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बेबाक भाषा के दो टूक कार्यक्रम में पत्रकार भाषा सिंह ने सवाल उठाया कि 11 बच्चों की मौत का जिम्मेदार कौन, क्यों सरकारों ने बांटे जानलेवा सिरप
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00:00चौबिस दिन में ग्यारा बच्चे मारे जाते हैं ग्यारा बच्चों की मौत होती है वजह जानलेवा सिरफ जो सरकारी फ्री मेडिसिन के जरिये उस स्कीम के जरिये बाटा जा रहा था
00:15और अभी तक सरकारे जागी नहीं है और यह है दरसल इस देश में मोदी जी का विकास होर मोदी जी के नित्रित में जो भाशपास सरकारे चल रही हैं उनकी जानलेवा लापरवाही यह ग्यारा बच्चे सौ फीसदी गरीब बच्चे थे लिहाजा किसी को कोई फर्क नहीं प�
00:45बड़ी आईरनी है कितनी बड़ी विडम बना है कि एक सिरफ जो मद्धप्रदेश और राजस्थान के बीजेपी सरकार बाट रही है और वो कहती है कि कोई गरबड़ी नहीं पाई गई है उसी सिरफ पर तमिलाडू सरकार कहती है कि इसमें मिलावट पाई गई है और इसे �
01:15अद्प्रदेश हो या राजस्थान बीजेपी की सरकारे हैं और उनसे सवाल दैनिक भासकर के अलावा कोई और अखबार उठाने को तैयार नहीं है नमश्कार दोस्तों मैं आपकी दोस्त भाशा और आप देख रहे हैं बेबाग भाशा पे दो टू काईक्रा में इस सवाल
01:4520 दिन हो गए नमध्रदेश की सरकार और ना राजस्थान की सरकार इन दोनों सरकारों को कोई परवाह नहीं और अभी तक यह सवाल का जवाब कोई देने को तैयार नहीं है कि जो सिरब 40 बार फेल हो चुका टेस्ट में जी हाँ 40 बार वो आखिर क्यों सरकारी फ्री मेडिसि
02:15क्योंकि जब यह खबर आती है तमिलनाडू सरकार तुरंत ही जांच करती है और पाती है कि यह जो सिरब दिया जा रहा है यह एडल्टर्ड है यानि इसमें मिलावट है जान लेवाद चीजें इसमें मिली हुई है खेंडर की मोधी सरकार बहुत आराम से कह देती है कि भाई
02:45प्रदेश की भाषपा के सरकार के साथ और राजिस्थान के मुख्यमंत्री के साथ कि इस दवा को बनाने वालें को प्रोटेक्ट किया जा रहा है जिस मुल्क में चुटकियों में घर गिरते हैं बुल्डोजर चल जाता है क्या आपने कहीं खबर देखी कहीं डिबेट दे�
03:15कफ सिरफ से मारे गए और दवा बनाने वाली कंपनी दवा को अनुशंसा करने वाली पूरे सिस्टम किसी के ऊपर कोई कारवाई हुई कहीं कोई कारवाई नहीं होती है और जिस तरह से दैनिक भासकर इस पर लगातार रिपोर्ट कर रहा है सवाल उठा रहा है उसके बाव�
03:45घिनोना काम कर रही है, मानवता विरोधी काम कर रही है, क्योंकि कितनी बड़ी बात है, कि जो कफ सिरब तमिलाडू के टेस्ट में गलत पाया जाता है, मद्ध प्रदेश और राजस्थान कहता है कि भाई हमें कुछ गरबडी नहीं मिली है, हाला कि जब हंगामा मचता है, ग्
04:15ख़्चतावा नहीं लोगों को, क्योंकि यह बच्चे जो मारे गए है, यह गरीब बच्चे हैं, सरकारी फ्री दवा कौन लेता है, सरकारी अस्पटालों में कौन जाता है, लिहाजा यह जो सननाटा है, यह इतना भयानक है,
04:32कि डर लगता है
04:34कि यह सरकारें
04:35जो हर समय हिंदू-मुसल्मान करती रहती हैं
04:39हर समय बदले की बात करती रहती हैं
04:41यह ऐसी दवा कमपनियों को
04:44बैन करने तक का कदम नहीं उठा पाती
04:48सोचिये कितनी बड़ी मिली बगत होगी
04:50और काश कोई जांच इस नजरिये से भी की जाती
04:54खाली आपको याद दिलाने के लिए
04:57कि इन सरकारों के पास कोई दिल नहीं है
05:00और खास तोर से अगर गरीब मारा जाता है
05:03गरीब के बच्चे मारे जाते हैं
05:05इनको कोई दुखदर्द नहीं होता
05:07वरना देखे जिस समय देश में रामण जलाया जा रहा था
05:10दो अक्टूबर को
05:12उस दिन भी दैनिक भास करने चापा था
05:14कफ सिरफ से मद्ध प्रदेश राजस्तान में
05:1722 दिनों में साथ बच्चों की मौत
05:20सोचिए दो तारी को हेडलाइन थी साथ बच्चे
05:24और 4 तारी को बच्चे 11 हो जाते हैं
05:29यानि 23 दिन के भीतर 11 बच्चे हो जाते हैं
05:34अगर उस समय भी रोग दिया जाता यह कफ सिरफ
05:38और कितने बच्चे समय अस्पताल में
05:41जीवन और मृत्यू के बीच लड़ाई लड़ रहे हैं
05:44इसका अभी कोई ठोस ब्योरा नहीं है
