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  • 2 weeks ago
9 अक्तूबर को लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बड़ी रैली की, मगर ये रैली पार्टी की राजनीति से ज्यादा भीड़ को लेकर चर्चा में रहीं, उसके बाद मायावती के भाषण ने कयासों और अनुमानों के सारे पर्दे हटा दिए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ और नरेंद्र मोदी के प्रति सॉफ्ट रवैया रखते हुए मायावती ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा। इसके बाद सपा सुप्रीमो ने भी पलटवार किया और कहा कि मायावती भाजपा के साथ अंदरूनी सांठगांठ में फंसी हुई है। मगर सवाल ये है कि मायावती अखिलेश यादव और पीडीए पर हमलावर क्यों हैं? वह सत्ता से सवाल करने के बजाय विपक्ष को टारगेट क्यों कर रही हैं? क्या मायावती को दलित समुदाय की ओर से पीडीए और इंडिया गठबंधन को मिल रहे समर्थन से खतरा महसूस होने लगा है। इसी मुद्दे पर देखिए नवजीवन की धारदार बहस -

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00:00दोस्तों नमस्कार मैं हूँ नंतलाल सर्मा और आप देख रहे हैं नेस्नल हेराल्ट नौजीवन और कौमी अवाज की साजा पेशकस आज हम बात करेंगे बसपा की रैली की लखनौ में बड़ी भीन रूम रही है और मायावती ने जो बाते कहीं उसको लेकर के बड़ी चर्�
00:30हैं लेकिन क्या सही में यह रही सफल कही जायेगी क्या मायावति दरितों को यूपी के दरितों को आप याद रके कि अमेठी में ञौना जो सामने आई
00:42को पीट-पीट के एक तरीके से मार दिया गया और उसके बाद हरियाना में एक डलित IPS को जो है सुसाइट करना पड़ रहा है जाती पुट-पीरन के चल दे और फिर
00:53पर भरी कोर्ट में जूता चला दिया जाता है यह सब क्या बताता है और क्या मायावती से और ज्यादा असपष्ट मुखर और आक्रामक्त रवये की उमीद नहीं की जानी चाहिए थी जब सम्मिधान और लोगतंत पर खत्रे की बाते हों
01:07हमारे साथ एक विस्तिर्थ पैनल है और वरिष्ट संपादक हमारे साथ हैं तसलीम सर मैं सबसे पहले आपके पास आऊंगा और समझना चाहूंगा कि क्या मायावती इस रहली के जरिये जो संदेश देना चाहती थी क्या उसमें वो सफल होई क्या अब विपक्ष की पार्ट
01:37द्मियाब रहींगी या फिर आप कुछ और सोचते हैं कि दिगया मायावती की राजनीती पिछले अगर दस-पंद्रह सालों में देखें तो मयावती की राजनीती में बहुत उतार-चड़ाओ देखने को मिलें बदलाओ देखने को मिलें और रही बात जो आखर में आपने
02:07लाखों की भीड जैसा के रिपोर्ट किया जा रहा है और जैसे की तश्वेरे और वीडियो देखने को मिले लाखों की भीड के सामने जब उन्होंने उत्तर प्रदेश की वीजेपी सरकार और वीजेपी पार्टी की तारीफ की आभार जताया और समाजवादी पार्टी जो य
02:37बियस्पी की चर्चा हो तो रही थी लेकिन वह चर्चा अच्छे कार्ड़ों
03:06से नहीं हो रही थी कभी उनके बहतीजी आकाश अनंद की पार्टी से निकल जाना फिर वापस आ जाना फिर निकल जाना उनको कोई एक पद मिल जाना कोई दूसरा पद मिल जाना या उनकी किसी और
03:16लोगों से मलाकात के जरी चर्चा हो रही थी लेकिन वो एक राजनीतिक सेक्रेटा नहीं थी वो पार्टी का अंदरूनी मामले के तौर पर उसकी चर्चा हो जाती थी यह बात तीसरी बात यह के मायावती जो उत्तर प्रदेश में बड़ी फोर्स बन गही थी अपनी राजनी
03:46का सोशल इंजिनिरिंग का नाम दे रहे थे और उस सोशल इंजिनिरिंग के तहट उन्होंने ना सिर्फ जो दलित उनका उनका को डलिप पॉलिटिक्स है उस दलितों में भी जाटब जो समधाय है वो उनका बहुत बड़ा आधार माना जाता है उसके अलावा उन्होंने एक
04:16तो ये दोनों दाएंबाएं हमेशा नजर आते थे मायवती के और उसका नतीजा ये था कि जब दोहजार साथ में मायवती उत्तर प्रदेश के विदानसवा चौनाओं में उत्री तो उनकी पार्टी को करीब 31% वोट और 206 सीटें आई थे तो इस पश्ट बहुमत के साथ उन
