बेबाक भाषा के संडे ऑफबीट कार्यक्रम में पत्रकार भाषा सिंह ने भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य से बिहार में तेजी से बदलते घटनाक्रम पर लंबी बातचीत की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भूमिका और आगामी विधानसभा चुनाव में भाकपा (माले) की तैयारी पर भी चर्चा हुई। #news #latestnews #specialinterview #cpiml #dipankarbhattacharya #biharelection #biharvoterlist #sir #specialintensiverevision #rahulgandhi #indiabloc #biharmahagathbandhan
00:00कि नमस्कार दोस्तों बेबाग भाषा की खास पेशकर्श में आपका स्वागत है इसमें में मौझूद हूँ
00:26देश की राजधानी दिली में भाखपा माले के ऑफिस में और बात करने जा रहे हैं हम दिपांकर भट्टाचारे से भाखपा माले दिपांकर भट्टाचार जब से बिहार में special intensive revision का पूरा का पूरा प्रॉसे शुरू हुआ उसके बास से उसके खिलाव जो आंदोलन शुरू
00:56पस्थिती जमीन पर दर्स कराई 11 विधायक हैं दो सांसद हैं दिपांकर आपका बहुत-बहुत स्वागत बेबाग भाशा में और विहार में जो अभी 16 दिन की यात्रा रही इसने अपने आप में एक दूसरे ढंका आधार विक्सित भी किया कम से कम जो दिखाई दे रहा था
01:26कि राहुल गांधी कभी चॉक्लेट दे रहे हैं कभी आप भाशन दे रहे हैं तो कंधा पर कुछ गिर रहा है हिला रहे हैं क्या एक्वेशन आपको लगता है कि यह जो एक्वेशन है इंडिया गड़ बंधन की यह जमीन पर वोट बैंक के मिक्सिंग में होगी सबसे पहली
01:56जमीन पर बहुत दिक्कत तब भी नहीं आई थी लग रहा थे कि लोग इंतजार कर रहे थे कि ऐसा कोई गड़ बंधन बने इस बार जो है उसके बाद लोग सबक चुना हुआ हुआ इंडिया गड़ बंधन बना इसने एक शेप लिया वी आई पी एक पार्टी है पिछले �
02:26उपर से नीचेत्रा के केमिस्ट्री एक कोहेशन बन रहा है और इस बोटा रधिकार यात्रा ने उसको एक राजनितिक स्वरूप दिया है गती इसके अंतर आई है तो उमीद तो हम करते हैं कि इससे एक ज्यादा यूनिटी बनेगी बिल्कुल और इसमें कितने सीटें भा�
02:56तो अभी इसमेहने कान तक हम रखते हैं कि हम लोग एक प्लियर पिक्चर में पहुंचेंगे लेकिन इसानी साथ मांग रहे हैं नहीं उनकी बाते देखिए पिछले दो तीन दिन से अमने एक काफी रेलिस्टिक धंग से बात कर रहा है जो दो दिन पहले चायद अर्जेरी स
03:26और हम लोग जो कह रहे हैं वह एक तरह से हमारी सिर्फ पार्टी की समझ नहीं है बिहार का एक परसेप्शन 2020 के चुनाओं के बाद फिर 24 के चुनाओं के बाद बना कि माले को कुछ और ज्यादा सीट मिले तो उससे पूरे इंडिया गडवंधन के परफॉर्मेंस में एक व
03:56परफॉर्में परफॉर्में में परफॉर्में हो तो वैसे जिले हैं जहां हमारी बहुत पुरानी लंबे समय सुपस्तिती है संगठन है आधार है आंधुलन के इतियास है इससे फरक पड़ेगा
04:24मैं उमीद करता हूँ कि कुछ बहतर ढंक से सीट शेरिंग होनी चाहिए इसकी उमीद है संकेत मिल रहा है अब संकेत क्या बता है लेकिन हमें लगते हैं यह जरूरत तो सबको महसुस होनी चाहिए जो आम तोर पर लोग कर रहा है जो भागता माले की ताकत देखी उसकी वज़
04:54लाके बहुत थे नहीं लेकिन और लोग हमारे लगे हुए थे नीचे बलकि एसायार से जूजने में इसमें हमारी भागीदारी थी हमने यह कोशिश की कि यात्रा एक तरह से लग रहा थी कि रोड़ शो जैसा बन रहा है तो सिफ रोड़ शो ना बने बलकि जो भी बिहार मे
