"इस कहानी में एक अनोखी सीख छुपी है जो आपके जीवन को बदल सकती है! यह कहानी न केवल बच्चों के लिए बल्कि बड़ों के लिए भी एक प्रेरणा साबित होगी। अगर आपको नैतिक कहानियाँ (Moral Stories), प्रेरणादायक कहानियाँ (Inspirational Stories) और हिंदी लघु कथाएँ (Short Stories in Hindi) पसंद हैं, तो यह वीडियो आपके लिए है। पूरी कहानी देखें और अपने विचार हमें कमेंट में बताएं!
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00:00दो बाल्टी लेकर रिया और सीमा बाहरांगन में लगे नल से पानी भरने जाती हैं तब दोनों देखते हैं कि नल पर भी बहुत सारा मैल और जंग लगा हुआ है
00:09हमारे घर का नल भी दिखने में कितना गंदा और भद्दा लग रहा है काश हम इसे भी साफ कर पाते हैं आशकल ऐसी ऐसी चीज़े आ रही हैं जिनने एक बार दाग पर लगाओ और सब चुटकी में साफ हो जाता है लेकिन उन्हें खरीदने के लिए मर पस पैसे तक नहीं हैं
00:39जोड़ कर उसमें कोल गेट मिलाकर उसका अच्छे से घोल तेयार कर लेती हैं तो इसका मतलब इसे लगाने से सभी दाग धब्बे साफ हो जाएंगे कुछ यहां फर्ष पर और दिवारों पर भी हो रखे हैं हर कोई उस घोल को घर के हर दाग धब्बे पर लगाकर और साथ
01:09इसमें चमक तो आ गई है इस तरह उन सभी को थोड़ा होसला मिलता है शाम को पांचों घर वापस आ जाते हैं घर का नजारा देखकर आज घर कुछ साफ सा लग रहा है हाँ थोड़ी सी साफ सफाई लग रही है क्योंकि आज हमने घर जो साफ किया है अब हम सब घर को एक अ
01:39रात को सभी खाना खा कर सो जाते हैं और अगले दिन से उन सभी में एक नया ही जोश था घर की थोड़ी सी साफ सफाई करने के बाद अब वह घर को सजाने का सामान बनाने की तयारी शुरू करती हैं पहले वो कबाड़ी वाले के पास जाती है वहाँ उन्हें जितना भी प�
02:09लेने के बाद घर आ जाती है और घर पर बाकी तीन बहुओं ने मिट्टी ला रखी थी जिससे वहाँ घर की दिवारों को लेप रही थी
02:15तुम सबने दिवारों को लीपना भी शुरू कर दिया हाँ हमने सोचा हमारे पास इतना पेंट कहां से आएगा कि हम घर को रंग करवा सके इसलिए हमने सोचा कि पहले मिट्टी से इसे ढग देते हैं और इसके बाद उसके उपर सुन्दर सुन्दर डिजाइन बना देंगे
02:45सबसे पहले बनकर तयार होते हैं छोटे से गमले वा यह तो बहुत सुन्दर लग रहा है मुझे तो यकीनी नहीं हो रहा इस तरह वह बहुत सारे छोटी छोटे सुन्दर डिजाइन के गमले बना देती हैं और उन्हें अच्छे से डेकुरेट करती हैं वहीं दूसरी तरह �
03:15साथ ही एक शुब दीपावली का भी लिखा हुआ दर्वाजे पर लगाने का बना देती हैं देखो हमने कितना कुछ बना दिया यह सब तो बहुत सुन्दर लग रहा है इस पुराने फोटो फ्रेम में हम सुन्दर सा डिजाइन बना कर दीवार पर लगा देते हैं हमारे घर
