नवजीवन के साथ बातचीत में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने बिहार विधानसभा चुनाव पर बहुत अहम बात कही। एक पार्टी द्वारा भारतीय रेल के जरिए लोगों को चुनाव क्षेत्र में भेजने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह बहुत अहम केस बन सकता है। विपक्ष को सबूतों के साथ कोर्ट जाना चाहिए और कोर्ट चुनाव को रद्द कर देगा।
00:00यह बहुत अच्छा केस बन सकता है जिस कंस्टिवेंसी में यह हुआ है उसको प्रमाण के साथ election petition का मुद्द बना देना चाहिए और
00:09court definitely उस election को रद्द कर देगा इसलिए जबानी जबान खर्च करने के बजाए
00:16सोशल मीडिया में व्यर्थ अपना इनर्जी नश्ट करने के बजाए कलेक्ट करिए और प्रेटिशन लगा दीजे इलेक्शन रद्द हो जाएगा क्योंकि आपको मालूम होगा इसी चोटे से मुद्द पर हम चाहिए प्राइम मिनिस्टर में से जिंद्रा गानी का इलेक्शन
00:46बिहार चुनाओं के बार सवाल यह है कि इलेक्शन कमिशन ने क्या अपना काम मांदारी से किया और यह सवाल इसलिए भी है कि बिहार चुनाओं के दवरान ही राहुल गांधी ने हर्याना विधान सवाच चुनाओं को लेकर के बड़े आरोप लगाए इसी मुद्दे पर �
01:16रहे और उसके बाद जन्वरी 2018 से दिसंबर 2018 तक वो भारत के मुख्य निर्वाचन आयूप भी रहे लेकिन आज का चुनाओं के सवालों के घेरे में हैं और इस बाचीत में हमारे साथ रहेंगे वरिष्ट पत्रकार उत्तम सेंगुत्ता जी जो नेशनल हिराड समूझ से ब
01:46कि उसका जो पूरा मकसद रहा चुनाओं हो गया रिजल्ट आगया है अब आपको लगता है कि जो SIR हुआ उसकी वाकई में जो है जरूरत थी और जिस तरीके से बाकी के राज्यों में भी चुनाओं आयोग आगे बढ़ रहा है क्योंकि अब उस पैटिये के बारे में जो ह
02:16देखें जरूरत है या नहीं वो अपने देश में नहीं चलता अपने देश में कानून चलता है कानून के निसार रिवीजन ऑफ इलेक्टर रोल बहुत जरूरी है और इंटेंसिव रिवीजन भी समय समय पर होते रहना चाहिए और 1950 से लेके 2002 तक आठ बार इंटेंसिव रि
02:46इसलिए इलेक्शन कमिशन ने सोचा कि समरी रिवीजन से काम ठीक चल रहा है लेकिन 20 साल के अंतराल के बाद इसकी जरूरत महसूस हुई और इलेक्शन कमिशन ने इंटेंसिव रिवीजन किया इसलिए आवशक होने पर करना ही पड़ेगा जरूर गलतियां उन से हुई बि
03:16रावत साब ये स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन की जरूरत क्यों पड़ी ये शायद इलेक्शन कमिशन के तरफ से अभी भी बताया नहीं गया है क्या उनके पास शिकायतें थी या या का कंस्टिवेशन का डिमार्केशन फिर से हुआ था जिसके चलते हैं ये करना पड़
03:46लेकिन आपके समय में आपने नहीं किया दोजार तेईस में शायद इस तरह का एक रिवीजन हुआ भी था और नंबर्स जो हैं वो कम हो गए थे ऐसा पढ़ने को मिल रहा है
04:00बिलकुल सही है लेकिन वो इंटेंसिव रिवीजन नहीं था वो भी समरी रिवीजन था सिर्फ इंटर्नल सौफ्ट्वियर यूज़ करके डी डूप्लिकेशन फोटो रिकॉनिशन ये सब करके इलेक्शन कमिशन पूरे देश में बहुत अच्छी एक्सरसाइज की थी और �
04:30और उसके बाद ही उसका नाम उसमें रिक्षित रखता ताकि कोई भी इनेलिजिबल वोटर उसमें नहीं रहने पाए ये विवस्था कानून में की गई है पहले ये बहुत फ्रिक्वेंटली होता था जैसे कि मैंने आपको बताया बावन साल में आठ बार हुआ लेकिन उसक
