00:21एक पर भी सोच है तुमारे जाने के बाद मेरा ध्यान कान लखेगा
00:30जांगर में तोड़ दार्द है रहने देत्थे नभी सारा दर्द काईब कर तूंगे उपी
00:45सती तुमने तो कहा था एक यह एक यह एक यह
00:59हुआ हुआ हुआ हुआ है निका उप्रे सुनता है तुमने जूट बोला मत से यह एक सामने कैसे बोलता है पामेके बगेर भी चार बार मिली ना तुमसे है चार बार साथ भी माता बैठी वे थी क्यों
01:17क्यों बताओगे दर्थ अमाप पे तो डॉक्टर ने पर से छोड़ बोलु ना है हां
01:31हां हां नहीं
01:35हुआ है वह ऐसलिए कि मैं काम पे धान दे सकूं है अकेला रहने पे ना दिमांग ना बठके बुरे वेचार परेसान ना करें इसलिए
01:49पुरे वेचार कौन से पुरे वेचार किसने कहा तम से इसा कौन बोलेगा और बापाजी ने का
02:01सच्चा पाइब बबित्ता शरीर से निये आत्मा से होता है इसलिए मेरा सुधिकरन बढ़ा दी तुझा पता है बापबाजी ने भी कर आया सुधिकरन
02:13शुधिकर हाँ हाँ सच्छी
02:19हुआ मारे बचे कैसे होंगे
02:24तो बाप कैसे बनोगे सती
02:28कि बाबा की चकर में पागल होगे कि तुम है बाबा नी यह बबाजी पविता बाबाजी एक नंबर का जूटा और मकार है यह डोंगी
02:44हमारी शादी भी ढोंग थी हम सब को पुलिस है पकड़वाया और सामोई विवा ना करने में जेल बिजवाने की धमकी दी थी जेल से बचने के लिए की थे अपने ही शादी यह बाबा सब कर चाटता है यह एक नंब अगब
Be the first to comment