05:24पुरानी पेंशन स्कीम बाले आपके मुझफरपूर में जहां एक बागमती परियुजना से लोग परेशान है बड़े पहमने पर विस्ठापन का खत्रा है वह उस परियुजना के खिलाब लडने वाले तो तरह तरह के मुद्दों को लेकर के लोग आए जात्तरा की और से
05:54में सब इलाके में मखाना इंकोर्टेंट है तो हमी जाकर के बाते हुई तो कुल मिलाकर के मेरे खाल से बात तो एक संबाद भी स्थापिट हुआ और एक संकल्प बिहार का दिखा दोनों इसमें एसायार को लेकर जो परिशानी है आशंका है क्योंकि बड़ी बात है वो उस
06:24अभी सवाल बना हुआ है अभी 22 तारीक को जा करके सुप्रीम कोट को साफ साफ कहना पड़ा गोल गोल बातों से नहीं चला कि आधार को एकसेप्ट करो अभी तक तो आधार को एकसेप्ट करने के लिए नहीं तयार था चुनावाए उप इसलिए एर के एड़ बहुत साइ�
06:54दिखा एक बूथ में 124 लोग जिनको मुर्दा खोशित कर दिया गया और सारे जिन्दा हैं सारे नहीं हम लोग जब गय तो करीब एक तिहाई जिन्दा मिले एक तालीस या बैयालीस लोग जिन्दा दिखे तो यह बड़े पहमने पर है और जो जिस तरक को लेकर कि इनोंने कह
07:24बिश्चनेता भी समय बिलकुल खत्म है और जो वोट बंदी तो पहले लोगों को लग रहा था जो वोट चोरी की बाद महादेब पूरा के खुलासे के बाद से चलने लगी और यह लोगों को बिलकुल बिलकुल लग रहा है कि ऐसा हो रहा है अब अधिश में कुल मिला करक
07:54इम्मेदारियों से भागते हुए नजर आ जाये तो लोग तो परशान है इसको ले करकी चिंतिते हैं
07:58लिगे आने बादाइगे कि सुप्रीम कोड क्योंकि आप लोग सुप्रीम कोड भी गए तमाम प्रिटेकल पार्टी जोभी पक्षकी हैं वो सुप्रीम कोड गई
08:06सुप्रीम कोट ने आधार को जोडने के लिए अलग दस जुलाई से सुनवाई शुरू होती है सितंबर तक वो पहुचा देते हैं पूरे मामले को
08:15एसा रुख सुप्रीम कोट का क्या जब आप लोग दर्वाजा खटखटा था आप लोगों ने सुप्रीम कोट का तब आपको अंदाजा हुआ था कि इस तरह से इतना लंबा समय लगेगा शायद को लगा होगा कि हमने अगर सुझाओ दे दिया तो चुनावाई के लिए सु�
08:45तो गैरा लोगों का बना दिया वह अभी तुजा करके आने के बाद उटीव अभी मोटे तोर पर पूरी हुई इसमें एपिक को भी रखना चाहिए ता राशनकार्ट को भी रखना चाहिए था जबकि उसमें इनर्सी का कोई काम नहीं है नहीं बिहार में तो खेर लेकिन आ
09:15बना करके कुछ रास्ता निकाल लें कि आधार को ना मानना पड़े लेकिर इससे पहले तक तो आधार को थोपा जा रहा था और यहां तक की जो रेप्रेजेंटेशन अपीपुल एक्ट है उसमें बाकाइदा संशुधन करके आधार के लिए जगा बनाई गया इसमें इंक्
09:45लेकिन कम से कम इतनी राहत लोगों को मिली है बिहार में भी और पुरदेश में मैं समझता हूं कि शायद आज जो दौर है उसमें यह आधार यह राहत भी कुछ माइन रखती है लेकिन एक-एक वोट के लिए लड़ना तो बड़ा मुश्किल सा काम है पॉलिटिकल पार्ट
10:15तक तो डेली बुलेटीन आ रहा था पता चल रहा था कि कितने नाम आज जुड़े हैं एक सितंबर के बाद हम लोगों ने सुप्रीम कोट से कहा था कि इसमें 15 दिन का विस्तार हो सुप्रीम कोट ने जब कहा तो चुना हो एक ने कहा कि इसकी क्या जरुबात है हमारा काम त
