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बिहार विधानसभा चुनाव में तमाम पार्टियों ने महिलाओं के लिए घोषणा की हैं, एनडीए ने स्वरोजगार के लिए 10 हजार रुपये देकर खुद को महिलाओं का सबसे बड़ा हितैषी साबित करने की कोशिश की है, मगर क्या जमीनी हकीकत यही है? बिहार में महिलाओं की सबसे बड़ी समस्या क्या है? महागठबंधन के नेता आखिर क्यों कह रहे हैं कि महिलाओं को दिया गया 10 हजार रुपया असल में माइक्रो फाइनेंस कंपनियों को दिया गया है। यही सब जानने के लिए हमने सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाश्मी से बात की और जाना कि आखिर बिहार की महिलाओं का दर्द क्या है? और कैसे वे लगभग 60 हजार करोड़ के कर्ज में फंस गई हैं - देखिए ये बातचीत
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00:00नमस्कार मैं हूं नंदलाल सर्मा और आप देख रहें नेसनल हराड नौजीवन और कोमियावाज की साजा पेस्टस
00:05बिहार में चुनाव है और राजनीतिक पार्टियों ने महिलाओं के लिए कई सारे एलान किये हैं
00:11जब NDA ने 10,000 रुपए दिये तो उसे इस तरीके से फेस्ट किया गया जैसे कि उससे महिलाओं की जिन्दगी अब बदल जाएगी
00:20बिहार की महिलाओं की जो समस्याइं हैं वो समाप्त हो जाएगे लेकिन क्या यही सच है
00:26क्या बिहार की महिलाओं की परिसानिया 10,000 रुपए से खत्म हो सकती है
00:31या वो किसी ऐसे जाल में फस गई है जिसकी बातें गाहे बगाहे अल्टरनेटिव मेडिया के जरिये चंचन के आती है
00:38सच्चाई क्या है इसका पता लगाया जाने मानी समाजी कार्यकरताव सबनम हास्मी जी जो एक अवियान के तहत बिहार गई और लगभग देड़ महीने इन्होंने बिहार में गुमा
00:52कि महलाओं से बात की उनकी परिसानियों को समझा सबनम हास्मी जी हमारे साथ हैं उनसे बात करेंगे और समझेंगे कि इस चुनावी सोर में महलाओं की जो परिसानिया है उनकी बात क्यों नहीं हो रही है क्यों उन्हें धाय अजार रुपए या फिर दस अजार रुपए द
01:22और जिस तरी के बाते आ रही हैं कि दस अजार रुपए दे दिये हैं महिलाओं को, यह बहुत अच्छा है उनके लिए और एक narrative बिल्ड किया जाया है, जिस अच्छा ही क्या है?
01:31देखिए जैसा आपने कहा कि मैं एक सयुक्त महिला अभियान के तहट जिसमें बिहार की तक्रीबन सारी ही महिला अंस्थाइन थी और civil society की organization की उसमें शामिल थी और जो गटवंगन की जो महिला वेंगे वो भी उसमें शामिल थी
01:48तो यह हम लोगों ने meeting की थी और उसके बाद फैसला किया कि जो महिलाओं की परिशानिया हैं उनको हम जाके देखें और उजागर करें ताकि जो आने वाली सरकार अगर ऐसे हालाद बनते हैं कि सरकार बदलती हैं तो कुछ महिलाओं की स्थिती जो है उसको सुधारा जा सके
02:18और जादा तर मेरा टाइम जो है गाओं के अंदर ग्रामीन इलाकों में बीता है कुछ शेहरों में भी slums बगरा में गई हो जो सबसे बड़ी परिशानी आज महिलाओं की है वो कर्ज की परिशानी है क्योंकि गरीबी इतनी है कि कर्ज लेना पड़ता है और कर्ज देने का �
02:48ब्याज का गर्ज नहीं दे रही बनके वो 25 परसेंट, 35 परसेंट, 40 परसेंट पे भी वहां ब्याज दिया जा रहा है और यह चक्रवर्ती ब्याज है यह सिंपल इंटरस्ट नहीं है यह क्रिमिलिटिव इंटरस्ट है जिसका मतलब यह है कि औरत उतारने के लिए सिरफ ब्य
