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  • 1 week ago
बिहार में दलितों का वोट किधर जाएगा? क्या राज्य में दलित अत्याचार मुद्दा है? और दलित इस बार के चुनाव में बदलाव के लिए तैयार हैं? इन्हीं सवालों पर नैकडोर के राष्ट्रीय अशोक भारती ने नवजीवन के साथ बात की और बताया कि आखिर नीतीश कुमार के 20 साल में दलितों का विकास क्यों नहीं हुआ? आखिर बिहार में दलित अभी भी शैक्षणिक और आर्थिक स्तर पर पीछे क्यों हैं? और पिछले दो दशक में सूबे में किसी का विकास हुआ तो किसका हुआ, क्योंकि दलित आज भी इस स्थिति में नहीं हैं कि वे हाइवे निर्माण का आनंद ले सकें! उनके पास अभी भी घर बनाने के लिए जमीन नहीं हैं, खेती की तो बात की छोड़ दीजिए। इसके साथ अशोक भारती ने सीजेआई बीआर गवई के ऊपर चले जूते और मायावती की लखनऊ रैली पर भी बात की और जहां कि देश भर के दलितों में उम्मीद का दीया जलाने में मायावती नाकाम रही हैं।

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00:00किया बिहार में दली तब किया एक कुनावी मुठा है
00:25बिहार में इस बारा कर technology फोंचैंड इस बार ते जैसली जी घर कर गहे вес
00:29बिहार में चुनावी दुदुम भी बच चुकी है और ये चुनाव।
00:59चिर्फ महागटमदन या निकीश कुमार के लिए नहीं बलकि बिहार के दलितों के लिए भी बहुत निर्डायक है।
01:05क्योंकि इस बार उन्हें फैसला करना है कि जिस तरीके से कथित सुसासन और कथित अमरिक काल चल रहा है वो उसी के साय में जिएंगे या फिर उनके अंदर एक बदलाव की आग है।
01:19समझने के लिए अमारे साथ असुख भारती जी हैं वो नेशनल कॉंपेडरेशन आउप डलित एंड आदिवासी और्गनेजेशन नयाट डोर के राश्टी अर्ट्यच है।
01:28उनसे समझेंगे कि आखिल बिहार के दलितों के मंद में क्या है। क्या वे अपनी सिच्छा, अपनी आर्थे किस्थिती और उन पर हो रहे अत्याचार को लेकर जागरूक है।
01:39क्योंकि जब 2005 में नितिश कुमार ने सत्ता की कमांग संभाली तो उसके बाद 20 साल तक वो मुख्यमंत्री रहे।
01:45और आज वो कहते हैं कि जब हम सियम बने उससे पहले बिहार में कुछ था जी। सड़कें हमने बनवाई, हाईवे हमने बनवाई।
01:54लेकिन इसका एक दूसरा पहलू भी है। और उसके सबसे ज़्यादा पिडिक बिहार के दलित, आदिवासी और अती पिछड़े भी रहे हैं।
02:02इसमें मैं इसको जोड़ूगा क्योंकि महागडवन्धन ने अती पिछड़ा नयाय संकल्पति जो जारी किया वो बहुत ही इंट्रस्टिंग है। उस पर भी बात करेंगे। सरस्वाधत है आपका और समय देने करिया आपको सुखें।
02:13हाईवे निर्मार जो विहार में हुए जो कथित विकास है 20 सालों का नीतिस कुमार का उसमें आप ये कह रहे हैं कि उसकी वज़र से विस्थापित हुए हैं दलिद और सबसे ज़्यादा असर उन पर रहा है। और इसकी आप मांग उठा रहे हैं कि उनका पुदरवास किया
02:43कि बिहार में रोड़ का जाल बसा है और सब्सक्राइब सड़के बन ले हैं और राओंगा आपका सब्सक्राइब कोई शक्राइब लेकिन आप जानते हैं कि जब हाईवे बनते हैं जब सड़के बनती हैं जब सड़कों का विस्तार होता है तो उन सड़कों का विस्तार बह
03:13लेकिन बैली रोड पर बड़ी संख्या में लेफ्ट और राइट साइड पर अगर हम पटना की तब साएंगे और तो हम देखेंगे कि वहां पर मुस्वरों की कई बस्तियां थी
03:32सडक के चोड़ी करण के अभियान में उनके मकान तोड़ दिये गया है और हमारा एस्टिमिशन ही एकि बिहार में लाखों दरित परिवाएं जो सडकों के किनारे रहते थे जिनकों उजाड दिया गया है जिनकों की बैसाय नहीं गया है और शहरी की बात ये भी है कि पटना मे
04:02अधिक है तो अगर आपको ये करना था तो पहले में आपको दलितों को पनरवासित करना था उनके लिए उद्जाम करना था
04:06विकास के राज में गोजार दिया गया, तो इसलिए हमारा मानना यह है कि जो सडके बनी है, यह अच्छी बात है, हम जी चाहते हैं सडके बनें, लेकिन उसके विक्टिम दलिक क्यूं बनें?
