Luthra Brothers Arrested: गोवा के चर्चित अग्निकांड मामले में लूथरा ब्रदर्स (Luthra Brothers) पर कानून का शिकंजा कस गया है। क्या भारत लाने के बाद उन्हें सजा मिल पाएगी या कानूनी पेंच (Legal loopholes) का फायदा उठाकर वो बच निकलेंगे? जानिये सुप्रीम कोर्ट के वकील की जुबानी। गोवा के रोमियो लेन क्लब (Birch By Romeo Lane) में हुई आगजनी, जिसमें 25 लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी, उस मामले में फरार चल रहे लूथरा ब्रदर्स को दबोच लिया गया है। इस वीडियो में हम आपको बताएंगे कि आखिर उनकी गिरफ्तारी के बाद अब आगे की कानूनी प्रक्रिया क्या होगी। About the Story: The Luthra Brothers, owners of the 'Birch by Romeo Lane' club in Goa involved in the tragic fire incident causing 25 deaths, have been detained. This video features an expert legal analysis by a Supreme Court lawyer regarding their deportation, potential trial timeline in India, and the legal hurdles in ensuring justice for the victims.
00:00जब ये भरत की धर्दी कराएंगे उसके बाद से उनको 24 घंटे के अंदर मजिस्पेको शालने पुभीस करना होगा
00:10मरने के बाद तुम जाच करोगे कि वहाँ पर फायर की सुरच्छा की विबस्ता नहीं थी
00:14वहाँ गेट नहीं खुल रहे थे, वहाँ फायर एक्सिंग्यूसर नहीं थे, वहाँ किस तरह आग का खेल हो रहा था
00:19और जब तक जिम्मेदार लेल की सलाकों के पीछे नहीं जाएंगे, तब तक ये घटडाय बार-बार होती रहेंगी
00:26हाँ थाइलेंड में पकड़ लिया और बता दिया इससे फीठ थफफाने से काम भी चलेगा अपनी, वह भाग कैसे गए
00:33गोवा के जिस नाइट क्लब में आग लग जाती है, उस क्लब के मालिकों को यानि की लूथरा ब्रदर्स को थाइलेंड से दबोच लिया गया है
00:42बहुत जल्दी कारवाई हुई है, 6 दिसंबर को आग लगती है और 11 दिसंबर को खबर आती है कि उनका प्रतियरपन भारत में हो रहा है
00:49लेकिन भारत में आने के बाद उनके साथ क्या होने वाला है, क्या-क्या कानूनी प्रक्रियाओं से वो गुजुरेंगे, उनके लिए कितना मुश्किल होगा
00:56या फिर भारत के लिए मुश्किल होगा, सब कुछ जानने के लिए, कोर्ट का चहरी के जो दाव पेच है, उसको समझने के लिए मैं हुरिचा
01:03और हमारे साथ मौजूद है रुद्र विक्रम सिंग जी जो की वकील है सुप्रेम कोर्ट में, रुद्र जी नमस्कार
01:09अब मुद्धा में पता है सर, जो गोवे फायर इंसिदेंस हुआ है, नाइट बिच नाइट क्लब में, वहां के जो लूथरा ब्रदर्स उनको पकड़ लिया गया है, थाइलेंड पुलिस पकड़ लिया है, और उन्हें भारत में प्रतरपित करकिया जा रहा है, तो आगे क
01:39अब अगर उनको प्रतरपर करते हैं, यहां ले आया जाएगा, तो सबसे पहले जो उनके खिलाब जो निगलिजिंस की धाराएं है, जिनमें यह मुद्मा चल रहा है, उनको मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा, जो लोकल मजिस्ट्रेट होता है, उसके सामने पे�
02:09कर सके कि आख क्यों लगी, क्या आपके बस फायर नोसी थी नहीं थी, क्योंकि जैसा मुझे सुनने में आ रहा कि फायर नोसी उनके बस नहीं थी, उन्होंने डाला वा टायर नोसी के लिए मुद्वर्ट हो गई थी, तो वो सारी चीज़ें को पूस्ताच करी जाएगी, यह