03:187,000 औरतों से बाचित की होगी उसमें तकरीबन 50 परसेंट औरतों का यही हाल है कि वो कर्ज में पूरी तरह डूबी होगी है उनके पास कमाने का कोई जरिया नहीं है चोटे मुटी मजदूरी करती है मजदूरी में जो भी मिले नौकरियां है नहीं मेरोजगारी बहुत जा
03:48उसमें रेगुलेशन्स हैं कम्पनियों के कि आप 10 या 12 परसेंट या 15 परसेंट से जादा इंटरस्ट नहीं ले सकते लेकिन यहां तो बिलकुल खुले आम जो है लूट हो रही है और औरतों के हालाद बहुत जादा खराब है यहां तक खराब है कि एक तो यह किस्त है वो म
04:18जो हमने कहानिया सुनी हैं अगर किसी हथा कोई नहीं दे पाई औरत तो उसके घर से वो कुछ भी समान उठाकि ले जाएंगे उसके बर्तर होड़्य ले जाएंगे
04:27या टीन की छट पड़ी है टीन उठाके ले जाएंगे या बक्री उठाके ले जाएंगे, ऐसा कई ऑड़तों ने कहा कि रात रात भर आके घर पर बैठ जाते हैं, अकेली और अगला हैं, पनायल जितना हुआ है, उसमें बहुत ऐसे घर हैं जिसमें आदमी नहीं हैं, तो वो �
04:57कैसे गाओं में गई जहां मुझे उन्होंने पाच घर दिखाए जो सिर्फ इस से उत्पीरन से जो उन्डागर्दी ये कर रहे हैं वापस लेने के लिए करजा उससे परिशान होके वो परिवारों ने पलाइन कर लिया और सुसाइड के केसिस भी आये हैं जहां आत्महत्या कर
05:27तो इतने बुरे हालात हैं कर्स को लेके और जो दस हजार की बात आप कर रहे हैं कि दस हजार रुपए अगर आभी दे तो जितना उस पर कर्स चड़ा है रोजदार क्या करेगी वो तो कर्स मेही पहले ही अफ़ते में खतम हो जाएगा दूसरी बात यह है कि जिस तरह का वह
05:5755.2 कि यहार फोम भरने का 300 रुपए 300 रुपए देखे कि इतनी बरा है उसमें कम से कम जितना हम लोगों ने पूछा मेरे साथ और भी बहुत साथी थे चार पांच साथी विहार से हमने जितना पूछा हमको तो और तो यही बताया क्ही मिलेंगी 7
06:06से कम जितना हम लोगों ने पूछा मेरे साथ और भी बहुत साथी थे चार-पाथ साथी बिहार से हमने जितना पूछा हमको तो औरतों ने यही बताया कि अगर पचास औरते हैं तो उसमें आपको 15-20 मिलेंगी शायद जिनके पैसा आ गया होगा बाकियों के पैसा आया भी नह
06:36और 10,000 देके क्या हमें खरीद लेंगे हमें rozgar चाहिए हमको यह पैसा में चाहिए और यूद्व मैं लिए बहुत बेंगे अपने लिए उपने लिए बच्छों के लिए आप पूंग यह उपने लिए लगाईे हमें रोजगार की चैए हमको यह मुफ्त में ना पैसा चाह
07:06पाके हैं जिसमें महिलाओं पर जुल्म हुए उनका सोसरा हुआ इस तरह के कुछ अगर कहानिया बता सके हैं जिससे पता चले कि किस तरीके से उन पर
07:17मैक्रोफाइनस कंपणियों ने अपने एजेंट के जरी सिकन जाका सकता है यह तो तकरीबन सारी महिलाओं ने यही बताया और हमारे पास तो छेसों से उपर वीडियोस हैं जो हमने रिकॉर्ड किये हैं आपसे शेयर कर सकती हैं सभी के महिलाओं बतानी हैं मतलब मेंली यही त
07:47मतलब मुझे कोई खुछ से महिला नहीं मिली इसी तरह से यह भी मुझे कई महिलाओं ने बताया कि घर में उन्होंने भी जो सुना था कि घर में डेड बोडी पड़ी है किसी की डेथ हो गई और यह कंपनी वाले आके कह रहें पहले हमारा तुम करता है
