Mission Bhagavad Gita – Day 54 | Arjun’s Complete Surrender to Krishna | Chapter 2, Verse 7 | Hare Krishna Bhakti Vibes मिशन भगवद गीता – दिवस 54 🙏 अध्याय 2, श्लोक 2.7 में अर्जुन का आत्मसमर्पण — "हे कृष्ण! मैं अब आपका शिष्य बन गया हूँ, कृपया मुझे मार्ग दिखाइए।" यह श्लोक हमें सिखाता है कि जब जीवन में भ्रम और दुख का समय आए, तब भगवान के चरणों में समर्पण ही सच्चा समाधान है। हर दिन एक श्लोक, हर दिन आत्मा का उत्थान — जुड़ें Hare Krishna Bhakti Vibes के साथ। जय श्रीकृष्ण
Mission Bhagavad Gita – Day 54 🙏 In Chapter 2, Verse 7, Arjuna completely surrenders to Lord Krishna and seeks divine guidance. This verse reminds us — when confusion surrounds our life, surrendering to God is true wisdom. Join Hare Krishna Bhakti Vibes daily to explore one verse at a time. Jai Shri Krishna
00:00हरे कृष्ण दोस्तों, मेरा एक ही लक्ष्य है श्रीमत भगवद गीता के साथ सौ श्लोकों को हर दिल तक पहुचाना अगर यह ज्यान आपको छू जाएं तो इसे साजा कीजिए और जुडिए मेरे साथ इस मिशन में
00:13मिशन भागवद गीता श्लोक दिवस चौवन अध्याय दोक श्लोक दो दशमलव साथ कारपण्य दोशो पहत स्वभाव प्रिच्छामित वा धर्म सम्मूर्चेता यच्छरे स्यान निश्चितन ब्रूही तन में शिश्यस्तेह शाधी मात वा प्रपन्नम भावार्थ है श्र
00:43इसलिए मैं आपके चर्णों में समर्पित होकर आपसे बिंती करता हूँ मैं अब आपका शिश्य बन गया हूँ कृप्या मुझे उपदेश दें और जो मेरे लिए श्रेसकर है वह निश्चित रूप से बताएं यह श्लोक अर्जुन के आत्मसमर्पन का प्रतीक है जब ज
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