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  • 2 days ago

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00:00और आप मैं तुम्हें अंदर की बात पताता हूँ
00:02मेरे हर जनम दिन पर वही देव आकाश मार्ग से उतरते थे
00:08तुम गुस्ताखी कर रहे हो कहके कि जनम दिन मेरा आउतरण देवस होता है
00:14क्योंकि मैं हाड मास का आदमी नहीं हूँ, मैं आचारे प्रशान्त हूँ
00:26जारे जी पर नाम आज मेरा बड़े है और जाप सनमेरी में बढ़ते थे तो आपका गंदा नमबर आया था तो आपका कैसे बड़े बना था
00:48यह जित कर रहा था कि दोस्तों के साथ होटल में जाके पार्टी कर लो है तो इसलिए मैंने ये कॉश्चन इसको पूश्क कर बला था
00:57क्या हो सारे जवाब कोई जरूरी थोड़ी है कि शब्दों से दिये जाए तो के काटना था आज हां दोस्तों के पास दोस्तों के पास जाना था ममी यहां ले आई आज गलत हो गया अच्छा बर्ड़े अच्छा दिन है
01:24अच्छा दिन होता है ना अच्छा इसका मतलब यह नहीं कि केक नी आएगा केक भी आजाएगा केक के साथ में यह करें अर सारा प्रबंध हो गया इतना जाए अजी आओ आओ आओ आओ आओ आओ इदाए
01:54अच्छा दिन आओ इतनों एक हाँ अच्छा दिन पहनी आओ तो
02:03पहनी है पहनी है पहनी पहनी पहनी पहनी है और भी हटाओ अचार जी परणाम आज मेरा वड्ड़ा है
02:24और जब सन्मेरी में पढ़ते थे तो आपका गंदा नमबर आया था तो आपका कैसे पढ़्ड़े बना था
02:39अच्छे तुम्हारा सवाल है या किसी ने ये तुमको बता के भीजाए
02:45ममी ने भीजाए किस ने भीजाए बताओ
02:50ममी
02:50ममी
02:52ममी ने
02:53तुम तो बेटा अभी बोल भी नहीं पारे ठीक से
03:09क्या बूला है तुमने
03:12क्या बूला है आज मेरा बढ़ ड़े है इतना सुना और
03:16जब आपका
03:24सन्मेरी में गंदा नमबर आया था
03:27जब आपका
03:30किसमें नमबर आया था गंदा स्कूल में
03:36सन्मेरी में
03:37हाँ स्कूल में गंदा नमबर आया था फिर
03:39फिर आपका केक कटा था फिर
03:43आपका केक कटा था प्रणाम अचारे जी एक्शली ये इसका बढ़े है और ये बढ़े पुरा फ्रेंड्स के साथ केक काटने के लिए पुरा जिद कर रहा था तो मैं ग्यान मस्ती इसको पढ़के सुना रही थी बुक तो वो आपका सुना कि आपका खराब नमबर आया था
04:13मैं अजिद कर रहा था कि दौस्तों के साथ होटल में जा के पार्टी करना है तो इसलिए मैं ये कउसचन इसको पुष्ट होओ तो इसलिए मैं गर में लाइब्रेरी बना रखा है लेकिन कुछ खास मतलब पढ़ने ही पाथ हैं तो इसलिए आजाओ ऐसे आजाओ पहने पहन
04:43सारे जवाब कोई जरूरी थोड़ी है कि शब्दों से दिये जाएं
04:52जरूरी है जिसको जैसे समझ में आए
04:55बेचारा कह रहा है मेरा बर्थड़े है
05:04केक खाए
05:05केक काटना था आज
05:12हाँ दोस्तों के पास
05:13दोस्तों के पास जाना था
05:16मम्मी यहां ले आई
05:18आज गलत हो गया
05:22अच्छा बर्ड़े अच्छा दिन होता है न
05:40अच्छा दिन क्यों नहीं होता
05:46आज आज आपकी बर्थ होई थी आपका अच्छा दिन है आज
05:50तो अच्छे दिन में न कुछ ऐसा करते हैं कि सबके लिए अच्छा हो
