जब खेल और खिलाड़ी की बात होती है, तो हरियाणा का नाम जरूर आता है. बॉक्सिंग और कुश्ती के बाद अब हरियाणा हॉकी के खेल में भी धाक जमा रहा है. हरियाणा की छोरियां अब हॉकी में राज्य और जिले का नाम देश-विदेश में रोशन कर रही हैं. हिसार के चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के हॉकी कोच आजाद सिंह मलिक निशुल्क महिला हॉकी खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार कर रहे हैं. उन्ही की मेहनत और लगन का नतीजा है कि शाहबाद के बाद अब हिसार महिला खिलाड़ियों के लिए हॉकी का हब बनता जा रहा है.ईटीवी भारत के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कोच आजाद सिंह मलिक ने बताया कि "1989 में मैंने हिसार के चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय में ज्वाइन किया था. तब स्पोर्ट्स कॉलेज में लड़के ही होते थे, लड़कियां तो गिनी चुनी होती थी. एक या दो. जब मैंने ज्वाइन किया तब तक लड़के नेशनल खेल पाए थे. 2002 में स्पोर्ट्स कॉलेज बंद हो गया था. इसके बाद मैंने सोचा कि हरियाणा में लड़कियों को हॉकी में आगे लाना चाहिए. फिर मैंने साल 2005 में लड़कियों को कोचिंग देना शुरू किया. आज यहां से तीन ओलंपियन और दस से 12 महिला खिलाड़ी नेशनल लेवल तक खेल चुकी हैं. बड़ी बात ये है कि खेल कोटे से करीब सौ खिलाड़ी सरकारी नौकरी पर हैं. इनमें लड़के और लड़कियां दोनों शामिल हैं."हॉकी कोच आजाद ने सत्रह साल पहले कच्चे ग्राउंड खिलाना शुरू किया था. उस समय लड़कियां को परिजन भेजते नहीं थे, लेकिन जब मेडल आने शुरू हुए तो परिनजों ने लड़कियों को हॉकी के लिए भेजना शुरू कर दिया. आज लड़कियां फ्री होकर खेल खेल रही हैं. उन्होंने बताया कि वह जुलाई 2023 में रिटायर हो गए थे. अब सुबह और शाम खेल मैदान पर लड़कियों को हॉकी की ट्रेनिंग दे रहे हैं.
00:00कि हर्याना की छोरिया अब होकी में भी अपना दम दिखा रही हैं हिसार इन लड़कियों के लिए होकी की नरसरी बना है जहां कोच आजासिंग मलिक इन लड़कियों को प्रशिक्षन दे रहे हैं लगभग 120 लड़किया होकी के दाव पीच दिख रही है राश्री और अंतरा�
00:30This year, after this year, three Olympians and 10-12 international players were born in the national level, and the national players were born in a medal.
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