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  • 2 days ago
"इस कहानी में एक अनोखी सीख छुपी है जो आपके जीवन को बदल सकती है! यह कहानी न केवल बच्चों के लिए बल्कि बड़ों के लिए भी एक प्रेरणा साबित होगी। अगर आपको नैतिक कहानियाँ (Moral Stories), प्रेरणादायक कहानियाँ (Inspirational Stories) और हिंदी लघु कथाएँ (Short Stories in Hindi) पसंद हैं, तो यह वीडियो आपके लिए है। पूरी कहानी देखें और अपने विचार हमें कमेंट में बताएं!


🔹 वीडियो की खास बातें:
✅ सुंदर एनीमेशन और इमोशनल कहानी
✅ हर उम्र के लिए अनुकूल
✅ सीखने और समझने योग्य नैतिकता

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Transcript
00:00आ सच में, मैं तो गर्मी से बहुत ज़्यादा बरिशान हूँ, तो मेरे पास इसके लिए एक और खास आइडिया है अच्छा
00:06जल्दी बताओ क्या आइडिया है, अगर इसका भी कोई इलाज हो जाएगा तो मुझे तो बहुत ही ज़्यादा चैन मिलेगा, अब मेरे छोड़ों को भी गर्मी में बुरा हल नहीं चेलना पड़ेगा
00:17जो आइडिया भी तुमने दिया है, पिल्कुल वैसा ही है, तुम बोरी में घांस डाल कर उसे घर के हर दर्वाजे और खिर्खी की सामने लटका दो
00:25लेकिन उससे क्या होगा, उसके जगे तो मैंने पड़े लगा रखे हैं
00:28अरे तुम उन्हें तोड़ी तोड़ी समय में गिला करती रहना, उसके बाद जो गर्म लू होगी, वो सब उसके अंदर से चलकर अंदर आएगी तो ठंडी अवाम में बता जाएगी
00:38और साथ ही परदे बहुत हलके होते हैं, उनके अंदर से धूप आही जाती है, लेकिन ऐसा का निज़े धूप भी अंदर नहीं आपाईगी
00:45बस, सभी अगला काम शुरू कर देती हैं, और इस थरह वो बाकी के दोनों कामों को भी करती हैं
01:07सभी मिलकर बड़ी महने से कोई मिट्टी का तो कोई प्लास्टिक की केन का इस्तेमाल करके टेबल फैन की मदद से अपना कूलर बना देती हैं
01:14सच में तुमने तो कबाल कर दिया, इतना चाकूलर बन गया है तो वो बी सिर्फ टेबल फैन की मदद से
01:21सच में इतनी हवा तो कितनी धंडी धंडी आ रही है, मज़ा आ गया बहू
01:26सच में तुमने बहुत अच्छा काम किया है, पूरा दिन बाहर धूब में मजदोरी करता हूँ
01:32इस गर्मी में मैं इतना परेशान हो जाता हूँ कि घर आने के बाद मी मूड मेरा चिर्चिरा ही रहता था
01:38लेकिन अब देखो, घर आने के बाद मुझे कितना सुकून मिला है
01:41सच में बहू, तुम सबने तो मिलकर कमाल ही कर दिया है, हम अब हमारे पूरे महले में हर किसी के पास ये जुगाड उकूलर है
01:51हाँ, हम सब मिलकर हम से जो भी हो पा रहा है, वो सब जुगाड कर रहे है, ताकि हम इस भीशन गर्मी को माप दे सके
01:59रितु सब के लिए एक खीरा काट कर लाती है
02:02लीजिए सब खीरा खा लीजिए, इसी थोड़ी ठर्नक और मिलेगी, फिर मैं सब के लिए बड़ी असा बेल का शर्बत मना दूँगी
02:09वहीं दूसरी तरफ रिया के घर
02:12ये लीजिए, मैंने इस बोरी में अच्छे से घास बर दी है
02:16अब आप इन सबी को दर्वाजों पर परदों की तरे लगा दीजिए और जब तक मैं बाकी की खिड़कियों पर लगा देती हूँ
02:23ठीक है, मैं बस अभी करता हूँ
02:26रिया और रोहन दोनों मिलकर घास वाली बोरी लगा देते हैं
02:31बेटा, क्या सच में इनको लगाने से इतना फायदा होगा?