08:17जो हमारी किस्त है वह दो तब तक हम भशनेक लाश को आऊ उठाने निजए गonde CNN mail और मोया गई है
08:32और बाकि जैसा मैंने कः कि कुछ भी समार अटाके ले जाएं से उन्हें में से देखने पड़ेंगि लगिन बहुत और आदों इस बारे में बारे में बात कि
08:46एक चीज़ जैसा कि हम देखते हैं आम तोर पर जो डैंक या माइक्रो फैनेस कंपनिया लोन देती है वो एक गारनेटी लेती है आपका अगर सेलरी है तब देती है परसनल लोन या फिर सुना गिरी भी रखते हैं लोग बाकी जमीन के लिए काज़ रख देते हैं बिहार में �
09:16वोगल लेवल पर उन्ने एकेसा नेकस्स्या इस बारे में आप पुछा सकते हैं नेखें यह बैसिकली शुक्री समोग बना रहे हैं आठ महिला दस महिला पंडरह महिला और वापसी जो है वो पूरे शुम्हह के उपर जिम्म्हदारी दे रहे हैं कि आपको अईज़ शुम्
09:46किसी एक औरत के उपर नहीं है तो उसको तो और जैसे आपने गहा है कि हाँ गवंग आते हैं कि पूरा नेक्षप ज्फिस ही है क्योंकि जब गाओं गाओं में ऐसे गुंडाघर्डी हो रही हो तो ऐसा नहीं हो सकता कि पुलिस को ना मालो हो या प्रशासन को ना मालो pourquoi यह ऐस
10:16एडवा ने एक दिल्ली में इसके उपर जंसुनवाई भी की थी, तो अब ये चीज़े बाहर निकल के आ रही है, लेकिन ये है कि वो जो पुराना तरीका था, कि आप देखेंगे एबिलिटी है या नहीं, लोन देने की, और उसके हिसाब से देगे, मुझे लगता है कि वो अ
10:46बच्वेज़े निकलती थी राद में, ग्यारा न पहुंचती थी, तो बहुत इन्वेस्टीगेट इस बारे में तो मैंने नहीं किया, कि किस तरह से लोन दे रहे हैं, किस बेसिस पे दे रहे हैं, लेकिन मैं अजयूग कर रही हूं, कि अगर 30-35 पर लोन दे रहे हैं, तो व
11:16बीच में फशी हुई है।
11:46कितना बड़ा है, कितना कर्ज है महिलाओं पर, अगर कोई अनमान हो आपका या फिर आपके पाल जानकारी हो, कि हर महिला मतलब कहा जा रहा है कि यह से तो जन्गरना नहीं होई है, बट यह कहा जा रहा है कि 14 करोन के करीब आसपास विहार की अबाली है, तो उसमें 6-7 करोन
12:16मैंने कहीं देखा था, कि एक करोर आट लाग औरतों पर कर्ज है, और जो टोटल उसका क्वांटिटी है, वो साथ हजार करोर के आसपास है, क्योंकि हम मांग कर रहे हैं कि कर्ज की माफी की जाए, तो जिकर उस सिलसले में यह जिकर हुआ था कि साथ हजार करोर कर्ज है, एक
12:46करना कोई आसान काम नहीं है, लेकिन दूसरा सवाल ये भी है कि राज्य सरकार ही क्यों माफ करें, कि इन सरकार क्यों नहीं पैसा दे सकती और माफ कर सकती, अगर आप अडानी और अम्वानी और ऐसे बड़े बड़े पूजी पतियों के, और जो छोड़ के भाग गए यहां
13:16यह बहुत बड़ा सवाल है। इसके लिए सरकारों को सुचता होगा।
13:20जैसे हम देखें कि माइक्रो फैनन्स कंपनियां जिस तरीके से बिहार में आपरेट कर रहे हैं
13:26तो क्या ऐसा कुछ पता चला कि कौन लोग हैं कौन बिजनिस घराना हैं कौन कर्पोरेट समों हैं कुछ ऐसा पता चला।
13:33एक बंधन की बुच़ को पता है नाम क्मपनिये गए मुझे तो ढल मुझे याद नहीं का अफिञार मोग contain लोग हैं
13:43इसके कंपनियां और खशात और कंपनियसं सें ए अ तब जो नाम जादा सुनें लेकिन और मैं थे लिखे नहीं लेकिन
13:53वो तो फोन पर वालूम हो सकता है कि कौन-कौन सी कंपनिस हैं जो लोन दे रही हैं.
