00:00एक था गहना जंगल
00:02गहने जंगल के बीच
00:04धेर सारे जंगली जानवर रहते थे
00:08वहीं कोई जानवर खतरणाक
00:12और कोई जानवर बहुत ही नरम सुभाव का
00:16उसी जंगल में
00:18दो दोस्त रहते थे
00:20जिसमें पपू बंदर और काला भेडिया
00:26दोनों में बहुत जादा दोस्ती थी
00:30और वहें बड़े प्यार से रहते थे
00:34उनकी दोस्ती को देख सारा जंगल
00:38उनसे चिढ़ा करता था
00:40आजकल तो काला भी पके हुए फल खाने लगा है
00:56हाँ हाँ क्यों ना खाए क्यों ना खाए
00:59वो बंदर का जो दोस्त जो ठैरा
01:02आरे सही बात कह रहे हो आती तुम
01:05आजकल तो काला भी फल खाने लगा है
01:10आरे हाँ सही कह रहे हो कालू कुवे तुम तो
01:14पपू बंदर ने भी इसलिए हमारी साथ दोस्ती छोड़ दी
01:19अब तो वो कालू को ही अपना दोस्त मानता है
01:23और उसी के साथ रहता है
01:26ऐसे ही काफी समय बीटा चला गया
01:31आरे कालू भेडिये ऐसा करो यार तुम अपने घर जाओ
01:36तुमारे माता पिता तुमारा परवार तुमारा इंतिजार कर रहे होंगे
01:42आरे पपू बंदर भाई क्या बात कर रहे हो
01:45आप तो मेरे दोस्त हो आप ऐसी बाते मत किया करो
01:49आरे मैं सच कह रहा हूँ दोस्त
01:52तुम अपने परवार के साथ रो रोओ जब दिल किया करे आजाया करो
01:56नहीं यार मैंने एक बार कह दीया नहीं
01:57कि मैं तुमहरे साथ ही रहूँगा
02:02आज के बार तुम एसी बात मट करना
02:05तुमने ऐसी बात की तो देख लेना
02:07वहां
02:09कालु कवुआ और
02:11हाथी प्लैन बनाते हें
02:13आरे कालु कोई हम ऐसा करते हैं
02:16कि हम झेंगल के राजा शेर के पास
02:19कालु बेड़़ये की शिकायत करते हैं
02:22हम दोनों लोग शेर के पास जाते हैं
02:35आरे कालू कोगे मुझेटो सेर से डर लग रहा है।
02:40कहींगे ऐसा नहो, कालू बेढियो को बाब में खालें उससे प failures को, हमें खालें।
02:47मुझे बहुत डर लग रहा है।
02:49औरयी ब Chemical क्यों हों, एंरे आ तो दो।
02:53अरे कौन आया मेरी गुफा में?
02:55और एक क्या बात है, आज तो मुझे हट्टी-खट्टी हतनी खाने को मिलेगी
03:01आज तो मैं पेट भर कर इस हतनी को खाऊंगा
03:04आज तो मज़ा ही आ जाएगा
03:07ये हतनी तो कम से कम 15 दिन खतम नहीं होगी
03:11इसे मैं 15 दिन तक खाऊंगा
03:14क्या बात है, शिकार ख़ुद ही चल कर आ गया मेरे पास
03:18अरे महराज, रुकिये, रुकिये महराज
03:21हम आपका शिकार बनने नहीं आए हैं
03:25आपके लिए शिकार ले कर आए हैं
03:27क्या मेरे लिए शिकार, कहां है मेरा शिकार
03:31अरे महराज, कालू भेडिया, जो आपका दुश्मन है
03:34उसका शिकार करना है
03:37अरे, मगर तुम कालू भेडियो को क्यों मारना चाहती हो
03:41महराज, उसने हमारे दोस्त को हम से अलग कर दिया है
03:46पपू बंदर को, अब पपू बंदर उसके साथ ही रहता है
03:51जिससे, अब वे हमारे साथ खेलता भी नहीं है और बोलता भी नहीं है
03:57ठीक है, ठीक है
03:58जाओ, तुम लोग भेडियो को मेरे पास लाने का परबंद करो
04:03इतनी बाद सोचकर, वे हैं, वहाँ से चले जाते हैं
04:16अरे यार पपू बंदर, तुम यहां बैठे हो
04:19मैं तुम्हें कब से ढूंढ रहा हूँ
04:22अरे, क्यों ढूंढ रहे हो
04:23वो जो तुम्हारा दोस्त है, कालू भेडिया
04:26वो हातनी के बच्चे को गुफा में ले कर गया है
04:32वे हैं, उसको खा लेगा
04:34अरे जाओ जाओ, तुम सब मेरे और कालू की दोस्ती से चिड़ते हो
04:40जिस कारण तुम सब लोग उल्टे सीधे प्लैन बनाते हो
04:45हमारी दोस्ती तोड़ने का
04:47अरे सच कह रहा हूँ
04:58अरे कालू भेडिये, आज तो तुम आ गए
05:02आज मैं तुमें नहीं छोड़ूँगा
05:05अरे सेर, तुम इसका कुछ नहीं बिगाड सकते
05:08मैं हाथी के बच्चे को कुछ नहीं होने दूँगा
05:10शेर और भेडिये में लड़ाई हो जाती है
05:23शेर भेडिये को घायल कर देता है
05:26वहाँ पर हाथी, बंदर और कुछ पहुंच जाते हैं
05:31अरे कालू भेडिये, तुमें क्या हुआ
05:33क्या हुआ मेरे मिट्र, क्या हुआ दोस्त
05:36अरे कुछ नहीं, मुझे शेर ने शिकार बनाया है
05:43अरे देखा देखा पपू बंदर, मैंने कहा था न
05:47तुमारा कालू दोस्त इस हाथी के बच्चे को लेकर यहां पर आया है
05:53और ये इसका शिकार करना चाहता है
05:56इतना कहकर कालू भेडिया मर जाता है
06:00अरे नहीं नहीं
06:02पपू बंदर, पपू बंदर, इनोंने नहीं मारा
06:05मुझे तो शेर ने अपना शिकार बनाना था
06:09जिससे मेरी जान कालू भेडिये ने बचाई
06:13कालू भेडिये तो मुझे यहाँ पर पाने पीने के लिए लेकर आया था
06:17इतना सुनकर शेर वहाँ से भाग जाता है
06:20अरे पपू बंदर हमसे गलती हो गई हमें माफ कर दो
06:25आगे से ऐसा काम नहीं होगा
06:27इस कालू भेडिये की मौत हमारी बज़े से हुई है
06:31इसके गुनागार हम है
06:33हाँ सही कह रहे हो
06:35पपू बंदर हमें माफ कर दो
06:37हमसे गलती हो गई