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Aortic Stenosis Meaning In Hindi: इस वीडियो में जानिए एओर्टिक स्टेनोसिस क्या है, इसके शुरुआती लक्षण क्या होते हैं और इसकी पहचान कैसे होती है। समझिए कैसे वाल्व का सिकुड़ना दिल की पंपिंग को प्रभावित करता है और क्यों समय पर इलाज जरूरी है।
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~CA.146~

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00:00सर्द्यूं में दिल की बिमारीयां अकसर तेजी से बढ़ती दिखाई दीती हैं और इनुए में Со qe
00:11यह बिमारी हमारे दिल की पम्पिंगा पर सीधाँ सर डालती है यह बिमारी धीरे धीरे बढ़ती है और शिरुवात में
00:18इसके लक्षन अकसर बहुत्वी नहीं आते
00:20लेकिन जब दिखते हैं तब तर दिल पर काफी दबाब बन चुका होता है।
00:24तो चलिए आज के इस वीडियो में हम समझेंगे कि Aeotic Stenosis क्या होता है।
00:28इसके शुरुवाती संकेत क्या है और किस टेस्ट से इसकी पहचान हो सकती है।
00:33Aeotic Stenosis में दिल का Aeotic Wall सुकरने लगता है और पूरी तरह नहीं खुल पाता।
00:39इससे दिल से शरीर के बाकी हिस्सों तक जाने वाला हून रुखने लगता है।
00:43इससे दिल की मासपेशी कमजोर हो सकती है।
00:46और समय पर इलाज ना मिले तो हार्ट फिलियर का खत्रा भी बढ़ सकता है।
00:50उम्र बढ़ने के साथ दिल के वॉल्फ पर कैल्शिम जमने लगता है।
00:54जिससे वह कड़ा और सक्थ हो जाता है।
00:56चलिए समझते हैं कि कितना गंबीर हो सकता है यह रूख।
01:00जब मरीज में सांस फूलना, सीने में दर या बिहोशी जैसे लक्षन दिखने लगते हैं तो तुरंत लाज की जरूरत होती है।
01:08वरना मौत का खत्रा भी बढ़ जाता है।
01:11शोट से पता चलता है लक्षन आने के बाद यदि समय पर वॉल बदलने की सरजरी ना हो तो मौत होने के चांस और भी बढ़ जाते हैं।
01:20इसलिए समय पर पहचान और जान बहुत जरूरी होती है।
01:23लेकिन कई लोगों में यह बिमारी शुरुवाती दौर में बिना लक्षन के रहती है।
01:28रिसर्चिस के अनुसार मध्यम स्तर के एयॉटिक स्टिनॉसिस वाले कई मरीजों में कोई लक्षन नहीं दिखते।
01:35जिससे डागनॉसिस देव से हो पाता है।
01:37इस दौरान दिल अपनी श्यमता बढ़ा कर खून पंप करता रहता है।
01:41जिससे उसकी दिवार मोटी होने लगती है।
01:43इस बिमारी की पहचान के लिए ट्रांस्थोरासिक इक्यो काडियोग्राफी की जाती है।
01:48यह जांच वॉल्फ का अकार, खून की गर्ती और दवाब जैसी एहम जानकारियां देती है।
01:54तो दोस्तों उमीद करती हूँ आपको यह वीडियो पसंद आया होगा।
01:57चैनल को सब्सक्राइब और वीडियो को लाइक और शेयर करना ना मूलें।
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