राजकोट के गोंडल तालुका का एक छोटा सा गांव है, शेमला. मनीष परमार इसी गांव के निवासी हैं और अब अपने परिवार के साथ पक्के घर में रह रहे हैं. पहले उनके पास पक्का घर नहीं था, लेकिन पंडित दीनदयाल उपाध्याय आवास योजना का लाभ मिलने के बाद उन्हें पक्की छत नसीब हुई. इसी गांव के रहने वाले सुनीलभाई सोलंकी को भी इस योजना से पक्का घर मिला है. सरकार से आर्थिक मदद मिलने के बाद उन्होंने घर बनवाया और अब अपने परिवार के साथ उसमें रहने लगे हैं. गुजरात सरकार सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए लगातार काम कर रही है. इसी कड़ी में पंडित दीन दयाल उपाध्याय आवास योजना के तहत एसईबीसी, आर्थिक रूप से पिछड़े, और घुमंतू जातियों को ₹1.70 लाख की सहायता मिलती है. यह राशि चार किस्तों में डीबीटी के जरिए सीधे बैंक खाते में दी जाती है. प्रदेश सरकार ने 2025-26 के बजट में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के लिए ₹1,108 करोड़ का प्रावधान किया है. लाभार्थी ई-समाज कल्याण पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. बैंक लोन और सब्सिडी की सुविधा भी उपलब्ध है. अब तक 73 हज़ार से अधिक परिवारों को इस योजना का लाभ मिल चुका है. यह योजना हज़ारों लोगों के लिए घर का सपना साकार कर रही है.
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