"इस कहानी में एक अनोखी सीख छुपी है जो आपके जीवन को बदल सकती है! यह कहानी न केवल बच्चों के लिए बल्कि बड़ों के लिए भी एक प्रेरणा साबित होगी। अगर आपको नैतिक कहानियाँ (Moral Stories), प्रेरणादायक कहानियाँ (Inspirational Stories) और हिंदी लघु कथाएँ (Short Stories in Hindi) पसंद हैं, तो यह वीडियो आपके लिए है। पूरी कहानी देखें और अपने विचार हमें कमेंट में बताएं!
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00:00आली जान ससुराल के बाहर बहुत तेज बारिश हो रही थी
00:03सब चोखट पर किसी खास गाड़ी का इंतजार कर रही थी
00:06तब उस गाड़ी की आवाज आती है
00:08सास हाथ में आरती के थाली और ग्रह प्रवेश के चावल वहां रख देती है
00:12बहु जैसे ही गाड़ी से उतर कर चोखट तक आती है तो बारिश में भीग जाती है
00:17मा मैं आपकी बहु ले आया हूँ ये रही पूनम
00:21नमस्ते आप सभी को
00:24देवर जीस के कपड़े और शकले देखकर लगता नहीं है ये किसी अमीर घर से आई है
00:28इसे गरीब घर की लगती है
00:29आपने बिलकु ठीक कहा प्रिया भावी पूनम गरीब घर से है लेकिन उसका सभाव बहुत अच्छा है
00:35क्या तुने गरीब घर की लड़की को वेरे घर की बहु बनाया
00:39जल आपनी दोनों भावी को देख कितनी अमीर है तुने एक बार भी सालिशान ससुराल और हमारे बारे में नहीं सोचा
00:46ऐसा नहीं है मा मैंने आपके बारे में भी सोचा और अपने बारे में भी
00:51पर आप शादी हो चुकी है और वैसे भी इसे कोई नहीं जानता
00:55अब आली शान ससराल में आकर ये भी इस घर के अमीर बहू बन चुकी है
00:59धेवर जी, कववे को हीरे मोती जढ़ तो दो
01:03इसका मतलब ये नहीं कि उसके कालेपन के बाहरे में कोई बात नहीं करेगा
01:07जिस तरीके से ये दिख रही है, सबको पता चल जाएगा कि ये गरीब है
01:10मैं तो इसके ग्रैप प्रवेश में बिलकुल नहीं रुख सकती, सौरी
01:13और मैं भी माजी
01:15दोनों जिठानी मो बना कर वहां से चली जाती है, तभी बारिश में भीगती पूनम छींक देती है
01:20हे भागवान, बहु को चींक पर चींक आ रही है, कहीं बारिश से उसकी तब्यत खराब न हो जाए
01:28बहु तु मेरे बेटे का प्यार है, इसलिए मैं तुम्हें अपना लेती है
01:31सास माथा चेक करती है
01:33बहु अभी तो तुम्हें कोई बुखार नहीं है, लेकिन चड़ गया, तो तुम्हारे कपड़े भीगे हुए, मैं अभी डॉक्टर को बुलाती हूँ, अंदर चलो
01:41अरे भागवान, पहले बहु का ग्रह प्रवेश तो करवा दो, बिचारी कब से चौकर पर खड़ी है
02:03अरे माजी मैं ठीक हूँ, आप ऐसे ही परिशान हो रही है, मैं बस अभी दो मिनट के लिए ही भीगी थी, नहीं बहु तुम्हारा आम करो
02:31तब नंद भावी को आलिशान कमरे में ले जाती है, और सास काढ़ा बना कर ले आती है, तब बहु कप्ले बदल लेती है, और भागी श्री जबरदस्ति उसे काढ़ा पिला देती है, इतने में डॉक्टर आकर चेक करके चले जाते है
