00:00HORRAL KANYAR TEE
00:02BHEADYA INSAN
00:06PINOD EK PADHA LIKHA NOWJUWAN THA
00:09LAKIN BAYERUZGARI KI MARS SE PARIŞAAN THA
00:12KAFY MASHAKT KERNECI BAD BHU USE KAHIN NAUKARI NAHI MILI
00:16JIS VUJASSE VU PRATIK NAMKEE KAMER LADKEE KO
00:18USKE GHAR POR TUISHIN PADHAANA SHURU KAR DITA HAY
00:21EK DIN
00:22SIR, AJAJ MERA JANMAT DIN HAY
00:25KISI PARTY MEN GAYE VINOD KO ARSSA BEECH CHUKA THA
00:40ISLLAE WOH BHU PARTY KE NAM SE KHUSH HOJATA HAY
00:42PHYR THIK DOW BAJE TUSHIN KHATM KAR
00:45VINOD APNE GHAR KI AUR CHALA JATA HAY
00:47AJAJ BADAYE DINON KE BAD
00:51BAHOT BADHIA OR SWADIST KHANNA KHANNA KHANNA KHANNA KU MILEGA
00:54GHAR JANE KI BAD VINOD APNE GHAR KE KAMU MEN VYASTE HOJATA HAYE
00:58DECHTE HHI DECHTE SHAM HOJATA HAYE
01:01ARAE, CHE BADJ GAYE
01:03MUJHE TO PRATIK KE BADDE PARTY MEN JANA HAYE
01:06ABHI NIKLUNGA TOO SEMEY POR PAHUNCH JAUNGA VARNAH DER HOJAYEGY
01:10VINOD TAYYAR HOKAR GHAR SE NIKALTA HAYE
01:13ARAE, RIKSHE KU ROKKKAR USE ADDRESS PATATATA HAYE
01:16ARAE, THEEK HAYE SAHAM
01:18CHAL LAYENGE
01:19ARAE, POR POOREE 200 RUPEY NUUNGGA
01:21ARAE, BAP REE, 200 RUPEY
01:24ARAE, YETO BAHUT ZYADHA HAYE
01:27MEN TUMHE SIRF 50 RUPEY DAY SAKTAH HAYE
01:29ARAE, MZAG KER RAYE HO KIA SAHAM
01:32ARAE, ITINI DUR JANA HAYE
01:34ARAE, SIRF 50 RUPEY
01:36चलिए ठीक है
01:37साओ दे देना
01:38बस
01:39VINOD चारों तरफ नजर घुमा कर देखता है
01:42उसे दूर दूर तक कोई दूसरा RIKSHA दिखाई नहीं देता
01:45अगर ये RIKSHA छूट गई तो
01:48क्या पता चल्दी कोई RIKSHA मिलेगी या नहीं
01:51एक काम करता हूँ
01:52इसी में जला जाता हूँ
01:54विनोद रिक्षा में बैठ जाता है
01:56ठंडी का मौसम था
01:58जल्दबाजी में विनोद अपना जैकेट लाना भूर गया था
02:01वो अपने हाथों को सिकूर कर बैठा था
02:04तब ही RIKSHA वाला एक बड़े से बेड के पास आकर रुक जाता है
02:08अरे क्या हुआ तुमने अच्छा नक रिक्षा क्या रोक दी
02:13अरे साहब मैं इससे आगे नहीं जाओंगा
02:17क्यों क्या हुआ तुमने तो कहा था
02:20तुम मुझे मेरे बताय हुए पते पर पहुँचा दोगे
02:23अब क्या परिशनी हो गई
02:25अब वो साहब लोगों का कहना है
02:29कि सामने वाले जंगल में कुछ बूरी शक्तियां रहती है
02:34और वहां इंसानों को अपना शिकार बनाती है
02:38दो महिने पहले इसी पेड़ पर एक जवान लड़की की लाश लड़की हुई मिली थी
02:43उसके शरीर के कहीं हिस्से कायब थे
02:46मेरी तो ये सोचकर ही रूख काब जाती है
02:49और अब तो अंधेरा भी होने वाला है
02:52मुझे माफ कर देजिए साहब
02:54मैं इससे आगे नहीं जा सकता
02:57अरे भाई ये तुम कैसी बाते कर रहे हो
03:00तुम बीच सदक पर मुझे छोड़कर चले जाओगे
03:03तो फिर मैं मैं फ़ला आके कैसे जाओँगा
03:06देखो भाई अगर तुम्हें ज्यादा पैसे चाहिए
03:09तो साफ साफ बोल दो
03:11बेकार के बहान हिमत बनाओ
03:13अरे नहीं भाई साहब नहीं नहीं
03:15इस तरह विनोद को बीच रास्ते में छोड़कर
03:34रिक्षा वाला वहां से वापस लाट जाता है
03:36इं रिक्षा वालो पर तो भरोसा करना ही बेकार है
03:40खैर? कोई बाद नहीं
03:43मैं पैदल ही आगे चला जाओंगा
03:44। । । । । । ।
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07:50बचाओ, कोई बचाओ, बुजे!
07:54नर्स अपने आपको विनोद से छुडाने की बहुत कोशिश करती है
07:58लेकिन विनोद नर्स के गले में अपने नुकेले दान खुसा कर उसका खून पीना शुरू करतीता है
08:03बचाओ, कोई बचाओ, मुजे! कोई मदद करो मेरी!
08:09नर्स की चीखे सुनकर अस्पताल के कुछ लोग भागते हुए वहां आते हैं
08:14जिनने देख विनोद, नर्स को वहीं छोड़, खिड़की का काश तोड़कर काहाँ आचाँ जाता है
08:19विनोद को एक भेड़ी की रुप में देखकर अस्पताल के सभी लोग हक्के बख्के रह जाते हैं
08:25क्या अभी यहां सच में एक इंसानी भेड़िया था?
08:28अरे, अरे कोई नर्स को उठाओ, अरे इन्हें डॉक्टर के पास ले, चलो, फिर कुछ सोचता है, चलो जुल्दी
08:35दूसरी तरफ भेड़िया बना विनोद, अंधीरी रात में शहर की सुनसान सड़कों पर यहां वहां भटकने लगता है
08:43काफी देर भटकने के बाद वो एक कचरे के धेर के पास पहुँशता है, जहां उसे एक बिल्ली दिखाए दीती है
08:50वाह, कुछ तो मिला
08:54विनोद लपक कर उस बिल्ली को पकड़ कर खाने लगता है
08:58Vsmith todos's order on Sara
09:12iso
09:16and you need
09:17how it s
09:18koo
09:19Vazione
09:19Vas Order
09:20goes
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