Hare Krishna दोस्तों! "Mission Bhagavad Gita" के Day 21 में हम पढ़ते हैं अध्याय 1, श्लोक 20। जब युद्ध भूमि में दोनों सेनाएँ आमने-सामने खड़ी थीं, तब अर्जुन ने क्या किया? इस श्लोक में अर्जुन के मन में उठने वाले प्रश्न और श्रीकृष्ण का दिव्य मार्गदर्शन दर्शाया गया है। हर दिन एक श्लोक — हर दिन आत्मज्ञान का एक कदम।
🙏 भावार्थ: हे राजन्! जब कपिध्वज अर्जुन ने कौरवों की सेना को युद्ध के लिए तैयार खड़ा देखा, तो उन्होंने अपने धनुष को उठाया और श्रीकृष्ण से यह वचन कहे। यह क्षण श्रीमद्भगवद्गीता की दिव्य ज्ञानयात्रा की शुरुआत है।
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00:00हरे कृष्ण दोस्तों, मिशन भगवत गीता श्लोक दिवस 21, अध्याए 1, श्लोक 20, जब युद्ध भूमी में दोनों सेनाय आमने सामने खड़ी थी, तब भगवान श्री कृष्ण के रत में बैठे अर्जुन ने क्या किया?
00:17श्लोक अध्यवस्थितान द्रिष्ट्वा धारतराष्ट्रान कपिधवजा, प्रवृत्ते शस्त्र संपाते धनुरुद्यम्य पांडवा, हरिशी केशत अदा वाक्यमिद्मा महिपते, भावार्थ, हे राजन, जब कपिधवज अर्जुन ने कौर्वों की सेना को युद्�
00:47अक्षन था जब अर्जुन के मन में युद्ध को लेकर अनेक प्रशन उठने लगे, और यही से आरंभ होती है श्रीमत भग्ध ग्वदगीता की दिव्य ज्यान्यात्रा, हर दिन एक श्लोक, हर दिन आत्म ज्यान का एक कदम, कल मिलते हैं अगले श्लोक के साथ, जै श्री क
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