Skip to playerSkip to main content
#biggboss #bigg boss#arydigital​ #pakistanidrama​#RaazEDil#DramaReview#PakistaniDrama#RomanticMystey#IshqEMann#DramaReview#PakistaniDrama#RomanticDrama#PakistaniDrama #PakistaniNewDrama #LatestPakistaniDrama #FirstEpisode #Drama2025 #BiggBoss19 #BiggBossTamil #BB19 #BBTAMIL
#Hairstyle #HairGoals #GlamPony #HairstyleTutorial #BeautyTips #HouseDrama #RealityShow
#Highlights #BiggBossMoments #BBHighlights #VoteNow #InsideTheHouse
#BBFans #StyleInspo #TamilBeauty #TrendAlert #Makeover

Category

📺
TV
Transcript
00:00बच्चों का मरकस थी सभा को हमेशा से पढ़ने के शबक ता लेकिन हालात ने उसे युनिवर्स्टी के दर्वाजे तक जाने नहीं दिया
00:08महले के हुरते कहा करती थी लड़की को तालीम इतना जरूरी क्यों बस सलाई सीख ले और गर चला ले
00:16मगर सभा के खुआप इसी सोच से कही ज्यादा आगे थी
00:20वो चाहती थी के उस्ताथ बने अपनी जैसे बच्चों को खुआप देखना सिकाए
00:26मगर तकदीर के पाद इसके ले कुछ और ही लिखा था
00:29एक दिन महले में एक नया करायदार आया हैदर
00:32खामोश मिजाज, जन्जीदा, चेहरा और आंकों में ऐसा सकून जैसा क्वी तोपान देख चुका हो
00:40वो एक स्कूल में उस्ताथ ता सबा अकसर जब गली से गुजरती थी तो हीदर को बच्चों को पढ़ाते देखती
00:47रप्ता रप्ता इन दोनों के दर्मयान चूटी चूटी बातों का सिलसिला शुरू हुआ
00:52आप भी पढ़ाती है, काश पढ़ा सकती, मगर किसमत ने इजाज़त नहीं दी
00:57ये जुन कर हेदर के चेहरे पर एक हलकी सी मुस्कुराहट आई
01:01जिसे इसने कुछ पैसला कर लिया हो, अगले दिन वो सभा के घर आया और आमा से बोला
01:07मैं चाहता हूँ सभा को अपने स्कूल की असिस्टन टीचर रख लू, तरफा तूरी होगी मगर इज़त की रोजी है
01:14वीवर्ज, अमा पहले तो चूंग गई, मगर हेदर की शरापत ने उन्हें मुतमाइन कर दिया
01:21इसके दिन के बाद सभा की जिन्दगी बदलने लेगी, सूबा स्कूल, शामगर के खाम और रात चांद वीवर्ज, लेकिन खुशे ज़्यादा देर कायम ना रही
01:30एक दिन स्कूल में इंस्पेक्टर आया, पता चला कि हेदर असल में किसी पुराने के से बागा हुआ शख्स था, इस पर इल्जाम था कि इसने अपने बेहन के शोहर को कतल किया, सभा के कदमों तले जमीन निकल गई, शाम को जब हेदर के पास गी तो इसने पहली बार कुल
02:00पे हो, क्योंकि आपने यकीन नहीं करते, मैं सिर्फ चाहता था कि किसी के जिन्दे की बेहतर बना सकू, तुम्हारी तरह किसी के उमीद दू, ये अलफास सभा के दिल में हमेशे खिले नक्ष हो गए, अगले दिन पुलिस हेदर को ग्रीतार करने ही, मगर सभाने स्कूल के स
02:30पुल रही थी, मगर इसके दिल में तो पान बर्पता, नीचे गर में अमा सुचुकी थी, और अबबा पिछले तीन साल से इस दुनिया में नहीं थे, जिन्दगे की जिम्दार्या, रिष्टदारों की तंस और गुर्बत ने, इसके चेहरे से वो मुस्कुरा है,
Be the first to comment
Add your comment

Recommended