06:00क्या सबके लिए अच्छा हो
06:06सबके लिए एक दू चीजें बताओ जो अच्छी हो सकती है
06:12केक
06:18केक तो पहले भी खाए होंगे
06:24अपने फ्रेंड्स के बटे पर खाए होंगे न
06:26तो केक याद भी है कैसे थे
06:29केक क्या अच्छा है वो तो अभी खाओगे अगले दिन भूल भी जाओगे
06:34कुछ और हो सकता है केक से अच्छा
06:37क्या पढ़ाई पढ़ाई ममी ने बोला
06:43तुम्हें सच मुझ की
06:46अच्छा लगता है
06:47जो पता है के तो अच्छी ही चीज है
06:49जो ममी ने नहीं बतायो फिर भी तमको पताओ
06:55कि ये चीज तो अच्छी है ही
06:56कौन सी चीज Here, एक यादध चीज मैं बताओ
06:58अपनी बात
07:00क्या अच्छा लगता है अच्छा बताओ तुमको
07:10क्या बुरा लगता है
07:13जैसे एक तो बुरा यह हुआ कि
07:14यह फस गया
07:17पर जब बर्डे नहीं भी होता है
07:20तो कौन सी चीज़ें जो गंदी लगती है
07:28अच्छा आप से कोई जूट बोले तो कैसा लगता है
07:31अच्छा नहीं लगता
07:34जूट अच्छा नहीं लगता
07:37तो उसका उपोजिट फिर क्या होगा जो अच्छा लगेगा
07:40सच्चाई
07:42सच्चाई है ना
07:44तो हम यह कर सकते हैं कि
07:46बर्डे वाले दिन
07:47बढ़े वाले दिन
07:49हास्त तोर पर ध्यान रखेंगे
07:52ये सच्चाई
07:54पूछेंगे भी
07:56और बताएंगे भी
07:57ये करें
07:59करें
08:01एक से थोड़ा बेटर होगा
08:03इसका मतलब ये नहीं कि
08:05केक नहीं आएगा, केक भी आजाएगा
08:07केक के साथ में ये करें
08:09इतने उदास क्यों हो पर
08:13केक तो आ रहा है
08:15केक आ रहा है न कहा है
08:17ममी जी, केक तो आ रहा है
08:19केक आ रहा है, पक्का
08:20पक्का
08:23दोस्त रह गए थे
08:26दोस्त नहीं थे
08:28दोस्तों तक भी केक आ जाएगा
08:31कल भी आ जाएगा, दुबारा भी आ जाएगा
08:32कोई दिक्कत नहीं है, केक आ जाएगा, पर केक के साथ कुछ और भी करें, क्या था, अभी क्या बात करी थी, क्या करेंगे, कि आज पता करूँगा, हर छोटी-छोटी चीज में, कि ये सच्चा ही क्या है, ठीक है, छोटी-छोटी बात में, फालतो ही सही, लेकिन आज questions पूछ
09:02और किसी ने मुझसे कुछ पूछा, कोई छोटी सी बात दी, पर मुझे नहीं पता ठीक से, तो मैं क्या बोलूँगा, सच बोलना है, और नहीं पता, तो क्या बोल दूँगा, सच बोलना है न, और नहीं पता है, किसी ने कुछ पूछा, और बोलना सच है, और नहीं पता, �
09:32सच्चा ही क्या है तुमसे पूछा गया है
09:34मैं तुमसे पूछा हूं मान लो
09:37कि ये मशीन कैसे काम करती है
09:39तुम्हें पता है क्या
09:41नहीं पता
09:42तुमसे पूछा ही कैसे काम करती है
09:44तो क्या बोलोगे
09:45नहीं पता
09:47बस यही है
09:49ठीक है
09:50और इसी तरह से जो चीजे नहीं पता वो सबसे पूछेंगे कि बता दो भई तुम्हें पता हो तो और हमें नहीं पता तो बोलेंगे नहीं पता
09:58ऐसा करेंगे और फ्रेंड्स के साथ ये एक वाला कार्करम हो जाएगा चिंता मुद करो मैंने बोल दिया
10:07बड़ी देर में थोड़ी सी खुशी आई
10:14ठीक है अब केक का भी जुगाड हो गया और सच्चाई का भी
10:23लेकिन अब शर्त रखें छोटी सी