04:46गटके करीब 26% रहे और उनकी सीटें 206 से घटके असी पर आ गए थी उसके बाद अगला चुना हुआ जो दोहजार बारा का उसमें और उनका वोट शेयर घटा करीब 22% वोट शेयर मिला और सीटें उनकी 80 से घटके सिर्फ 19 आई और 2022 का ये 2017 का अगला बटा और उसके बा�
05:16ये विदान सवा में उनकी पर्टी की परफॉर्मंस नहीं अगर लोकसवा चुनाओ की इनी पिछले चार चुनाओ का हम देख ले तो पिछले चार चुनाओ में 2009 में चुंकि उस समय उनकी सरकार थी वहाँ पर उत्तर परदेश में 2007 से 2012 के बीच में तो 2009 का जो लोकसवा च�
05:46लेकिन वह तो अलगी किस्म का चुनाओ ता जिसमें एक लेहर चल रही थी भारती जिंता पर्टी की उनका एक भी सांसद नहीं पहुचा लोकसवा लेकिन 2019 में उन्होंने वापशी की और उनके दस सांसद चुने गए लोकसवा में लेकिन 2024 में फिर उनकी पार्टी का शून
06:16सब देख रहे थे उस संकुचन और उस राजनीतिक निश्करेता से बाहर निकलने के लिए काफी दिनों से प्रियास कर रही थी और उसका नितिज़े था कि
06:40काशी रामज के महापरी निर्वार दिवस्कु लिडियत इनिवर्सी पे उन्होंने एक बड़ी रैली का आयोजन किया और इसमें संदे नहीं कि बहुत बड़ी संख्या में उनके फॉल्वर्स कहें या जो भी है वो मौझूद थे पहुंचे वहाँ पर और सिक उतर प्रदे�
07:10इसमें इतनी भारी संक्या में लोगों का उमड़ पढ़ना क्या उनके लिए कोई एक शुब संक्यत लेकर आएगा इस बारे में कहना अभी थोड़ी सी जलबाजी होगी लेकिन उनका जो भाशन है भाशन में वह अपने कारगरम को उस तरीके से सामने रख ही नहीं पाई ज
07:40इस कॉंफरेंस हो तो भी और राजनितिक रैली हो चुनावी रैली हो तो भी आज भी वही क्या लेकिन उसमें कोई ऐसा संदेश नहीं था जिससे उत्तर प्रदेश की दलिर पॉलिटिक्स में खुद्वेलन नजर आए तो मेरा फिलहल के लिए आकलन मोटा मोटी उनके रैल
08:10आई है यही लोग जो है अगर हम पहली बार की वोटरों को मालने की अभी जो एक दो सालों में हुए होंगे तो दोजर चौबीस और दोजर बाइस में यही लोग वोटर भी थे और इंडिया गटबंधन को बहुत समर्थन भी मिला उत्तर प्रदेश के लोगसवा सीटों प
08:40दुसरी तरफ अखिलेस यादो पर हमलावर हैं पीडिये पर बार बार हमला कर रही है तो क्या मयोति को यह डर لग रहा है कि फीडिये काम कर रहा है और इस रैली के बाद अखिलेस याद्वों ने ने जो में इसमें कहा कि 2127 ने सपा और इंडिया गडबंधन की सरकार बने �
09:10रिपोर्टर हैं वो लिख रहें कि सक्ता और प्रसाशन का जबरदस्त समर्थन था पीछे से इस रैली के आयोजन में इन सब बातों को ध्यान में रखते वे मैं चाहूंगा कि आप माया होती ने जो कहा और अखलेश पर जो हमला किया उसका विस्वेशन करें
09:26पहला तो मेरा सवाल ही इसी बात पर है पर मतलब सवाल के जवाद में सवाल ही मेरा इसरेली का आजन हुआ ही क्यों कि रेली के आजन को लेकर के मैं या हमारे जैसे लोग या हमाद लोग बहुत उच्छुख थे
09:44कि मैं आज की मतलब ने निकल दा रहा है जितना बात हम लों ने देखी है जितने चीज़ें हम लों देखी है जो वीडियो देखे हैं जो फिलिम देखी है भीड के अलावा इसका दूसरा पहलू क्या है
10:01मैं इसको इस उप में देखता हूँ कि जो बात आ रही है कि बिना सत्का का सहयोग के मेरे मुझे एक सवाल का आप खाले जवाब दीजिए या हम सब अपने आप से सवाल का जवाब पूछें कि आज के समय में यूपी में लखनों में कोई रहली बिना सत्का के सहयोग से संब�
10:31रिकार आत्रा के बाद के रैली हो पाई नहीं हो पाई किया तेस्वी रैली जात पे लिए नहीं मिली लखनों में छोटे-छोटे दिना परिसंपर रोख है आप पचास लोग निकल के मेमोरणब देने चले जाए तो पुलिसी परिपोर्ट आयाती है और ऐसे मी अपार रैली �
11:01सड़क तो सबको दुरुस्त करने का काम युद धस्तर पर चलना आता और मैं भला हो महावती जी का कि उन्होंने मंज से इस बात के लिए आभार बीज़ताया और अच्छा अच्छा हो तो आभार जाताया भी जाना चाहिए उस आभार जाताने में उनका उनकी राजनी थी �
11:31कि इस पार के से होने वाली आयक का खर्च दूसरे पारों को विश्चित करने में लगा जाए और मैं खुले दिल्दे कहना चाहूंगी कि मेरे मेरे बात की सरकार ने ये नहीं किया लेकि आज की सरकार ने काम खुल के किया इस हद तक अगर वो बात कर रही हैं तो क्या महाव
12:01सोचते थे कि महावती कि सुपे राजित कर रही है महावती लोग कहते थे मैं यह वो चाहियी पर्दारी के के काशि प्रदार ऑढ़े के के इस है और ली मजबूरी था कि आप यह यदिस Stephen
12:26कि बीजेपी से शत्ता से दोक्ते दिखाने के लिए जाहिर करने के रहे ली थी या अपना खोया आधार वापस पाने का
12:35अ कि जद्द जहड है तो खोया अधार पाने की जद्द जहड में तो मैं यह मानता हूं कि पुरानी का हुआ था
12:45कि मारा हांती भी सोलाग का होता है तो होता है गॉटी का आधार भी है ये अलग बात है कि पिछले चुनाव में उनके पुरा एक परोश है
12:55अपना समाज उनके दूर जा चुका है दो जाल उननिस में दो जाड़ा चोबिस में चछलूhr है कि भार बार दिखा
13:06मेहावती गठबंदन की राज़ी इंग अखला चलो की बहुत भी करते हैं उदार बारे बारे बार कहती है कि जब हम अकेले लड़े थे तो हमने विसाल समयतन हासल किया था वो दोजास साथ की बाद करती है उसके बाद वो कहती है कि गठबंदन में हम जबजब गए हमी नुक
13:36है कि आज भी वो दोजार साथ में जब उन्होंने बड़ा समझतन हासिल किया था और मैसिव सपोर्ट के साथ यूपी की सक्ता में आई थी उसे महाला है दूसरे से उसमें बीजेपी राज की बीजेपी नहीं थी उसमें समझवादी पार्टियों कांग्रेस का जो इस तरह का �
14:06किया किया क्या मंच पे उन्होंने एक भी ऐसा एक भी ऐसी बात कही जिसे का जाया कि दलित समाज के लिए वो जी जान से पहले कि तरह लगी हुई है क्या उन्होंने हाल की किसी घटना पर चिंता जटाई क्या किसी हाल की किसी दलित उसमाज की तो बात ही ने की उन्होंका हम
14:36तक रादी तस्पस्थ हो तो सारे सवाल अब गौड़ो जाते हैं रैली की विवस्था को ले करके जितना उन्होंने आभाद जताया है
14:50मुझे मुझे यह समझने पा रहा हूँ कि क्या यह मजबूरी से तो नहीं हुई किसी क्या इसकी इसका इस्टिविसन कही और से था कि आप रैली करके मैं इस इस उनके जो उनके साथ जो लोग उनकी जो प्रियूड के आखलंब से आफ राज्विस्था नहीं पहले बात तो य
15:20बात क्याता रहूं कि मैंवती मांदारी से अगर आज भी खड़ी हो जाएं तो उनके पीछे पूरी कानार खड़ी हो जाएगी उनकी पार इतना प्राजनता मरतन है तो दो जाट चोड़ी से चुनाओं के ठीक पहले उन्होंने जिस तरह के चीज़ें की उन्होंने अपनी जम
15:50आज सामने आ गई कि सतीस मित्रा जैसा खास चलाका राज आज की तारी में कहा अप्ला है वो चोड़ी तीसरे चोड़ी नंबर के जा चुके हैं बाज़पा की का पूरा सिस्टम आज सामने आ गया अब वो मायावती जिस परिवारवाद पे पे अटैक कर रही थी वो परि�
16:20तो आज की राज़ी थी उनके भीड़ से उनके राज़ियत की दिशा तै करना बहुत जल्दबाजी होगी हाँ इतना ज़रूरत है कि मायावती की राज़िये की अप्रोच सामने आ गई इतना यह तै हो गया वो वो कुछ भी करेंगी भाज़पा करी होगी ठीक है हम आगे �
16:50कर रही है या फिर इस्रेली के जरिये उन्होंने अगर अपने केडर को भी संदेश देने की कोशिस की उसको दोज़ास सत्ता इसके लिए तैयार करने की भी कोशिस की अगर तो बिना एक जोस जज़बे और साहस की यह लड़ाई कैसे लड़ी जाएगी आपको लड़ना सत्
17:20से है भाजपा से नहीं लड़ना है और जिस तरीके सो गिना रही थी कि जब हमारी सुरू में गटवंधन की सरकारे बनी तो भाजपा के साथ गटवंधन करने में बसपा कभी पीछे नहीं रही तो क्या अब वो इस तरीके से अप्रोच लेकर के चलेंगे कि आगे जब भी म
17:50मेरे इसाब से इसमें यह है कि दो-तीन मायवती जो है देखे वो क्रेडिबिल्टी और रिलेवेंस प्रासंगेटा और विश्वसनीता के संकर्थ से बुजर्ग नहीं है वो मायवती के परिकल केरियर का मेरे ख्यादी संभावत है सबसे बुरा दौर है जब उनकी विश्वसन