02:35आप ही चेक कर लेते पम्मी जी, मैं अब इन सारी बोरीयों को घीला कर देती हूँ
02:39रिया ने सारी बोरीयों गीली कर दी, और उसके बाद उससे दो फायदे हुए
02:44एक तो वो भारी होने की वज़ा से ओड़ नहीं रही थी, जिसकी वज़ा से घर के अंदर धूब बिलकुल नहीं आ रही थी
02:49थोड़ी देर बाद
02:58वाह, जो लू थी, अब घर के अंदर लू भी आनी बंद हो गई है
03:03अब तो इसके अंदर से ठंडी ठंडी हवा चन कर आ रही है
03:06तुमारे बनाए खुद के कुलर ने तो कमाल कर रखा है
03:09अरे देखिए न, हमारा चोटू भी कितना खुश नजर आ रहा है
03:19कितनी प्यार से मुस्कुर आ रहा है
03:21मुझे खुश येगी, हमारा ये समझुगार काम कर रहा है
03:24हुम, महनत तो काम आती ही है
03:27बिलकुल सही का, कभी भी महनत जाया नहीं होती है
03:31कुछ दिन बाद शाम को नुकड़ पर सभी की सास बैठी थी
03:35तबी उनके पास एक महला आती है
03:36अब सभी की भहुआ ने तो कमाल कर दिया
03:41क्या आप हमें भी बता सकते हैं कि ये सब उन्होंने कैसे किया है
03:45हाँ, हम जब भी आपकी घर आते हैं ना
03:48तो हमें बहुत अच्छा रखता है
03:50ठंडा ठंडा बिल्कुल ही मज़ा आ जाता है
03:52हम भी गर्मी से बहुत ही परिशान है
03:54आप हमारी बहु से बात कर लीजी
03:57वो आपको सब कुछ अच्छे से बता देगी
03:59और इसमें आपकी मदद भी कर देगी
04:01ये तो बहुत अच्छी बात है
04:03ठीक है फिर हम उनी से जाकर
04:05मदद ले लेते हैं
04:06दोनों महिला वहां से चली जाती हैं
04:08और बहुँँँँजे मदद लेती हैं
04:09सबी बहुँएं आस पड़ोस में
04:10एक दूसे की मदद करने के लिए तयार हो जाती है
04:13तब ही शाम को नुकड़ पर
04:14हमारी बहुँँँँँँ ने खिता अच्छा कमाल कर दिया
04:18इन सब ने मिलकर तो पूरी कलोनी में धूम मचा दिया
04:21और हर कोई अब इनकी तरह ही कर रहा है
04:23हाँ मुझे तो लग रहा है
04:26अब हर कोई विल्कुल हमारी बहुव की तरह ही करेगा
04:29और किसी ने अपने घरेओं के अंदर मिट्टी से लीपना शुरू कर दिया है
04:33हाँ चतरवाज और खड़कियों पर भी सभी ने पूरी लगानी शुरू कर दिया है
04:37अब तो पूरी कलोनी में सभी एक जैसे घर लग रहे है
04:41किसी अगर पेचान में ही नहीं आ रहा है
04:43हाँ हमारी बहुवों ने जो पहल शुरू किये बहुत अच्छी किये
04:48अब तो लग रहा है पूरी कलोनी ही ठंडी हो जाएगी
04:50सच कहा उनकी लगन और मेहनत के दाहते नहीं होगी
04:54सभी ने मिलकर बहुत मेहनत की है
04:56इनकी खुलर ने तो कमाल कर दिया
04:59मुझे नहीं पता था जुगार से इतना अच्छा खुलर भी बन जाता है
05:03वहीं दूसी तरफ जैंस में
05:06अरे अब तो घर में रहने में भी मन लगता है
05:09वरना पहले तो गर्मी से हाल बेहाल हो जाता था
05:11बिलकुल सही कहा आपने
05:14अब घर पर सोने में भी मज़ा आता है
05:16वरना पहले तो पूरा घर इतनी बोरी तरह तपता था
05:19कि शरीर भी बेचैन हो जाता था
05:22अब जाकर कहीं ठंडी राहत मिली है
05:24हाँ, अब हमें भी बहुत अच्छा लगता है
05:27काम करके शाम को घर लोटो तो काफी अच्छा लगता है
05:30बच्चों को भी मज़ा आने लगा है
05:33कुछ दिन बाद शाम को वहाँ सब्जी वाला आता है
05:36सब्जी ले लो सब्जी
05:38महले की बहुएं आती है
05:40अरे भया आजकल आप तो हर रोज यहाँ पर सब्जी वेशने आ जाते हैं
05:45पहले तो आप हफते में एक बार भी नहीं आते थे
05:47क्या बात है
05:48अरे बहन जी बस क्या बताएं
05:51आपके महले में आजकल इतनी ठंड़क रहती है
05:54आपके बार बार यहाँ आने का जी करता है
05:56आपने तो कुछी दिरों में अपने पूरे महले का नक्षा बनल दिया बहन जी
06:00हाँ वो तो है
06:01हमने पहले अपने महले को ठंड़ा बनाने में इतनी मैना जोकी है
06:05इस तरह हर कोई बहुत ज़्यादा खुश था
06:09लेकिन उनके लिए अभी और सर्प्राइज बाकी थे
