30 गती से निकल रहा है पानी की धेजधार चक्की के पाठ में लगए हुए निचले घिस्से को चलाती है जिसे ये पंचक्की चलती है
00:18His work is currently in the first place of Haryana in the Katherjilay in the Pundari.
00:25The people in this village are here in this village.
00:31We have no idea how to get a number of people,
00:35but also the people of Haryana have gone a lot.
00:39In this village people all have to get a number of people.
00:43They all have to get a number of people.
00:49Bidli ki aata chakki ke mukabli ya penchakki kam speed se chalati hai.
00:53Lihaza iska aata 2 mahinye tuk kharaab nahi hota hai.
00:57Or swast ke liye bheater maana jata hai.
01:18एक panchakki एक घंटे में 40 kg गेहूं पीसती है.
01:26यहाँ 5 panchakki हैं, जिससे हर घंटे 2 quintal गेहूं पीस आजा सकता है.
01:311890 में स्थापित या panchakki नहर विभाग के अंतर गताता है.
01:35और नहर विभाग की ओर से इसे ठेके पर चलाया जाता है.
01:39एक किलो अनाज पिसवाने के लिए यहाँ मेहच 2 रुपए चार्ज किया जाता है.
01:50हलाकि यहाँ अनाज को तॉलने की वेवस्था नहीं है.
01:53लोग अंदाज के अधार पर अनाज पिसाई का चार्ज देते हैं.
01:56हर्याना में ऐसी कई पंचक्यां थी, लेकिन धीरे-धीरे वो बंध हो गई.
02:01पुन्री के फतेपुर गाउं में या अकेली पंचक्की है, जो 135 सालों से लगातार काम कर रही है.
02:09हर्याना के कैथर से ETV भारत के लिए मुनीश टूरन की रिपोर्ट.
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