18:20प्रासंगेटा जो दलित पॉलिटिक्स के ही अगर हम फ्रेम में इसको देखें आप तो दलित पॉलिटिक्स में भी ऐसे बहुत सारे चोटे-चोटे दल उभर रहे हैं चलिए नाम लेने की इसमें ना लेने की कोई वजह नहीं है यह से घीमार्मी का उभार दूसरा की बड
18:50उसको बीजेपी के अंब्रेला के तले जो अधर देन जाटव उत्तर प्रदेश में बिहार में मत्र प्रदेश में यहां निराज्यों में भी दलित जातियों का बड़े पैमाने पर हिंदुत्वा फोल्ड के अंदर वुआएं गए हैं तो मायावाती दोहरे संकट से जू�
19:20के उन्होंने उसमें आप देखेंगे कि उनके जो और ईशू एज एडरेस है उस एडरेस में इन्हीं दोनों चीज़ों को एडरेस करने की कोशिस चीमें अब सवाल आता है कि वो ने समाजबादी पार्टी को यादर क्रिटीसाइस क्यों किया बीजेपी की सात उनोंने तार
19:50उनको आलायंस चाहिए। तो आलायंस किस से करें। उन्होंने जैसा क्रिटिसाइज किया और जो कि हमने रिजल्ट में भी देखा।
19:572024 के चुनाव में आप रियाद होगा कि लोगसभा कि 17 सीटे ऐसी थी जो रिजर्व सीटे थी उतरप्रदेश में।
20:052017 में से साथ सीटे जो समाजवादी पार्टी ने जीती। उनका प्रदेश का फार्मूला है वो उतरप्रदेश में बहुत ज्यादा सफल रहा है।
20:14जिसका फार्दा जिसके वेरे से मायावाती घबडाई हुई है। उनका जो वोट बेस है वो बिल्कुल ठीतर भीतर हो चुका है इस प्रयोग के सामने।
20:21तो इन दोनों अपने रेलेवेंस्ट मनाने के लिए अपने विश्व सुनीतर को बचाने के लिए उन्होंने इस रैली बुलाई आज और उसके लिए उनको चुना कांशी राम को पर निर्वान दिवस है।
20:33और कांशी राम जो उनके गुरूर भी थे और मेरे इस आप से वह अगर आप कहें मतलब अगर आप मेरा यह मेरा परस्टनल मेरी वेक्टिकरत रही है इससे आप अस्यामत भी हो सकते हैं कि मैं उनको बावा साब अमेडिकर से भी ज्यादा सफल दलित नेता मानता हूं वह भ
21:03अंके दो मकसद है यह है अपने प्रसंगीता को बनाना इस प्रसंगीता को बनारे रखने के लिए उंको किसी ने किसी से सहां पड़ेगा और मुझे लगता है कि उनके लिए जाता नैशुरूर्ली वह ऐसा
21:13करती हैं ऐसा उनको लगता है कि उनके लिए जाता बेटर सौधा होगा तो आने वाले दिनों में हो सकता है आपको कि सकता है इसकी चुनाओं में यह हो सकता है के अंदर में आपको इस समझ की कुछ आपको इसकी पढ़नेती भी दिखाई पड़ेगी
21:31ठीक सर तसलीम सर मैं इसको समझना चाह रहा हूं कि जब वह भासड दे रही थी लगवग एक घंटे का भासड था और उन्होंने कहा कि आई लव के नाम पर राजनीती न की जाए और वो यह भी कह रही थी कि जिस तरीके से बरेली में आपने देखा और पूरे देश में देख
22:01और अब जैसा कि एक तरीके से हम देख रहे हैं दलित राजनीती में जो रुजहान है वो बदल रहा है यूपी में ही अगर हम कहते हैं कि जाटों को छोड़ दें तो बाकी जो जातियां हैं पासी हो गई और यह जो कोल हो गए और तमाम छोटी-छोटी जो पिछड़ समु�
22:31मायावती को एक्टिवेट किया गया है म्यूट है सब्सक्राइब
22:37इस परश्ट हो गई है मायावती के भाषण का जिकर करने थे आप मायावती के भाषण से पहले मैं मंच की पर राना चाहता हूँ
23:00अभी तकी की मैंहावती की रेली होती थी तो एक कुर्सी लगती थी मैंहावती के लिए जिसका जिकर अभी नागेंद्रजी być कर रहते
23:07लेकिन इस बार मंच पर एक पुर्दरशन भी था और मंच पर कुर्शी एकी थी लेकिन बाकी सोफे लगे टेझा फ़िए उन
23:14सोफे पर एक तरफ उनका परिवार बैटाता है, यानि उनके भाई आनन बैठे थे, उनका बतीजा आकाश आनन बैठा था, फिर उसके बाद सतीश चंडर मिश्र थे, लेकिन उसी मंच पर तीन मुस्लिम चेहरे भी थे, मुल्काद अली, नौशाद अली और शमसुद्दीन, �
23:44जगा देना, ये एक मैसेजिंग थी मायावती के तरफ से, उसके अलावा, तीन और लोग के मंच पर, एक तो उनके उमा शंकर सिंग थे, जो उनके एक मातर विधाय के उत्तरपर देश विधान साहबा में, तो उनको बोलाना ही था, और एक विशुनात पाल थे, और एक य�
24:14सोशल इंजिनिरिंग का एक एक एक्सपेरिमेंट जो उन्होंने किया था, वे बैक इन 2007, वो उनको लग रहा कि शायद वो समीकरण सामने रखके, वो कुछ कर सकती ही, लेकिन अपने, अब मैं भाशण पर आता हूँ, अपने भाशण में, जब उन्होंने एक सांस में, भार
24:44गलिफ पॉलिटिक्स के मल्टिपिल प्लेयर हैं, लेकिन सबसे बड़ा गडवन दन जो गलिफ पॉलिटिक्स को अपने में समेटे हुए है, वो है पीडी है, जो जिसमें कॉंग्रेस और समाजवाधी पार्टी हैं, और उसके नतीजे हमने दोजाँ चौबिस लोकसाबा च
25:14नहीं पर मायावती एक बात और कह गहीं, अब वहुजन की जान माल पर भी खत्रा लगातार बढ़ता जा रहा है, मायवती की समस्या यही है, कि मायवती जब बोल रही होती है और उनका जो भाशन होता है, तो उनके भाशन का शुरुआती इस हिस्सा कई बाऄ बाद उनके �
25:44लेकिन उसके तुरंट बाद उन्होंने ये वो ये कहती हैं कि अब समय आ गया है कि सत्ता की चावी हाथ में लेना होगी क्योंकि आज की तारिक में बहुजय समाज पार्टी के हाथ में आ सकती है
26:08असंभाव है आज की राजनेती जिस दिशा और दशा को पहुच चुकी है उसमें कम से काम बहुजय समाज पार्टी जैसे पार्टी और मायवती जैसे नेताओं के हाथ में सत्ता की चावी सीधे सीधे नहीं आ सकती है
26:24गडवंदन में जाना होगा गडवंदन उनको कौन सा सूट करता है विशुदीपक ने बहुत अच्छे से इसको एक्स्प्लें किया उनको कौन सा गडवंदन सूट करता है
26:34वो हमें इस पस्ट देख रहा है वो पूर में नके सरकार रहे चुकी है बार्ति जिनता पार्टी और मुखमत्री रही थेए उनके सार्ड अलाइंस में
26:42समाजवादी पार्टी के साथ भी आलाइंस में मुक्मोंतरी रहिए उसके बाद नाइटी फ़ाइब में बनी थी पिर दोधार दो तीन
27:00थी खुश महेने के लिए और दोजार साथ से बारा तो पांस सार उनकी अपनी सरकार थी तो एक जो गड़ वाकि तीन बार जो मुक्मित्री बनी उनमें से एक बर बीजेपी के साथ उनका अलाइस था एक बर समझवादी पार्टी के साथ अलाइस था अगर मैं मैं मैं सही नही
27:30गते हैं जीजेरा तो वो जो भी सक्ता धारी पार्टी होगी उत्तर प्रदेश की उस्ते में जो जीत कर आएगे जिसके पास महुमत होगा वो कोई एक पार्ढ़ी हो सकती वो कोई ए गढई वंन्न हो सकता है वो उसके साथ जुड़ने की कोशिश करेंगी क्यूंके उन्हों
28:00के को अपनी तरफ खेंच रहें लगाता जिसमें पीडिये बहुत बड़ा जो जो प्रिफड़ा दली तादिवासी का जो कंबाइन है उत्रप्रदेश में अकलेश यादर ने जो पीडिये नारा दिया जो कॉंगरिस के साथ अलाइन से उनका वो उससे उनको सबसे बड़ा खत
28:30इटकर से बड़े दलित नेता थे काशे राम जी लेकिन जिसमें कोई शक नहीं के प्रियोग के और � buying है टेर्र
29:00बीएस्पी मोजूद थी मद्रप्रदेश में मौजूद थी बीएस्पी अभी चुनाउत रखती है लेकिन जीती नहीं है पहले वहाँ भी सांसर्ड जीता है पंजाब से
29:18हर्याना मध्य प्र देश से सांसर जीता है लिए स्पि का यूपी तो भई लेकि माया वती ने काशियराम के राज्ञेटियों को पूरी तरह उत्तर प्रदेश में लाके सिमेट दिया और उत्तर प्रदेश में लाने के बाद जब वो पूर्ड रूठ से उनके हात में आई तो
29:48इसमी के उनके आरोब लगने लगे उन्होंने बेशुमार पार्कों के निर्माड के ये सारी चीजें की लेकिन क्या बहुजन के लिए वो सही हुआनों में काम कर पाई ये बड़ा सवाल है और इस सवाल की चर्चा जब दली समुदाय में शुरू हुई उनके पोर वर्ड बै
30:18इनके बिल्कुल ही खत्म ना हो जाए उसको जो भी थोड़ा बहुत बचा है अब एक पूरी तरह खत्म नहीं हुआ हुआ उनका आधार अभी भी उनका पूरी ना चला जाए उसको रोके रखने के लिए ये उनकी कहते हैं आखरी प्रेयास था जो आज उन्होंने किया है आ
30:48सिर्फ उस पूरी तरह खत्व होते आधार को का जो थोड़ा बहुत सा बचा वो बचा रहे वो उनका उस प्रयाश के तो पर देख वाज़े नागें सर मैं आपके पास आऊंगा मुझे लगा कि माया होती जब मंच पर थी और जब बोल रही थी तो कॉंस्यस्नेस में उनके कह
31:18होगी राजनीती करने में हलांकि राजनीती करने के लिए ही अज बाहर निकली थी और वह ये भी कह रही हैं कि
