Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 7/21/2025
"इस कहानी में एक अनोखी सीख छुपी है जो आपके जीवन को बदल सकती है! यह कहानी न केवल बच्चों के लिए बल्कि बड़ों के लिए भी एक प्रेरणा साबित होगी। अगर आपको नैतिक कहानियाँ (Moral Stories), प्रेरणादायक कहानियाँ (Inspirational Stories) और हिंदी लघु कथाएँ (Short Stories in Hindi) पसंद हैं, तो यह वीडियो आपके लिए है। पूरी कहानी देखें और अपने विचार हमें कमेंट में बताएं!


🔹 वीडियो की खास बातें:
✅ सुंदर एनीमेशन और इमोशनल कहानी
✅ हर उम्र के लिए अनुकूल
✅ सीखने और समझने योग्य नैतिकता

💡 अगर आपको यह कहानी पसंद आए, तो वीडियो को लाइक और शेयर करना न भूलें!

📩 हमें फॉलो करें:

अगर स्टोरी पसंद आए, तो Like, Share, और Comment ज़रूर करें और Follow करें।


Don’t forget to Follow

Category

😹
Fun
Transcript
00:00पापा आपको पता है, कल कॉलेज में कॉंसेट है, रात के दस बजे तक तो मैं जा सकती हूँ ना?
00:06हाँ बेटा, तु जा सकती है
00:07और पापा, मैं भी स्निहा के साथ कॉंसेट में जा रही हैं
00:11नहीं रेश्मा तुम नहीं जाओगी जरा आपने कपड़े देखो कितने अच्छे कपड़े ला कर देता हूँ मैं तुम्हें हमेशा ये क्या फटे पुराने कपड़े पहन लेती हो
00:18पापा
00:20स्नेहा को ये ड्रेस आ नहीं रही थी और इतनी खराब नहीं हुई थी इसलिए रेश्मा ने पहन लिया
00:25हाँ पापा प्लीज मुझे जाने दीजे
00:29बोला ना तुम नहीं जाओगी
00:31कमल अपने कमरे में चला जाता है रेश्मा की आँखों में आशू होते हैं वो भी अपने पिता को मनाने कमरे में चली जाती है
00:38पापा मेरे पास और ड्रेस है ना मैं बो पहन कर चली जाओंगी पापा प्लीज जाने दीजे ये मेरे फाइनल येर का लास्ट कॉंसर्ट है
01:01हाँ, तब ही बेटी अपनी ड्रेस खोल कर देखती है
01:04वाओ पापा, ये ड्रेस तो बहुत अच्छी है
01:07इस ड्रेस को मैंने मॉल में देखा था
01:09अच्छा हुआ आपने लाकर दे दिया
01:10कल मैं ये कॉंसेट में पहन कर जाऊंगी और बहुत अच्छी लगूंगी
01:14हाँ, मेरी बच्ची
01:15दर्वाजी के बाहर खड़ी सौतेली बेहन
01:17ये सब सुनकर जल भुनकर अपनी कमरे में चली जाती है
01:20जिसके कुछ देर बाद
01:21रेश्मा के सो जाने के बाद उसकी नई ड्रेस को
01:24सनेहा कैची से काफी जादा काट देती है
01:26अब आगा मजा
01:29दोनों मावेटी जाकर सो जाती है
01:31अगली सुबह रेश्मा नहाकर जब वो ड्रेस पहनने वाली होती है
01:34तो उसे कुतरा हुआ देख वो बहुत रोती है
01:37ये भगवान
01:38पापनी मुझे इतनी प्यार से ये ड्रेस लाकर दी थी
01:41एक खराब कैसे हो गई
01:42रेश्मा देख मैं कितने अच्छे से तयार होगी हूँ
01:45चल कॉंसर्ट के लिए लेट हो रहा है
01:46ये क्या हुआ तो अभी तक तयार नहीं हुई
01:48और तेरी ड्रेस
01:50अब मैं कॉंसर्ट में कैसे जाऊंगी
01:52मेरे पास एक ड्रेस है वो पहन लेना
01:54इसने हाजान बूज कर अपने कबर्ड से
01:57खराब ड्रेस निकाल कर देती है
01:59जिसे रेश्मा पहन कर कॉंसर्ट में जाती है
02:02जहां उसके फ्रेंड्स उसके फटी होई
02:04और उधरी ड्रेस को देख कर मजाक उड़ाते है
02:06सब लोग इतना मजाक उड़ाते है
02:26कि रेश्मा वहां से रोते रोते बिना कॉंसर्ट देखे घरा जाती है
02:30दरसल बेचारी के साथ हमेशा से ही अत्याचार होता था
02:33उसके सौतेली बेहन और मा ने उसे परिशान करके रखा हुआ था
02:37सनेहा के पुराने कपड़े संजना रेश्मा के मूँपर फेगती है
03:01मा मुझे दर दो रहा है चोड़ दीजे
03:04ले चोड़ दिया और हजार बार बोला है
03:07मैं तेरी कोई मा नहीं हो सिर्फ सौतेली मा हूँ
03:09और मेरी एक ही बेटी है सनेहा
03:12तो जे अच्छे कपड़े भी दिला दिये न तो भी तू कबाड़ नहीं लगेगी
03:15यह तेरी पापा को पता नहीं चलना चाहिए
03:18शकल क्या देख रही है
03:20मा और मेरे लिए सैंड़िश लेकर आ
03:22तब रोते हुए रेश मा रसूई में जाकर सैंड़िश बनाती है
03:26और सौतेली मा बेटी को दे देती है
03:28वो हमेशा उसके साथ ऐसे ही करते थे