02:44देखा, माजी मैंने आपको कहा था ना मैं ठीक हूँ, डॉक्टर साहब ने भी यही बोला और आपने मुझे काढ़ा पिला तो दिया, हाँ ठीक है अब तुझे कुछ भी चाहिए हो तो मुझे बता देना
02:53सास और नंद चले जाते है, देखा पूनम तुमने, मेरी फैमिली कितनी स्वीट है, उन्होंने तुम्हें एक्सेप्ट कर लिया
03:01अपने बिल्कुल ठीक बोला और आपका अलिशान घर, ये कमरा, सच में किसी राजा महराजा के कमरे से कम नहीं लग रहा
03:08काफी देर बाद बारिश थम जाती है, अगली सुबा पूनम पहली रसोई में अपने हाथ के गर्मा गरम अद्रक की चाय और पकोड़े बनाती है, जिसे खा कर घरवाले खुश हो जाते हैं, और गरीब देवरानी की तारीफ सुन, दोनों अमीर जेठानियों को घुसा आता
03:38की क्या कर रही हो, नाश्ते के जूठे बरतन साफ करो, जी मा जी, दोनों बहु डाइनिंग टेबल के जूठे बरतन रसोई में ले जाती है, जहां पूनम आती है, जी ठानी जी, आप कल मेरे वो, ये वो ग्रह, ए, सुनो, यसे मा जी ने तुम्हें अपना लिया है, लेकिन
04:08प्रेस कर देना, मुझे मोहिनी के साथ बाजार जाना है, ठीक है दीदी, पूनम अपनी जिठानी के बास सुनकर पहले बरतन साफ करती है, और फिर बड़ी जिठानी का कमरा साफ करती है, कपड़े प्रेस करती है, वहीं दोनों हलके हलके बारिश की बून में बाहर घूमने
04:38उन्हों दीदी तो बाहर गई है शौपिंग करने अच्छा जी मुझे बताया भी नहीं बता देती तो हम सब साथ में चलते खैर कोई नहीं
04:46तब पुनम फूर्ट कस्टर्ड खा लेती है कि बारिश को देख छट पर पहुंजाती है और भीकर डांस करने लगती है
04:53मुझसे नैना मिला के मौसम होने लगे पागल सबसे होके बेफिकर नाचो मैं आज चम चम चम चम चम है
05:08वा मेरा आलिशान ससुराल इतना बड़ा है कि यहां से सबके छोटे घर दिखाई दे रहे हूं और ऐसी चट पर बारिश में भीगने का अलगी मजा है
05:16अच्चू लगता है फिर तो काम हो गया
05:19तब सास धूनते हुए छट पर आती है
05:21बहु ग्रह प्रवेश की टाइम तो थोड़ा सा ही भीगी थी ना और अब तू इतनी देर भीगी चल नीचे चल
05:27अरी माजी मैं ठीक हूँ कुछ नहीं हुआ
05:29अच्चू अच्चू
05:32वो तो मुझे साफ पता चल रहा देख तुझे बुखार भी हो गया नीचे चल तू समझाया था ना तू समझती क्यों नहीं है
05:39भागी श्री बहू को मा की तरह डारती है जिससे पूनम की आँखों में आसू आ जाते हैं और फिर कपड़े बदलवा कर उसे गरम सूप अपने हाथ से पिलाती है
05:48ये सोच कर वो अपने बीते पलों में चली जाती है
05:51तब रूपा उसका हाथ पकड़ कर घर से बाहर निकाल देती है और वो पांच घंटे तक यूँ ही बारिश में भीगती है
06:16जिससे कि उसे बुखार हो जाता है बारिश रुकने के बाद
06:20मा मुझे बहुत बुखार बुखार आ रहा है काप रही है तो बढ़ जाती
06:25लेकिन मैं तुझे बख्षू मीने जा जा कर चट पर बारिश का पानी निकाल कमरे में आ रहा है