13:57लेकिन छोटी कंपनी ही हैं, मांइक्रोफाइनस कंपनी कोई बहुत बड़ी कंपनी तो होती हैं.
14:02और वो छोटे लेवल पे ही कुछ अपना साठगाट करके सरकार से एड्मिस्टेशन से ये करती होगी सब कुछ
14:10आप पुरुई भारत में समस्या रही है अगर बंगाल में देखे चीट फंड का असमने भी रहा है इस तरही बेलकुल
14:17तो अगर हम जो है अगर किसको थोड़ा सर जैसे भी चुनाव है तो बात कर रहे हैं कि आपको और क्या-क्या महिलाओं से सुनने को मिला क्या दस अजार उपया जो दिया गया या मागर दंधन का जो बादा है कि हम आपको धाया जार उपर नहीं मिलेंगे ये घोस्टाए क्या
14:47दूसरा औरते समझ रही हैं कि ये दस अजार जो है ये प्रलोभन दिया जा रहा है ये हमारा वोट खरीदने के लिए दिया जार ये बहुत लोगों ने 봉त महिलाओं ने ये
14:57वीडियो पे कहा भी है
14:58कि 10,000 रुपया दे दिया तो हम कोई बिक थोड़ी जाएंगे
15:01और एक
15:03बहुत बड़ा जो वहाँ पे
15:05और प्रेशन है
15:06वो घूसकोरी का है
15:09बहिमानी का है जो
15:11इतनी जादा पढ़ गई है
15:12कि पूरा ऐसा लगता है कि समाज
15:15जो है उसमें घर कर गई है
15:17तो
15:18मुखिया से लेके गाओं के मुखिया से लेके
15:21कोई भी प्रशास्तिक अधिकारी
15:23हर जगा आपको
15:25कुछ भी काम करवाना हो
15:26आपको वृद्धा पेंशन का कार्ड बनाना है
15:29आपको जाती प्रमान पत्र बनवाना है
15:31आपको बच्चे का पैदा होने का पत्र बनाना है, म्नित्यू का बनाना है, राशन गार्ड का बनाना है, राशन गार्ड में नाम आड़ करवाना है, कुछ भी करवाना हो, हर एक में पैसा है और और अरते इससे भी बहत परिशान है, औरते मांग कर रही हैं खुले आम कि हमें
16:01नेरेटिव बनाया जाता है और कहा भी जाता है कि CSTS का सर्वे इसको कहता है कि बहुत ज़्यादा अंकर नहीं है कि जो महिला माघवर बंदन को वोट करें आनितीज कुमार एंडिये को आपको ऐसा लगा कि महिलाओं में सॉफ्ट कार्णर है एंडिये को लेकर के आनितीज क�
16:31इसमें जो गरीबों की बस्तिया हैं गलितों की बस्तिया उसमें गई है पूरे डेड़ महीने में मुझको तीन गाओं के अंदर ऐसी दो चार दो चार ओड़तें मिलीं जो नितिश कुमार का नाम ले रही थी बाकी तो जादा तर ओड़तों का ये था कि हमको बदलाओ चाह
17:01टॉयलेट्स नहीं है निकास नहीं है पानी का तो बहुत परिशान है और जैसा कि आप घुस्खुरी की बात कर रहे हैं इसके अलावा अगर हम देखें तो महिलाओं में कुछ ऐसा बताया कि उन्हें इसके अलावा और क्या-क्या परिषानिया हैं उनकी जिंदिए कैसे बे
17:31तो दूर है या स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो रही हमारे बच्चे पढ़नी पा रहे अगर पढ़ेंगे नहीं तो आगे कैसे पढ़ेंगे तो वो एक बहुत बड़ी समस्या है कि वहां पे स्कूलों के हालाद जो है पिछले दस साल में बहुत बिगड़ गए और अभी जो
18:01के जब हैं तो पढ़ाई का एक बढ़ा मुद्दा है दूसरा मुद्दा सेहत का बीमार को घुजब हो जाए जो गाउं में तो कुछ दॉक्टर है कि अगी और बहुत दूर