06:12सभी बहुए फिर से मीटिंग करती है
06:14हमने को जुगार तो कर दिये हैं
06:17लेकिन अब हम आगे क्या करेंगे
06:19मुझे लगता है हमें मिट्टी का बैट भी बना लेना चाहिए
06:22लेकिन क्यों गर के अंदर तो हमने मिट्टी से लिपाई कर दी है ना
06:27हाँ और अगर हम मिट्टी का बैट बनाएंगे ना
06:30तो वो कुछ ज़्यादा ही सकत हो जाएगा
06:32उसके उपर हम ठीक से सो भी निपाएंगे
06:34नहीं देखो हम मिट्टी का बैट बनाएंगे
06:37जिससे वो थोड़ा उंचा भी हो जाएगा
06:39और फिर उसके उपर हम बोरी और घास को डाल कर गता बना लेंगे
06:43जब हमें सोना होगा उससे थोड़ी देर पहले हम उससे थोड़ा गीला कर लेंगे
06:47लेकिन गीले बस तरबर हमें नींद कैसे आएगी
06:49आरे चिंदा मत करो इतने वहांकर गर्मी है कि वो पंकी की हवास से जल्दी ही सूख जाएगा
06:54और उसमें बस थोड़ी बहुत नमी बचेगी
06:57तो हम उसके उपर डबल चादर को बिछा देंगे
07:00इसके बाद हमें और भी ज़्यादा ठंड़क मिलने लगेगी
07:03हमें ऐसा करना चाहिए
07:07भले ही अब हमें गर्मी से थोड़ी राहत मिलने लगी है
07:10लेकिन गर्मी का मौसम और भी ज़्यादा भायंकर होता चाह रहा है
07:13इससे हम जितना ज़्यादा अपने आपको ठंड़क पाएंगे
07:17उत्रा ही हमारे लिए फायदा होगा
07:19सही का देखना ऐसा बिस्तर मिलने के बाद सभी को बहुत अच्छा लगेगा
07:24ठीक है हम इसे भी एक बार ट्राइ कर लेते हैं
07:28बस फिर अगले दिन से सभी और भी ज़्यादा मिट्टी और घास इकठा करने चली जाती है
07:33मुझे लगता है यहां की घास और भी ज़्यादा अच्छी है
07:37पिछली बार जब हम खिर्की पर लगाने के लिए इसे लेकर आये थे
07:40तो इस घास ने ज़्यादा अच्छा काम किया था
07:43हाँ इस जगी की घास ज़्यादा अच्छी है
07:45हम यहीं से सारी घास ले लेते है
07:47सबी घास तोड़ने लगती है
07:50तभी उनके पास वो बोड़ी औरत आती है
07:52नेहा उसे पहचान लेती है
07:53अरे अमा आप प्रणाम कैसी है आप
07:57मैं ठीक हूँ
07:59मेरी बच्चे तुम कैसी हो
08:02जी मैं मिलकुल ठीक हूँ
08:04तुम यहाँ पर घास लेने आई हो
08:06लेकिन तुम इतनी सारी घास का क्या करोगे
08:09देरेसल हम इसकी मदद से
08:12एक ठंड़ा बिस्टर बनाने वाले हैं
08:15नेहा उस बोड़ी मैला को सारी बात बताती है
08:17कि किस तरह उन्होंने अपने घरों को
08:19ठंड़ा बनाने में इतने सारी जोगार किये है
08:22मुझे बहुत खुशी है
08:24तुम समने सच में बहुत कमाल कर दिया है
08:27काच मैं भी ऐसा कर पाती है
08:30लेकिन अब मेरी भूड़ी हट्टियों में इतनी जान नहीं रही है
08:34कोई बात नहीं आप चिंता मत कीजिए हम है ना
08:37हम आपके लिए ऐसा कर देंगे
08:39नए नए बेटा मैं किसी पर बोज नहीं बना चाहती
08:43इसमें ऐसी क्या बात है अम्मा
08:45इसमें भला क्या बोज होगा
08:47हम जहां आपने लिए कर रहे हैं
08:50वहां आपके लिए भी कुछ कर देंगे तो क्या हो जाएगा
08:52हाँ वैसे भी हमें ये सब आइडिया आपकी मदद से ही तो मिला है
08:56अगर उस दिन नहीं हाँ आपको ऐसा करते हुए नहीं देखती तो शायद हम कभी यह नहीं कर पाते
09:01तो ठीक है अब हम अम्मा के लिए पहले बिस्तर बनाएंगे
09:05इस तरह सभी उस बोड़ी महिला के लिए भी ठंडा घास का बिस्तर बनाती है
09:09और उसके बाद अपने घरों के लिए भी ठंडा ठंडा घास का बिस्तर बना देती है
09:13जिस पर सोने के बाद सभी को बहुत ज़ादा अच्छा लगता है
09:39बाजार में दूसरी कलोनी की एक महिला ये पूझ रही थी
09:42कि हमने अपनी कॉलोनी को ठंडा कैसे किया
09:45अच्छा गर इस गर्मी में किसी का तो भला हो जाए तो अच्छा ही है
09:50इस तरह उन सबने मिलकर अपनी कॉलोनी को ठंडा बनाया
09:53और यहां तक कि आसपास की कॉलोनी
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