10:27केक का काम तभी होगा कल रात को जब पूरा दिन
10:33सच्चाई का काम होगा तो कल हम गिनेंगे कि
10:38कम से कम चार- पांच बढ़ियाँ वाले सवाल पूछे की नहीं
10:41पूछे और कहीं किसी को जूट तो नहीं बोला चार-पांच अच्छे-छे
10:47सवाल पूछे हो और जूट ना बोला हो तो फिर श्वाम को आएगा
10:51मस्तौला केक आएगा आएगा बढ़िया कौन सा फ्लेवर चॉकलेट फ्लेवर चलो कज चॉकलेट फ्लेवर आ रहा है और फोटो भी खिचेगी उसकी और सब लोग देखेंगे
11:04ममी डाल देंगे लेकिन शर्थ पूरी कर देना अपने मुझ से अब शर्थ बता दो फाइनल
11:21और कोई हम से पूछे हमें नहीं पता तो क्या कहना है नहीं पता बहुत इतनी थी शर्थ है एक है चाल चाल चाल को भरोसा है नहीं
11:34अब मैंने कह दिया है तो कल कर दीजेगा पक्का नहीं तो
11:45बाड़े में क्यों काटना चाहिए
11:54एक माई कुधर भी देना पूड़ेगा करवा दो शास्त्रार थिनका भी
12:05देखो भाई
12:14मेरा तो केक कटता नहीं
12:18कभी भी नहीं कटा
12:20अब बीच बीच में
12:24किसी को सुर्र चढ़ाती है
12:27तो लेकर आ जाता है
12:28हर तीसरे चौते साल
12:29तो ठीक है, कर लो
12:32इसको बहुत केक चाहिए है
12:36एक आज कट चुका है
12:39एक कल का वादा लेकर गया है
12:42सारोजनेक रूप से
12:44अब मम्मी
12:46इनकार भी नहीं कर सकती
12:48ये बताए, ये केक माने क्या
12:52हमें तो नहीं पता केक माने क्या
12:59और उसका बर्थडे से क्या संबंद ये
13:02तो हमें और भी नहीं पता
13:03ये ही बताएगा
13:08और केक में भी चौकलेट चाहिए इसको
13:12पर अब बादा कर दिया है तो अब तो आएगा
13:21लेकिन सवाल अच्छा है तुम्हारा
13:26और कल उसने बादा ये किया है कि उस सच ही सच बोलेगा
13:32तो कल ये सवाल पूछना उससे
13:35कि केक खाना भी चाहिए या नहीं
13:40या केक काटना भी चाहिए तब पूछना जब काटना ही जा रहा हो
13:44नहीं और उसने बादा किया है कि जूट बोलेगा नहीं
13:48तो जब काटने जा रहा हो तो पकड़ लेना कहना कि केक माने कुछ होता भी है
13:55वैं किया काट रहे हो जही और दिखते हैं कि और सच बोलता है
14:01को पूछना है दिखना बोली बोली आनो पूछना चाहिए जहां जैप कि आप को महीं
14:09कि जब आप चोटे थे तर आपके जिननम दिन में क्या है था
14:12वही जो सब घरोงएं होता है
14:13कुछ बहुत अलग नहीं
14:16हां केक नहीं होता थ लड़ अड़ो होता था
14:20यह सब होता था
14:21वारा चौदा की उम्हर तक चला होगा
14:27पर यह नहीं होता था
14:30कि स्कूल नहीं जाओ गड़ refr जाओ गया ऐसा कुछ
14:31रात में
14:35बुलाया जाता था बाहरवालों को, तो आते थे लोग, और उसके अलावा कुछ अलग नहीं होता था।
14:40और अब मैं तुम्हें अंदर की बात बताता हूँ,
14:54मेरे हर जनम दिन पर, वही देव आकाश मार्ग से उतरते थे,
15:00जिनकी अदभुत क्रिपा से, मैं अवतरित हुआ था।
15:19तुम गुस्ताखी कर रहे हो कहके कि जनम दिन मेरा अवतरन देवस होता है।
15:25क्योंकि मैं हाड मास का आदमी नहीं हूँ, मैं आचारे प्रशान्त हूँ।
15:39समझ में आ रहे हैं ये बात?