04:19तो अगर आपको यह करना था तो पहले आपको दलितों को पनरवासित करना था उनके लिए उज्शाद करना था उसके लिए आपने इंजाम किया नहीं तॉ इंहिए विकास कहो
04:41विकास के जो विकास है वो दूसरों के लिए हो रहा है उसके उत्पीडिक जो है वो दलित है लेकिन सवाल यह है जो नितीश कुमार कहते हैं और जो वहां पर जमीनी हकीकत दलित अत्याचार की बात है वहां पर आप देखें कि पिछले मतलब 2022 तब का जो आकड़ा है उसमें �
05:11सब्सक्राइब है यह तो आम लोगों की बात है लेकिन जिस तरीके से सिज्जाई पर जूता ठेका गया आप हरीराना में देखें एक आई-पिएस ओफिसर को जाते है उत्प्रण से प्रिवित होकर के सब्सक्राइब कुमार की को आद मत्या करने के लिए मजबूत करते हैं
05:41आज हैने एक बड़ी इंटरस्टिंग ख़बर है अखवारों में क्या ख़बर है कि कल तालिबान के फोरण मिस्टर आएवे थे उनके साथ एक प्रेस कॉंफेंस ती उस प्रेस कॉंफेंस में महिलाओं का जाना मना था तो मैं सोच रहा था कि यह जो सरकार कह रही है कि आप
06:11कि उसकी राजधानी के आप महिलाओं बहिशकार कर रहे हैं कि महिलाओं पускा सब्दिल eds में जा सकती विए कैसी सरकार है आप समझे इस बाद को कि 48% जो बलातकर के केसे
06:29पिछले तीन साल में इसका मतलब यह है कि सरकार ने पूरी चूट दे रखिया है कि दलिकों को मारो, उनके ताद बलापकार करो, उनके ताद मार पिट करो, उनके पर अप्तियाचार करो, पुरी चूट है.
06:45तो ये कहां है सरकार, कहां सुसाशन है
06:48क्या सुसाशन का मतलब है कि धलित महिलाओं विसाथ पराखकार हो
06:51क्या सुसाशन का मतलब है कि धलितों पहत्याचार हो
06:53क्या सुसाशन का मतलब है कि धलितों की हत्याइं की जाए
06:56गहां सुशान काता है कि धलितों के उपर अबले किये जाएं
07:00तो हम यह कह रहे हैं कि जिस विकास की बात
07:04मितीश बाबू अपने आपको सुशाशन बाबू और विकास का प्रोधा खेते हैं
07:09तो होगा उनका विकास जिसी का क्या हूं यह हमारे पर तो तो त्रह रहाएं हुआ है इसलिए हम वह कह रहे हैं कि और मज़े की बात यह हमें नियाएगी नहीं मिल रहा है हमारी अफ्यार भी दर्जे नहीं हो रही हैं यह तो वह आकड़े हैं
07:24जब ज़ितों ने लड़के जगड़के जो है ठाने में जाके सैप्डों की संख्या में थाने में जाके केस दर्श करवा है वो केस नहीं है
07:33लेकिन मेरे सबल यह है कि इसे 19% से ज़्यादा आवादी जलितों की यह भी है और इतनी बड़ी संख्या होने के बावजूर उसमें युसाद रविदास चमार जो दी जाती है पासी तो भी है इन सब की जाती के नेतार है अब भोला पास्वांस आस्त्री को देख लीजिए ज
08:03का आर्ति को सेच्ष्निक विकास नहीं हो पाता है आप महिलाओं को देखिये उनकी जो सच्छता जरो बहुत ही कम है और जिस परिवार का नेता बन गया आप जितनरमान जी को देखे उनका पूरा परिवार राजनीती में है और उनकी इस्तिति बहुत अच्छे है बाकि सब
08:33विकास गलित समाज का विकास नहीं सरकारों को भी समझना है कि अगर जीतन राम माजी के परिवार का विकास हो रहा है या बाबु जग्जिवन राम के परिवार का विकास हो इसका मतलब यह नहीं
08:46जीतन रामाजी के परिवार का विकास उतिस को मदर यहां और थौर अगर समझने कि दलित व्यक्ति को विकास उद्विल्ष समाज को newer घाभा और
09:10और हमारा समिधान समाज के विकास की बात कर रहा है, विकास, व्यक्ति के विकास की बात नहीं कर रहा है, और मैं समझता हूँ कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारें इस बात को समझने में नाकाम्याब रही हैं, मैं आगे पूछना चाहूँ, क्या जनता दलितों के विकास के �
09:40सबता है इंडियन नेशनल कॉंग्रेस ने संकार उकुए नहीं आए
10:10और इंडिया गडवन्दन ने जैसा आपने मेंचेंग किया था आखी पिछलों तो यह घोशना पत जारी क्या है यह बाकी पुलिटल पाटि यह क्यों खामोश है तो मैं समझता हूं कि अब इस देश की राजनीती में दो धड़े हैं एक धड़ा वो जो है देश के सबसे पि�
10:40जाज़ा इस अब नंट करते हैं हम बताना चाहते हैं लेटी कर दोर का पेट नहीं भना जा सकता गली वह दिन चले गए जब्रेजल आंझ आज ऑम बना freue
10:59अब याउन एक पता है, हमारे से
11:00पूछ करही होगा मैं अभी बात कहिए,
11:07तो आप बात कहे रहे रहे हैं कि दो धड़े,
11:09जितना क्लियर आप है,
11:11चुकि जो आप विहार में दलितों के बीच गए होगे,
11:13तो क्या विहार का दलित भी तейств상을 झालए है।
11:16कि मैं समझता हूँ की मुसरों कुई बात अच्छी समय हो रहा है लेकिन विकास नहीं हो रहा है तो जातियों की बात समझ में आती है कि नेटाओं का विकास हो रहा है
11:42लेकिन उस समाज का विकास नहीं होगा और इसी लिए मैं नमस्वाव कि बिहार में दलितों में काफी असंतोष है वो काफी डिस्टिस्टिस्वाइब है
11:53महासाबने का नतीज़ा क्या हुए दलितों में 62 फीषदी में अब हूटा टेक जहें
12:07मेकास के सारे के सारे सबसे खराब है किहार में दलितों की आबादी में तीसरा राज्या जहां सबसेज़ाद
12:18पहला राज शुक्त्रमधेश दूसरा राज पश्चिं मंगाल है और तीसरा राज बिहार जिसमें एक साड़े आठ फीस सदी पूरे देश के साड़े आठ विसके जलिक कि वहले बिहार में रहते हैं उनकी आबादी करीब करीब पुने दो करोड है मां पर दो करोड के आसपा
12:48बहुत इंटरस्टिंग बात आपने कह दी और जब आप कहते हैं कि धुमिहीन बहुत हैं बिभारे हैं उनके पास जमीन तो बात होकि है कि संसाधन किसके पास
12:58नितीज कुमार 2005 से मुख्यमंत्री में
13:02क्या उनके दिमाग में ये नहीं आया कि बिहार के दलितों के पास संसाधन नहीं
13:07पहले खेती के लिए जमीन घर बनाने के लिए जमीन ये सारी चीज़ी
13:11और वो डी बंदोपादया कमिटे की बात करते रहते हैं
13:15और उसको कभी निभाया नहीं
13:17और फिर भी जो आती पिछड़ा महादलित की राजनुती करते रहे
13:20गोधी मीडिया में लाइन बनती रही कि महादलित और अती पिछड़े उनीके हैं
13:24समर्थक हैं
13:26क्या मतलब जो समाज था वो इस बात को समझ नहीं पाया
13:30आप कुछ लोगों को समय गुष्ष्ष्षौ में नहीं मिम्रुत नहीं मना सकते नहीं
13:43यह कि अ� 문제 abadhyi committee मैं अन बाएं वन्होंने बहुत सारी recommendation दी
13:50कि लागु करने हैं कि आपको
13:53प्हुत दीश कुमार जी जो है अगड स्वाक्यों के फ्रभाश्व में है
14:00और वो दलित और पिछडी जातियों के विकास के लिए जो भी बंदो पाजय कमिटी ने रेकमेंडेशन दीती उनको जान बूचके वो में लागू नहीं कि आपको ये भी होगा कि भूदान में बहुत सारी जमीने दलितों को बाटी देंगी
14:12कम सकंगो भूदान की जमीनी दलितों को जुला देते भूंहीनों को जिला देते खोंबी नहीं दिला ना तो मेरा मानना
14:20यह है कि सरकार जमीन बाटने के बारे में कभी सीज़ती की नहीं और मैं आँको बताना चाहता हूँ
14:26कि पूरे विहार में करीब 0.6% के मिलियन एक्टेर जमीन है जो दरीतों के पास है, जो उनकी आबादी का मुल्खेर 7% के आसपास है, तो जमीन के जो असमान वित्रन बटवारा है, उसका वो असमान वित्रन बटवारे के लिए जो पॉल्ड का कन्विक्शन चाहिए, ऐसा नह
14:56कौन बाटे का उसको, तो मैं समझता हूँ कि हमारी एक दिमांड यह कि दी बंदोपाद है कमेटी की जो रिपोर्ट की, उसको हम तमाम पॉलिटिकल पार्टी से कहना चाहते हैं कि वो उस कमेटी की सिफारशों को लागू करें, अगर वो लागू करेंगे तो दलीतों के जी
15:26अगर मान दिजिए बुरे दिन भी आ जाएं तो कमसे कम जमीन को रेहन में रखके लोग लोन ले सकते हैं, बैंक तो लोन देते हैं नहीं, बैंक तो दलीतों को क्रेडिट वर्गी मानते ही नहीं, उन्होंने दलीतों के इलाके को ब्लैक लिस्ट कर रखा है, और जो माइक्र
15:56अगर और भी आपने गोशना किया है, दस अजार पर हर महिला को देखे, यह महिनाओं के लिए इन्होंने, यह जो माइक्रो फाइनेंस कमपनी का प्रेशन है कि उनका पैसा वापस कैसे आएगा, अगर घरों में पैसा जाएगा, तो माइक्रो फाइनस कमपनी वाले हुआ ब
16:26को पता है कि हमाईगों की साहता कर रहे हैं और 10,000 रुपे में कितने ही जंदा में लेंगे ?
