00:00और भी वह उलमा जो हो जाता है जिससे ड्रामा का एक्तिताम हो जाता है और वो अपने गलती मान करें दोनों से मापी मांगते हैं लेकिन अब कुछ नहीं होना वाला क्योंकि इसने हालरी एक शादी की है अपने राए की जार लाजमी कमेंट करें साथ में हमारे यूटूब का
00:30से ललकी थी जिसके दुनिया की दाबू दौाओं और खामोश दौाओं में सिम्टी हुई थी शेहर में इसके मुलाकात हारून से हुई जो एक मिशूर वकिल खा बेटा था पूरी इतिमाद बोलने वाला और जाहरी तर पर बिलकुल मुक्तलिब मगर दिल के किसी कोने में �
01:00वर्क और स्टरी सेशन्स ने इनके बेच एक खुबसूरत तालुक कायम किया जो खामोश नजरो चूटी चूटी बातों से परवान चलता रहा
01:08हरुन ने पहली बार किसी ललके को दिल से चाहा और नायाब को भी हरुन की सचाय और रिज़त देने वाला रिवी अपनी तरफ केंशने लगा
01:16मगर जब हरुन ने अपनी गर रिष्टा बेजा तो कहानी का असल इम्तिहान शुरू हुआ
01:20हरुन की मार ने सिर्फ नायाब के अलाके और पसमंदा पसमंजर की बुन्याद पर रिष्टे से इंगाव कर दिया
01:27और साब कहे दिया कि हम उकीलों के खांदानों में गाओ के ललकी नहीं आती
01:31नायाब ने खुद हरुन से रापता तोड लिया
01:33यह कैकर कब वो इस सिच्टे में अपने पकार से महरूम नहीं होना चाहती
01:37हरुन ने हर मुमकिन कोशिश की मनाने की समझाने की
01:41मगर नायाब ने सबर को तरजीह दी
01:43कई साल गुजर गए हरुन ने शादी की
01:46नायाब ने डाक्टर बनकर अपने गाउमे कलेन कायम किया
01:49और दोने ने महबत को वक्ट के हाओ ले कर ले पर एक दिन
01:52हरुन की मा को दिल का दोरा पड़ा और अस्पताल ले जाया गया
01:56जहार मौजुद डाक्टर नायाब ही थी
01:58नायाब ने पूर्य तोजिस इनका इलाज किया बगिर किसी तलखी या शिक्विकी
02:02वो दिन हारुन के मा के दिल में नायाब के लिए वो इज़त लेया जो जो जमाने ने कभी ना दी थी
02:07से रहेतियाब होकर वो खुद नायाब के लिने काया और का अब समझाया
02:11बेट या खनदान नहीं देखती है दिल का जर्ब देखती है मुझे माप करो मैंने बहुत बली गलती की है तुम्हारे शायरे अपने बेटे से ना
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