15:40लोग पैदा होते हैं, मैं प्रकट हुआ था।
15:56हस पा रहे हैं न? हसना सीखिये।
16:04ये बातें जहां भी सुनिये, हसना सीखिये।
16:10मेरा कुछ नहीं हो सकता।
16:26अचारे पीछे से एक आवाज आई, कौन सी बातें हो रहे हैं?
16:52बढ़ी हैं
16:53कल कितने लोग आ रहे हैं?
17:03ठीक है, कल मिलते हैं
17:04हमें लगा चार जी आपने खाता कि जनन दिन बनाएंगे वो कल बनाएंगी तो आज ही बना ले आप कहें तो
17:11अरे उसको केक चाहिए, कहां गया है?
17:13केक आ गया है
17:14चॉकलेट केक वो भी
17:15बढ़ाइगे यौट से बनाएं उसको क्या मिलेगा एतने सारे लोग हैं पे
17:20बचो को उसके लिए क्या बचे गा
17:23गुल्चन लेके आईए
17:24आपको थोड़ीं स्पेस देनी पड़ेगी
17:30आपको थोड़ीं स्पेस देनी पड़ेगी
17:32आपको
17:33darauf
17:37आरामसे आरामसे आरा
17:38प्ले उनको आने ढेजी में हूँ और रहे हएम
17:41कामानकर अरा
17:45स्क्षों कमान
17:47अरुंख
17:49brar sy
17:51अरुश्द
17:51John
17:54आप तुमारा तो च्छेक आ गया है थेखेगा तुमारे कोई दोस्त को उसके आपर
18:01तो बुने भी छोट बुशको असको बुला लो
18:05गभाँ अब बहुता है वह कहां चला गया है जो गाहां है पर यहां आओ
18:17आजाय वाजा आए
18:22सुख़त है यहाँ अब आइ
18:27कि अग्या आइ
18:30अब किसे में आप सारा प्रबंधों गए इतनकी घूब
18:36मतलो कि अग्या और आट जाइए और आओ आओ
18:41जाए अखिथ ट्रभी आज़ थे हाँ
18:43यार में रात के रात हु़ा है φुशियक्स
18:51क्या स्वुगी मिलया
19:03हुश में आजला है
19:07अजए हला हमको हुच है पहनी है शहरा हुच हुच है
19:12कासफ बाल खराब हो जाए
19:26मनि कहा है पापा कहा है
19:40अे ठीघ बैजे को और भी पहुता और फेज़नी पीछेओ आपके लिए और फेले को सब्सक्राय को अब ..."
19:56किसको पहना है, आपनी पहुते है?