31:39खिलाब यूपी में भासर दिया लोग सवाचुनाओं के दौरान तो उनको ऐसे खोशित कर दिया कि अभी लड़के हैं इनको कुछ समझ में नहीं है आता है राजनीती का भी बहुत कुछ सीखना समझना है और उनको साइड में बिठा दिया गया कि आप सांधी से थोड़ा सा
32:09क्या सकते हैं कि वो जिस तरीके से मायावती की बड़ी तारीफ कर रहे थी नहीं यह जानना चाह रहा हूं नागेंदर सर कि बिना साहस के राजनीती कैसे होगी यूपी में वह भी अकले स्यादों की राजनीती को आप जानते हैं उसको लेकर के तमाम सवाल होते हैं लेकिन �
32:39बचा दिया है मायावती का डर ही तो उनकी औरसनीत के इस आवरा के पतन होने कारण और मयावती हिन दो जार बारा कि बाद जो राजनीत की है वो हमेशा अपने Kom auditor को बचाने हम ने मैं को बारा के बा चौद आ को देखे
33:09उन्हें मानता हूं. महावती ने अपने को बचाने राजिक हुए. आप ये देखें कि काशी राम की विजिस विरासत से महावती आती हैं, काशी राम की विरासत को वाले लोग कहा हैं? एक भी विश्टी महीं उसके साथ. अगर सबसे पुराने कोई हैं तो उसमें सत्रीश मिल
33:39आकास आनन्द ने मुखर होके बोलना सुरू किया था. लोग पूरी राजनीतिक चेनरियों में एक नई उमीद जगी थी कि हाँ ये कुछ नयावती अपने पुराने रंग में मुपसाने जा रही है. अचानक उनको खामोश कर दिया गया. तो आज जब जिस तरह से आकास आ
34:09इस समय में मेवती नाज़ एक और बात कही अपने लोगों से एक बात दोजाथ शाट की एका इगांपिल देते हुए उन्होंने एक बात कही की इरियम की बात की और ये कहा की बैले क्यों वापिसी में होगी. और अपने लोगों को बूठ लिवल पर त्यार होने की बात की.
34:39बचा है कि लोग एक्टिवेट होकर कि आज की तारीख में दोजास्ताइश के लिए कि दोजास्ताइश सब्सक्राइब कर रहें आप तो उसे बहुत दूर जा चुकी है ना जिलों में आपका चंठन बचा है आज की तारीख में अभी मुझे किसी ने सवाल किया कि आप क्या �
35:09सब्सक्राइब के साथ मोड़ा इकटा हुआ तो यह सवाल भी उठेगा जो ब्रभ वो फैला रही है फैला चुकी है मैं मेरा तो यह कहना जितना फरम उन्होंने पिछले दो तीन चुनाव में फैलाया है वो जो जो फैला है रायता जो फैला उसको समय उसक्ष्ट में देग
35:39सब्सक्राइब किसी पार्टी जीते इंडिबंडन जीते तो आज मयावती पास सच बात तो यह है कि यह भी विदैक नहीं है उन्होंने यह ट्रेक कर दिया गटवंदन में वो नहीं जाएंगी लेकिन मैं बहुत दूसरी बात कर रहा हूं ननलाल जी गटवंदन उनका है हम
36:09कटवंदन इतना मजबूत है कि आने वाले दिनों में वो उसके अलावा उनके लिए नहीं कोई और नहीं को ठोर वाली स्क्राइब कि कुछ भी हो जाए कल को मां इंडिया एलाइंस मजबूत स्क्राइब अगर यूपी में लोटता है तो मुझे नहीं लगता है कि महावती क
36:39अगर वो आज की तारिफ में पूरी मांदारी के साथ खाली ये तरह करने कि हम जेल जाने से अपनी डरते हैं तो देखें महावती की वाप्ची किस तरह होती है इसाब महावती बिने जानती है
37:02महावती पुलिटिकल पकर नहीं महावती को पुलिटिकल पकर नहीं मानता हूँ महावती एक लेगेसी को लेकर आई थी एक साम्रागी की तरह की तरह तरह वो सरकार में आई उन्होंने तास समाला उन्होंने मुकुट समाला उन्होंने चकाचोन से लोगों को अपने लोगो
37:32जशे बचाने के लिए जो उन्होंने जमीन अरजित की है, जितना अकूत संक्र झिए जितना पार्कार को राजनी रूप से वापस नहीं आने दे रहा है ने वापस आने दे गा आजेत की है
37:48यह एक आशा भूत है यह उनका पीछा ने छोड़ ला है बिल्कुल सर विश्वदीपक सर मैं आपके पास आऊंगा और अगस्त की बात है कवंग भारती एक डलित लेखक हैं आपने कासी राम की बात की थी और मैं उस सवाल पर लोटूंगा और उन्होंने कह था कि कासी राम ह
38:18और आप उनकी तुलना अंबेड़कर से कर देते हैं देखिए ऐसा है कि कमल भार्ती के स्टेट्मेंट पर मतब उनके रचना प्रक्रेव को मैं जानता हूं उनसे मिला विए उनको पढ़ा भी हूं लेकिन मैं आपको मोटी तौर पर एक बात बढ़ाता हूं कि दलित पॉलि