02:39ऑन पौस्ताच करेगी, इसके बाद उनको फिर से ठाष गोड कर लिए यह उसके घ्र घाएगा एगा �ë छो जो इसमावलों में यह आज इसे मामलों में अशले अर यह उसके बाद जाने के बात इसके बाद जाने के बाद घ्राच próxima फो ब ः ळ डिखे испल�� के अ� і ब डिखे �
03:09जब भी कोई विक्ति पकड़ा जाता है तो हमारे CRPC और BNSS में प्रोविजन है कि विदिन 24 आवर्स आपको मजिस्ट्रेट के सामने प्रोडियूस करना है तो जब भारत की धर्दी पर आएंगे उसके बाद से उनको 24 घंटे के अंदर मजिस्ट्रेट के सामने प्रोडियूस क
03:39कोट नहीं लगी है तो मैजिस्ट्रेट घर पर भी सुनवाई करता है जो रहता है तो घरते से प्रोड्रीन में प्रोडियूस की नहीं पर बताया कि सबको पता है कि सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखा गया उसके बनाने के लिए तो अगर इन
04:09लेकिन जो डारेट कारवाय है, क्योंकि 25 लोगों की जान जली गई है तो सुरक्षा प्रोटोकोल को ध्यान नहीं रखा गया
04:16ज सिद्ध हो जाता है तो क्या डारेक्ट कारवाय इन ब्रदर्स पे ही होगी जो दोनों मालिक हैं
04:19कि अगर आपने शुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखता है तो यह पूरी की पूरी की पूरी लियाबिल्टी उनस पही होंगे वह इन सब चीजों के लिए अथराइस नहीं होते हैं जो विल्डिंग का होनार होता है जैसे मैं आपको बता हूं दिल्ली में पुपहर कांड ह�
04:49यह सारी लाइबिल्टी और ओनस उन पर ही होता है जो विल्डिंग के लिए अधिकार होता है कि वो बेल के लिए प्लीट कर सकते हैं तो बेल और मामले दो अलग अलग सीजे होती है बेल का ग्राउंड यह होता है कि अगर पुलिस ने सारे इंवस्टियोशन कर ली है
05:19अब पुलिस को अब कोई एविडेंस कलेक्ट नहीं करते हैं अमूमन ऐसे मामलों में फोड़ा समय लगता है लेकि बहुत ज़्यादा समय नहीं लगए है कि जब तक पुलिस यह नहीं कहते थी खाले अधिकार ज़्सित जल्दी फाईल करती है तो उसके बाद बेलने की जो
05:49क्वेशन था कि जैसे ही इस केसे में रात को इंसिजेंट हुआ सुभे ये दोनों भाई भाग गए लेकिन बिल्कुल पाश दिनों के अंदर इनका प्रतियर्पन हो रहा है इतनी जल्दी सारी प्रोसेस और पुरी कर ली गई ऐसे और केसे हैं हमारे देश से जो भगोडे हैं �
06:19देश किस देश और उनके संदी है पहला क्या संबन है तो आप किसी भी यह पुरे विश्व में जितनी भी एरपोर्स होते हैं उन सब के जमेदारी हो जाती
06:49कि वो अगर इस नाम का कोई भी व्यक्ति या उस डेश को कोई भी व्यक्ति ट्रविल करता है तो वो उस देश को इंटरपोल ने कोई नहीं हुआ है और इंटरपोल का नोटिस की सरकार नहीं
07:15करती है तो जब तक वो नहीं करेगी तब तक इंटरपोल का नोटिस इस्यू नहीं का तो मुझे लगता कि यही एक वज़ा रही होगी और जिस देश में वह बैठे हुए उनकी उनकी उनकी उनसे हमारे जो संधियां है वह थोड़ी ऐसी इसाज़त नहीं देती है तो यह एक म
07:45जैसे कि Luthorah Brothers के केस में किया गया है तो फिर उन जो जिन कंट्री में हैं अगर इंगलेंड में हैं लेंडन में हैं तो क्या प्रोस्स होगा फर
