Skip to playerSkip to main content
क्यों ऑपरेशन सिंदूर की खबरें सरकार या सेना की तरफ से पांच महीने बाद दी जा रही हैं, जबकि सेना के विभिन्न अंगों के प्रमुख इस बीच कई बार मीडिया या जनता के सामने आ चुके हैं। फिर क्यों जानकारियां छन-छन कर अलग-अलग मौकों पर आ रही हैं। क्या इसके पीछे भी कोई सामरिक वजह है या फिर कोई राजनीतिक दबाव?
#news #latestnews #newsanalysis #newspaperanalysis #dailynewsanalysis #dailynewspaperanalysis #operationsindoor #generalupendradwivedi #airchiefmarshal

Category

🗞
News
Transcript
00:00कर रहे हैं सेना प्रमुख क्या भारत पाकिस्तान की राह पर जा रहा है ये तमाम ऐसे सुलक्ते हुए सवाल है जो इस समय भारती लोगतंत्र के सामने मूँ बाए खड़े हुए हैं और जिस तरह से जी हाँ जिस तरह से सेना प्रमुख ऑपरेशन सिंदूर के बारे में
00:21चार-पांच महीने बीतने के बाद खुलासे कर रहे हैं या दावे कर रहे हैं कि हमने पाकिस्तान के इतने विमान गिरा दिये उसमें चीनी विमान भी थे उसमें यह भी था उसमें वह भी था और सेना प्रमुख तो यह भी कहने लग गए दिवेदी जी कि पाकिस्तान का नाम
00:51को तैयार हो गए हैं यह वो बता रहे हैं कि यहां पर जो पाकिस्तान है उस पाकिस्तान का
00:56नामों निशान नहीं रहेगा और इस बार ऑपरेशन सिंदूर अगर होता है तब रिस्ट्रेंड यानी रुकेगा नहीं
01:06मेरा सवाल बहुत सीधा सा है कि ऐसे बयान इस समय अक्टूबर में क्यों देने की जरूरत पड़ रही है सेना के अलग-अलग प्रमुखों को
01:20क्योंकि सब लोग बिलकुल अलग-अलग धंग से एक अलग धंग का एजंडा एक अलग धंग का परस्पेक्टिव एक अलग धंग का राश्ट्रुआद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं
01:32हमारी चिंता बस यह है कि ऐसा क्यों हो रहा है इतने महीने बाद क्यों और इसी पर आज हमारा यूट्यूब लाइव है
01:42नमस्कार दोस्तों मैं आपकी दोस्भाशा आप देख रहे हैं बेबाग भाशा पे हमारा यूट्यूब लाइव
01:48इस सुलकते हुए सवाल के साथ कि क्या भारत के जो सेना प्रमुक हैं वह नेताओं की तरह भाशन देने लग गए हैं
01:59वह क्या एक चेंज है भारत में क्योंकि भारत की राजनीती में अभी तक जी हाँ पूरे दावे के साथ मैं कह रही हूँ
02:09आजादी के बाद 1947 के बाद से लेकर 2025 तक सारे डिसीजन्स पॉलिटिकल डिसीजन्स किस से युद करना है
02:22कब पाकिस्तान से युद होगा कब बंगलादेश अलग होगा कब चीन से हम संघर्ष करेंगे
02:28यह सारे फैसले नेता लेते रहे हैं सरकार लेती रही है पॉलिटिकल पावर लेती रही है
02:37यह फैसले कभी भी, जी हाँ, कभी भी मिलिटरी के पास नहीं रहे हैं, आज भी नहीं है, होने भी नहीं चाहिए, लेकिन सवाल यहाँ बहुत सीधा सीधा और साफ साफ है, जो हम आज अपने इस प्रोग्राम में पूछ रहे हैं, कि क्या वजह है यह जो हेडलाइन बनती है,
03:07अब आप देखिए यह, यह जो हेडलाइन से, पिछले दो-तीन दिनों से हमें बिलकुल आख के से दिखाई दे रहा है, कि अचानक ही, आपको याद होगा, ओपरेशन सिंदूर कब हुआ, याद है आपको, ओपरेशन सिंदूर हुआ मई में, जी हाँ, और इस समय जब यह स