18:31तो ने बताया कि अगर कोई बीमार हो जाए, कोई एमर्जेंसी आजाए, तो चारपाई पर लेटा के हमको एक डेड़ केलो मेटर बाहर सड़क तर जाना पड़ता है, जब हाँ से हमको कोई गाड़ी मिलती है, वरना क्योंकि सड़के नहीं है, सड़के बिल्कुल टूटी हु
19:01बचे भी देखें, घर भी चलाएं, खेती अगर है चोटी मोटी तो वो भी देखें, फुजुरकों को भी देखें, तो जो नौजवान लड़के हैं या पती हैं वो नौकरी की तलाश में बाहर गये हैं
19:12मतलब बिहार के लिए ये कहा जाता है कि महिलाएं बढ़ चट कर वोट में हिस्सा लेती हैं, आपने काफी महिलाओं से बात कीटेर नहीं हैं होई हैं
19:22अब क्या आपको ऐसा एक मतलब समझने में मदद मिली कि महिलाएं जो वोट का फैसला करती हैं बिहार में वो खुद से करती हैं या फैमिली या पती के या बेटे या बाप के इंफ्लुएंस में करती हैं, ऐसा कुछ समझ पाई आप
19:38चेसा में जाधा तर जखां हिंधुस्तान में गरामien हिंधुस्तान में एसा होता है एक और्युद वहीं वोट करती हैं यह पती के हैं लेकिन अपना मेरे जौपर पूरा मकसद था हर जगह सर्Play ind ऐरतों तश
19:52हर जगह में ले ऊड़ों को ना सिरफ ये के अपनी मर्जी से वोट करें, इसको चाहती है वोट करें, बलकि ये भी कि इस बार आपको वोटर को निकालते हैं, बल्लिक होranा प से निकालते हैं, अपने अपने महले के जिम्मेदारी लेनी है
20:05और वहां से निकालना है। फिर वो तो जो हमारी बातचीत हुए और वोटों से उसकी बात सरी है। लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगा कि जाधा तर ओरतें जो हैं वहां वोट देंगी जहां पती कहेंगे। वो अपने मर्जी से ही वोट देंगी।
20:18कुछ लाके हैं जहां लिखता है कि बहुत दबी हुई हैं इनको खोलने में भी काफी बातचीत करने में भी काफी टाइम लगा। लेकिन और तो काफी इस बार मुझे आक्टिव लगी। अर गाओं में पांचे-पांचे और तो बिल्कुल ऐसी हैं जो जिनको लीडर्शिप क
20:48अगर आप मेरे पूछें अगर आप बूत मैनेजर बना दे तो जिस तरह बिक जाते हैं ना कि किसी ने दो हजार दिया तो दूसरे ने पांच हजार दे के खरीद लिया औरत नहीं बिकेगी। औरत को पता है कि मुझे कैसी सरकार चाहिए मुझे अपने बच्चों के लिए �
21:18वो मौके नहीं दिये जारे जहां वो लिडर्शिक रोल में आए जैसे अगर हम देखने चाहिए वो एंडिये वो उसके बड़े निता हों वो लोग जंगल राज की बात करते हैं लेकिन वो करप्शन की बात नहीं कर रहे हैं जिस वर आपने इसारा किया कि एकदम जमीनी ल
21:48करो हैं तो जो अमाउंट है वो मेलाओं पर है कर जो इसकी बात कोई क्यों नहीं करता है देखिए बात उसी की करते हैं जो बिक्ती जो बेच सकते हैं अगर नितिश कुमार और एंडिये ये बात करने लगे कि औरते बहुत बुरे हाल में हैं तो फिर उनकी ये कहानी कौन ख
22:18देड़ बहीना में घूम रही थी बहुत लोग जानते हैं कि मेरी ब्रॉडकास्ट ग्रूप पे बहुत सारे चैनल्स हैं लेकिन किसी एक ने उससे नहीं पूछा कि क्या देख के आई हैं क्या जमीन पे मिला लगातार में वीडियो भी डाल रही हूं अपने स्टेटस पे ब
