छत्तीसगढ़ के नारायणपुर का अबूझमाड़ क्षेत्र अब बदलने लगा है.. इस इलाके में कभी सिर्फ नक्सलियों की बंदूकें गूंजती थी और IED ब्लास्ट कर सुरक्षा बलों को निशाना बनाया जाता था.. सुरक्षा बलों ने एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाकर नक्सलियों को खदेड़ दिया है. अब BSF की तरफ से इलाके में ना सिर्फ सुरक्षा कैंप लगाया गया है.. और यहां मेडिकल कैंप लगाकर बीमार लोगों का इलाज भी किया जा रहा है. सुरक्षा बलों की इस पहल से इलाके के लोग खुश हैं. तोके गांव नारायणपुर के अबूझमाड़ के कोहकामेटा थाना क्षेत्र में पड़ता है, जिसे नक्सली अपना सेफ जोन मानते थे. यहां के लोग देश-दुनिया के कटे थे. अब यहां बदलाव की बयार बहने लगी हैं. संकरी पगडंडियां चौड़ी सड़कों में तब्दील हो रही हैं.. जेसीबी की मदद से पुल और पुलिया बनाई जा रही है. अब यहां मोबाइल नेटवर्क और स्कूल शुरू करने की तैयारी की जा रही है.
00:00गहने जंगलों से घिरा ये इलाका 36 गड का वो शित्र है जिसे अबूज माड के नाम से जाना जाता है
00:11इस इलाके में कभी सिर्फ नकसलियों की बंदू के गुंजती थी और IED बलास्ट का सुरक्षा बलों को निशाना बनाये जाता था
00:19नकसलियों के आतंक की कहानी ये विशाल चक्तान कह रहा है जो गाउं के मुहने पर है गाउं के लोग इसे देपताओं का वाहन मान कर पूझते थे लेकिन नकसलियों इस पर चुनाव के बहिसकार के नारे लिखकर उन्हें डड़ाते थे लेकिन अब इलाके की तस्वीर बदल
00:49B.S.A.P. की तरफ से इलाके में न सिर्फ सुरक्षा केम्प लगाया गया है, बलकि हम मेडिकल केम्प लगाकर बीमार लोगों का इलाज भी किया जाता है.
01:19सुरक्षा बलों की इस पहल से इलाके के लोग खुश हैं.
01:32अभी कैसा लग रहा है जब यहां पे पुलिस केम्प हो गया, आज दवाई वई दे रहे हैं तो कैसा लग रहा है आप लोगों की तोके गाउन नाराइनपूर के अबूजमार के कोहका मेटा थाना श्यत्र में पढ़ता है, जिसे नकसली अपना सेफ जोन मानते थे, यहां के �
02:02अब यहां बदलाव की बयार बहने लगी है, संक्री पकदंडियां च्योडी सडकों में तबदील हो रही है, जेसीवी की मदस से फुल और पुलिया बनाई जा रही है, अब यहां मोबाईल नेटवर्क और स्कूल शुरू करने की तैयारी की जा रही है, एटिवी भारत के �
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