03:37दावा, मनोहर कहानिया, वाई नाओ, इस समय क्यों, क्यों इस समय एपी सिंग को यह बोलना पड़ रहा है, और क्यों उसके साथ, यहाँ पर जो आपको दिखाई दे रही है, यह खबर, जिस पर पूरे दिन भर से चर्चा चल रही है, क्यों आर्मी चीफ ने यह कहा, उपे
04:07कर बैठे हुए थे, और दिल थाम कर, सेना की जो रोज की ब्रीफिंग थी, उसे सुन रहे थे, और तो और, यहाँ पर मैं यह भी बताना चाहूंगे, कि उस समय भी, तमाम पत्रकार, आर्मी चीफ से भी, जो लोग ब्रीफिंग करने आ रहे थे, उनसे भी, क्योंकि यह पह
04:37इसे लेकर, जो प्रशान टंडन हैं, जो सीनियर जर्नलिस्ट हैं, उन्होंने बहुत अच्छा एक सटायर किया है, और, जिस सवाल का जवाब हम ढूंड रहे हैं, उसका जवाब ढूंडते हुए, वह भी दिखाई देते हैं, उन्होंने क्या लिखा, मेरा सुझाव है, कि �
05:07चार बजे पटना से प्रेस कांफरेंस करनी चाहिए, इशारा बहुत साफ है, आपको क्या लगता है, जरूर कमेंट बॉक्स में बताईएगा, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर को, आज की तारीख में दोबारा जिन्दा करके, इस तरह के जो दावे हैं, जो तमाम अखबारों
05:37करने की जरूरत पड़ रही है, जहां पर वह कह रहे हैं, सीधे-सीधे सवाल भी उठा रहे हैं, सीधे-सीधे पूछ भी रहे हैं, कि आखिर किस लिए, देखिए यह इंडियन एक्स्प्रेस सीधे-सीधे बोलता है, यह चीफ डिटेल्स, पाकिस्तान लूजस, F-16, JF-17, अ
06:07बिल्कुल सही बात है, अगर ऐसा था, तो जिस समय आप तमाम पत्रकारों को, भारत के पत्रकारों को ब्रीफिंग कर रहे थे, ऐसा भी, पहली बार किया था, सेना ने, कि जिस समय ऑपरेशन सिंदूर चल रहा था, उस समय रोज, जी हां, रोज, सेना हमें ब्रीफ करती थी
06:37ट्रोलिंग भी हुई, काफी अलग-अलग धंग से उनके साथ बत्तमीजी भी, भारती जनता पार्टी के नेताओं और मंत्रियों और संत्रियों ने की, लेकिन उस समय जो ब्रीफिंग थी, उसका सब लोगों को बेसबरी से इंतजार चलता था, क्योंकि इतना बड़ा कॉन
07:07वह इस समय क्यों हो रही है और इस तरह से क्या सिगनल दिया जा रहा है बड़े पैमाने पर, यहां पर आप ध्यान से देखिए, कि जिस तरह से यह बात है, आज की तारीख में आप पाकिस्तान को ललकार रहे हैं, जब ऑपरेशन सिंदूर चला था, तब मोदी जी ने कहा �
07:37प्रमुक हैं, यह कह रहे हैं, राजस्तान के अनूपगड में, आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र दिवेदी ने विजे दक्षमी के मौके पर सैनिकों को संबोधित किया, और यहां से पाक को कड़ा संदेश दिया, उन्होंने कहा कि आपरेशन सिंदूर टू में भारत संयम न
08:07या नहीं, और तो और उन्होंने यह भी कह दिया, कि किस तरह से यहां पर सीधे मैसेज दिया, उन्होंने कि भूगोल पर रहना चाहता है, तो राज ये प्रायोजित आतंकवाद को रोकना होगा, मैं कहना चाहती हूँ, उपेंद्र दिवेदी जी, सब को सही है, यह देखे