05:00है ये दो हजार दो के जो इंटेंसिव रिविशन हुआ था या दो हजार तीन में बिहार में जो हुआ था उसका गाइडलाइन जो है वो योगेंदर जादिव शेयर कर रहे हैं और उसमें वो कह रहे हैं कि जिस तरीके से इस बार हुआ है वैसा कुछ भी नहीं था ना एन�
05:30हो रहा है कि वो वी आ स्टार्टिंग फ्रम स्क्रैच क्या आप सहमत होंगे इस से
05:35यह वो सही कह रहे हैं कि 2003 की जो इंटेंसिव रिविजन की गाइडलाइन बनाई सी इलेक्शन कमिशन में उससे यह बहुत डिफरिंट है
05:49समय के अनुसार इलेक्शन कमिशन को पूरे अधिकार कानून देता है कि वो जिस रहसे भी चाहें करें सिर्फ एक सु्प्रेम कोट की रूलिंग जरूर है कि सिटीजनशिप का परमाण मांगना उसकी जाच करना वो हो मिनिस्ट्री का काम है और इलेक्शन कमिशन को उसमें �
06:19उनको कोई भी कुछ भी देने की ज़रूरत नहीं है तो अभी सिर्फ नाम नहां से वेरिफाई हो जाएगा बाकि उनका नाम बना रहेगा तो इलेक्शन कमिशन में उनके डिस्क्रीशन में जो आवश्यक समझा वो उन्होंने इस बार के इंटेंसिब रिविजिन में लागो �
06:49SIR के मामले में कि इलेक्शन कमिशन अलग-अलग राजियों के लिए अलग-अलग नियम कानून जो है अपलाई कर रहा है आप बंगाल में अगर BLA की नियुक्ति को देखें तो उन्होंने ये कह दिया कि बूथ लेवल पर होना अनिवारे नहीं है आप उस विधान सभा का ह
07:19Can You Hear Me?
07:20आपकी आवाज आ रहे हैं उनकी नहीं आ रहे हैं अच्छा ने उनका सवाल ये था कि भई एसायार जो अलग-अलग स्टेट्स में ये करवा रहे हैं उसमें वो यूनिफॉर्म रूल्स क्यों नहीं फॉलो करना है और आसाम के कंटेक्स्ट में वो ये पूछ रहे थे कि भई �
07:50क्या ये आप सहमत हैं कि ये ऐसा ही होना चाहिए ये आप सारे स्टेट्स में यूनिफॉर्म होने चाहिए
08:07और यू है थे क्वेश्चिन सब्सक्राइब हो रही है नेशनल रिजिस्टर अव सिटिजन्स कर्रेक्ट
08:13सब्सक्राइब है कि विखार के संदर्व में जो दसजा रिजिस्टर विखार के संदर्व में जो दसजा
08:43रुपए जिविका दीदियों को दिया गया और दो इंस्टाल्मेंट जो है वो चुनाव के बीच में दिया गया वहाँ पे इसको आप कैसे देखते हैं क्या ये चुनावायों को ये करना लाव करना चाहिए था या उनको नहीं चाहिए था
08:57ये दसजार रुपए जो जिविका दीदियों को सेल्फ एल्फ ग्रूप के जो महिलाएं हैं उनके बीच में बाटना जो है चुनाव के बीच में क्या ये उचित था या ये अनुचित था आप कैसे देखते हैं इसको
09:14कि देखे इस मामले में model code of conduct कहता है कि चुनाव कार्यक्रम की घोशना होने के बाद कोई नया ना घोशना होगी
09:34इस तरह का प्रलोवन दिया जाएगा वोटर को लिखा है तो उसका फाइदा इस लूप होल का फाइदा उन्होंने उठाया कि भई हमने पहले चुंकि ये स्कीम लागू कर दी ऑक्टोबर में जबकि चुनाव घोशना नहीं हुई थी उस समय लागू कर दी और उस समय हमने
10:04सिम्टिक्स का फाइदा लेते हुए इसको किया मैं सोचता हूँ कि डी जे औरे ये
10:11ये ये ये सही हो सकता है लेकिन डी ये सही ही इन करना चाहिए जिस धांगा का चुनाव एक साल के अंदर होना है कोई ना तो भोशना होगी ना इस तरह का कोई