10:45सिस्टम का जो मेडिकल बुलेटीन जारी हो रहा था वो मेडिकल बुलेटीन आना बंद हो गया तो इसलिए स्थीती क्या है इस समय तो बतना मुश्किल है और बड़े पैमाने पर हो सकता है कि नाम भी जोड़ दिये जाए और लास्ट मोट पर पता चलेगा नाम कार्ड भी
11:15बहुत गलत किसम के वोटल इस्थी बनेगी काफी हथ तक लेकिन एक लोग सफल हुए जो दो करोर नाम काटने की पूरी आशंका थी
11:23सबसे पहले आप ही ने कहा था कि दो करोर मददाताओं की काफने की तैयारी है और वो बहुत एकदम जमीन पर याशंका थी चुनाओए ने जब कहा कि 20% लोग बिहार से बाहर रहते हैं और उनका एक इरादा दिखा कि बाहर के लोग बाहर ही रहें मददाता सुची से भी �
11:53उसको फिलाल 65 लाक में आकर के चुनावाय करूपना पड़ा ये अपने आप में मैं समझता हूं कि एक लेवल तक बिहार के लोगों की जीत है सेकेंड या अधार को जो मानना पड़ा ये भी एक जीत है तो कुछ डैमेज कंट्रोल थोड़ा बहुत होगा और इस पूरे डै
12:23लोग लड़ लेंगे तो भले ही हम तो कहते हैं कि जब चुनाव में वोटों की गिंती होगी तो शायद हमारी गिंती इंडिया गड़बंदन की माइनस 15,000 से शुरू होगी लेकिन हमारे 15,000 के वोट को चुराने या बिगारने के चक्कर में हमें लगता है कि उनके भी जो म
12:53सवाल आपने कहा कि जो जातिगत समीकरण है, सोशल समीकरण है बिहार में वो अभी भी एंडिया के पक्ष में हैं इसे थोड़ा explain कीजिए कि इतना तमाम political parties इंडिया गड़बंधन की जो अलग-अलग past equation और class equation को भी represent करती हैं उसके बावजूद आपको यह क्यों लगता है
13:23तो उसमें निश्ची तरफ पर लोग जो कहते हैं कि बिहार में कुल मिला करके निपीश कुमार को एक अति पिश्री जाती के राजनितिक पतिनीदी के तोर पर देखा जाता है अति पिश्री प्लस OVC में यादव छोड़ करके बाकी खुशवा लब-खुश समीकरण प्लस
13:53तो अगर ऐसा होता तब तो कुछ नाओ कराने की जरूरत नहीं होती कि तब तो आरा जैसी जगह से सुदामा प्रसाथ कैसे निकलते बिल्कुल बिल्कुल इसलिए मैं कह रहा हूं कि इसमें लेकिन यह मान के चलना होगा कि जो एक्वेशन की बात लोग करते हैं तो उस एक्
14:23ज्वेशन नहीं है। जिसके ऊपर बेरोजगारी का महेंगाईं का पलान का गरीवी का अपरात का असर ना पड़े, ऐसा तो कोई जाती समीकरन होता नहीं है।
14:33हवा में तो नहीं है जमीन पर समीकरान इसलिए समीकरान तो बदलता है
14:37मुझे उम्हेंई है मोसमी करन घर था कि समीकरान के बल पर यह newodbank कहा जाता था और
14:45मानते थे लोग जैसे महईलाईं के भी कहा जाता था कि महईलाय निवाद नाराज इवह इस लिए तुम
14:57बाटना पड़ रहा है कि महिलावा के नाराज़गी को
15:00कंट्रोल करने के लिए
15:01मुझे लगता है कि जो रस्विया
15:03इतने दिनों से आंदुलन कर रही थी
15:05और उनके आंदुलन के बल पर आज ये मुद्दा
15:07बना उस मुद्दे के चलते अगर आज
15:09उनका सारे 16-17
15:11इसके लिए वो क्यों इसको मालेंगी
15:15तो हमें लगता है कि जो आंदुलन के बल पर
15:17ये मुद्दे स्थापित हुए है
15:18रसोईया हो आशा हो अंगन बारी हो
15:21जिविका हो तो बिहार में
15:23ये सभी महिलाएं
15:25आंदुलन की महिलाएं हैं
15:27तो उनका आंदुलन जारी रहेगा आंदुलन से अगर नितिश कुमार को थोड़ा बहुत बानना पड़ा चुनाओं में आकर के यह भी मैं इसको आंदुलन की ही जीत मानता हूं
15:36और निष्टितर पर उन बहिलाओं में भी संगर्ष की चेतना संगठना और एक्ता की चेतना होगी और लोगचुनाओं जब आएगा वैसा कोई