08:37मैं भारत सहियम नहीं बरतेगा, हमारी प्रतिक्रिया इतनी ताकतवर होगी, कि उसे सोच ना पड़े, को नक्षे पर रहना चाहता है या नहीं, आर्मे चीफ में साफ कहा, कि अगर पाकिस्तान दुनिया के इत्रहास और बोगोल में अपनी जगा बनाए रखना चाहता है, �
09:07अब सवाल ये है, जो हम पूछ रहे हैं, कि यह जो सारे स्टेटमेंट है, यह मूदी जी देश की संसद में दे चुके हैं, देश की संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हो चुकी है, और इस तरह के जो स्टेटमेंट है,
09:37जो आर्मी चीफ दे रहे हैं, सीधे सीधे ललकार रहे हैं, भारत पाकिस्तान नहीं है, यह बात समझनी जरूरी है, क्योंकि यह पाकिस्तान में संभव है, कि मुनीर जाकर, जो वहां के सेना प्रमुक हैं जाकर, अकेले जाकर ट्रम्प से शेक हैंड करते हैं, खाना काते है
10:07सेना प्रमुखों को किसी भी दुनिया के देश से सीधे डील करने की इजाज़त नहीं देता है
10:14यहां यह काम देश के प्रधान मंत्री करते हैं
10:20मोदी जी जाते हैं और बात करते हैं
10:22मोदी जी जाते हैं सदन के भीतर खड़े होते हैं
10:26हम आर्मी चीफ से जवाब नहीं चाहते हैं मोदी जी और यहां सेना का जो इस्तमाल है जिस तरह से सेना इतने महीने बाद जी हां यह सवाल एक सो चालिस करोड लोगों के दिमाग में हंडर्ड परसेंट आएगा क्यों वाइन आओ ऐसा अब क्या हुआ है अब तो अमिशा जी
10:56पाकिस्तान से क्रिकेट खेल चुका है फिर आप तमाम तरह के डायलोग में शामिल हो चुके हैं मैं यह भी बताना चाहूंगी उपेंद्र त्रिवेदी जी को सेना प्रमुख जी को कि शंगाई सहयोग संगठन की जो बैठक थी चीन में जिसमें हमारे देश के प्रधान मं
11:26प्रिस्तान भी शामिल था और यह बात हम सबको पता है कि तमाम तरह के जो डायलोग चल रहा है पर्श्चिमी एशिया में उसमें एक डायलोग की स्टार्ट हो चुका है चीन पाकिस्तान का भी सहयोगी है और चीन के साथ भारत भी डील कर रहा है
11:56शी जिंग पिन से ऑपरेशन सिंदूर के बाद हुआ था अभी कुछ दिन पहले हुआ था लिहाजा यह जो पोस्चिरिंग है यह जो आप दोनों लोगों का एक साथ यानि एर फोर्स चीफ एपी सिंग के यह डिटेल्स देना कि पाकिस्तान मनोहर कहानिया कर रहा है और साथ ह
12:26इसका टारगेट ओडियन्स कौन है किसको सुनाया जा रहा है और क्यों सुनाया जा रहा है इसे लेकर जो गंभीर सवाल उठे हैं उन सवालों को लेकर हम यहाँ पर आपके साथ खड़े हुए हैं क्योंकि हमारी चिंता यह है कि भारत का जो लोकतंत्र है उस पर जिस तरह से
12:56पाल यह ग्राफ का भी है ध्यान से देखिएगा यह ग्राफ आज हम वर्ल्ड बैंक के टॉप कर्जदार हैं 24.4 बिलियन डॉलर का कर्ज भारत के उपर है all is well all is fine 50% tariff की मार है हमारे उपर और यह देखिए इसमें भी जिस तरह से यह जो पूरा का पूरा ग्राफ हमारे साम
13:26है इसके बाद इंडोनेशिया है युक्रेन है कोलंबिया है ब्राजील है फिलिपीन से चीन है आदी त्यादी में डिफरेंस ध्यान से देखिए दुनिया में इस समय सबसे ज़्यादा अगर कर्जा हमारे उपर है तो यह सोचना बहुत जरूरी है कि ऐसा क्यों है और इसकी