38:48के मताविक है और वो यह है कि हमें कोशिस करके सता में भागीदारी लेनी संगर्स का रास्ता नहीं चुनना है यह आपको मेड़कर के अंदर भी दिखाई पड़ेगा यही चीज आपको कांशी राम के अंदर दिखाई पड़ती थी कांशी राम फुलिकर बहुते थे कि हम �
39:18कर दिखाई पड़ेगी तो यही चीज आपको दलीत पॉलिक्स के जितने भी आपको शेट्स या चिहरे या पॉलिटीशन्स आपको दिखाई पड़ते हैं चाहे वो मायवती हों चाहे रामिला स्पासवान हो चाहे वो मांजी हो चाहे वो रामदा सा ठावले हों चाहे वो स
39:48एक बात आपको बहुत ज़्याना नहीं होगी एक बात अब आते हैं कमल भारती ने कहा कि
40:07पर उनको यह किसी को भी समझ में आता है आना चाहिए यह बात कि आरेश की जो निर्मान प्रक्रिया है या समाज में जो उसका विस्तार है वो किवल उत्रप्रदेश में नहीं हुआ है
40:35वो मध्रदेश, विहार, राजस्थान, जारंखंड even केरला में हैं केरला में आज तक भारती अंतर पार्टी सरकारय में नहीं है लेकिन संग की सबसे जादा सा था खरोए
40:48सबसे मजबूत संग्ठम संग का केरल में हैं सबसे ज़्यादा इस्टीट फाइट अगर किसी संग करता हूं कि किसी राजी में होती है तो वह केरल में होती है एक छोटा सा उधारण ही कमल भाती को के पूरे आर्ग्यूमेंट को डिमॉलिश करने के लिए काफी है
41:04धाम कि अब जहां तक बात ये है की मायावाथी का फ्वीचर पर बात कर रहे हैं उसमें से मुझे एक चीछी
41:11मिवथ नोना नहीं संकेत दिया है मुझे ऐसा लगता है कि अब उनकी कोशिस यह है कि हमारा जो राजीनीति पारी हम जो खेल चुकह है हैं
41:20हमारी जो मशाल है जो लेगेसी है उस पर हैंडोवर करें और हैंडोवर करने की प्रक्रिया में मुझे ऐसा लगता है कि आने वाले दिनों में वो उत्तर प्रदेश की राजनीती में आकाश आनंद के लिए कोई जगह बनाना चाहेंगी और अगर जगह बनती है तो भारती इं
41:50पारी अब उत्तर प्रदेश की राजनीती में मैं हैंडोवर करी हूँ अब अपने बतीजे को अब आगे जो भी होगा इसी इस से होगा और मेरे ख्याल से वह हो सकता है आपको राजश्वी अस्तर प्रफ अपनी कोई भूमी का तलाश है
42:02अब बिल्कुल आपने जो बात कही उससे सहमत और असहमत हुआ जा सकता है अब हम डिबेट के आखरी समय एक एक मिनट चुकि हमने जो है टाइम लेकर के बात की तो अगर आप लोग एक मिनट में बात कहना चाहें तो कह सकते हैं सवाल कर सकते हैं दूसरे से लेकिन बस मेरा
42:32अब बाता थी और उनका राजनीतिक दुष्मन भी क्लियर था कि उन्हें किस से लड़ना है और उस पर उनको समर्थन भी मिना क्या मायावती के पास यह अस्पश्टता है और इस बिना इस अस पश्टता के कैसे लड़ाई हो ली है देखें बहुजन समाज पार्टी का यह क
43:02जस्टिस बहुत बड़ी कर्म है बहुत इसका कैनवास बहुत बड़ा है और उन्हों ने इस विजन को सामने रखके लोगों को अपने साथ जोड़ा और उनको दो एसास एक साथ करा है पहला कि तुम पर बड़सों से अत्याचार और तुम्हारा दमन हो रहा है तुम्हारे हा
43:32तेजी के साथ बढ़ने और लोग उनके साथ जोड़ते चले गए और जो दलित वैसे तो बहुजन की बहुत बड़ी आबादी हिंदुसान में लोग कहते हैं कि पचास परसेंट है अब जाती जन करना होगी तो एक्जक पैसिदी रहेगी सामने पचास परसेंट साथ परसें�
44:02कर जब सब जगहां से ले आकर कि वह उत्तर परदेश में रख दियो लेकिन उन्होंने क्या किया वो जो जिसका से क्राभी नागेंजी कर रहते कि जब वो पूर्ण बहुमत की सरकार बनी तो वो हुद को एक सामराग यही की तरह देखने रही हाला कि उनका तर्क यहां पर �
44:32रक नंगर कंसा है कि लेकिन के साथ मैयावती किमिंख लो जो जो ग्रास्ड़ूट मुवमिंट्स हो रहते बहुत सारे उसमें कभी हिस्ता ले लिए
44:48मायवती किसी धरने में नहीं आती है.
44:50मायवती किसी अंदोलन में नहीं दिखती है.
44:52तो गरासडूर्ट बॉब्मेंट से अपने आपको अलग कर लिए
44:55एसे अपने आपको पूरी तरह डिसकनेक्क कर लिए.