03:45नी सुन्दर लग रही है हम इसे दर्वाजे पर लगा सकते हैं सब कुछ बहुत सुन्दर बना है मैं तो कहती हो हमें एक बार इन्हें बाजार में बेच कर देख लेना चाहिए क्या पता ही सब बिख जाए हां हम बाहर वालों के लिए भी सामान बना लेते हैं ऐसी चीज़
04:15पर उनके पास एक ग्राहक आता है अरे यह सब तो बहुत सुन्दर है और दाम भी सस्ता है घर में बढ़ा अच्छा लगेगा मेरे लिए ये पैक कर दो जी अभी करते हैं इस तरह बहुत से ग्राहक उनसे सामान खरीद कर चले जाते हैं अगले कुछ दिनों तक पांचों ब
04:45होता है और कुछ दिन बाद देखो हमने कितना सारा मुनाफ़ा कमा लिया सच में हमारा ये जुगार करना तो काम आ गया कम से कम इसी बहाने इस से हम दो पैसे तक मा पाए अब लगता है हम भी दिवाली के लिए शॉपिंग कर पाएंगे सच में तुम पांचों ने तो फिर
05:15झामान को घर में लगाती हैं साथ ये उन्होंने कुछ रंग खरी दे थे जिसकी मदद से दीवारू पर पेंट करती हैं और सुंदर चित्र बनाती हैं उन्होंने पुरानी साडी के परदे बनाये थे उन्हें घर पर दर्वाजे और खिड्कियों में वो लगा देती हैं सा�
05:45का घर पूरी तरह सज समढ़ जाता है जब पती घर वापस आकर घर का नजारा देखते हैं तो दंग रह जाते हैं
05:52अरे कहीं हम किसी गलत घर में तो नहीं आ गए हैं? सच में मुझे भी बिल्कुल विश्वास ही नहीं हो रहा है कि या हमारा ही घर है
05:58आप सबी ने इसे कितने अच्छे और संदर तरीके से सजा दिया है
06:02मुझे तो लगा था कि इस बार हमारी दिवाली अच्छी नहीं होगी और हम घर सजाई नहीं पाएंगे
06:07लेकिन इसका बिल्कुल उल्टा हुआ वागी मानना पड़ेगा आप सभी ने कमाल कर दिया
06:12अभी तो और भी बहुत सर्प्राइजस भागी हैं चंता मत कीजे इस बार की दिवाली हमारे लिए सबसे अच्छी दिवाली होगी
06:18हाँ हम भी इस बार सबसे अच्छी दिवाली मनाएंगे
06:21अगले दिन पाच्छों दुकान पर जाती है
06:23और वहां से सभी के लिए
06:24एक-एक जूड़ी नAY कपड़े खरीद कर
06:26फिर सबसे सस्ती वाली मिठाई के
06:28डिब्बे खरीद कर वापस आ जाती है
06:30और घर आते वक्त
06:31पांते हैं हमने इस बार बहुत सस्ते कपड़े खरीदे हैं लेकिन कम से कम हम नए कपड़े तो पहन पाएंगे इतने सालों से हमने नए कपड़े खरीदे तक नहीं थे
06:39सही कहा, नए कपड़े खरीदना तो दूर की बात है, नए कपड़े देखे तक नहीं थे
06:45अब हम कम से कम सस्ता ही सही, पर सब कर पा रहे हैं, वही बड़ी बात है
06:50हाँ, पूरे मीटर के हिसाब से कपड़ा बहुत सस्ता मिल गया, अब हम सब केड़े कुर्टा पजामा सिल देंगे
06:56गर पहुँचने के बाद वो सभी दिन रात एक करके एक जोड़ी कपड़े सिल देती हैं और अगले दन सभी को नए कपड़े देती हैं
07:03वा, कितने सर्प्राइज मिल रहे हैं, कभी सोचा भी नहीं था, हमारे लिए नए कुर्टा पजामा तक बना दिया
07:08सच में, हमें बहुत खुशी हो रही है, इतने सालों से वो ही कपड़े पहन कर बोर हो गए थे, हम भी आखित दिवाली पर नए कपड़े पहन पाएंगे