13:56मैंने दिखाती हूँ जो सौरवदास ने एक्स प्लेट फॉर्म पर रखा है उन्होंने कहा है जो मैंने आप से कहा जो ब्रेकिंग न्यूस चली थी विल इरेज पाकिस्तान फॉम दा मैप पाकिस्तान मस्ट स्टॉप टेररिजम अब इस पर देखिए सौरवदास क्या कहते
14:26इस तरह की भाषा सिर्फ और सिर्फ नेताओं की हो सकती है किसी और की नहीं सेना की नहीं और सर्विंग ओफिसर्स यहां पर सवाल यह है कि यहां पर पुराने चीफ नहीं है
14:47जो अकसर रिटायर होकर टीवी चैनलों में मुचों परताव देते हुए बड़े बड़े घरच तरच के साथ डायलोग मारते हैं वो भी करते हैं उसमें कोई दिक्कत नहीं लेकिन as a serving officer
15:03are expected to exercise restraint in their public statement. Let's not make our armed forces engage in such language.
15:14बहुत गंभीर चिंता का सवाल है कि क्या और क्यों सवाल सबसे बड़ा क्या और क्यों का है
15:23जिसके वारे में कोई अखबार, कोई मीडिया घराना, कोई टीवी चैनल आपको यह सवाल उठाते नहीं दिखाई देगा
15:31लेकिन हम यह सवाल उठाँ रहे हैं क्योंकि इसका तालुक हमारे प्यारे देश से है
15:37हमारे लोकतंट्र से है
15:40कि अरे जनाब यहार डायलोग क्योंकि हमने देखा था
15:44मोदी जी ने क्या डायलोग मारा था
15:46आपको याद है ना बिहार की दर्ती
15:48the great चुनाव जहां होना है
15:50operation
15:52पहलगाव जो हुआ
15:54incident वहाँ पर
15:56उसके बाद जब operation सिंदूर हुआ
15:58तब मोदी जी कहीं
16:00और नहीं गए
16:01पहलगाव में आतंकी हमला हुआ
16:04जम्मू कश्मीर में उसके बाद
16:05मोदी जी कश्मीर नहीं गए थे
16:07मोधी जी गए थे बिहार
16:10और बिहार में जाके उन्होंने अपने famous dialogue दिया था
16:14कि मेरे नसों में गरम सिंदूर बहता है
16:20याद है ना आपको, हम सब को याद है मोधी जी
16:23और मोधी जी को इस तरह के dialogue delivery की पूरी इजाजत है
16:28हमारा political system, हमारे नेताओं को
16:32इस तरह के political statement देने, सेना को आगे का निर्देश देने, सेना को काम करने
16:38इन सब चीजों की छूट देता है
16:41क्योंकि हम यह मानते हैं कि आपके पास अधिकार है इस तरह से काम करने का
16:47इसमें अलग-अलग ढंग से बाते हैं
16:50कई लोग कह रहे हैं कि भाई इंद्रा गांधी ने पाकिस्तान को 1971 में दो टुकडे में कर दिया
16:56लेकिन इस तरह की dialogue delivery की जरगा सेना को नहीं दी
17:01इस मामले में राजू पर रूलकर करके जो पत्रकार हैं उन्होंने भी एक important exploit form पर डाला है
17:07और उन्होंने कहा है on a serious note no person worth this position of dominance will make such jingoistic statement
17:17यहां पर उन्होंने कहा है कि यह जो jingoistic statement है जिस तरह से राष्ट्रवाद उबालने की बात है
17:25यह statement सही नहीं है
17:27और साथ ही साथ देखिए अपूर्वा नंद भी वही बात कहते हैं