16:36हम भी करें शरा में कुछता रोजगार दीजीड़ है। हम मांग रहे हैं कि हमें जमीने मतवानी कर ले । उसकी आ कम भी कर ले हैуки द्टी कर ले।
16:48हम मांग रहे हैं कि आपसे मंद्रेगा में मजगूरी का सुधार किजी हम मांग कर रहे हैं कि मंद्रेगा में आप 100 दिन लिएते हैं आप हमें 300 दिन का रोजगार दीजी उस caval pray नहीं कर लग emissions
16:58तो यह मैरा मानना ही है इस परिवार के पास सरकार्य नौखरी नहीं है इसको सरकारी नौखरी की बिहार इतना अपिछित है वहां तो करोड़ों लोग से गट करने के लिए
17:28तो दो तरीके हैं या तो आप निजी छेत्ट के हाथ में जिम्मेदारी देगो वियार देऊ उप्सित करेगा तो वही होगा जो नितिश कुमार्थी के जमाने में हो रहा है
17:36अग्साएं और अगर सरकार विधाये तो सरकार के प्रिवार को देंगे तो परीवार को देंगे तो इन परिवारों में सरकारी नोख्रिया नहीं पहुंची है
18:00यह वो परिवार हैं जो दलित परिवार हैं जो मुसर परिवार हैं जो पिछली जातियों के परिवार हैं उनको सरकारी नोक्रियां नहीं मिली हैं तो सरकार उनको हस्तर शेट भी नहीं है
18:18कि बहुत सारे पर जो गरीब परिवार निए पिछड़े हैं जिनके घुरों में सधियों से कोई व्यक्ति सरकार की नोगरी में नहीं गया है
18:34सरकरा नी थि तो बिहार में अभी जो है शटो समझेटार हुं मैं
18:53और पिछणे और दलीतों के पास को इसेडारी नहीं है तो मैं समझता हूं की जो तेजसी जिने वायदा क।
19:01है हम जवाद करना चाहते हैं कि कम सब्सक्राइब हर दर में एक रिक्ति जाएगा सो सरकार की जोजनाभाब पता लगेगा सरकार कैसे काम बिदिकरम में आ रही एप
19:12qamam जगओं पर इस संसाधनों में इससे निया यह हिस्सेदारी कॉर्पोरेट पर रिपार हो रहे हो कि हिस्सेदारी मिलनी चाहिए राजणी लेतिक लिदें
19:42कि कोई समाज पिछड़ा इस वज़े से भिज़ाता है कि उसके बाद नेत्र नहीं है तो नहीं है कि जो समाज इतना पिछड़ा हुआ है उसको तो लाखो लाख लीडर चाहिए दो-चार विधायक थोड़ी चाहिए उसको
20:08हमें समझना है दो-चार विधायक थोड़ी चाहिए उनको अब मैं बता हूँ आपको कि पिछली बार की जो डिलिमिटेशन उसके इसाफ से बिहार में 38 जो है विधायक हैं शिरुलकास के दो विधायक थे रूट रहे हैं पर यह उस आबादी के अधार पर जो 2011 की थी तो 2001 की �
20:38अबिंतन समाज के पास जितने जादा लीडर होता है लेकिं उसके लिवज यह सबसे जरूरी आ है कि उस समाज के पास परयाग्त सिखशाव
21:05उसके पास प्रयाप्त ज्यान के संसाथन हों।
21:09अनफर्चिनेटली दलिट समाज मैं आपको बताँ हायर एजुकेशन में बिहार में हमारी आवादी भी सब्सक्राइब करीब भी सब्सक्राइब लेकिन हायर एजुकेशन में हमारे 5.3% के करीब बच्चे हैं।
21:21तो इसका लव यह है कि हमारे 15% बच्चे हायर एजुकेशन में जाएंगे तो बड़ी नोग्रियों में कैसे जाएंगे तो इसके लिए कोई प्रियास नहीं है।
21:35ऑपांच पांच बाँच पांच बाँच में गया है यह कुशना चाहरा हो कि बिहार और यूप यूप के दलितों की सीप्चिक और आर्थिक इसकतिपि में हंतर है? A आपके पास इ defence सिंजघान कारें।
21:42बहुत फरक है उत्रब्रदेश का दलिट बिहार के दलिट से कम से कम से कम से कम डियोड़ा बैतर है बैतर है बिहार का दलिट उत्रब्रदेश के दलिट के काफी पिछड़ा हुआ है और इसलिए बिहार का जो उत्रब्रदेश के दलिट ने अपनी सरकार बनाई उत्रब्रदे