45:03तीसरा – क्योंकि शारी पार्टियों को,
45:07और सारी दल्यों को द्रयितों के बीच बहुत बड़ा हार नदर आ रही था तो
45:12सारी उसमें उसमें उनको अपने तरह बिंगाने की कोशिश कर रहे थे ऐसे
45:17में दल्यों की और खास �重 jemand के ए 안स्पिरेशन्स बढ़ते जा रहे थी मायवति आструк apparently
45:23वो एस्पिरेशन्स नजरी नहीं आ रहे तो उनके उनके जो जो जो कहते ना उनके राज़िती कत के कम होने के कारणा और सबसे बड़ा कारणा मायावती का पॉलिटिकल इन एक्शन और मेरा यह मानना है वो प्रेशर था उनके उपस उनके उपर जो लीगल केसेस लगे हुए
45:53कहते हैं आप घिरा हुआ पाती है तो वो जो साहस की बात आप शुरू में कर रहे थे बोल तो रही थी लेकिन उस बोलने में साहस कम और डर ज्यादा नजर आ रहा था तो वो एक विजन देने में आज भी नाकाम रही है तो मायावती को और बहुजे समाज पार्टी को जो �
46:23क्लोजिंग में आप करिएगा
46:32आप
46:37मायावती की दिखती है कि मायावती पाथ जमीन तो विशाल है तो जमीन की नेता कभी नहीं रही उस जमीन की जिस तरह क्षिति करने चाहिए थी जो जो जमीन आगे तक उनको ले जाती वो उन्होंने कभी की नहीं
46:49बारेरी mi हो Grade करो हो जमीन हे जाइतजिक देगत फेरिक की देखुएक।
47:11ही जो जमीन पॉल्हें लिए हमाटरी जाने की झारीवी सज्टम को लख्या देती है विलなたली हमारे लिए हमारे उतों के विए उसके बात क्या हुआ हुआ
47:18पर आपने किसी सबसे
47:48कर दो किश्राइब नाम ने लिए रहां प्रकाश कुटा का माँ कोई मुखमंटरी आप को इसा नहीं में लेगा जिसका पब्लिक अपेरिश ना हो किसी मोमेंट पे किसी मच पे कहीं भी आपकी आपके अपने दिखनी इन तो मेरी बात असली बात उन्होंने तसलिल साथ में कह
48:18जवे खड़ी होती जहां उनको टक्कर दे पाना मश्किल होता मैवती ने अपने जमीन को खुद खोदा है खुद उसमें गर्थ में वो गई है मैवती ने राधित न करके जो दूसरा रास्ता अपनाया वो इसका सिकार हो गई और आगे तक उसका सिकार बर उसे वढ़ने वाल
48:48जो तस्लिम साब ने का और जो लागेंदर जी ने का उसी बात को आगे बढ़ाते हो गर्मी जो मैवती आज ये रैली करनी पड़ रही है और अपनी वो विश्वस्नीता और प्रसनीता कि जिस संकट से अब बोदपुर्व संकट से बुजर रही है उसके उसकी वज़े हैं क
49:18पोस्टर्स में वही रही है नारों में वही रही है लोगों पे ख्यालों में खाबों में तजितों के बीच में वह बनी रहने कोशिस की ऐसे में क्या होता है कि जब आग कुछी संगठन को चोप कर देते हैं उसमें फ्रिश ब्लड नहीं आता तो संभावत है जो नागेंज
49:48बड़ी इंपॉर्टेंट बात है जिसको क्यों हो सकता है वह आगे चल करने की कोशिस कर रही है आनंद के प्रोजेक्शन की जड़ी है लेकिन मेरा सिर्फ यह कहना है और मैं मुझे ऐसा लगता है कि जब हम दलीट पॉलिटिक्स की बात करते हैं तो मायवती इस देश की दल
50:18हिस्सा है एक बात है और दूसरी बात मुझे लगता है कि जब ब्रोल्टेक्स के बात करते हैं लगत
50:38राजमिकी को एक रुका हुआ नाला नहीं है वो बहता हुआ दरिया है साइन्स है वो साइन्स भी है लेकिन बहुत ही मज़धार चीज़े तो 20-30 सालों में जो डलीत पॉर्टिक्स की जो उस उस नदी में बहुत सारा पानी बह गया है बहुत बदला हुग गया है डलीतों की �
51:08अब बिल्कुल सराप ने एकदम सही कहा क्योंकि जब हम जिस करेक्टर पर हां सरा आप बोल लीजिए को
51:14मैं दीपक की बात में सुनना चाहता हूँ कि मायवती ने कुछ लीजिए उनके बात कौन होगा यह बात एक और पार्टी के उपर भी लागू होती है उसकी चर्चा फिर किसी और दिन करेंगे है बिल्कुल बिल्कुल सर एक्चुली जब हम डलीत पॉलिटिक्स की बात करते
51:44की बात होती है तो यह देखना पड़ता है कि वह कहां अटके हुए किस नाले में फसे हुए हैं और अगर आप प्रगतिसील राजनीती की बात करेंगे और समाज को आगे ले जाने की बात करेंगे तो उसमें बहुत कम लोग आते हैं और अभी जो लोग सत्ता में बैठे हु
52:14पसंद आएगा इसे ज्यादा से ज्यादा से शेयर करें लोगों तक पहुंचाईए आपका सपोर्ट हमारे लिए बहुत माले रखता हैं आप सबका सुक्रिया सर्फ थैंक्यू
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