10:28फ्रीबीज माटा जाएगा कत्र ही किया जाएगा क्योंकि इसका दुष्परिणाम मिलता है और इसमें लेविल प्लैंग फी डिस्कर्ब होती है इसमें एक और सवाल उठता है रावत साहब कि ये जिवीका दीदियों को चुनाव आयोक ने डिप्लॉई भी किया ऑन इलेक्
10:58हैं इस स्कीम के उनको भी आप इलेक्शन ड्यूटी पर लगा रहे हैं ये आपको कैसा लगता है इस एकसेप्टेबल
11:05एक लाक लाक असी हसार को चुनाव आयोक के प्रेस नोट में है कि वह एक लाक असी हजार जिवीका दीदी
11:20जिनको दस हजार रुपय दिये गए एक लाक शालीस हजार को उन्होंने इलेक्शन ड्यूटी में लगाया दोनों फेस में बिहार में तो इस पर सवाल
11:31है कि क्या इनको जी वी का दीडियों को को डेया को को
11:35आज hell uh... अगर ऐसा है तो खला है लेकिन ऐसा नहीं है. जीवी का
11:40दीदी को उन्होंने नहीं लगाया वह भी यले हैं आफी के शी नोट में यह
11:46और और वह लोगों ने देखा है उसका रिकोर्ट हम लोगोंने किया
11:52किया है और तो उनको ड्यूटी में नहीं लगाना चाहिए था वो गलत है तो मैं तो देख चुका हूँ कि उनको पार्टी ने बूत लेवल एजन नहीं वो मैं बस क्लारिफाई कर दूं कि उन्हों
12:13अपने प्रेस रिलीस में वो बी एलेज का दिया है नंबर वो बी एलो इसके बारे में कहा है एलेक्शन स्टाफ साड़े चार लाग के बारे में कहा है और उन्होंने एक लाक ऐसी हज़ाद जिविका दीदी इसके बारे में भी कहा है जिसके चलते यह कन्फूजन हो रहा है औ
12:43मुद्धा बनता है इसमें यह हैं और पार्टियों ने ने लगाया है और उनको पूरा अधिकार है
12:49इलेक्शन कमिशन ने जीविकादियों को नहीं लगाया है यह मैंने पता किया वहां से
12:54election commissions है अच्छा ओके अच्छा एक सवाल मेरा और था रावत साहब कि 2023 में एक कानून में
13:04संशोधन करके सरकार ने election commissioners को criminal prosecution से
13:09immunity दिया अब इस immunity की जरुवत क्यों पड़ी यह समझ में नहीं आ रहा है
13:15election commissioners कौन सा criminal act कर सकते थे कि जिसके लिए उनको
13:20immunity देने की जरुवत पड़ी इस पर आप कुछ कहना चाहेंगे इसके बारे में
13:25मैंने कोई ज्यादा भी अध्या नहीं किया देखा नहीं कि क्या amendment हुआ है पहले
13:32से जो immunity है वो मैं जानता हूं कि चीफ election commissioner and both election
13:38commissioners को जो भी election commission में रहते हुए प्रिशाशनिक निर्णाय लेते
13:46हैं उनके बारे में उन्हें इमिन्टी पहले अगर ऐसा हुआ है कि उसके अलावा कहीं
13:51कुछ निर्णाय लेते हैं वो उस पर भी immunity होगी तो वो देखना पड़ेगा ठीक नहीं
13:57होगा वो क्योंकि सिर्फ आपको election के management के संदर में जो निर्णाय आप लेते हैं उसमें ही
14:04immunity मिलनी चाहिए बाकी किसी में नहीं नदलाल जी आप कुछ सवाल पुछना चाहते हैं शायद आपका connection
14:12ठीक हो गया हो मेरी आवाज आ रही है सर तो मेरा एक सवाल है कि हरियाना चुनाओं को ले
14:18करके जो लेडर अप पोजीशन ने प्रेस कांफरेंस की उस पर election
14:24commission या CEO हरियाना की तरफ से जो कहा गया कि जवाब आएगा विस्तित जवाब वो आया