22:12उसने जगाया यूपी के में और बिहार में लोगों नहीं नहीं किया और उसकी वज़े है कि आज एजुकेशन में भी पिछड़े गए हैं पर्चेशिंग पावर भी नहीं है मजदूर है 6000 रुपया कमा करके जीवन जी रहे हैं आपको लगता है कि किसी पॉलिटिकल पार्ट
22:42नाओं से एक डेड़ साल पहले बिहार में जमीनों का सर्वे हो रहा था किसमें पास कितनी जमीन है और उसमें सरकार को मजबूर होकर एक तरीके से बैक फूट पर जाना पड़ा लोगों को बोलना पड़ा आप जब कागज लेये तब अपडेट करवा लीजिए एक तरीके
23:12भूमी का जो मसला है लैंड का जो मसला है वो एक बड़ा रुपांत्रम कारी मुद्धा है और उसके लिए बहुत बड़ा कलेजा चाहिए
23:21मुझे नहीं लगता है भारत की राज देती में किसी पॉलिट पार्टी के बाद इतना बड़ा कलेजा है लेकिन इसको किये विना एग्रेवियन इन रिफॉर्म किये विना इस देश में संसाधनों में जो है न्याय पूर्ण संसाधनों का बटवारा नहीं हो सकता अब मैं स
23:51चाहे वो तेजस्वी यादव हो चाहे वो राभू गांदी हो या कोई और हो क्या यह लोग ला सकते हैं तो हमारी उमीर है हमसे जिसे की अगली बहुत ज्यादा चर्चा है दलित अत्याचारी की सीजयाई तक जो है अफ्मानित हो रहे हैं लोगों को पीट-पीट के मौब �
24:21कि इसकी गूच मीडिया में क्यों नहीं सुनाई देती है ऐसा क्यों है कि मतलब यूपी में जो है दोहजाट चुनाओ देखिए सम्विधान के मुद्धे पर एकदम दरीत अंदोलन अंदोलिक था और वो एक तरीके से इंडिया गटरंदन के साथ गया जबकि बिहार में ऐ
24:51दलितों ने तो अपना जोर लगाके इंडिया गटर्बंदन को वोट दिया लेकिन कि इंडिया गटर्वंदन को वोट लेने के लिए उनकी मांगों को उसने शामिल किया था था थोजाट चौबिस में निया एक अलग चीज़ है और ठोसमुदों की बात कर रहे हैं अभी हम
25:21तब तक दलितों को बात समझने नहीं को समझना है कि दलितों को समझाने के लिए आपको
25:28ट्रांस्पेरेंटी बहुत क्लियर कट और शॉट शॉट शब्दों में बताना पड़ेगा कि हम यह करने वाले हैं जैसे इंडिया कर गंद ने कहा कि हमारी सरकार बनेगी हर तीन महिने में हम दलित समाज के लग उपरतिश्री दोगों के साथ एक बार मीटिंग करेंगे
25:44उसने उम्मीद चलेगे अगर हमारे लोग जाएंगे बात्चित करेंगे कुछ होगा कि काया कि हम अम बेड़ेगर मिशन बनाएंगे लोग तो इस क्लियर टॉंस में होगा और दूसरा देखे कि जब राहुल गार्टीजी ने समिधान की बात की और हमने समिधान यात्राए
26:14पार्टी ने से जेंडर को बाद में डॉट किया है तो पहले से बिहार में मत्यपते शुकूप रहते तो दलितों में तो चेतना थी
26:22पॉलिटिकल पार्टीशन ये उमीद करते थे कि समिधान की चेतना के बाद वो क्या ठोस्ट डिलिवर करेंगे नहीं मैं बिहार के स्पेस्पिक बिहार के लिए बात कर रहा हूं बिहार का बिहार तक पहुँचे ही नहीं
26:36बिहार में इस बार रहुक्र गांदी जी पहुँचे हैं इस बार ये शी घर-गर गए उसका असर होगा तो फिर चिरहाग पासवान का नहीं क्या होगा
26:49छिपासवान जी कि चिरहाग जरता रहेगा उनकी चिरहाग में तेरे पानी तो उन्हें है अच्चा
26:58तो जब तक हिंदुतु रहेगा, उनका चिराग जड़ता रहेगा, जिस दिन हिंदुतु के हार होगी, वो चिराग भी खत्म हो जाएगा, आप ये बड़ी बात कह रहे हैं, बड़ा रोप लगा रहे हैं, तरीके से की हिंदुतु की राजनिती का चाहिए, का बात कर रहे हैं
27:28लेकिन जो दलित अचार हो रहा है उसमें अगर हम देखें कि अनुसोचित जाती आयोग और उसकी राजियों में साथ हाएं उसके अलावा राष्ट्य माना अधिकार आयोग पुलिस मोदी सब्ता ने जिस तरीके से 11 साल में काम किया और निकीश कुमार की सब्सक्राइब हम र
