छत्तीसगढ़ का अबूझमाड़....जहां कुछ समय पहले तक नक्सलियों का सिक्का चलता था. लेकिन अब वहां उनका सूरज डूब रहा है. यहां अब विकास की बयार बहने लगी है. नरायणपुर और कांकेर जिले का सरहदी इलाका जहां लोग नक्सलियों के खौफ में जीने की मजबूर थे. अब वहां तेजी से विकास के काम हो रहे है.एक सड़क नारायणपुर से अबूझमाड़ के घने जंगल के इलाके से होते हुए कांकेर के सरहदी गांव सितरम तक जा रही है.जहां सुरक्षा बलों ने अपना नया कैंप स्थापित किया गया है.सितरम गांव ...जो कभी नक्सलियों का कोर एरिया माना जाता था. जहां जवानों का भी पहुंचना नामुमकिन था. वहां ये कैंप बता रहा है कि यहां नक्सलियों का डेरा अब खत्म हो चुका है.इस कैंप के खुलने से इस इलाके में विकास की बयार बहेगी. जहां कभी स्कूलों पर ताले जड़े थे. वहां बच्चे पढ़ेंगे और आगे बढ़ेंगे.सितरम गांव में पहुंचते ही एक बड़ा गेट है. जो आपका स्वागत करेगा. एक पगडंडी गांव के अंदर जाती है. ये दिखाती है कि यहां नक्सलियों की वजह से जिस गति से विकास होना चाहिए उस गति से नहीं हुआ है. सड़क बनने के बाद विकास की यहां किरणे पहुंचेगी और लोगों की तकदीर बदलेगी.
00:05YAHA KUCH SEMAYA PAHLAY TAK NAKSALIYONKA SIKKA CHALTA THA
00:15LAKIN AB YAHA UNKA SOURJ DOOB RHAHA HAY
00:19YAHA AB VIKAS KI BAYAR BAHNE LAGY HAY
00:22KARAINPUR JILLEKA ABUJMAR
00:24LAGATAR NAKSALIYON OR LAL KUHRAE MEN KAHIN NA KAHIN
00:28इतने सालों तक के छिपा रहा
00:30अब उस छेतर में विकास की बयार बहने लगी है
00:33लगातार पुलिस प्रसासन है
00:35और जिला प्रसासन के प्रयासों से
00:37उस छेतर में बड़े बड़ाओ देखे जा रहे हैं
00:39ये सडक नारायनपूर और अबूज मार के घने जंगल के इलाके से होते हुए
00:45कांकेर के सरहदी गाउं सित्रम तक जाएगी
00:48सालों तक के ये जो मारग है वो बाधित रहा
00:50अब इस मारग के खुल जाने से इस छेतर में कहीं न कहीं
00:53विकास की उमीद मानी जा रही है
00:55सित्रम गाउं जो कभी नकसलियों का कोर एरिया माना जाता था
01:00वहाँ जवानों का भी पहुँचना नामूमकीन था
01:03यहां ये कैम्प बता रहा है कि नकसलियों का डेरा अब खत्म हो चुका है
01:08इस कैम्प के खुलने से इस इलाके में विकास की बयार बहेगी
01:23जहां कभी इसकुलों पर ताले जड़े थे वहाँ बच्चे पढ़ेंगे और आगे बढ़ेंगे
01:38दोनों जीलों को जोड़ने के लिए सडके भी इसी मार्ग से दवड़ेगी आज जो डंपर की गाडिया है जो जेसी भी मसीन है वो खड़ी हुई है वो जवानों की मसीन है
01:48लेकिन भविस्य ऐसा होगा कि यहां से आम नागरिकों की गाड़ियां भी दवड़ेगी और विकास तेज गती से दवड़ेगा
01:55इस गाउं में पहुँचते ही एक बड़ा गेत है जो आपका स्वागत करेगा एक पक डंडी गाउं के अंदर तक जाती है यह दिखाती है यहां नकसलियों की वज़ा से जिस गती से विकास होना चाहिए उस गती से नहीं हुआ है
02:11सडक बनने के बाद विकास की केरणे यहां पहुचेंगी और लोगों की तकदीर बदलेगी
02:41इस छेत्र का विकास तेजगती से होगा इटीवी के लिया कासे ठाकूर नारेंटपूर
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