15:44कोई 2,000 दे दिया आप में 10,000 दे दिया लेकिन ये महराष्ट में कर चुके हैं बाकी राजियों में ऐसा हुआ है लेकिन जो 10,000 जो नितिश जी दे रहे हैं लोग तो सवाल ये कर रहे हैं आप तो 2,00,000 देने वाले थे
15:55सारे 94,00,000,000 परिवार के लिए 2,00,000,000 के अपने घोशना की थी वो 2,00,000 का क्या हुआ वो 2,00,000 को अभी आपने कर दिया कि हम 10,000 देंगे और वो 10,000 भी आप जो दे रहे हैं वो महिलाओं को थोड़े ही मिलने वाला है वो सारे
16:09माइक्रो फिनांस कंपनी के दलाल तयार बैठे हैं वो तुरान 10,000 का वो लोन चुक्ता करने के लिए वो असुली विजान शुदू हो जाएगा और सबसे जो बड़ा सवाल है कि बिहार में जिस तरह से कर्च का बोच है मईलाओं के उपर कर्च को लेके तो कुछ बोल नही
16:39में आज रहा है और जहां-जहां भीजो पीने कहां वहां नहीं मिल रहा है ना महारास्ट्र में न दिल्ली में तुररे रहे नहीं बड़्य दित्रूरे दसे जार नहीं बात थैं तो आई जो लेकर के लोगों में सुब्रणब है लेकिन अilen Dougalr ना
17:09आपने देखा, आपने सफर किया, क्या आपका observation बना कुछ observation राहुल गांधी को लेकर पहले था, वह चेंज हुआ, या कैसे आप equation देखते हैं क्या राहुल गांधी को बिहार की जमीन आप लोगों के साथ चलने पर समझ आई, देखे दो लेवल पर मैं कहूंगा, एक तो कॉं
17:39पर भाजपा को एक मैदान मिला है, तो कॉंग्रेस भी लंबे, इतने लंबा समय तो कॉंग्रेस को सत्ता से बाहर कभी रहना नहीं पड़ा, तो सत्ता से बाहर रहने का मतलब एक विपक्षी पार्टी के तोर पर ऑपरेट करना पड़ेगा, ये कोशिश कर रहे हैं कि कॉं�
18:09या कॉर्पोरेट लूट के खिलाप अदानी अंबानी जो पूरे देश में आर्थिक भायनक गैर बराबरी है इसके खिलाप, या समाजिक बराबरी और भागीदारी के उले करके, तो बातें भी कुछ नहीं कर रहे हैं, और हमें जो लगा कि एक ऐसे हुमन बिंग, निश्�
18:39देश के पॉलिटिक्स के लिए जरूरी है, तो जो एक पुराने टाइप के राजनेताओं के बारे में जो समझ है, एक भाशनबाज और एक तरीके से बिलकुल एक खास स्टीरियो टाइप, उस स्टीरियो टाइप से बाहर है, तो स्टीरियो टाइप से बाहर होना और नए क
19:09अब बिल्कुल बिहार अभी फिलाल तो हमने नारा जो दिया बदलो सरकार बदल बीवहर तो फिल्हालत तो सरकार
19:16बदलने का मौका है और ये एक तरह से विर् स्टेफ है Pihar को बदलने के
19:20की लिए बदला और यहीं सेंट्रल स्लोगन रहेगा चुनाओ का क्योंकि अभी तक अभी तो वोट शोड गदी छोड फिर वोट को लेकर हमें उस बाल का चुनाओ में बदलाओ सबसे बड़ा एजिंडा है जरूर बदलाओ के बहुत आधार है बदलाओ
19:34लोगों को रोजगार चाहिए, लोगों को भागीदारी चाहिए, लोगों को निश्चित पर जो अपराद इस तरह से बढ़ा है, अपराद से मुप्ती चाहिए, जो रष्टचार बढ़ा है उससे मुप्ती चाहिए, लेकिन इस सब मिला करके, कुल मिला करके, जो लोगों के �
20:04तेह है, सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्री जनतादल है, राष्ट्री जनतादल के नेता है, पिछले बाद दो दो बार उक मुखह मती रहे हैं, इसलिए बहुत इसमें नई बात तो है नहीं कुछ की बहुत बहुत शुक्रिया बात करने के लिए
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