00:00काफी लोग इसके उपर बात कर चुके हैं, हमारे एलोपी और हमारे नेता जैराम रमेज जी ने काफी इस पर बात रखी है कॉंग्रेस पार्टी के तरफ से, मैंने कल से सुन रहा हूँ उस हाउस में और इस हाउस में भी लगातार इसमें कोशिश की गए के कॉंग्रेस पार्
00:30पार्टी ने और कॉंग्रेस पार्टी के कार्याकरतों ने अपने प्रोग्रामाँ के तहट अपने सेशन्स के तहट अपने मीटिंग के तहट पूरे देश के कोने कोने में कोने कोने में उंदे मातरम को पहलाने का काम किया है कोने कोने में उंदे मातरम को ले जाने का काम किया
01:00के लिए खड़ा हूँ के 1937 में सुभाज चंद्रबोज जी के सला के उपर रबिन रनाइट टैगोर जी के उपिनियन लेकर महात्मा गांधी जी का जो ज्राफ्टेट जो लेटर था उसके उपर एक सुलिशन के उपर हम लोग अराइब किये थे उस सुलिशन पूरा देश ने
01:30योद्ट में आघंडि होरे ती बटवारा हो रहा था जब आपकें इस वंद्री मातलं को हमारे राश्च्टर गीध को लेकिक जब बहुत सारी कौंट्रिभी उसक है ओन्जों को यह कार्ना था और तै Only that किया उन्हें के सलापर अने बचाय किया कि हम लोग् 있�après आरुक्छ
02:00रहें सुबाद चेद्धा पुस्ट अपर यह आरोप लगा रहें हमात्पाइग गांधी के ओपर यह आरोप लगा रहें जीस
02:04कॉंस्ट्यूएंट असम्बली के अद्देख राजन परसाद थी जी थे जिनने इसको पारिद किया था उनके
02:10खिलाब आरोप लगा रहें यह बियार अंबेट करके खिलाब यह आरोप लगाने के काम कर रहें यह आरोप उस्टिकर उनके आराब उन पर भी लगाने का काम यह लोग कर रहें तो मुझे लगता है कि यह प्रॉब्लम यह यह जो प्रॉब्लम बनाने की जो कोशिश कर रहें �
02:40कि दोस्तान का रास्टे के इस रही हर कोई वन्दğin महतरा में हर कोी उसको तस्नीम करता है
02:44हर कोई उसका इैतराम करता है उसका एसका करता है डिआप पराइब बार चैना के बार भारक पर असको जो टैकर कॉशिश की जा रही है
02:59है आखिर कर कौन सी ऐसी बात है 1947 से लेके आज तक किसी भी कॉंग्रेस रूल स्टेट में कभी भी वंदे मातरम को लेके कोई प्रॉब्लम नहीं हुआ अगर वंदे मातरम के
03:24कि लेकर कहीं प्रॉब्लम होता है तो भाठबाश शाश्टिश्ट में ही वह प्रॉब्लम होता है अब जब भार अग्रbersव नारे लगाते हैं हिंदूस्तान में कि रहाएं Meg Ali
03:44कre film conditions और क्या नहीं होना चाहिए कि उनके बढ़ों लाधाम हम Our राज़पी कुछ देंगे
03:53ते राष्ट वे पाटियर क्या कर रहे हैं सर हिंदुस्थान के अंदर हमें कोई किसी को एतराज नहीं उन्दे मात्राँ से लें जिस तरह भादपा उसको डिपलोई करने की कोशिश धर रहे हैं उससे जरूर प्रॉब्लम है
04:03क्योंकि आजादी के अंदोलन के टह पे, वंदे मातराम अपने जमान पे लेके, पांजी के फंदे पे लोग चड़ गए, वंदे मातराम कहते कहते जेलों पे चले गए, उसमें कोई हिंदू महासभा का एक भी बनना नहीं था, इनके फूरवजों का एक भी बनना नहीं था, �
04:33पर बाशचंग पर बाशन जो सुन रहा हूँ यह एक लाश्रुगे तो के कहने की कोशिश करें कुछ पार्टिया रास्ट्रवार के तहर चलते नहीं कल कोई आप खड़े वगे कि महाननेता कह रहे थे पलानेतर हैं तरह कि दरास्ट्रवाद होना चाहिए पर रास्ट्रवाद
05:03बत्ता प्रूमादीक अप्रश्चिन प्रूमादी के लिए मेधाधी आफ प्रूमादीन
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