00:00जीब सा सकून महसूस हुआ हेना की साथगी शर्म हया और नरम गुपतारी ने अज़र को अपनी तरफ खेंच लिए आहसा इसा दोनों की मुलाकाते बढ़ने लगी हेना की दिल में भी अज़र के लिए जजबात जागने लगी मगर उसे हमेशा ये खौप रहता कि हमारी दु
00:30कब अपनाते हैं इनका खाम बलग होते हैं लेकिन अगर वो सच में तुझे चाहता है तो आल्लह असानी करेगा आज़र ने अपने गरवालों से बात की मगर जैसे ही पयाज हमत को पता चला कि बेटे ने स्कूल टीचर और में तर्म के को पसंद किया है वो तो पांट बन ग
01:00विसला के ख़राब जाने के कोशिश की मगर हर तरफ से दबाव बलता गया दूसरी तरफ हिना के गर में महले दारों ने बाते बनाना शुरू कर दी आमिर लोक की दिल बहलादे हैं बेटी को दोका हो जाएगा जैसा जूमले रोज सुने को मिलने लगे
01:16हेना ने एक दिन हिम्मत करके आजर को कहा
01:21मैं चाहती हूँ तुम अपने फेमले के साथ खुश रहो
01:23मेरा और तुमारा साथ
01:25शायद बस इतना ही लिकता महबत
01:28का मतलब गुरबानी है और ये गुरबानी मैं दूँगी
01:31आजर टूड़ गा मगर हेना
01:33अपने मा के पास आकर
01:36खमोशी से जिन्देगी उजाने लेगी
01:39कुछ महीन बाद आजर की शादी जबरदस्ती किसी और से कर दीगी
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