03:30कुछ ही महीना में कमल अपनी बेटी की शादी अमीर घर में कर देता है
03:33जहां ससुराल में सब बहुत अच्छे थे
03:35लेकिन रेश मा को अब इस बात का अंदाजा नहीं था
03:38खैर जब वो पहली रसूई का खाना सबको बना कर खिलाती है
03:42तो अपनी नंद सलोनी की ड्रेस देखती है
03:44वा दीदी आपका वन पीस ड्रेस बहुत अच्छा है
03:47और इसकी पॉकेट देखकर तो मुझे भी और अच्छा लगा
03:50कहां से लिए आपने ये ड्रेस
03:51हरे भाबी ये ड्रेस मैंने कहीं से ली नहीं
03:54बल्कि खुद देजाइन की है
03:55हाँ बहु तेरी ननत फैशन डिजाइनर है
03:58और वो बहुत अच्छे-च्छे कपड़े बनाती है
03:59वैसे बहुद तुमने खाना बहुत भडिया बनाया है
04:03शुक्रिया पापाजी
04:05सब खाना खाकर अपने कमरे में चले जाते हैं
04:08वहीं सलोनी अपने कमरे में एक नई ड्रेस सेल कर तयार कर रही थी तब रेशमा
04:12वाव दीदी ये ड्रेस और इसका कलर बहुत प्यारा है
04:29अब पहले पापा की परी, पापा की दी हुई ड्रस तो इसी लायक है।
04:56अरे भाबी, आप वो ड्रस जलने की वज़े से नहीं पहन पाई, कोई बात नहीं, मैं आप के लिए बनाऊंगी न, आप पहन कर चलना।
05:03नहीं, नहीं, इसकी कोई जरुरत नहीं है, वो तो तो तुम्हारी ड्रस है, भाबी आप पहनोगी तो मुझे अच्छो लगेगा और आप नहीं मानोगी, तो मैं बात नहीं करूँगी।
05:11अच्छा ठीक है, तब सलोनी भाबी की फिटिंग की सुन्दर सी ड्रेस बना कर तयार कर देती है, जिसे शाम को रेशमा पहन लेती है और बहुत सुन्दर देखती है, तब सास उसकी नजर उतारती है, अरे ये मेरी रेशमा बहु है, मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा, बलक
05:41ही मिला क्योंकि मेरी सगी मा बच्पन में ही गुजर गई थी और फिर पापा ने दूसरी शादी कर ली छोटी मा ने कभी प्यार ही नहीं किया और मेरी बेहन भी मेरे साथ दुश्मन जैसा भी हवार करती थी ना ना ना बहु जिस प्यार के लिए तु तरस रहे उसे हम पूरा
06:11जहां सब सलोनी की बनाई ड्रेस और भावी की तारीफ करते हैं
06:41एक दिन सलोनी का बहुत दे होता है जहां वो अपने लिए सुन्दर सी गाउन ड्रेस तयार करती है
06:46बाव ये ड्रेस तो बहुत खुब सूरत है बच्पन में मैं ऐसी ड्रेस पहनना चाहती थी लेकिन तब भी स्निहा ने मेरी ड्रेस को काट दिया था
06:53अब मेरी शादी हो गई है मैं कभी ये नहीं पहन पाऊंगी प्रिंसेस बन कर इस ड्रेस में कभी केक नहीं काट पाऊंगी
07:01भाबी मैंने सब कुछ सुन लिया क्या आज मेरे बर्थडे पर आप ये ड्रेस पहनोगी
07:06सलोनी दीदी आप ये क्या बोल रही है आज आप कर देने आपने दिन राद करके ये प्रिंसेस वाली ड्रेस बनाई है मुझसी नहीं होगा
07:14भाबी मैं तो पैशन डिसाइनर हूँ आए दिन आप से पहले भी मैंने बहुत अच्छी अच्छी ड्रेस बनाई है और पहनी भी है लेकिन आपको ये खुशी कभी नहीं है इसलिए आज मेरा वद्दे के प्याई होगा कि आप इसको पहनो और मेरे साथ केक काटो
07:26नहीं दीदी आज का दिन आपका है आपके साथ में केक नहीं काट सकती
07:31बहु मेरी बच्ची तुससे छोटा सा गिफ्ट मांग रही है वो भी तेरी खुशी के लिए तो मान जा ताकि मेरी दोनों बेटी खुश हो जाए
07:40ठीक है बाबाजी
07:42शाम को पार्टी की तैयारी हो जाती है जहां सलोनी ने भी बहुत अच्छी ड्रेस पहनी थी
07:46और उसकी बनाई हुए ड्रेस रैश्मा ने पहनी थी और पार्टी में सब लोग उसकी खुब तारिफ कर रहे थी
07:52अरे वाब अंतिका ये तो तेरी बहु है बहु बहु बहु बहुत अच्छी लग रही है अच्छी क्यों नहीं लगेगी मेरी एक बेटी ने दूसरी बेटी के लिए ड्रेस बनाई है
08:01हाँ बहन जी हम अपनी बहु बेटी में कोई फरक नहीं करते
08:05और पापाजी बिल्कुल ठीक है रहे हैं मैं बहुत खुश नसीब हूँ जो मुझे ये ससुराल मिला
08:09माजी पापाजी सब मुझे बहुत प्यार करते हैं और नंद के रूप में मुझे एक बहुत प्यारी बेहन मिली है
08:14जिन्होंने आज के दिन भी अपनी ड्रेस मुझे दे दी ये तो भाबी मेरा फरसा चलिए केक कट करते हैं
08:20तब सलोनी के साथ गरीब बहु अपनी पसंदीदा ड्रेस पहन कर केक कट करवाती है और अपने ससुराल में खुशी-खुशी

Recommended