27:58के यह संस्ताय भी फेल हो गएना purity मैं तो हम अपने एक्जांपर से बता सकते हैं
28:03मैं अने दोर पिछले जब से प्रणा मंत्री थी प्रणामंट्व कर है हम उनके साथ मिलने की कोशिश कर रहा है
28:08कुशिश कर रहे हैं। 11 साल हूग हम फेल हो गहा हम नाट जगर कर प्रीफाइनेंस प्री बिजेट मीटिंग में जाता था इस सरकार ने वह भी हमारा बंद कर गिया। थीकर इसका नभी यह सरकार कमूट्प साथ इंगेज नहीं करना चाती है।
28:28जब कोई सरकार कम्मुनिटिक साथ इंगेज नहीं करना चाहती तो इसका उसनना नहीं चाहती हैं तो यह बात तो साफ है मैं आपको बताना चाहता हूँ कि मोधी जी के आने से पहले अमोमन हर साल हमारी प्रदान मंद्री जी के साथ नाइक्डवागा कमूटीम होता था हम बा
28:58सुनना नहीं चाहती तो नहीं मांग कैसे थे जैसे दलिक फंड था दलिक का आमने डिबांट किया था डॉक्टर मन मोल सिंग से लेकिन सरकार से लिए लेकिन इस सरकार को लगा अरे इस पर हम कैश कर सकते दूर बना दिया अभी हमने बिहार में मांग कि आ है कि 5,000 क्रोड र
29:28में कि जो शेडूल कास्ट कंपोनेंट प्लान है उसके उपर एक कानून बना जाना चाहिए अगर केंदर सरकार नहीं बनाती है लेकिन स्केट गवर्वन तो बनाएंगा लेकिन एक ऐसी मानसिक्ता है जो फोसल मेडिया पर सिज्ञाई के गले में जो है वह आप देख देख
29:58सब्सक्राइज जितने साथ धोर्कार की कि दौरान ठीका गए तो यह जो मानसिक्ता है कि यह बजट होने देगी आपको मेहन देगी में आपको एक बात किसकता हूँ हम राम के जमाने में बीद हो और राम-वालों के जमाने में भी है और जब राम-वाले नहीं रहेंगे त
30:28दलित विरोधियों के साथ खड़ी है। मैं यहां पर आपसे असामत। आपने कहा कि दलित थे हैं और रहेंगे। दलित के तौर पर ही रहेंगे या नागरित के तौर पर रहेंगे।
30:39देखे मैं समस्ताओं की दलित को लेकर रहना है बहुत सारे लोगों में गलत हैंगी है दलित कोई जाती नहीं है और दलित का अंदर लुटा पिटा कटा पिटा भी नहीं है दलित शब्द की जो पैदाईश है वो एक उस वेक्ति की है जिसको अपने अधिकारों की जानकारिय
31:09सब भांण लोगोंने जान बुच के दलित को लटा पिटा कटा मरा वता है हमारी मैंग्दुर की परिभाशह में इसका मतलब है वी वो वेक्ति जिसे आपनी दोयम इस्थितिकिय जानकारीय वो उसको दूर करने के लड़ रहा है हमारी परिभाशह रही है इस लिए हम ये मा
31:39आपको लगता है कि बहतर है इस से ज़्यादा लोगों को लाख मिलेगा दिखें मैं यह फड़ा
31:46कंट्रोवर्शिल मुद्धा है लेकिन मैं आपको बार बताना चाहता हूं क्योंकि हमने डेटा का दिन किया है
31:50मैं केवल यह बताना चाहता हूं इस सब केटेग्राइजेशन से जो छोटी छोटी जातियां हूं बरवादा उनको कुछ मिलेगा नहीं केवल बड़ी जातियों को फट्राइबास
32:02तो जो छोटी जातियां मांग कर रहे हैं जिनको पूरे जो हिंदू तुवादी सिस्कम में उनको जो कहानियां पड़ाई हैं मैं उनको आगा करना चाहता हूं आंक्रे देख लो अभी तो छोटी छोटी जातियों को पूरे आरक्षन की हकदार हैं
32:24अब यह वो 16%, 17%, 20% आरक्षन की अद्दार हैं सब केटेग्राइजेशन होगा तो एक परसेंट, देर परसेंट, दो परसेंट में निपड़ जाओगे
32:34यही पर आपने भी आरक्षन की बात की अपने अधिकारों की बात की राहूल गांधी यह सारी बाते कह रहे हैं मोटा मोटी और मुझे लगता है कि काफी रिडिकल बाते कह देते हैं भारत की कम से कम मौझूदा समाज जो AWS लागू करता है और फिर जिस तरीके की दलील ली �
33:04राहूल गांधी की जो विचार हैं उसको लेकर के उन्हें बिहार बड़ा केमपेंग किया है समिरांस मेलन किये हैं तो बिहार के लोग खास्तोर पर दलित गाहूल गांधी के बारे में क्या सोच रहे हैं अगर आप कुछ बता पाएं देखे मैं आपको बता सकता हूं कि पा
33:34मोदी जी थोड़ा आगे हैं और राहूल जी 5% पीछे हैं और मोदी जी का पूरा स्ट्रक्चर है भी हार में सरकार है उनकी राहूल जी का दुमा इतना है नहीं उसके बावजूद दलितों में राहूल गांधी पहली पसंद है तो आप जो कह रहे हैं कि बीजेपी आगे हो
34:04इको सिस्टम ऐसा बनाया है कि सब्सक्राइब मोदी जी मोदी जी मोदी जी है इसलिए वो आगे है राहूल जी तो अपोजिशन में है अगर प्रदान मंत्री के 5% के आस पास है तो मान के चलिए कि वो 5% का गैप बिल्कुल कोई गैप नहीं है और राहूल गांधी आगे है
34:34नहीं किया था तब राहूल गांधी जी ने यात्रा नहीं कि थी हम दूसरा भी सर्वे करना चाहते थे पर हम सालन के अंजाम नहीं कर पाए नहीं सर्वे कर लेते हैं पदाल जाता एक इंट्रेस्टिंग रैली अभी हुई लखना हुना है अब हम लोग इंटर्विव कहते म
35:04साहस नहीं है कि वो बस्पा की जो शुरुवाती राजनीती में जिस तरीके से लोग मुखर्थ चलिए नारे लगते तिमारो दुखते जाए अब उनके मंच्वा सतिस्म चंद्रमिश्रा जी है और उनके पीछे उनका बेटा भी बैठा हुआ
35:18कि मायावती की राजनीती को आप कैसे देख रहे हैं पोस्ट लखनु रहे हैं देखे मैं समझता हूं कि मायवती की राजनीती के साथ इंडिया कट बंदन को इंगेज करना चाहिए अनफॉटनेटी ऐसा होता नहीं है या मायावती नेचा उन्होंने कहा कि अम अके लिए चु
35:48तो मैं समझता हूँ मायवाती को लेकर लोगों में बहुत गलत सही है अभी जो उनका रैलिवी है उस पर भी लेकर काफी चाचा हुई है और गंडे से ज्यादा का भाशन है पर वीडिया के वह एक छोटी सी बात को तर्चारिद कर रहा है उन्हें दस बार उन चीजों पर अ�
36:18पर आप अपने कंग्लूशन को निकाल रहे हैं तो निकले हैं जब दो पाटिया या दो धड़े आपसे मिलकर बैठेंगे भाशन से क्यों निकाल रहे हो आप भाशन सुनके किसे के साथ हिंगेज नहीं करेंगे क्या अब ब्रह्मन हमको रोजगाली देता है देता है पर हम �
36:48कॉँये इंगेजमेंट ना करना कोई रंणई नहीं है इंगेजड करना ही रंडिटी है
36:56हम अपने दुश्मन के साथ बात ठते हैं भारतीर जिन्दा पार्टी के साथ पाले मनें
37:02कि आपको यह समझना है मुझे कॉंग्रेस पार्टी के साथ गटवन दिन के लिए बातचीत कर रही और अखिले स्यादों ने मीडिया के सामनी ये काता है कि उनसे बातचीत हो रही
37:18तो क्या माया होती को नहीं उस समय लगा कि यह हो सकता है कि उनको शर्ते पसंद आही हूं हम यह क्यों मान के चलते हैं जिसे आपने इंगेजमेंट की बात की तब मैंने बताया है लोगों ने आउटरीच किया जया पाईए मैं समझता हूं कि कि कि सी भी पॉड़िकल पार्ट �
37:48आप एक नैशनल पॉलिटिकल पार्टी के विष्टी को अगर इंगेज करना चाहते हैं तो आपको उसकी इंगेजमेंट के क्या तरीके होंगा उसके क्रेटिवली सोचना पड़ेगा
37:59कि मैं यह बहुत क्या रहा हूं मैं आप अपोजिशन को बहुत क्रेटिवली सोचना पड़ेगा मायवदी को कैसे इंगेज करें अगर कोई हमसे पूछेगा आमने आमने सांब तो अमसे लाब देंगे लेकिन वह इंटर्वु में नहीं प्रवी अगर आप देगे उनसे जो
38:29कि मैं पता वोती है मैं यह मानता हूं तो अगर उनसे संपर्थ को रहा होगा तो लोग अपनी इसांति रहे होंगे हां तो हो सकता है कि हमारा जो संपर्थ के हो effective नहों यह दितनाक्यों कि सौफट थीं और उन्होंने सिजडेय को लेकर आज मैंने देखा कि पुर्ण कुमार