22:48वोट भी क्या है मतलब अगर जिस तरह से वोटों की चोड़ी हो रही है अगर वैसे ही चोड़ी होती रही तो उनको तो इसकी भी जरूवत नहीं है कि कौन क्या सोच रहा है क्या नहीं सोच रहा है जैसे नरेंद्र मोदी और अमिज्दा ये लोग घुसपैठे की बात करते
23:18तो उस तरीके से सोसल मेडिया पर वीडियोज आते हैं महिलाओं में इसका अशर देखने को मिला आपको जो मैंने बातचीच की उसमें तो नहीं मिला लेकिन यह जरूर है मेरे खना में बिहार शरीफ में फुछ दिन चट का दिन था तो मैं बिहार शरीफ में माइनौरिटी
23:48बाकी सारी permissions जो है अगर कोई Hindu festival होता है तो उसकी permissions आराम से नहीं जाती है लेकिन उसमें कुछ ऐसा नहीं था कि Hindu नहीं देते हैं वो प्रशासन के उपर सवाल था कुछ मन मुटाव हो ऐसा नहीं बलकि मैं in fact मैं यह कहना चाहूंगी कि बिहार में मैंने कई लोगों से अपने �
24:18हिंदू बस्ती है है कुछ जगह शहरों में हैं लेकिन गाओं में तो खास्तोर से लगता है कि काफी एक साथ रह रहे हैं दूसरी बात यह है वो भी बहुत इंटरस्टिंग चीज है कि जिस तरह से हम देख रहे हैं कि जो कल्चर को भी बदलने के कोशिश होती है मतलब धरम
24:48हैं सभी औरते साड़ियां पहनती हैं सभी औरतों ने बिंदी भी लगा रखी है यूपी में आपको नहीं मेगएगा कि मुसल्मान औरत बिंदी लगा नहीं दिखे गया लेकिन बिहार में अभी वो सब कुछ प्रिजर्व हुआ है कि जो कल्चरल चीज़े हैं वो नहीं ब�
25:18उसकी जो भी हिस्टॉरिकल डीजन रही हैं यह जाना चाहरा हूं कि रास्ता क्या है उन मेलाओं के लिए जो कर्ज के जाल में दवी हुई हैं अंपर बोज है आपको क्या मजर आता है आगे देखिए अगर एक तो मैं पहले यह कह दूँ कि जो जमीन पे हालात है उसमें अ�
25:48बनती है तो उन से हम भी लड़ेंगे क्योंकि लड़े बागर तो होगी कुछ नहीं देंगे यह पुछ देंगे भी लेकिन जिस तहां कि जो कुछ होना चाहिए यह कर्स का जहां तक मामला है गड़बंदन ने अपने जो उनका मैनिफेस्टो है उन्होंने यह कहा है कि हम ब
26:18माफ कर सकते हो कर्स को माफ कीजैं और उसके बाद जीरो व्याज के ओपर अगर उसकी अवजह कहाने की छो तो दो तीन साम tak करаты किजां कि एक उसका पोर्शन आ आम माफ किजिए और माफ कीजियों क्यों नहीं कर सकते। अगर अम्बानी या ढानी का हो सकता है तो ठरी गारत
26:48करोर in spent के आगर आपका अन spend budget जा रहा है तो उसमें से आप उसмен
26:54जाहिए केंदर बहुता है तो उसमें से कुछ portion दे तो
26:59माव करी सकते हैं साथ हजार करोर है जोनी ह appear 200,000 करोर
27:03कर दीजें उसको तो अड़ों पर प्रभी जिसके उपर पंच लाख हो
27:06दो लाख हो जाए, उसका ब्याज हट जा रहे है, तो वो दीरे-दीरे करके, और सबसे बड़ी बात यह है कि नौपली दीजे, अगर ग्रामीन इलाकों में और जो स्लम्स हैं, वहां पे अगर खुछ भी आमधनी का जरीया हो जाए, तो औरतें खुद कमा के पैसा वापस दे स
