00:00तांडव, ये सिर्फ नृत्य नहीं, ये ब्रमान की धड़कन है। जब शिफ तांडव करते हैं, तो वो केवल नाश नहीं करते हैं, वो नवसरेजन का द्वार खोलते हैं, हर घुंगरू की द्वनी में एक ग्रह नश्ट होता है, हर कदम पर एक युग बदल जाता है।
00:16शिफ का तांडव हमें सिखाता है, विनाश डरावना नहीं है, वो केवल परिवर्तन का संकेथ है। जब अंदर का अज्ञान तूटे, अहंकार बिखरे और आत्मा मुक्तो, तब भीतर तांडव होता है। तांडव is not chaos, it is cosmic rhythm.
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