07:53सेम होता है जब जब यह होता है कि जो भी होती है वो एक सीवी आई से एक टेस्ट करती है यह इस मामले में वांशित है इनके खिलाप में इंटर्पोल का नोटिस के लिए
08:14इंटर्पोल को वह फिर लिखते हैं और ऐसा भी इंटर्पोल को जब लिखती है कि हमारे वांशित है इसके लिए में यह नोटिस से
08:43इसके बाद इंटर्पोल यह नोटिस निश्यू करता है तो अब वापस हम उसी सवाल पर आते हैं लूथ्रा ब्रदर्स पर आते हैं क्या सजा होगी उनको अगर जैसे आपने बताया कि डारेक्ट जवाब देही उनकी बनती है क्योंकि उनका ही क्लब था उनकी प्रॉपड�
09:13बढ़ाएं हैं बहुत सारे बाद पुलिस को अकलिक करने होंगे बहुत सारे वट्नेस्टर लादे होंगे क्या इनकी इसमेदादी थी हो सकता है कोई और ऐसे मामलों में क्या होता कि कोई एक मामला निकल के आजाए कि नहीं हमने इनको लीज़ पे दे दिया था यह जिम्ह�
09:43तो धाराएं बढ़ा भी सकता है हमारे साथ श्रिवेंद्र गौर्ड जी जुड़ चुके हैं श्रिवेंद्र जी आप इस गोवा जो नाइट क्लब में फायर इंसिडेंट हुआ है इस केस को आप काफी टाइम से फॉलो कर रहे थे अभी हमारे साथ सुप्रिम कोड के वकील
10:13की मात्र बंती है उनके लिए लूत्रा और रदस के लिए तो आपका क्या कहना है जहां 25 लोगों की जिंदा 25 लोग जल गए हैं इस दर्दनाक मौत के बाद जो उनर्स हैं जिन पर यह इल्जाम तो है कि उन्होंने सेक्योरिटी प्रोटोकोल का ध्यार नहीं रखा लेकिन स�
10:43क्या लगती जिसमें 14 साल तक तीस होया होती है तो कहीना कहीं इस मामले में पुलिस का जो रवया है वो उतना सक्त महीं है जितना इस तरह के गंभीर मामले में होना चाहिए जी और सबसे बड़ी बात है क्योंकि पुलिस को भी है देखिए पुलिस परसासन की यह बहुत ब�
11:13किये गए आप आज यह बता रहे हैं कि यह पूरा पूरा अभेज जगह पर बना हुआ था जी आप बता रहे हैं कि वहां पर जो फाइर से बचने की यानिकि जो आजिसे वाद सुरक्षान की बात हो रही है पूरे नहीं है जब किसी भी कंपनी को लाइसेंस दिया जाता है �
11:43यानि कि दमकल विभाद का अगनी शमन विभाद का जिब लाइसेंस होता है तो उसमें सब कुछ होता उनकी जिम्मेदारी होती है कि वो समय सब पर निग्रानी करें वो यह देखे कि फार एक्स्टिंग्यूशर इस अनुपात में लगे हैं कितना बड़ा वो प्रांगर है क
12:13इन सबकी जो निग्रानी होती है नेमिस समय पे करना चाहिए और जो नहीं करते हैं तो उसका दुस्परणाम होता है गोवा जैसा इस जो नाइट किलब में हुआ है और यह रिचा पहले नहीं है यह जो इसको हम अभी सिर्फ और सिर्ख हम यह देख रहे हैं कि नाइट किलब क
12:43कोई ऐसा किलब ऐसी कोई गटीविदी हो रही है तो लोगों की याँग की सुरक्षा निस्ट बिस猜़ें करते हैं वह इसी बात कपैसा लेते हैं इसी बात क्यूंझे संबावना।
13:13और कितना नहीं मिला उसके बाद भी अनसल बिर्दर्स चूट गए
13:17बेखुल बेखुल अस्पताल के अंदर बच्चे मर जाते हैं
13:22यूपी के बादा में बच्चे जल जाते हैं
13:25आप ये नहीं देखते कि एक जगे की बात नहीं है
13:28तरकार को इस पर बड़ा डिसीजन लेना होगा
13:31और जब तक जिम्मेदार देल की सलाकों के पीछे नहीं जाएंगे
13:36तब तक ये घट्राय बार बार होती रहेंगी
13:39हाथ सिर्फ लूत्रा बिर्दर्स को पकड़ करके