05:47क्योंकि ये दवा कंपनी सिर्फ मध्धप्रिदेश और राजस्थान में ही नहीं है
05:52वह भी मैं अभी आपको पढ़के सुनाती हूं
05:54और सोचके डरिये कि यह जो मोधी सरकार का विकास है
05:59यह कितना जानलेवा विकास है
06:01जहां किसी को डर नहीं है
06:03कि इस तरह का खिलवार देश के भविश्य
06:07देश के नन्ये नन्ये बच्चों के साथ नहीं किया जा सकता
06:11अगर करेंगे तो उन्हें सजा मिलेगी
06:13उन्हें पता है कि उन्होंने डील कर रखी है
06:17यह जान लेवा डील खतरनाक है
06:20देखिए दैनिक भासकर ने 3 अक्टूबर को छापा
06:24सीधे लिखा कि यह जो कफ सिरप, जो माएं, जो सरकारी एस्पताल के डॉक्टर
06:30जो केमिस्ट दे रहे हैं बच्चों की खासी को रोकने के लिए उनमें क्या मिला है
06:36सिरप में गाडियों के कूलेंट वाला कैमिकल भी मिला
06:41कल्पना कीजिए यह जो मिलावती दवा का खेल है
06:45इसकी वज़ा से साथ बच्चों की किड्नी फेल होती है
06:50साथ बच्चों की
06:51और प्लीज इस खबर को सुनते समय सोचिएगा
06:56कि आपके घर का भी बच्चा हो सकता है
06:59और हमारे जानने पहचानने वाले देश के किसी भी नागरी के बच्चे का यहाल हो सकता है
07:05जिस तरह से यहां निहाल सिंग का ब्योरा है
07:08उन्होंने बताया कि किस तरह से मामली खासी जुकाम पर
07:1323 सितमबर को वो बچ्चे को लेकर राज की उपजिला चिकष साले वैर ले गए डॉक्टर ने दवा दी उसने खासी का सिरब भी दिया सिरफ पीने के थोड़ी देर बाद बच्छे की तब्यद बिगड़ गई उसी फिर वैर उपजिकष साले लेकर गंभीर हाला देकर डॉक्�
07:43तरह से सीकर की घटना है अनगिनत बच्चों की इस तरह से मारे जाने या फिर गंभी रिस्थिती में अस्पताल में भरती होने की खबरे हैं और यहां यह समझना जरूरी है कि दरसल इस सिरफ में ऐसा क्या है
08:00जिससे बच्चे मारे जा रहे हैं
08:04यह जो जान लेवा जहरीला सिरप है
08:07इसमें क्या मिलता है
08:08यहाँ पर सिरप को पतला करता है
08:11डायथलीन ग्लाइकोल
08:14जो सस्ता होता है
08:16और यहाँ पर आप देखिए कि इसका उपियो कहां किया जाता है
08:20यह एक ओद्योगिक यानी इंडस्ट्रियल सोल्यूंट है
08:24यानी ओद्योगिक चीजों में इस्तमाल होता है
08:28जो बच्चों के शरीर में डाला जा रहा है इस सिरप के जरिए
08:32इसका उपियोग, पेंट, वारनिश, ब्लैक वूड और अन इंडस्ट्रियल प्रोडेक्ट्स में होता है
08:39और यह इसलिए होता है क्योंकि इससे सस्ता हो जाता है, मीठा हो जाता है
08:44और आसानी से कंपनिया मुनाफ़ा कमाती है
08:47यहाँ पर सीधे सीधे लिखा है कि इसकी वज़े से किड्नी और नसों पर गंभीर नुकसान होता है
08:54और बच्चों के लिए यह जहर की तरह काम करता है
08:57अगर यह जानकारी अखबार में हैं तो वहाँ पर जो सरकार में बैठे लोग हैं
09:03जो मुख्य मंत्री है जो चिकिसा विभाग है जो चिकिसा मंत्री है
09:07उन सब को पता है कि वे इस कफ सिरब के जरिये बच्चों को जहर दे रहे हैं
09:15पूछे दिल से कि इन लोगों को अपनी कुर्सी पर बने रहने का कोई हक है या नहीं
09:21क्या मद्रप्रदेश और क्या राजस्थान दोनों ही जगा जो भाश्पा सरकारे हैं
09:28वह दरसल छोटे बच्चों को जहर परोसने वाले सिस्टम को सपोर्ट करते हुए दिखाई देती हैं
09:34और यहां यह सवाल पूछा जा रहा है कि जिस कंपनी को जिस कफ सिरब को
09:40चालिस बार लैप टेस्ट में फेल कर दिया गया था आखिर निजी टेस्ट में उसे कैसे पास करके बच्चों को दिया जा रहा था
09:49यहां यह जो सवाल है यह बहुत साफ साफ है कि डिकस्टॉफ मॉर्फिन जो सिरफ है जो 40 बार फेल हुआ एक बार नहीं 40 बार लेकिन फिर एक प्राइवेट टेस्ट में उसे ओके करके बेज दिया गया लोगों को ओके करके बाट दिया गया यह जो दवा के नाम पर जहर ब�
10:19प्रेट गोधी मीडिया के लिए कोई खबर नहीं है क्योंकि यहां निशाने पर उन्हें भाश्पा सरकारों को लेना है उन सरकारों को लेना है जो मोदी के विकास का धिंडोरा पीटती रहती हैं लाखों लाख रुपए विग्यापन पे खर्श करती रहती हैं और बच्च
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