06:29क्या हुआ बहु तेरी आखों में आशू क्या हुआ
06:33वो कुछ नहीं मा जी बस आपका प्यार देखकर
06:35मा के प्यार का एहसास हो रहा है कि
06:37ये कितना अच्छा होता है
06:39क्योंकि मेरी सौतेली मा ने तो मुझे कभी प्यार नहीं किया
06:42वो खार में भी बारिश में भीगने को कहा और एक आप है
06:44तब भागी श्री जबरदस्ती पूनम को दवाई खिलाती है
06:57ये होता हुआ दोनों बहु बाहर से आकर देख लेती है
07:00सच में दीदी इस गरीब बहु ने तो मा जी के दिल पर अपना कबजा कर दिया
07:04देखो तो कैसे इसका खयाल रख रही है
07:06सास दो-चार दिन तक बहु का खयाल लगती है तब जेठानी भी कुछ नहीं बोलती
07:13लेकिन जब वो रसोई का थोड़ा काम करती है तब पूनम बाहर देखो ना कितना अच्छा मौसम हो रहा है
07:20बारिश आ रही है मैंने सुनाए छट पर कपड़े और बरतन दोने से बहुत जादा चमक जाते है
07:23तो तुम घर के सारे कपड़े और बरतन उपर ले जा कर साफ करो
07:26दीदी मैं कर देती लेकिन माजी मुझे डाटेंगी आप रामु का कसे कह दो
07:31अरे वो चले गए तुम ले जाओ पर मैं माजी को पता नहीं चलने दूँगी और वैसे भी तुम्हें बारिश पसंद है
07:36ठीक है दीदी
07:38तब दोनों चालाग बहु गरीब बहु से छट पर बारिश में काम करवाती है
07:42वा दीदी आपने क्या बेवकूब बनाया इस गरीब को
07:46यह सी के लाइक है बड़ा माजी इसकी तारीफ करती है
07:48हाँ और प्यार भी ऐसा प्यार माजी ने तो हमें कभी नहीं किया
07:53प्रिया प्रविश की टाइम से देख रही हूँ यह प्यार
07:55अच्छा तो यह वजाया उसके काम करने की
07:58इतने में गरीब बहु बारिश में भीगने से बिहुश हो जाती है
08:02तब डॉक्टर आकर उसका चेक अप करते हैं और दवाई दे कर जाते हैं
08:06तब भागिश्री प्रिया और मोहिनी पर बहुत भड़कती है
08:09क्यों किया तुम दोनों ने बताओ मुझे
08:12क्योंकि माजी यह गरीब घर की है हमारी जितनी हैसियत नहीं है
08:16इसका ग्रह प्रवेश्टा का आपने किया हमारी टाइम पर तो नौकरों से करवाया था
08:20हाँ माजी पकवास बनकर तुम दोनों अपनी
08:23अगर हैसी अदेकरी प्यार करना होता तो तुम दोनों को इतनी आजादी नहीं देती कि जितनी मर्जी अपने अमीर आलिशान ससुराल के पैसे उड़ाती कार में घूमती
08:30तुमें तो अपनी देवरानी का दर्द समझना चाहिए था सिर्फ गरीबी की वजह से तुमने उसके साथ ऐसा किया
08:36हमें माफ कर दो माजी और पूनम
08:39पूनम हमें माफ कर दो तुम्हारी इच्छा थी ना कि हम भी तुम्हारे ग्रह प्रवेश में शामिल हो तो इस बारिश में हमारी पूरी फैमिली दोबारा से तुम्हारा ग्रह प्रवेश करवाएगी
08:48अगर यह आपकी इच्छा है तो ठीक है दीदी
08:50एक बार फिर दोनों जिठानिया मिलकर बारिश में पूनम का ग्रह प्रवेश करवाती हैं
08:55जिसमें पूरे घर को बहुत अच्छे से सजाया जाता है और गरीब बहुत जाता है