00:00हलو वीवर्ज, दुरी पिशा सलीम के नियू ड्रामा सीरियल ये महबतें ये शिद्धें जो के दानिश तेमुर के साथ देखने के लिए ओपर आई के निशान पर क्लिक करें और आफ एजिली इस ड्रामा सीरियल को देख सकते हैं
00:13अबारे में सोचने से खुद को रुक नहीं पाता, फिदर एक बार पिरिस के हालत बाम लेता है और उसे चेलने लगता है लेकिन रजा अपनी पितरी जिद के वाहिस इंकार करता है कि उसे कोई परक नहीं पलता, अरिशा को शक होने लगा है कि रजा की तोज्जो किसी और की �
00:43शायान को अंदादा हो गया है कि महरीन खुछ नहीं है लेकिन वो उसे नजरनदास करके जबर्दसी से शाधी पर राजि करना चाता है वो अपनी मां से कहता है कि जल जल जल शाधी की तारीक हरक रहे तोगे मौमला खतम हो जाये
00:59विर्ज कहानी में एक जबरदस सीन वो होता है जब महरीन अपनी दोस सादिया की साथ एक पंक्शन में जाती है जहा एतिपाकत और पर रजा भी मुझूद होता है
01:10दोनों एक बार पिर आमने सामने आ जाते है
01:13रजा सखत लेजे में महरीन से बात करता है
01:16और महरीन भी घुस्टे में आकर उसे जवाब देती है
01:18इन दोनों के दर्मियान तर्ख जुम्लों का तबादला होता है
01:22लेकिन कि आमकुर में कुछ और ही जजबात होते है
01:26जिन्हें वो खुद भी समझने से काजिर है
01:29किसके आखिर मेहरीन हुच से सवाल करती है
01:31कि आखिर क्यों रजा के बाते
01:33इसके दिल को इतना मतासिर कर रही है
01:35हेलो वी वर्ज इस किस में कहानी मजीद पीचीदा हो जाती है
01:40जहार रजा और मेहरीन के दर्मयान तनाव बलता जा रहा है
01:44जबके अरीशा और शायान अपनी मपादात के लिए हालात को काबू में रखने की कोशश कर रहे है
01:50मेहरीन अपनी मगनी और शादी के दबाओ के बाद जहनी तनाव का शिकार है
01:55वो महसूस कर रही है कशायान करे विया दिन बदिन सखत होता जा रहा है
02:00और वो इसे अपनी मर्जी के मताबिक चलाना चाता है
02:03पहली बार महरीन अपनी माँ से दिल के बात करती है
02:06और कहती है कि वो शादी के लिए राजी नहीं
02:10लेकिन इसकी माँ उसे समझाने की कोशश करते है
02:12यह सब इसके बहतर मुस्तक्विल के लिए हो रहा है
02:15इदर राजामी उलजन में मुब्तला है
02:18वो खिदकु उसरूप रखने की कोशश करता है
02:20लेकिन महरीन के बारे में सोचने से खुद को रुक नहीं पाता
02:24इदर एक बार पिरिस के हालत बांप लेता है और उसे चेरने लगता है
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