17:34exactly जो हम बात कह रहे हैं वही सवाल उन्होंने भी उठाया है
17:38उन्होंने साफ साफ शब्दों में कहा है
17:41why the army chief speaking like a political leadership
17:45देखिए यह उन्होंका statement है
17:47और यह statement करके उन्होंने दिखाया है
17:50कि दरसल जो बड़े पैमाने पर चिंता है इस समय
17:54वह चिंता इस बात की है कि दरसल
17:57इस तरह के statement इस मौसम में क्यों दिये जा रहे हैं
18:02क्या इससे अचीव होगा
18:04यह भी हमें सोचना बहुत जरूरी है
18:06और मैं यह बिलकुल साफ मानती हूँ
18:09कि इस पर सवाल उठना इस पर बात होना बहुत जरूरी
18:14इसलिए भी है क्योंकि
18:15कॉंग्रेस कह रही है इस समय
18:18something fishy
18:20Congress seeks truth about operation सिंदूर
18:23flags a different statement by CDS and army chief
18:27यहाँ पर Congress न जो statement
18:30Congress न जो objection किया है
18:32कि something is fishy
18:33raised question alleging conflicting statements
18:37from top defense officers
18:38यहाँ Congress के जो नेता है
18:40अजे राय उन्होंने कहा है
18:42कि जो CDS हैं वह एक बयान दे रहे हैं
18:45army chief कुछ और बयान दे रहे हैं
18:48and different people give different statement
18:51in completely different way
18:53यहाँ पर उनके द्वारा जो सवाल है
18:56वह काफी important है
18:57और इसे सुना जाना इसलिए भी जरूरी है
19:00क्योंकि आप देखिए
19:01जिस तरह से यह तस्वीरे हमारे सामने आई हैं
19:04जिसकी जता के सामने इसे बातर काफ़ती है
19:16कि भाई गरवड़ को है
19:19अब गरवड़ क्या है
19:21कभी कुछ अलग बयान देते हैं
19:24सेना प्रमुक अलग बयान देते हैं
19:26तो देखिए यह जो सवाल है
19:45यह सवाल अपने आप में वाकई बहुत इंपॉर्टन्ट है
19:50लेकिन मेरे लिए इससे भी एहन सवाल यह है
19:54कि इस समय क्यों
19:57चाहे वो हमारे air chief बोलें
20:00चाहे वो AP सिंग बोलें
20:04या फिर उपेंद्र जी बोलें
20:06उपेंद्र दिवेधी जी बोलें
20:08उसके बोलने की कोई solid वजह होनी चाहिए
20:13कि आज जिस समय दशेरा मनाया गया
20:17जिस समय दिवाली की तैयारी है
20:20जिस समय बिहार में चुनाओ की तैयारी है आखिर ऐसे समय इस तरह के स्टेटमेंट की हम पाकिस्तान का नाम और निशान मिटा देंगे भुगोल से हटा देंगे ये क्या आर्मी चीफ का डायलोग है क्यों होना चाहिए मेरा सवाल ये है जरूर कमेंट बॉक्स में बताईए�
20:50अगर हमारे विदेश सच मंत्री कहें जैशंकर जी कहें तब समझाता है और देश के परमादरनिये सदा विस्मरनिये विश्वगुरू सवरूपी मोदी जी कहें तब तो निश्चित तौर पर सामने बैठी जनता ताली बजाएगी क्योंकि उसे ताली बजाने की भी आदत
21:20जायज हैं हमारे पॉलिटिकल स्ट्रक्चर में क्योंकि हमें शुरू से गर्व रहा है कि हम पाकिस्तान नहीं हैं यहां आर्मी चीफ यहां वायू सेना चीफ इनकी पॉलिटिकल डीलिंग नहीं होती है इनकी पॉलिटिकल लैंगवेज नहीं होती है ओपरेशन सिंदूर के