27:36संद्रचन मिला हुआ है, कि आप अपरेट करो करज दो करज, उगाई करो, जैसे करना चाहो, ऐसे करो, किसी ने कुछ बताया इस बारे में आपको किसी महिला ने बताया या किसी संगठन ने, महिलाओं ने तो नहीं बताया, संगठन ने भी उस तरह नहीं बताया, लेकिन ए
28:06नवाइम सार्ड गाट के बगार की क्वाइब Cloud नीना जानी भूमें के साथ में हैं तो प्राइम आठी बरे
28:11दोनों के साथ, पुलिटिकल पार्टी जो हैं, जो सत्ता में हैं और जो प्रशासन है, उनकी साठगाट के बगार यह हो नहीं सकता, क्योंकि अधर्वाइस जो आपका कानून है बिहार का, उसके हिसाब से ही आप इन सारी कंपनियों को बंद कर सकते हैं, जहां दस पंदरा पर
28:41हिस्सेदारी ना होती है, हिस्सेदारी तो है, आखरी सवाल यह है कि आप टेड़ महीं में भूमी और यहां पर गुजरात मॉडल और बिहार मॉडल की बात हो रही है, आपको में अंतर क्या नजराता है, मुखे अंतर जो है, इन दोनों मॉडलों में, क्योंकि बिहार में य
29:11गुजरात का है और एक दर्विघार में है क्या अंतर मिज़र आया आपको मुख्य तोड़ को देखिए दोनों ही इंजन फेल हैं मैं तो यह कहूंगी और गुजरात मॉडल मैं अभी तो पिछले पांच-छे साल से गुजरात गई नहीं लेकिन 2002 से और पंधरा तक जब गु�
29:41आप्लिकेशन डाली हुई थी विजली के लिए पानी चलाने को जब यह कह रहे थे कि बहुत जादा गुजरात जो है वो बिल्कुल वाइबरेंट हो गया है तो वहां 5000 से उपर किसान आत्मत्या कर चुके थे तो उस वक भी जूट बोला जाता था लेकिन अगर आप गुज
30:11हंगे हजारों एकड जमीन अडानी को दे दी गई वहां भी पूरा एक दिन के अंदर एक दिन के अंदर हजारों एकड जमीन इसी तरह अडानी को दी गई की थी
30:22अडानी अम्बानी को मुझी और उसमें किया ये था कि क्योंकि जो डेश्टिक मेजिस्टेट है उसके पास जो है इतना तो वो नहीं होता अथॉरिटी कि वो इतनी सारी जमीन दे तो जमीन के कावस के उपर उन्होंने पधरा टुकड़े कर दी तीस टुकड़े कर दिये और �
30:52बहिमानी का मॉडल था वो भी नफरत का मॉडल था और जो बिहार में हो रहा है इस पे मैं कहूंगी और वो वहां भी घुस खोरी होती इतनी नहीं थी खैर बिहार में घुस खोरी जो है वो बिलकुल आस्मान चू रही है और गरीबी आस्मान चू रही है तो comparatively गुजरात �
31:22कोशिश यह हो रही है यह तो आम लोग जो है बिहार के वो ज्यादा समझतार है मुझे लगता है कि बावजूद सारी कोशिशों के अभी तक पोलराइज नहीं कर पाए पूरी कोशिश करते हैं कि बिहार का एलेक्शन पोलराइज हो जाए चार दमंबर तो निकल गई अब 11
31:52कि बिहार को बिहार की गरीब जनता हो जाएगी क्योंकि उनके पास खोने को किसी नहीं है बहुत सुक्रिया आपका समय आपने है और हमारे दफ्सकों को उमीद है यह बात्चीद पसंद आएगी और इसे आप अपने दोस्तों के साथ सेयर कर सकते हैं बिहार की जो आधी अ�
32:22कि ठनके बात्चीथन आपने पनके चाहर कि आपने है रहा हमारे आपने है तूई है यह बात्गी सेयर को अपने है ट्चीद आपने हैं आप बिए्सक्रिवाद को अद्यत
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