19:58यहाँ ॆहाँ पहनना चाहते है, दे लोगाओ
20:07यहाँ पहुते हुए
20:10कि देवेश जी का है उस बैग में और कैप्स है उनको माइक तो दो पहले देवेश जी को अब तुम्हारे लिए खास है पी बटे सौंग गएगा ठीक है
20:38संस्था का जनम दिन गीत किस-किस को पता है ठीक तो उसके जो ओरिजिनल सिंगर है उजी देवा आप गाएंगे उसको
21:08देवेश जी को आगे तो आने तो तुम्ही चलो बेटा
21:22जनम लिया तो मरेगा जनम लिया तो मरेगा
21:28जनम लिया तो मरेगा
21:31जनम लिया तो मरेगा तुम्ही चलो जनम लिया तो मरेगा
21:40जनम लिया तो मरेगा
21:46जनम लिया तो मरेगा
21:51जनम लिया तो मरेगा तू
21:55जनम लिया तो मरेगा
21:59अब आप सब लोगों कहिलाओ काट काट के
22:05पर कैसे कहिला हो गए आधे लोग ते धर हैं
22:08इसका मतलब समझते है न जुन्होंने नहीं सुना होगा वो थोड़ा सन्नाटे में आ गयोंगे कि ये क्या गा रहे है इसका मतलब ये है अजन में रहो अमर रहो
22:23अजन में रहो अमर रहो
22:27ये मृत्यू का नहीं गीत था ये अमरता का था ये अशिरवाद है अमर रहो अजन में रहो अमर रहो
22:41इन तक कैसे पहुचेगा देओ कितनी आख्रे से देख रहा है आपको इधर रहना पड़ेगा इधर सारे तो इधर है आप इधर कैसे अगे से आज़े
22:57इन बाल नहीं खराब होने चाहिए
23:27और लेना है लोगा है यह बाकी सब देखते ही रह जाएंगे वो भी ऐसे खड़े हुए है कि थोड़ा इधर इसे देख भी लाओ बड़ा वाला लाओ
23:53अब अब करें अरे नहीं मेरा शेहरा खराब हो जाएगा तुमने ले लिया तुम्हें ही खिलाना होगा सबको काट काट के खिलाते रहो अजयन में रहने का वैसे मतलब क्या हुआ
24:17देह का ही तो कहते हो ना कि जन्म हुआ तो इसका हर्थ हुआ अपने आपको देह से कहीं आगे चेतना मानना
24:30अपने आपको जड़ देह मत मानना अपने आपको क्या मानना सदा चेतना मानना यह आशिरवाद है
24:39क्योंकि देह बनके जीओगे तो या तो तुम material हो जाओगे जड़ पदार्थ या पशु हो जाओगे पशु भी देह की तरह ही जीता है
24:50यह क्या है यह बेटा जड़ पदार्थ है क्यों है जड़ पदार्थ क्योंकि वो कभी नहीं पूछता यह क्या है तुम हमेशा वो रहना जो इसको देखे और पूछे यह क्या है यह काम किसका है चेतना का तो यह sophisticated है लेकिन फिर भी material है तो यह कभी नहीं पूछेगा कि वो
25:20तुम में उठ सकती है, तो तुम वही बन कर जीना, material नहीं, consciousness, तो ये हमारा उद्दंड तरीका है उसको गाने का, कि जनम लिया तो मरेगा, मने देह मत बनना, चेतना बनना, जानना, नहीं तो action reaction के ही खेल में फस जाओगे, और फिर उसमें जिंदगी में दुखा जाता है, त
25:50तुम रूक योगए, कारिकरम चालू रहे
25:59आप नहीं कशिष्मत कर दिये, तो कुछ उसको पीब श्रकार कर दे बनीकाई, तो प लल्द कि बनीकाई, फुशिष्मत कर दिये, तो कोछिश मत कर दिये
26:15कुछ उसको आप उसके सामने सब रखते रहिए, बताते रहिए, बस कोशिश मत करिएगा