21:50जवाब दिया जा रहा था
21:52किस तरह से briefing थी
21:54कोई जिंगोईजम नहीं था
21:56यानी
21:58यह कहा नहीं गया था कि हमने इतना
22:00गिरा दिया हमने उतना गिरा दिया
22:02गोधी मीडिया को छोड दीजे
22:03क्योंकि उस समय गोधी मीडिया ने
22:06सबसे ज़्यादा TRP बटोरने के लिए
22:08इसलामाबाद पर भी कबजा कर दिया था
22:11और तो और भारत की नौसेना को भी भेज दिया था
22:15पाकिस्तान की सीमा तक
22:17वह सारे दावे गोदी मीडिया कर रहा था
22:21लेकिन क्या उस समय आपको याद है
22:23कि जब हम तमाम पत्रकार उसके बाद भी
22:27सवाल पूछ रहे थे इन लोगों से
22:30कि प्लीज हमें बताईए
22:32जब टरंप लगातार अमरीका का राश्टपती टरंप लगातार
22:36हम पर धौस दिखा रहा था
22:39कि बहुत बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता था
22:43और उस समय उसने हस्तक्षेप करके
22:46भारत और पाकिस्तान के बीच
22:48युद्ध विराम करवाया
22:51ये उस समय नहीं
22:52आज भी कर रहा है वो
22:54टरंप अभी अभी बोला है ये बात
22:56तब भी हमने यह सवाल उठाया था
23:00कि हमें बताउर भारतिये यह पता होना चाहिए
23:13पाकिस्तान के बीच में कोई एग्रिमेंट हो गया है
23:17और हम पांच बजे सीस फायर कर रहे हैं
23:21उस समय भी अमरीकी राश्पती टरंप ने यह घोशना करके
23:26हम भारतियों का अपमान किया था
23:29और तब हमने अपने देश के प्रधान मंत्री नरेन मोदी से यह पूचा था
23:35कि आपने क्यों नहीं घोशना की आप टरंप को एक बार जवाब दीजे
23:39सदन में यानि पार्लेमेंट में खड़े होकर
23:44मोदी जी को यह जरूर बोलना पड़ा था
23:47राहुल गांदी के तमाम भाष्णों के दबाव में
23:50कि दुनिया के किसी नेता ने हमसे युद्ध रोखने को नहीं कहा था
23:57हाला कि उस समय भी उन्होंने ट्रंप का नाम नहीं लिया था
24:01और तब से इतना पानी बह गया
24:04यानि ऑपरेशन सिंदूर खतम हो गया
24:08पार्लिमेंट के भीतर यानि जो सर्वोच संस्था है
24:12उसके भीतर भी बहस समाप्थ हो गई ऑपरेशन सिंदूर पर
24:17फिर दशेरे के मौके पर
24:20अक्टूबर में दो अक्टूबर को तीन अक्टूबर को
24:24यह सारे स्टेटमेंट हैडलाइन्स क्यों बन रहे हैं
24:28वाए नाओ और वह भी सब अलग-अलग सोर्से से क्यों इस तरह के स्टेटमेंट दिये जा रहे हैं
24:36क्या
24:37दिर इस अ पॉलिटिकल शिफ्ट
24:39क्या हम यह माने
24:40कि इस समय सेना एक सक्रिय भूमी का निभाने की तैयारी में है
24:46या उसे हरी जंडी दी गई है
24:48मोदी तंत्र द्वारा
24:50कि जाओ तुम भी थोड़े ऐसा
24:52पॉलिटिकल बैटिंग बॉलिंग कर लो
24:55जिससे की एक माहौल बने
24:58क्योंकि ओपरेशन सिंदूर को लेकर
25:00जिस तरह का माहौल मोदी जी ने सोचा था
25:03उस तरह का माहौल
25:05क्रियेट नहीं हो पाया
25:07क्योंकि उनके नमस्ते ट्रम्प दोस्त
25:09ने सब पर पानी फेर दिया
25:11या कहके कि उन्होंने
25:12सीस्पायर कराया है
25:14लिहाजा दोस्तों
