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Transcript
00:00मेरे खरगोश मेरे साथ बैठके खाते थे वह मेरी थाली में हूँ किसी से बात करने लगए उतने दिर में बैठके वह सब साफ कर देते हैं
00:06इतना चंट हो गया था तो जब देखे कि जादा चोरी हो रही है तो यह ऐसी होती थी यहां पर अपना खा रहा है अधर देखा तो पता था जादा
00:14जादा इतना लिए नहीं लेना चाहिए उनके लिए इस तरह की चीजें जादा अच्छी नहीं होती हैं तो उनको सीमित मातरा में देखूंगा तो पूरी रोटी लेकर भग गया होगा वहां कोने में छोटे बच्चे इसलिए तो हमें भले लगते हैं न वो ये थोड़ी कहते
00:44मुलेंगे ये कि आपसे थोड़ी अरे आप शर्मिंदा कर रहे हैं आपसे थोड़ी लेंगे सरल काम होना सीखिए जो भी बात है उसको थोड़ा खुला रखना सीखिए और इसी तरीके से जब कोई वादे करें तो भी थोड़ा पूछो ऐसे सर खो जाओ
01:11इसको ऐसा मैं देख्या सकता हूं कि ये ऐसे बड़े-बड़े वादे कर रहा है पर कोई वादे कर देता है तो हमें तो एक दम ऐसे होता है तो गुलबदन गुलबहार सब हो गया खिल गये बिलकुल खिला गुलाब की तरह मेरा बदन और उसके बाद गुमरू की तरह बज
01:41सरल काम होना सीखिए
01:46जो भी बात है
01:47उसको थोड़ा खुला रखना सीखिए
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