26:23मैं जानता हूँ, नहीं करेंगे, लेकिन मैं कहरा हूँ, कोशिश करके नहीं, प्रदर्शित करके कर सकते हैं तो करिए, कोशिश में फिर बल आ जाता है, धक्का आ जाता है
26:42आपकी बात भी समझता हूँ, आप क्या चाह रही हैं, पर आप जैसे चाह रही हैं, वैसे आम तोर पर हो नहीं पाता, आप उसके सामने सब रखते रहे हैं, रखते रहे हैं, चीज ऐसी है, उसमें सुंदर्ता ऐसी है, कि वो सही समय पर खुदी आएगा, बस अपनी और से आ�
27:12मालूम है, मालूम है, मा का अगरह कि जल्दी से जल्दी जल्दी से जल्दी इसको सबसे उची चीज मिल जाए, उसमें प्रतीक्षा करनी पड़ती है, उसका भी इंटेलेक्ट, ब्रेन, वो प्राक्रतिक चीज है,
27:42तोड़ा इंतजार करना पड़ता है।
28:12प्रदर्शन है इस तरीके से कि उसको बात समझ में आ रही है और प्रेरक भी लग रही है। वैसे ही करना होगा।
28:42देखो भाई, उपर देखना है।
28:46देखो भाई, उपर देखना है, वहाँ देखो।
28:52जाओ ममी के साद इसको ले जाओ और सब लोगों में वहाँ पर थोड़ा थोड़ा कर दो।
29:02अज़ थे लिए है।
29:12कहाओ जरुबर्ट कि अजिक इसरी इंट थिक ताः को इसे कि अजब करें भी तुठी में कि यह पेढ़ जाए जाओ पाइए फिर अचाहिए जाए फिर लेते हो बादार बता लेकि शाएएए जाएएएए जरूंगे लेकिन कर दोves सब्सकाना।
29:32कि अपने को घटो कि अथ मुश कर दो आमगду अ मुश कर दने को अ की आर है
30:02हुष
30:04ईतनाप यार
30:14जहां
30:20प्लाइग
30:24
30:26प्लाइ
30:28नहां
30:30आप मेरे करो तो पिर मैं आपका भी करूगा, यही शर्त है
31:00हेलो, सर, प्रणाम, घर में लाइब्रेरी है, और मतलब एक साल से लाइब्रेरी मैंने किया है आपके वज़े से, जो छोटी-छोटी चीजों है, उनमें मैं बोलती हूँ घर में, जैसे यहां आना था, मैं राची से आई हूँ, कलगटा, तो आज सुबा आना हुआ फिर यहा
31:30जाना है, तो यह सब घर में किसी को पसंद नहीं आ रहा था, उसके बावजूद भी मैं कि नहीं मुझे जाना ही है जिद करके, तो भी नहीं माना गया, उसके बाद मैंने खाना बनाना छोड़ दिया, कि मैं नहीं बनाऊंगी, अगर मैं नहीं जाऊंगी तो एक तरह का यह
32:00लेकिन मेरा बड़ा बेटा भी बोल रहा था कि मम्मी तुम पापा पे एकदम चड़ के बोलती हो
32:07तो इसका कैसे मतलब बच्चों में भी ऐसा कैसे लाया जाए सच्चाई के तरफ जा के भी
32:13क्योंकि उधर तो जाने के लिए घर में लड़ाई करना पड़ता है
32:18दिखिए मेरा तो काम है आपको सच्चाई हकीकत दिखा देना
32:41वो मैं आपको दिखा देता हूँ अगर आप मुझे सुनते हैं तो अपने शब्दों के माध्यम से
32:47और जो मुझे नहीं पसंद करते हैं उनको मैं सच्चाई दिखा देता हूँ उनकी प्रतिक्रिया के माध्यम से
32:53मेरा तो काम है हंकार के धर्रों को प्रदर्शित कर देना
33:02आप अगर मुझे सुनते हो तो मैं अपने शब्दों के माध्यम से आपको समझाओंगा के हंकार के धर्रे क्या होते हैं
33:12और अगर आप मुझे सुनते नहीं या मुझे पसंद नहीं करते तो आपकी मेरे प्रति जो नफरत आएगी
33:21मैं उस नफरत के माध्यम से आपको दिखा रहाऊं के हंकार क्या होता है