07:16सच में बेटा, तुमने अपने जुगार से बहुत कुछ कर लिया, अपने लिए भी एक-एक साड़ी खरीद लेती
07:21मा जी हम भी मीटर के हिजाब से कपड़ा ले आए हैं, उसी में से साड़ी बना लेंगे
07:26इस तरह उनकी भी दिवाली की तयारी बहुत अच्छी हो जाती है और अगले दिवाली थी
07:30दिवाली वाले दिन बाहर से फूल तोड़ कर उनसे भी थोड़ा बहुत घर सजा कर तयार करती हैं
07:35हर कोई दिवाली के लिए घर अच्छे से सजा कर अपने अपने घरों में रंगोली बना रहा था, ये देख कर,
07:41ओ हो दीदी हमने रंगोली के लिए तो रंग खरीदे ही नहीं थे, अब सारे पैसे भी खत्म हो गए और हमने इतना सारा सामान खरीद लिया, पर अब रंगोली कैसे बनाएंगे, कोई बात नहीं, इसका भी जुगाड कर लेंगे, घर में हल्दी, चाय, पत्ती, चावल और आ�
08:11और उन्हें दिवाली की मुबारक बात देते हैं, थोड़ी देर बाद पांचों बहुएं मिलकर चूले पर सभी के लिए हलवा पूरी और खीर बना रही थी, और सभी को खाना खाने के लिए बुलाती हैं, और सब खाना खाने बैठ चाते हैं, सबको गर्मा-गर्म खाना प
08:41सुखे दाल चावल से तो छटकारा मिला
08:43हाँ बिलकुल आप सभी मज़े से खाना खाएए
08:45फिर हम सब बाहर जाकर सबके साथ दिवाली मनाएंगे
08:48सभी खाना खा लेते हैं और थोड़ी देर बाद
08:50उनके घर मिठाई देने के लिए दो पड़ो सनाती है
08:52उनका घर देखकर दोनों बहुत हैरान रह जाती है
08:55ओ ये वाजानती मानना पड़ेगा तेरी बहुने तो घर बहुत अच्छा सजाया है
09:00किसी भी चीज की कमी नहीं चोड़ी
09:02जालर जुमर से लेकर रंगोली और पड़ो तक सब बहुत अच्छे से सजाया है
09:08हाँ घर में चटे-चटे गमले भी रख दिया और घर में सीनरी भी लगी बहुत सुन्दर बनाई है
09:12सब मेरी बहुने खुद अपने हाथों से किया है
09:15क्या सच में यार मानना पड़ेगा तुमने तो कमाल कर दिया
09:20मेरी बहुने भी इतना अच्छा घर नहीं सजाया
09:23बस जो हमने ला कर दे दिया था उसे लगा दिया
09:25लेकिन सच में मानना पड़ेगा तेरी बहुने तो घर को सजाने के लिए जी जान जोग दी है
09:30इस तरह सभी पडोसी उनके घर की तारीफ कर रहे थे
09:33कि किस तरह पांच जुगाडू बहुने अपने घर को सजाया
09:37बाहर सभी बैठे थे और आस पास सभी लूग पटाके जला रहे थे
09:41अरे तम सब यहां बैठे हो चलो हमाए साथ पटाके जलाते हैं
09:45बच्चे भी बड़ा इंजॉय कर हैं बड़ा मज़ा आएगा
09:48ठीक है हम भी चलते हैं
09:49इस तरह सभी अडोसी पडोसी मिलकर दिवाली को बहुत ही अच्छे तरीके से मनाते हैं, सभी मिल जुलकर पटाके जला रहे थे और भर पूर तरीके से दिवाली का मजा ले रहे थे।
09:57इस तरह पांचों बहुओं ने जुगाड करके अपने और अपने परिवार वालों के लिए दिवाली को बहुत अच्छा बनाया, दिवाली पर वो सब किया जिसके लिए वो तरस रहे थे, थोड़ा ही सही लेकिन हर चीज को बड़ी साधगी से करके, खुशी-खुशी अपनी
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