00:00पहले बार देखता है तो उसे महसूस होता है कि वो लड़की कुई स्खास है इस तरह आईशा को भी आदिल के बारे में कुछ ऐसा ही महसूस होता है इनकी मुलाकात बार बार नहीं होती लेकिन और दोने एक दोसे को दिल से याद करते रहते हैं और दिलों में महभ्बत परव
00:30रिसला कर लेता है वो दिन रास्ते में वो एक बड़े हाथ से का शिकार हो जाता है और पहाड़ों में गुम हो जाता है इदर आईशा को जब आदिल को गुम होने के खबर मिलती है तो गमजदा हो जाती है वो इसे दिल से चाहती है और इसके इंतिजार में अपने दिल को मज
01:00की महीने गुजर जाते हैं मगर आईशा का दिल के लिए इंतिजार खतम नहीं होती हुए एक दिन अचार गजखमी हालत में आदिल को अलाके के गाउं में निमदार होता है उसे वहा के मुकामे लोगों ने बचा लिया था इसके मरहम पटी की होती है जिसे ही आदिल अपने हा
01:30के वापस दोनें के लिए एक माज़ए साबित होता है आखिर में दोने के खनदान खुशेखोशन के शादी करवा दे हैलो विवर्ज कहानी के आगाज एक चोटे से शेहर से होता है जहां ललकी का नाम आईशा है और ललका का नाम आदिल है दोने के मुलाकात इतिपाकन बा
02:00महबत परवान चुलती है
02:01एक दिन आदिल को किसी काओं के सलसले में
02:04दूर दरास पहाडों में जाना पड़ता है
02:06वो एक कदीम गार के बारे में सुनकर
02:08वहा का रुख करता है
02:09जो बिलिंदी पर वाकी है
02:11और कभी खतरनाक रास्वे से गुजर कर
02:13वहाँ पोंचना होता है
02:14आदिल के दिल हमें तजस्स Means होता है
02:16और वो इस सफ़र का पर इसला कर लेता है
02:18मगें रास्टे में वो एक बड़े हादसी का शिकार हो जाता है
02:21और पहाडों में गुम हो जाता है
02:24अधर आईशा को जब आदिल को गम्र होने के खबर मिलती है तो गंजदा हो जाथी है, वो इसी दिल से चाहती है और उसके इंतिजार में पने दिल को मझगूत करती है
02:32आईशे के वालदीन इसके शादी के लिए मुक्तलिब रिष्टे लाते हैं
02:35लेकिन आईशे हर रिष्टे को इनकार कर देती है
02:37क्योंकि इसके दिल सिर्फ आदिल के लिए दड़कता है
02:39वो उमेद से इसके इंतिजार करती है
02:42दिन रात दुआए करती है
02:43और दिल में आई दिल को वापिस के खुआश को जिन्दा रिखती है
02:47कियी महीने गुजर जाते हैं
02:50मगर आईशा का दिल के लिए इंतिजार खतम नहीं होती हुए
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