33:26पर मेरा काम तो है दिखाना आप समझ रहें ना
33:33तो जो मुझे पसंद नहीं करते वो अपनी नापसंद से ही दिखा रहे हैं कि मैं ठीक बोल रहा हूँ
33:44क्योंकि मैं यही तो सिखा रहा हूँ कि हंकार कूट कूट के भरा हुआ है यही तो सिखा रहा हूँ कि माया छुपी होती है
33:50तो अगर आप प्रतिरोध भी करते हो
33:55तो आप मेरा ही काम कर रहे हो
33:56क्योंकि मैं यही तो आपको दिखाना चाहता था
33:59जिन्होंने सुन लिया
34:00उन्हें शब्दों के माध्यम से दिखा दिया
34:02जिन्होंने नहीं सुना
34:04उन्हें उन्हीं की नफरत के माध्यम से दिखा दिया
34:07कि देखो हंकार क्या होता है, सीखो अब
34:08यह आपका फैसला है गया, आप कैसे सीखोगे
34:15कुछ सीख लेते हैं मेरे शब्दों को सुन करके
34:20और दूसरे मुझसे सीखते हैं
34:24मुझसे नफरत करके
34:25मैं उनके सामने न पढ़ू
34:27तो उनमें इतनी उग्र नफरत भी नहीं उठेगी
34:31उन्हें कभी पता भी नहीं चलेगा कि उनके भीतर क्या भरा हुआ था
34:36आपके सामने एक आदमी आकर सच्ची बात बोल रहा है
34:40और आपके भीतर उसके लिए नफरत उठ रही है
34:43ये कुछ अच्छा हुआ
34:46वो आदमी आपके सामने आईने की तरह खड़ा हो गया
34:51वो ना आता तो आपको आपके भीतर घुसी हुई
34:57सच्चाई के लिए जो नफरत है वो कभी पता नहीं चलती
35:00आप समझ रहे हैं न बात को
35:06तो
35:09सर मेरे को भी तो अभी अहंकार मेरा बहुत भरा हुआ है
35:16तो समझ में नहीं आता है कि सच में मैं अहंकारी हो रही हूँ
35:20कि सामने वाला गलत है
35:22अंकारी सब है
35:25जो जीव खड़ा हुआ है न जो मैं बोल रहा है
35:30तो मैं नहीं हंकार होता है
35:32अंतर ये नहीं होता कि किसी में हंकार है कि नहीं है, सब में होता है
35:36ये भी हंकारी, ये भी हंकारी, मैं भी हंकारी, ये भी, ये भी सब है
35:40प्रश्निय होता है कि वो हंकार प्यार किस से करता है
35:45एक हंकार होता है
35:52जिसको हम बोलते हैं सत्य मुखी, आत्म मुखी
35:55जिसको सच्चाई से प्यार है
35:58उसकी एक दिशा होगी
36:00उसकी एक गत्य होगी
36:01और एक हंकार है
36:04जिसको अपने अंधेरे
36:07अपनी बेहुशी से प्यार है
36:09उसकी दूसरी गत्य होगी
36:10दो व्यक्ति हो सकते हैं
36:13हंकारी दोनों हैं
36:14पर दोनों के हंकार की दिशा
36:16बहुत अलग-अलग है
36:17तो अहंकार
36:23अपने आप में कोई बुरी बात नहीं है
36:26न अच्छी बात है न बुरी बात है
36:27वो यथार्थ है
36:28व्यवहारिक तल पर हंकार नहीं होगा
36:30तो और क्या होगा
36:31कृष्ण और बुद्ध भी बोलते हैं
36:37तो मैं की भाषा में ही बात करते हैं
36:39अहंकार तो होगा ही
36:40प्रश्ण यह है कि उस अहंकार की
36:43दशा क्या है और दिशा क्या है
36:46अहंकार तो है
36:50पर उस की गोद में जाकर बैठ जाना चाहता है
36:53सच्चाई की या जूट की
36:54प्रेम की या पाखंड की
36:58यह प्रशन होता है
37:01Thank you, thank you sir
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