13:43हाथ थाइलेंड में पकड़ लिया
13:45और बता दिया इससे पीछ तफ़ तफाने से काम नहीं चलेगा अपनी
13:49वो भाग कैसे गए
13:50जी बिल्कुल
13:51वो 24 गंटे के अंदर पूरे डेस में इंडिकों की फिलाइट नहीं चल रही थी
13:55लोगों को टिकिट नहीं मिल रही थे
13:59लोगों की फ्लैट टेंसेल हो रही थी
14:02वो गोवा से मुंबई जाते हैं
14:03मुंबई से थाइलेंड की फ्लैट भी मिल जाती है
14:05चलिया पुलिस तोती रहती है
14:07यह तरीका जो है ना
14:10यह लोगों की जिंद्गियों से खेलने
14:11इस साब पता लगता है
14:12इस तरकार को
14:14यानि की बहा के शासन को
14:16और बहा की पुलिस को
14:17बहा के पिरसासन को
14:19लोगों की जिंद्गि की कोई
14:21कोई कीमत नहीं है
14:22ताब चला गया लगीर पीपते रहिए
14:25उस नहीं होने बाला दिचा
14:27हम दो ऐसी समाचार बनाएंगे
14:29ऐसी बोलेंगे
14:30लेकिन बार बार पिरसासन
14:32पिरसासन और पुलिस का यह रवया
14:35एक प्रदेश में नहीं है
14:36ये आज पूरे दिन
14:38ये समाचार चलेगा टीबी चैनल पे
14:40कि किस तरीके से
14:42भाग दो करके
14:43हमने थालेंग सरकार की मदद करके
14:45उनको गरत में ले लिया
14:47अरे गरत में ले लिया थालेंग सराई
14:48वो चले ही कैसे काए
14:49बिल्कुल
14:50ये हस्ता हो ही कैसे गया
14:52तो ये अपनी थम तपाएंगे
14:55और आप पूरे गोहा में एक पो चलेगा
14:58कि इस नाइट किलब में ये नहीं है
15:00इस नाइट किलब में ये कमी है
15:01और ये बनेगा बसूली का साधान की बहुत सकती है अच्छी लोग मर गए है अरे आज से पहले सो रहे थे क्या मेरा निचा सिर्फ यही कहना है अब क्या पजा होगी क्या नहीं होगी यह अभी बगिल साफ बिल्कुल अंतमे में जुड़ा था तो वो अंतिम बाक बोल रहे थ
15:31बाद 15 साल बाद ने आया होगा तजा मिलेगी जो लोग भाग सकते हैं उन्हें पुलिस किस तरह का और बखील साव ने बताया पांट साल की सजा अच्छी लोग है अरे मुकदमा तक भाराएं तक तुमने सही नहीं लगाई बिल्कुल बिल्कुल जात्तन हत्या होती है गर �
16:01बिल्कुल शिवेंद्र जी आपकी बात से मैं बिल्कुल सहमत हूं 25 लोग जिन्होंने 25 घर जिन्होंने अपने सदस्यों को खोया है जिनके सदस्य उस नाइट क्लब में जिन्दा जलकर मर गए हैं खाक हो गए हैं उनसे पूछिए कि पात साल की सजा जिन धाराओं के तहत �
16:31कानूनी प्रक्रिया बढ़ाई जा रही है उन धाराओं के अंतर पात साल की सजा मंजूर है लेकिन यह कितना सही है धाराओं तो कम से कम बड़ी लगानी चाहिए जहां 25 लोग खाक हुए है अरे पुलिस तो अपना काम चार सीट के लगाने के लिए धाराओं लगाई कम से क
17:01बिलकुल शिवेंदर जी ने जो भी सवाल उठाए हैं चाहे वो उत्र प्रदेश का हो चाहे बच्चे फसकर बेस्मेंट में मर जाते हो चाहे चोटे-चोटे बच्चे जल जाते हो चाहिए गोआ नाइट क्लब का जो मामला सामने आया है हर जगे कही ना कहीं सरकार की कुछ
17:31प्रत्योगिता शुरू हो जा रही है कि हम यह कर देंगे वह कर देंगे घर गिरा जा रहे हैं लेकिन पहले इसाब कुछ नहीं ध्यान रखा जा रहा यह बहुत बड़ा सवाल है और उससे भी बड़ाएं यह भी सवाल है कि सर्फ पाथ साल की सजा वाली धाराएं लगाई �
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