Mission Bhagavad Gita Day 57 | Shloka 2.10 | जब कृष्ण ने अर्जुन को दिया ज्ञान का आरंभ | Hare Krishna Bhakti Vibes
मिशन भगवद गीता – दिवस 57, अध्याय 2, श्लोक 2.10 इस श्लोक में वह क्षण आता है जब भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन को ज्ञान का उपदेश देना प्रारंभ करते हैं। अर्जुन की आँखें आँसुओं से भरी थीं और उनका हृदय करुणा से भरा था… तभी श्रीकृष्ण — मधुसूदन — ने उन्हें जीवन का सत्य समझाना शुरू किया। यहीं से गीता का उपदेश आरंभ होता है। जय श्रीकृष्ण 🙏 हर दिन एक श्लोक, हर दिन आत्मा का उत्थान — Mission Bhagavad Gita के साथ।
Mission Bhagavad Gita – Day 57, Chapter 2, Verse 2.10 This is the turning point where Lord Krishna begins to impart divine wisdom to Arjuna. Filled with compassion and tears, Arjuna listens as Krishna — Madhusudana — starts revealing the truth of life. This marks the true beginning of the Bhagavad Gita’s teachings. Hare Krishna 🙏 One verse a day, one step closer to self-realization — with Hare Krishna Bhakti Vibes.
00:00हरे कृष्ण दोस्तों, मेरा एक ही लक्ष्य है, श्रीमत भगवत गीता के साथ 100 श्लोकों को हर दिल तक पहुचाना, अगर यह ज्यान आपको छूजाएं, तो इसे साजा कीजिए और जुडिए मेरे साथ इस मिशन में।
00:30जब अर्जुन करुणा से भर गए थे, उनकी आखें आसुओं से भरी हुई थी, और उनका चित्त शोक में डूबा था, तब भगवान श्रीकृष्ण मधुसूदंत ने, उनसे ये शब्द कहे, यह श्लोक उस महत्वपूर्ण मोर को दर्शाता है, जहां श्रीकृष्ण अ�
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