38:59तो बड़ा इड्वेलित है कि CGI पर जूता मारा जागा।
39:03मेरी समझ ऐसे है कि CGI पर जूता नहीं है, ये भारत सरकार पर जूता है।
39:09क्योंकि CGI तो कोई वेत्ती नहीं है, वो तो एक इंस्टीटिउशन है।
39:13तो institution में अगर आज उन्होंने गवे को दलिट मारके जूता मारा है ऐसा मारा है तो कल को कोई कोई जो है कोई ब्राह्मिन अगर
39:24कि इंडियन गौर्ब्रमेंट खामोश क्यों हैं इंडियन स्केट के ओपर टैक है वो खामोश क्या है पाकिस्तान जो हम यह एक तरीके से पाकिस्तान का इंडिया पर हमला है
39:47स्केट पर अटेप बई दूसरा देश जब आपको पर हमला करता है तो किस पर हमला करता है परतानुती पर हमला करता है क्या रास्पती पर हमला करता है क्या वेक्ति पर हमला करता है किस पर हमला करता है देश पर हमला करता है तो यह जो वेक्ति ने हमला किया यह देश पर हमला
40:17यह मुद्दा देश पर हमला है ति मारने वाले ने कहा सनातन का अफमाल नहीं सहेंज और आप देखी कि तमाम नेता जो कहते हैं कि सनातन सहेंजर मैं कहरा हूं वो तो उसकी आड़ में छुप रहे हैं
40:29आपके सरवोच नहयाले में जूता मारा और वो सनातन की आड़ में छुप रहा है और आप ये पहचान नहीं पारे कि ये देश में हमला है
40:41क्योंकि आप इमोशनल हो गए आप रैशनल हो के सोच ही नहीं दे
40:45ये भी तो हो सकता है ने कि जो विचार भारा है वो स्टेट की और इस समय जो जूता मारने वाले की एक ही है
40:54मैं कहना कुछ भी होगा लेकिन स्टेट को ये समझना है कि अगर स्टेट अपने खिलाफ किसी को खड़ा कर रही है तो स्टेट कितने दों तक चले रहा है
41:04तो अनार की हो जाएगी
41:08अराजकता हो जाएगी
41:11आप मध्यप्रदेश को देखे हो
41:14वाँ पर किसी हमने आरक्षन की बात की
41:16तो उनको भी गालियां नहीं को कह रहा हो नहीं
41:18कि एक तपका है
41:21जो लोक्चंत को पसंद नहीं करता
41:25एक तपका है जो न्याय को पसंद नहीं करता, एक तपका है जो समानता को पसंद नहीं करता, एक तपका है जो दूसरे धर्मों को आदर नहीं करना चाता, एक तपका है जो इस दिश में बवाल करना चाता है, और ये केवल सरकार की सहमती के बिना नहीं हो सकता.
41:42तो आपको लगता है कि मायावती जिए यूपी की राजी थी में दोज़ाग सफटारी से मजबूती सवाप्सी कर पाएंगी अभी तो मैं इस वारे में अभी कुछ कहना बड़ा मुश्किल है क्योंकि मैंने वो रैली मी देखी थी
41:55मेरा मनना यह कि बहन मायावती ने इस्रैली से जो उनके सामने अपर्चुनिटी थी उस अपर्चुनिटी का वो इस्तमाल नहीं करता है कैसे लिए कि पूरे उत्तर देश से लोग आये थे कोई उमीदें तो दे नहीं पाहिए लोगों को लोग तो उमीद के साथ आते हैं और �
42:25पूरे देश के देलित हैं उनको यह तो कह दिया है कि आप 2027 में और बाकी राजियों के चुनावनें को चिताई है लेकिन कोई उमीद की जो बात है वो कन्विक्शन नहीं है ना कन्विक्शन दिखाई देना चाहिए यह कहां से आएगा सर जब वो बोलेंगी नहीं मुखर
42:55विःर ने काफी बात चीन की और विस्तार से हमने की कोशिस की की विःर में दलितों के सामने बुद्धा क्या है चया रट्षन बुद्धा है और इस चुनाव में दलितों के लिए क्या उन्हीं ने विचार रखे और मुझे लगता है की वीडियो आप लोग मोंको पसंद �
43:25करें आप सबका सपोर्ट नोगों के लिए बहुत माइने रखता है आप सबका सुक्रिया नमस्कार धन्यवाद
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