14:31नहीं को इस तरह कि कोई भी जांच कोई भी आरोप लगने पर कोई भी शिकायत आने पर किसी भी जिगह
14:38stakeholder के द्वारा संदेवेक्ट करने पर तुरंद जांच करनी चाहिए और जांच के समय सारी
14:48पार्टियों के पृतियों को जांच दल में शामिल करना चाहिए ताकि ट्रांसपरिंटली जांच हो जाए इस पश्ट हो जाए कि
14:56facts क्या है और उन facts को शिकायत करता को भेजना चाहिए और public domain में भी डालना चाहिए
15:03चुंकि वो इतनी जल्दी नहीं हुआ जितनी जल्दी होना चाहिए तो मैंने इस पर भी ब्यान दिया था कि यह अच्छा नहीं है इलेक्शन कमिशन इसमें विलम कर रहा है जो ठीक नहीं
15:14सर एक्शली हुआ यह कि इलेक्शन कमिशन की जो क्रेडिविलिटी है वो दिन पर दिन नीचे जा रही है सवाल उठ रहे हैं आपको लगता है कि ऐसी कोई रेमेडी है जिसके जरिये इसको बहतर किया जा सकता है इलेक्शन कमिशन को कुछ कदम उठाने चाहिए इसके अपस ल
15:44के वांचित इस तर से काम नहीं कर पा रहा है और उसका कारण है सिर्फ शिकायतों की जांच ना होना उसमें बिलम होना इसलिए मैं कई बार कह चुका हूं कि इलेक्शन कमिशन का उननीस सो पचास से लेके आज तक यही रहा है कि कि किसी भी शिकायत को कभी भी चुप-चा�
16:14नाम पब्लिक डोमेन में भी डाले और शिकायत करता को भी इंडिविजुली भेजे उससे दूद का दूद पानी का पानी हो जाए और जनता का ट्रस्ट एलेक्शन कमिशन और उनकी प्रिप्रिया में बना रहे हैं
16:24सर अगर हम 2015 का बिहार विधान सभच चुनाओ देखी तो मैं एक आपका इंटर्व्यू देख रहा था उसमें आप बता रहे हैं कि हावर्ड इंवर्सिट्वी ने उसको बहुत अच्छा रेट किया था इस पक्षिता के मामले में लेवल प्लेंग फिल्ड के मामले में तमा
16:54कि एक वोटर दिल्ली का भी है एक वोटर उत्राखंड का भी है और वो जाकर के जो है बिहार में वोट डाल रहा है जबकि एस आई यार इन लोगों का नाम हटाने के लिए ही हुआ था कि जो डुप्लेकेसन है या पर दो जगह नाम है दो जगह के वोटर है तो यह बहुत �
17:24डाला है ऐसी बात जो है सोशल मेडिया में मैंने भी पढ़ी सी उन्हों ने उसमें साइद इसपश्ट किया था कि उन्हों ने दिल्ली में बोट डालने के बाद अपना नाम वहां से कटवा दिया और बेगुस राय में ही वो बोटर है लेकिन फिर भी वो गलत है क्योंकि वो �
17:54जो वहां पढ़ाता है कि जहांके आपने से वहीं वोटर डाल सकते हैं और वहीं एन्रोल कर सकते हैं तो यह गरत है और उनके खिलाफ करवाई इलेक्शन को परना साइए रावत साब इस तरह के भी खबरें आई हैं कि इसी एक पार्टी जो है उनके कारिकरताओं ने पूरा
18:24कि हमने पैसे दिये और हमने यह पैसे दे के इन लोगों को भेजा और ट्रेन का पूरा इंतिजाम जो है हम लोगों ने किया क्या यह इंड्यूसमेंट है या इस बहुत अच्छा कैस बन सकता है जिस कंस्टव्ट्वेंसी में यह हुआ है उसको प्रमाल के साथ इलेक्शन प
18:54सोशल मीडिया में विर्थ अपना इनर्जी करने के बजाए कलेक्ट करिए और प्रिटिशन लगा दीजे इलेक्शन रद्ध हो जाएगा क्योंकि आपको मालूम होगा इसी चोटे से मुद्धे पर हम तो है प्राइम मिनिस्टर में से जिंदरा गानी का इलेक्शन रद्ध हु
19:24के लिए ये करना ज्यादा असान है उनके पास अब्जर्वर्स हैं उनके पास पूरी स्टेट की मशिनरी है उनके पास पुलीस वगएरा सारे लोग रिपोर्ट करते हैं तो क्या चुनावायोग को इस तरह की इंक्वारी नहीं करनी चाहिए मैंने बताया ना पहले चुना�
19:54यह और शिकायत करता को भी भीजना चाहिए कई बार कह चुका हूं एक सवाल रावत साब माफ किजिएगा हो सकता है कि मैं रिपीट कर रहा हूं लेकिन एक सवाल जो यह उठता है कि चुनाव के दस दिन पहले तक यह इन्रॉल्मेंट होता रहा और SIR के बाद चुनावायो
20:24ने कहा कि वह इलेक्टर का नंबर जो है साथ करोड़ पैंतालीस लाक है तीन लाक जो है वो फिर्स्ट फेस और सेकंड फेस के बीच में यह बढ़ गया तो क्या यह साइंटिफिक है यह लास्ट मोमेंट तक वोटर को रिजिस्टर करना इसमें हो सकता है कि शिकायते आए हो
20:54परण है वो होता है कंटिशन होने के दिनों तक कंटिशन खुला रहता है कि उसके बाद जो लोग भी भूले बढ़के आते हैं और अपना नाम जड़वाना चाहते हैं डिलीट करवाना चाहते हैं उनके लिए यह रिटर्णिंग आफसर कॉम्पिटेंट है कानून के अंतर
21:24अइडिशन और डिलीशन की लिस्ट है अलग जोड़ने हैं वह जोड़ जाते हैं वह एडिशन लिस्ट हो जाती है अइस तरह उसके लिंग कराते हैं बाद़ि
21:51बहुत सारे चुनाओं से की model code of conduct जो आप लोगों के टाइम में forcefully effective होता था कहीं ने कहीं उसमें धील आई है और इसकी वज़े से जो है चुनाओं में जो है पार्टियों ने अपने हिसाब से घोशनाएं लोगों को पैसा बाटना इसकी में करना last moment तक चुनाओं के एलान के �
22:21न करना इसे चुनाओं की जो निस्पक्षता है लेवल playing field है वो प्रभावित हो रही आपकी नजर में ऐसा लगता है आपका question सुनाएं नहीं पड़ा आप एक लाइन मों बंदी जल्दी से क्या पूछना चाहते हैं मैं यह कह रहा था सर कि जो model code of conduct है वो आप लोगों के टा
22:51जरूरत है वो यही पूछ रहे थे कि आपके समय में जो model code of conduct था उसमें ऐसा लगता है कि वह बहुत strictly follow नहीं हो रहा है और शायद model code of conduct को revise करने की जरूरत है उस पर आपकी प्रतिक्रिया मांग रहे थे हैं मैंने बताया कि जो यह अभी आपने धरन दिया रस्तदार रुप
23:21कि पॉलिंग की पैसा बठ रहा है तो इसलिए उसमें है कि एक समय सीमा मैं तो कि एक साल कोई बीस तरह की नहीं सलक बनेगी ना कोई नहीं योजना बनेगी जो भी करना है चुनौ बाद तो जो चालू योजना है वही रहे और कुछ नहीं रहेगा उससे अनुशाशन बढ�
23:51नंदलाल जी इंटरनेट कनेक्शन बहुत ही अंस्टेबिल लग रहा है वहां पर और आपके अगर कोई आखरी सवाल हो तो आप पूश्ट लीजिए
24:04मुझे लग रहा है सर परिसानियाज काफी ज्यादा रही है और मुझे लगता है सर हमें इसके लिए थोड़ा सा जो है
24:13खल डें़े नरे क्या जिए तो रवट साभ सिंग्यूं से हमलों को और को चाहिए
24:16इस्कि निदेश्क बच्क डिए अन्स्तेबल रहा और इसलिए बहुत सारी बातिền शाहित व्लोग पुंचा नहीं पाए और बहुत सारी बातिशाहित वो तो सुन भी नहीं. आई
24:25का वाग बाग शुक्रिया राज यु भाग शुक्रिया रवध मैं भहाग शुक्रिया रड़ शक्रिया थर प्याल कर ता रदैने थाका ज़क्रिया त।
24:32क्रिश्सित अले।
24:41कुछ तुम हुआ थाака नंबंस्ट्रेश हिरे डिफ़िर ड हूद।
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