25:16यह सवाल हर भारतिये को
25:18आज की तारीख में पूछना
25:20बहुत जरूरी है
25:21कि ओपरेशन सिंदूर के डीटेल्स
25:25इस तरह से क्यों हमारे सामने आ रहे है
25:28आज क्यों हमारे वायू सेना प्रमुक्या कह रहे है
25:32कि पाकिस्तान का जो दावा है
25:34वो मनोहर कहानिया है
25:36क्योंकि जिस समय पाकिस्तान दावा कर रहा था
25:39उस समय भारत में तमाम लोग यह मांग कर रहे थे
25:43कि भारत की सरकार
25:45भारत के लोगों को
25:47बताया और युद्ध में
25:49विमान गिरना, नुकसान
25:51होना, यह सब को
25:53पता है कि यह नैचुरल है
25:55इसमें कोई
25:57बड़ा और छोटा नहीं होता है
25:59क्योंकि आप देखिए ध्यान
26:01से अंतिम बात में कह रही हूं
26:02और जरा दिमाग लगा के सोचिएगा
26:04क्योंकि उस समें इनी
26:06प्रमुकों ने यहां जो
26:08जनाब हैं हमारे सेना के
26:11आदर निये प्रमुक
26:12उपेंद्र दिवेदी जी
26:14उन्होंने भी यह कहा था
26:16कि भारत
26:18अकेला पाकिस्तान से
26:20नहीं लड़ रहा था
26:22भारत दो-दो और
26:24देशों से लड़ रहा था
26:25और यहां उन्होंने नाम लिया था
26:28कि चीन और तुर्की से भी लड़ रहा था
26:31तोकि चीन
26:3224 घंटे
26:33लाइब सर्विलैंस कर रहा था
26:36और बता रहा था
26:37कि भारत कब क्या कैसे करने जा रहा है
26:40हमारे सारी
26:41डिटेल्स चीन को
26:43चीन
26:44पाकिस्तान को बता रहा था
26:47यह मेरा स्टेटमेंट नहीं है
26:49यह सेना के भीतर से
26:51आया स्टेटमेंट है
26:53और साथ ही साथ तुर्की का भी
26:55नाम लिया गया था
26:56कि वह जिस तरह से द्रोन
26:59मौहिया करा रहा है
27:00उससे भी भारत को
27:02नुकसान हुआ था
27:03और लिहाजा आपको याद होगा
27:05उस समय
27:06तुर्की के साथ
27:07जितने एग्रिमेंट से
27:09वह कैंसल कर लिये गए थे
27:10उसके पास जो एरपोर्ट में
27:12सिक्यूरिटी का सिस्टम था
27:14वह भी वापस ले लिया गया था
27:15उस समय
27:16हाला कि जब हम बात कर रहे हैं
27:18इस समय रिलेशन्स नॉर्मल हुए है
27:20यह सब हो गया है
27:22बहुत पानी बह गया है
27:24बहुत खून बह गया है
27:26बहुत गरम सिंदूर बह गया है
27:29इसके बाद
27:30मई
27:32जून
27:33जुलाई
27:34अगस्त
27:35सितंबर
27:36और अब
27:37हम खड़े हैं
27:38अक्टूबर में
27:39इतने लंबे समय के बाद
27:42यह सारी डिटेल्स
27:44बोलना
27:45इनका हेडलाइन्स बनना
27:47इसके इर्दगेर्द
27:49एक दूसरे ढंका
27:51हम बाहू बली हैं
27:53वाली इमेजाना
27:54बड़े सवाल पैदा कर रहा है
27:57और अगर सेना का इस्तमाल
27:59पॉलिटिकल मकसद के लिए किया जाता है
28:02वह किसी भी देश के लिए
28:05किसी भी लोगतंत्र के लिए
28:06अच्छा नहीं होता
28:08यह बात
28:09हमें और आपको
28:10और भारत के लोगों को
28:12सबसे ज़्यादा अच्छे से पता है
28:14क्योंकि हमने कभी नहीं होने दिया
28:16और शायद आगे भी
28:18हम नहीं होने देंगे
28:19शुक्रिया
Be the first to comment
Add your comment

Recommended