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संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने आरोप लगाया कि गृह मंत्री ने सदन की मर्यादा भंग की और गलत जानकारी फैलाई। सुप्रिया ने कहा, 'देश के गृह मंत्री से उम्मीद की जाती है कि वे सच बोलें और सदन की गरिमा बनाए रखें। मुझे दुख है कि सरदार वल्लभभाई पटेल की कुर्सी पर बैठा शख्स 'साला' जैसी अभद्र भाषा का इस्तेमाल करता है और चेयरमैन भी उसे रोकते नहीं और भी चिंता की बात यह है कि वे फेक न्यूज फैला रहे थे।'

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~ED.104~HT.408~

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Transcript
00:00जब इस देश के ग्रह मंत्री सदन में बोलते हैं तो यह अपेक्षा होती है कि वो factual बात बोलेंगे, वो सच बोलेंगे और वो मर्यादा रखेंगे
00:09मुझे सर्वप्रथम बहुत बहुत ही दुख है कि वो जिस सरदार वल्लब भाई पटेल की कुरसी पर बैठे हैं
00:16वो सदन में इतनी मर्यादित भाषा असंसद्य शब्द साला का प्रयोक करते हैं और उनको सभापती महदे ने टोका नहीं, मुझे इस बात का बड़ा दुख है
00:25मुझे इस बात का दुख है कि इस देश का ग्रहमंत्री वाटसैप उनिवरस्टी पर आए हुए फर्रे पढ़ रहे थे आज सदन में
00:33मुझे इस बात का दुख है कि वो फेक न्यूस पहला रहे थे, वो मर्यादा की हर सीमा लांग रहे थे
00:38उन्होंने राहुल गांदी ने जो तीन सवाल उठाये थे, मशीन रीड़िबल लिस्ट देने में क्या दिक्कत है
00:44इलेक्शन कमिशन या इलेक्शन कमिशनर्स की न्यूकती के लिए पैनल में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को रखने में क्या दिक्कत है
00:51और सबसे बड़ी बात कि आप ने जो लॉज बदले हैं CCTV फुटेज वगेरा के उनको वापस लेने में क्या दिक्कत है
00:59इस बात पर सुल्टपक सन्नाटा था ग्रह मंत्री वोट चोरी करते हुए रंगे हाथ पकड़े गए हैं
01:06उनके लोग पकड़े गए हैं और इसी लिए वो इतना लंबा भाशर दे रहे थे क्योंकि चोर की दाड़ी में तिनका होता और उसको इतना डिफेंसिव होकर समझाने की जरूरत होती है
01:15गुसपैठियों की बात कर रहे हैं अमित्शा जी मैं तो पूछना चाहती हूँ बिहार में तो ऐसा यार हो गया कितने गुसपैठिये मिले
01:21और अगर घुसपैटिये देश में हैं तो यह आपकी विफलता है आपको तो रिजाइन करना चाहिए आप सदन में भाशन कहां से दे रहे हैं
01:26यूपिये के शासनकाल में 4 से 14 के बीच में हमने 88,000 से जादा घुसपैटियों को इस देश से निकाला था
01:33आप अपने 11 साल में 24 साल लोगों को निकाल पाएं आप किस तरह की बाते कर रहे हैं
01:38लेकिन आज जिस तरह से मर्यादा को तार-तार करने का, वाटसैप के फर्रे पढ़ने का, पूरा-पूरा जूट सदन में खड़े होकर फैलाने का
01:47और जिस तरह से सदन की गरिमा को भंग करने का काम अमित्शा ने किया है, वो उसी के लिए जाने जाते हैं
01:52और जब उन्होंने साला शब्द का प्रयोग किया, तो मेरे मन में एक ही बात आई, कि इनसान अपने अस्ती रंग आखिर कर दिखाई देता है
01:58आपकी कोरी बखवास सुनने के लिए तो इस देश के चुने हुए सांसद वहाँ पर बैठे नहीं है, आपके पास एक भी पॉइंटेड सवाल का जवाब नहीं था
02:14इस देश की जनता जानना चाहती है कि क्यों इम्यूनिटी दी गई है इलेक्शन कमिशनर्स को, वो कोई संसद से या वो कोई लोकतंतर से उपर तो है नहीं, अगर वो कुछ गलत कर रहे हैं तो उनको उसका सामना करना चाहिए, कारवाई होनी चाहिए आपने क्यों इम्यू
02:44आप से सवाल पूछा गया कि इलेक्शन कमिशन को मशीन डीडिबल लिस्ट देने में दिक्कत क्या है, इन सब बातों का आपके पास कोई जवाब नहीं है, आप सिर्फ कोरी वहाँ पर बकवास कर रहे थे, वो कौन बैटके सुनना चाहेगा।
03:14आप बहस कर ले, दो टूक बात कर ले, आप चरण चुम्बको को तो बहुत सारे मीडिया के लोग को स्क्रिप्टेड इंटर्व्यूस देते हैं, इस बार आईए राहूल गांदी जी से डिबेट कर ये, हैं हिम्मत आपके अंदर, आपके अंदर रत्ती भर हिम्मत नहीं है
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